खन्ना के ललहेड़ी रोड क्षेत्र में पेड़ पर चढ़कर जामुन तोड़ रहे 12 वर्षीय बच्चे की मौत हो गई। करीब 30 फीट की ऊंचाई से बच्चा सीधे नीचे आ गिरा। सिर में गंभीर चोट के चलते हालत नाजुक बन गई। परिवार के लोग बच्चे को लेकर सिविल अस्पताल पहुंचे] लेकिन डाक्टर उसे बचा नहीं सके। अस्पताल में कुछ ही मिनटों बाद बच्चे ने दम तोड़ दिया। मृतक की पहचान आनंद कुमार (12) निवासी दशमेश नगर ललहेड़ी रोड खन्ना के तौर पर हुई है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल घटना के बाद सिविल अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड के बाहर ही परिजन विलाप करने लगे। बच्चे के माता पिता और अन्य परिजनों का हाल देखकर अन्य लोगों की आंखों से भी आंसू टपकने लगे। आनंद की मां रोते हुए यही बात दोहरा रही थीं कि मेरा बच्चा लौटा दो…..। परिजन उसे ढांढस बंधा रहे थे। उन्हें हौसला देकर चुप कराने की कोशिश कर रहे थे। परिजनों ने बताया कि उनके घर के पास खेतों में मोटर है। वहां पर जामुन का पेड़ लगा है। इस पेड़ से बच्चे जामुन तोड़ते रहते हैं। आनंद जामुन तोड़ने के लिए घर से निकला और किसी को नहीं बताया। वहां पेड़ से गिरकर मौत हो गई। बच्चे की हालत काफी नाजुक थी सिविल अस्पताल में इमरजेंसी ड्यूटी पर तैनात डा. अमरदीप कौर ने बताया कि जब बच्चे को अस्पताल लाया गया तो हालत काफी नाजुक थी। उन्होंने अपनी तरफ से काफी प्रयास किए, लेकिन बच्चे को बचाया नहीं जा सका। बच्चा करीब 25 से 30 फीट ऊंचाई से गिरा। जिस कारण गंभीर चोटें आईं। खन्ना के ललहेड़ी रोड क्षेत्र में पेड़ पर चढ़कर जामुन तोड़ रहे 12 वर्षीय बच्चे की मौत हो गई। करीब 30 फीट की ऊंचाई से बच्चा सीधे नीचे आ गिरा। सिर में गंभीर चोट के चलते हालत नाजुक बन गई। परिवार के लोग बच्चे को लेकर सिविल अस्पताल पहुंचे] लेकिन डाक्टर उसे बचा नहीं सके। अस्पताल में कुछ ही मिनटों बाद बच्चे ने दम तोड़ दिया। मृतक की पहचान आनंद कुमार (12) निवासी दशमेश नगर ललहेड़ी रोड खन्ना के तौर पर हुई है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल घटना के बाद सिविल अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड के बाहर ही परिजन विलाप करने लगे। बच्चे के माता पिता और अन्य परिजनों का हाल देखकर अन्य लोगों की आंखों से भी आंसू टपकने लगे। आनंद की मां रोते हुए यही बात दोहरा रही थीं कि मेरा बच्चा लौटा दो…..। परिजन उसे ढांढस बंधा रहे थे। उन्हें हौसला देकर चुप कराने की कोशिश कर रहे थे। परिजनों ने बताया कि उनके घर के पास खेतों में मोटर है। वहां पर जामुन का पेड़ लगा है। इस पेड़ से बच्चे जामुन तोड़ते रहते हैं। आनंद जामुन तोड़ने के लिए घर से निकला और किसी को नहीं बताया। वहां पेड़ से गिरकर मौत हो गई। बच्चे की हालत काफी नाजुक थी सिविल अस्पताल में इमरजेंसी ड्यूटी पर तैनात डा. अमरदीप कौर ने बताया कि जब बच्चे को अस्पताल लाया गया तो हालत काफी नाजुक थी। उन्होंने अपनी तरफ से काफी प्रयास किए, लेकिन बच्चे को बचाया नहीं जा सका। बच्चा करीब 25 से 30 फीट ऊंचाई से गिरा। जिस कारण गंभीर चोटें आईं। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
पंजाब सरकार रिटायर अग्निवीरों को देगी नौकरी:पटियाला में बोले मंत्री मोहिंदर भगत, पूर्व सैनिकों को पेंशन की दिक्कत नहीं आने दी जाएगी
पंजाब सरकार रिटायर अग्निवीरों को देगी नौकरी:पटियाला में बोले मंत्री मोहिंदर भगत, पूर्व सैनिकों को पेंशन की दिक्कत नहीं आने दी जाएगी पंजाब के रक्षा और कल्याण मंत्री मोहिंदर भगत ने ऐलान किया है कि राज्य के अग्निवीर जवानों को सेवामुक्ति के बाद पंजाब सरकार रोजगार देगी। मंत्री मोहिंदर भगत आज पटियाला में पंजाब सरकार- आपके द्वार के तहत पूर्व सैनिकों की समस्याएं सुनने पहुंचे थे। मोहिंदर भगत ने कहा कि साल 2027 में 800 अग्निवीरों का पहला जत्था सेवा से रिटायर होने के बाद पंजाब लौटेगा, लेकिन उन्हें पूर्व सैनिकों का लाभ नहीं मिलेगा। ऐसे में मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान अभी से ही उनके लिए चिंता जाहिर करते हुए उन्हें नौकरी देने के लिए प्रस्ताव तैयार करने का आदेश दिया गया है। केंद्र सरकार और रक्षा मंत्रालय से किया जा रहा संपर्क जिला रक्षा सेवा कल्याण कार्यालय में एकत्रित पूर्व सैनिकों, वीर नारियों, विधवाओं और पुरस्कार विजेताओं को संबोधित करते हुए कैबिनेट मंत्री मोहिंदर भगत ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार पूर्व सैनिकों को पेंशन प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि इस कारण केंद्र सरकार और रक्षा मंत्रालय से भी संपर्क किया जाएगा, ताकि स्पर्श कार्यक्रम के तहत पेंशनधारियों को लाइफ प्रमाण पत्र देने में आने वाली कठिनाइयों का समाधान किया जा सके। हर जिले में जाकर पूर्व सैनिकों की समस्याएं सुन रहे हैं उन्होंने कहा कि वह पूर्व सैनिकों की समस्याओं को सुनने के लिए हर जिले में जा रहे हैं। उन्होंने इसलिए हर जिले में जिला प्रशासन को रक्षा सेवा कल्याण विभाग के साथ महीने में एक बार तालमेल बैठाकर समस्याओं का समाधान करने के आदेश जारी किए गए हैं। ताकि पूर्व सैनिकों की समस्याओं का समाधान सुनिश्चित करें।
पंजाब सरकार को हाईकोर्ट का नोटिस:31 साल पुराना हत्या का मामला, पूर्व DGP पर आरोप, केस खारिज की मांग को लेकर याचिका दायर
पंजाब सरकार को हाईकोर्ट का नोटिस:31 साल पुराना हत्या का मामला, पूर्व DGP पर आरोप, केस खारिज की मांग को लेकर याचिका दायर पंजाब के पूर्व डीजीपी सुमेध सिंह सैनी ने अपने खिलाफ दर्ज हत्या के मामले को लेकर पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। कोर्ट में आज सोमवार को इस मामले की सुनवाई हुई। उन्होंने याचिका में दलील दी है कि पंजाब पुलिस उन्हें हर कीमत पर गिरफ्तार करना चाहती है। इसीलिए 1991 के मामले में तीस साल की देरी के बाद 2020 में केस दर्ज किया गया। उन्होंने एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। कोर्ट ने अब इस मामले में पंजाब सरकार को नोटिस जारी किया है। मामले की अगली सुनवाई 25 नवंबर तय की गई है।
पंजाब की कर्ज सीमा बढ़ सकती है:केंद्रीय बिजली मंत्रालय ने वित्त मंत्रालय को लिखा पत्र, राज्य सरकार ने रखा था अपना पक्ष
पंजाब की कर्ज सीमा बढ़ सकती है:केंद्रीय बिजली मंत्रालय ने वित्त मंत्रालय को लिखा पत्र, राज्य सरकार ने रखा था अपना पक्ष पंजाब की कर्ज सीमा दस हजार करोड़ बढ़ाने की मांग को केंद्र सरकार पूरा कर सकती है। इस मामले में केंद्रीय बिजली मंत्रालय ने केंद्रीय वित्त मंत्रालय (खर्च विभाग) को पत्र लिखा है। साथ ही कहा है कि पंजाब सरकार की तरफ से पेश किए तथ्यों के मद्देनजर कर्ज सीमा में कटौती की बहाली को मंजूरी देने वाले विचार किया जा सकता है। राज्य सरकार ने कर्ज सीमा में दस हजार करोड़ रुपए की बढ़ोतरी की मांग की है। मौजूदा समय में कर्ज लेने की सीमा 30464 करोड़ है। सरकार ने अपने पत्र पेश की थी सारी स्थिति केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने 20 मार्च को बिजली मंत्रालय को पत्र लिखकर पावरकॉम में पड़े घाटे बारे बताया था। इसके बाद पांच अप्रैल 2024 को पंजाब सरकार ने पत्र लिखकर अपना पक्ष पेश किया था। सरकार ने अपनी दलील रखी कि साल 2022-2023 में जब पावरकॉम में घाटा हुआ है तो उससे पहले ही उदय स्कीम का पांच साल का समय समाप्त हो चुका था। साथ ही बताया कि साल 2022-23 में वित्तीय घाटे की वजह वित्तीय वर्ष के मुकाबले बिजली खरीद पर 2757 करोड़ की बढोतरी होना है। साल 2022-23 में पूरे देश में दस फीसदी विदेशी कोयला प्रयोग करने के लिए कहा गया था। इस वजह से पंजाब के खर्च बढे़ हैं। साल 2020-21, 2021-22 में पावरकॉम वित्तीय घाटे में नहीं था। साल 2023-24 में पावरकॉम 830 करोड़ मुनाफे में रही है। जबकि 24-25 बिजली दरों में बढ़ोतरी होने से कोई घाटा नहीं हो। सरकार के लिए बड़ी उम्मीद केंद्र सरकार द्वारा कर्ज सीमा बढ़ाने पर विचार पंजाब के लिए काफी राहत वाली बात है। क्योंकि सरकार को अपने खर्च की पूर्ति के लिए काफी मुश्किल का सामना करना पड़ा है। इसी वजह से मुलाजिमों को अगस्त महीने के बेतन की अदायगी चार सितंबर को की गई। 7 किलोवॉट पर 3 रुपए बिजली सब्सिडी खत्म करने, तेल कीमतों में बढ़ोतरी, ग्रीन टैक्स लगाना शामिल है। इससे सरकार को आमदनी होगी। विरासत में मिले कर्ज का भी दिया हवाला गत वर्ष एक बार केंद्र सरकार पंजाब की कर्ज सीमा मे 2387 करोड़ की कटौती की थी। अगस्त महीने में हुई कैबिनेट मीटिंग में केंद्रीय वित्त मंत्रायल को कर्ज सीमा बढ़ाने के लिए पत्र लिखने को मंजूरी दी थी। राज्य सरकार ने पत्र में दलील दी थी कि पिछली सरकारों से उन्हें कर्ज विरासत के रूप में मिला है। जिसे वापस किया जाना है। पंजाब सरकार की तरफ से 69, 867 करोड़ रुपए कर्ज की अदायगी की जानी है।23,900 करोड़ की राशि केवल कर्ज और ब्याज की अदायगी है। गत दिनों में वित्तीय संकट के मद्देनजर पंजाब सरकार ने कई फैसले लिए हैं।