यूपी में 61 साल पुराने मंदिर में हुई भगवान शिव की प्राण प्रतिष्ठा, मुस्लिमों ने की पुष्प वर्षा

यूपी में 61 साल पुराने मंदिर में हुई भगवान शिव की प्राण प्रतिष्ठा, मुस्लिमों ने की पुष्प वर्षा

<p style=”text-align: justify;”><strong>Firozabad Temple News:</strong> देश में मंदिर मस्जिद विवाद के बीच बीते दिनों सालों पुराना मंदिर मिला था, जिसके बाद बजरंग दल ने इस मंदिर में फिर से पूजा पाठ शुरू कराने का निर्णय लिया और अब इस मंदिर का पुनर्निमाण किया गया है. स्थानीय लोगों ने पूरे विधि विधान के साथ मंदिर में भगवान शिव और बजरंग बली की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा की. इस आयोजन में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने भी पूरा साथ दिया और गंगा जमुनी तहजीब की मिसाल पेश की.&nbsp;<br />&nbsp;<br />फिरोजाबाद के थाना रसूलपुर क्षेत्र के पुराना रसूलपुर गली नंबर 8 में 5 जनवरी को 61 साल पुराना शिव मंदिर मिला था, जिसके बाद बजरंग दल के संयोजक मोहन बजंरीग और उनके सहोयगियों ने इस मंदिर के पुनर्निमाण करने और यहां पूजा अर्चना शुरू करने का फैसला किया. उन्होंने प्रशासन और अधिकारियों से संपर्क कर मंदिर खुलवाने का प्रयास किया.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बजरंग दल की पहल से खोला गया मंदिर</strong><br />प्रशासनिक अनुमति मिलने के बाद पुलिस की मौजूदगी में मंदिर को खोला गया और इसकी सफाई व पेंटिंग के बाद इसे भक्तों के लिए तैयार किया गया. मंदिर तैयार होने के बाद 11 जनवरी को मंदिर में भगवान शिव के परिवार और हनुमान जी की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन किया गया. इस आयोजन में स्थानीय लोगों के साथ मुस्लिम समुदाय के लोगों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मुस्लिम समाज ने भी दिया सहयोग</strong><br />बताया जा रहा है कि ये मंदिर पिछले 35 वर्षों से बंद था और यहां कोई पूजा-अर्चना नहीं हो रही थी. लेकिन बजरंग दल की पहल के बाद इस मंदिर को फिर से खोला गया है. मंदिर खुलवाने और प्राण प्रतिष्ठा के आयोजन में मुस्लिम समुदाय का भरपूर सहयोग देखने को मिला. मंदिर की पुनः स्थापना के दौरान मुस्लिम समुदाय ने न केवल समर्थन दिया बल्कि प्राण प्रतिष्ठा के दिन पुष्पवर्षा भी की.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस कार्यक्रम में हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदायों के लोग एक साथ शामिल होंगे. ये आयोजन धार्मिक महत्व के साथ-साथ सामाजिक सद्भाव और सांप्रदायिक एकता का प्रतीक बनेगा. पुलिस प्रशासन की उपस्थिति में कार्यक्रम शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न किया गया. मंदिर की पुनः स्थापना न केवल श्रद्धालुओं के लिए आस्था का केंद्र बनेगी, बल्कि यह आयोजन आपसी सौहार्द और भाईचारे का संदेश भी देगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/bjp-mp-sakshi-maharaj-react-on-chandrashekhar-azad-statement-on-maha-kumbh-2025-2860664″>’जिसका नाम ही रावण है..’, चंद्रशेखर आजाद के बयान पर बीजेपी सांसद साक्षी महाराज का पलटवार</a></strong><br /><br /></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Firozabad Temple News:</strong> देश में मंदिर मस्जिद विवाद के बीच बीते दिनों सालों पुराना मंदिर मिला था, जिसके बाद बजरंग दल ने इस मंदिर में फिर से पूजा पाठ शुरू कराने का निर्णय लिया और अब इस मंदिर का पुनर्निमाण किया गया है. स्थानीय लोगों ने पूरे विधि विधान के साथ मंदिर में भगवान शिव और बजरंग बली की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा की. इस आयोजन में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने भी पूरा साथ दिया और गंगा जमुनी तहजीब की मिसाल पेश की.&nbsp;<br />&nbsp;<br />फिरोजाबाद के थाना रसूलपुर क्षेत्र के पुराना रसूलपुर गली नंबर 8 में 5 जनवरी को 61 साल पुराना शिव मंदिर मिला था, जिसके बाद बजरंग दल के संयोजक मोहन बजंरीग और उनके सहोयगियों ने इस मंदिर के पुनर्निमाण करने और यहां पूजा अर्चना शुरू करने का फैसला किया. उन्होंने प्रशासन और अधिकारियों से संपर्क कर मंदिर खुलवाने का प्रयास किया.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बजरंग दल की पहल से खोला गया मंदिर</strong><br />प्रशासनिक अनुमति मिलने के बाद पुलिस की मौजूदगी में मंदिर को खोला गया और इसकी सफाई व पेंटिंग के बाद इसे भक्तों के लिए तैयार किया गया. मंदिर तैयार होने के बाद 11 जनवरी को मंदिर में भगवान शिव के परिवार और हनुमान जी की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन किया गया. इस आयोजन में स्थानीय लोगों के साथ मुस्लिम समुदाय के लोगों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>मुस्लिम समाज ने भी दिया सहयोग</strong><br />बताया जा रहा है कि ये मंदिर पिछले 35 वर्षों से बंद था और यहां कोई पूजा-अर्चना नहीं हो रही थी. लेकिन बजरंग दल की पहल के बाद इस मंदिर को फिर से खोला गया है. मंदिर खुलवाने और प्राण प्रतिष्ठा के आयोजन में मुस्लिम समुदाय का भरपूर सहयोग देखने को मिला. मंदिर की पुनः स्थापना के दौरान मुस्लिम समुदाय ने न केवल समर्थन दिया बल्कि प्राण प्रतिष्ठा के दिन पुष्पवर्षा भी की.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>इस कार्यक्रम में हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदायों के लोग एक साथ शामिल होंगे. ये आयोजन धार्मिक महत्व के साथ-साथ सामाजिक सद्भाव और सांप्रदायिक एकता का प्रतीक बनेगा. पुलिस प्रशासन की उपस्थिति में कार्यक्रम शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न किया गया. मंदिर की पुनः स्थापना न केवल श्रद्धालुओं के लिए आस्था का केंद्र बनेगी, बल्कि यह आयोजन आपसी सौहार्द और भाईचारे का संदेश भी देगा.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/bjp-mp-sakshi-maharaj-react-on-chandrashekhar-azad-statement-on-maha-kumbh-2025-2860664″>’जिसका नाम ही रावण है..’, चंद्रशेखर आजाद के बयान पर बीजेपी सांसद साक्षी महाराज का पलटवार</a></strong><br /><br /></p>  उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड Maharashtra: शरद पवार ने की RSS की तारीफ तो देवेंद्र फडणवीस बोले, ‘वो इंटेलिजेंट हैं’