हरियाणा के जींद में शनिवार देर रात कार की टक्कर से बाइक सवार युवक की मौत हो गई। टक्कर के बाद युवक कार के पहिये के नीचे घुस गया। हादसा सफीदों के रामपुरा गांव के पास हुआ। युवक की 3 महीने पहले ही शादी हुई थी। रात को वह फैक्ट्री से घर लौट रहा था। हादसे की सूचना मिलते ही सफीदों पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर सरकारी अस्पताल में पहुंचा दिया। मृतक की पहचान सिल्लाखेड़ी गांव निवासी संजय उर्फ संजू के रूप में हुई है। हादसे से जुड़ी PHOTOS… फैक्ट्री से घर लौट रहा था पुलिस के मुताबिक संजय असंध रोड स्थित प्राइवेट फैक्ट्री में काम करता था। शनिवार रात को वह फैक्ट्री से अपने घर सिल्लाखेड़ी लौट रहा था। जैसी ही वह सफीदों के बाईपास पर रामपुरा गांव के पास पहुंचा तो तेज रफ्तार कार ने उसकी बाइक को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि संजय कार के पहिए के नीचे आ गया और मौके पर ही उसकी मौत हो गई। हादसे के बाद ड्राइवर अपनी कार छोड़कर मौके से फरार हो गया। उस दौरान बारिश हो रही थी। आसपास से गुजर रहे एक्सीडेंट देख मौके पर पहुंचे। संजय बुरी तरह कार के नीचे फंसा हुआ था। राहगीरों ने काफी मशक्कत के बाद संजय को कार के पहिए के नीचे से निकाला, लेकिन तब तक वह दम तोड़ चुका था। इस बीच लोगों ने पुलिस को भी इसकी सूचना दे दी। सूचना पर पुलिस पहुंची और शव अस्पताल में भिजवा दिया। शव की पहचान कर संजय की परिवार को घटना की सूचना दी गई। पुलिस ने परिवार की शिकायत के आधार पर अज्ञात ड्राइवर के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। हरियाणा के जींद में शनिवार देर रात कार की टक्कर से बाइक सवार युवक की मौत हो गई। टक्कर के बाद युवक कार के पहिये के नीचे घुस गया। हादसा सफीदों के रामपुरा गांव के पास हुआ। युवक की 3 महीने पहले ही शादी हुई थी। रात को वह फैक्ट्री से घर लौट रहा था। हादसे की सूचना मिलते ही सफीदों पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर सरकारी अस्पताल में पहुंचा दिया। मृतक की पहचान सिल्लाखेड़ी गांव निवासी संजय उर्फ संजू के रूप में हुई है। हादसे से जुड़ी PHOTOS… फैक्ट्री से घर लौट रहा था पुलिस के मुताबिक संजय असंध रोड स्थित प्राइवेट फैक्ट्री में काम करता था। शनिवार रात को वह फैक्ट्री से अपने घर सिल्लाखेड़ी लौट रहा था। जैसी ही वह सफीदों के बाईपास पर रामपुरा गांव के पास पहुंचा तो तेज रफ्तार कार ने उसकी बाइक को टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि संजय कार के पहिए के नीचे आ गया और मौके पर ही उसकी मौत हो गई। हादसे के बाद ड्राइवर अपनी कार छोड़कर मौके से फरार हो गया। उस दौरान बारिश हो रही थी। आसपास से गुजर रहे एक्सीडेंट देख मौके पर पहुंचे। संजय बुरी तरह कार के नीचे फंसा हुआ था। राहगीरों ने काफी मशक्कत के बाद संजय को कार के पहिए के नीचे से निकाला, लेकिन तब तक वह दम तोड़ चुका था। इस बीच लोगों ने पुलिस को भी इसकी सूचना दे दी। सूचना पर पुलिस पहुंची और शव अस्पताल में भिजवा दिया। शव की पहचान कर संजय की परिवार को घटना की सूचना दी गई। पुलिस ने परिवार की शिकायत के आधार पर अज्ञात ड्राइवर के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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करनाल में ड्राइवर को गोली मारने वाले थे बदमाश:अगवा कर कार में ले गए, पुलिस पर फायरिंग की, गाड़ी पटलटने से प्लानिंग बदली
करनाल में ड्राइवर को गोली मारने वाले थे बदमाश:अगवा कर कार में ले गए, पुलिस पर फायरिंग की, गाड़ी पटलटने से प्लानिंग बदली हरियाणा के करनाल के नरूखेड़ी गांव में संदीप नरवाल के अपहरण से 8 दिन पहले ही रेकी शुरू हो गई थी। संदीप हरियाणा रोडवेज में ड्राइवर है और लोगों को विदेश भेजने का काम भी करता है और वह पहले भी बिना वेतन के रह चुका है और अभी भी अपनी ड्यूटी से गैरहाजिर है। अपहरणकर्ताओं के पास संदीप की पूरी जानकारी थी कि वह किस समय आता है और उसे कहां से उठाया जा सकता है। अपहरणकर्ताओं की प्लानिंग कामयाब रही और वह संदीप का अपहरण करने में सफल भी हो गए। बदमाशों ने संदीप के मुंह पर कपड़ा बांध दिया और हाथ बांध दिए। वह सिर्फ बदमाशों की आवाज सुन पा रहा था। पिस्तौल का बट कार में ही उसके मुंह पर लगा। जिससे वह घायल हो गया। हालांकि करनाल पुलिस ने सालवन के पास आरोपियों को घेर लिया था, लेकिन बदमाश पुलिस पर फायरिंग कर भाग निकले थे, गनीमत रही कि किसी पुलिस कर्मी को गोली नहीं लगी। ऐन वक्त पर कार पलट गई अपराधियों ने संदीप के दोनों मोबाइल सड़क पर फेंक दिए और एक सिम निकालकर कीपैड मोबाइल में डाल दिया। एक मोबाइल फोन गोहाना निवासी एक ड्राइवर को सड़क पर पड़ा मिला। उसने मोबाइल मिलने की सूचना परिजनों को दी। पुलिस ने आरोपियों को ट्रैक कर लिया था और जब पुलिस को अपने पीछे आते देखा तो अपराधियों ने संदीप को गोली मारकर कार में आग लगाकर भागने की योजना बनाई, लेकिन ऐन वक्त पर कार पलट गई और अपराधियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। संदीप को सुरक्षित उसके परिजनों तक पहुंचाया गया। अब आरोपी पुलिस रिमांड पर है और पुलिस रिमांड के दौरान आरोपी से कई राज उगलवा सकती है। इनमें से एक आरोपी नरेंद्र हरियाणा पुलिस का हेड कांस्टेबल है और मधुबन में तैनात है। अब सिलसिलेवार समझिए पूरा घटनाक्रम किडनैपिंग की कहानी, पिता धर्मबीर की जुबानी धर्मबीर ने बताया कि हमारा घर बस स्टैंड से करीब 400 मीटर दूर है। संदीप की बेटी (14 साल) ट्यूशन के लिए करनाल जाती है। उसे 1:15 पर आने वाली बस में बैठाने के लिए संदीप अपनी बाइक लेकर अपनी बेटी को बाइक पर लेकर 1:08 पर घर से निकल गया। वह बस स्टैंड पर पहुंच चुका था। बस आई और उसने अपनी बेटी को बस में बैठाया। बस करनाल की तरफ चली गई। जैसे ही संदीप घर आने के लिए मुड़ा तो एक सफेद रंग की ओरा कार जो बस आने के बाद पहले से खड़ी थी, संदीप की तरफ बढ़ी और पीछे से संदीप की बाइक को टक्कर मार दी। जिससे संदीप नीचे गिर गया। कार से दो नकाबपोश उतरे और उसे गन प्वाइंट पर लेकर जबरदस्ती कार में बैठा लिया। बदमाश कार को करनाल की तरफ ले गए। बंधे हुए थे हाथ और मुंह ढका हुआ बदमाशों ने संदीप को गाड़ी में डालते ही उसके मुंह को किसी कपड़े से ढक दिया और हाथों को बांध दिया था। गाड़ी को ईधर-उधर घुमाया जा रहा था। संदीप कुछ भी देख नहीं पा रहा था, वह सिर्फ सुन पा रहा था। पिता ने बताया कि बदमाशों ने अपनी गाड़ी पिंगली की तरफ कर दी, उसके बाद गोगड़ीपुर से होते हुए मूनक रोड की तरफ चढ़ गए। मोबाइल फोन फेंका और कीपैड फोन में डाला सिम पीड़ित के पिता ने बताया कि संदीप के पास दो मोबाइल फोन थे। एक मोबाइल का सिम निकालकर बदमाशों ने कीपैड वाले फोन में डाल दिया और दोनों मोबाइल को सड़क पर फेंक दिया। गोहाना एरिया में बदमाशों ने संदीप का फोन फेंक दिया। जिसमें से एक फोन किसी लोडिंग टाटा ऐस के ड्राइवर को मिला। जिसके पास मोबाइल है, उसका नाम भी संदीप है। संदीप ने बताया कि उसका भतीजा नरसी छोटा हाथी चलाता है और उसे मतलोडा के आसपास दोपहर को 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संदीप सीटों के बीच में फंस गया और दोनों आरोपी उसके उपर थे। गाड़ी पलटे खाती हुई रूकी। सीटों के बीच फंसा होने के कारण संदीप को बहुत ही कम चोटे आई, जब किडनैपरों को गंभीर चोटें आई। इस गाड़ी के पीछे ही सीआईए-2 की टीम लगी हुई थी, पुलिस तुरंत मौके पर पहुंच गई। घटना रात को करीब साढ़े 10 बजे की है। पुलिस ने पूछा संदीप कौन है, तो संदीप ने हाथ उठाया और पुलिस ने संदीप को अपनी गाड़ी में सकुशल बैठा लिया। पुलिस ने तीनों किडनैपरों को हिरासत में ले लिया। वहां से सोनीपत निवासी सुरेंद्र, अक्षय और हिसार निवासी नरेंद्र को गिरफ्तार कर लिया गया। बदमाशों से अवैध हथियार व जिंदा रौंद भी कब्जे में लिए। घायल अवस्था में संदीप का नजदीकी अस्पताल में उपचार करवाया। जिसके बाद पुलिस उसे अपने साथ करनाल लेकर आई। कार को आग लगाने की हो चुकी थी सलाह पीड़ित पिता ने बताया कि किडनैपरों के पीछे पुलिस लग चुकी थी और बदमाशों की सलाह यह हो चुकी थी कि पुलिस पीछे लग चुकी है और अब संदीप को गोली मारकर और गाड़ी में आग लगाकर किसी लोकल रास्ते से भाग निकलते है। मेरा बेटा पूरा दिन मौत के साये में था। पुलिस की मुस्तैदी की वजह से संदीप मौत के मुंह से सकुशल घर लौटा है और उसको मौत के मुंह से निकालकर लाई है करनाल पुलिस। अगर पुलिस अलर्ट न होती तो उसके बेटे के साथ कुछ भी हो सकता था। 8 दिन से गांव में घूम रही थी गाड़ी पिता ने बताया कि किडनैपिंग से पहले अपहरणकर्ताओं ने पूरी प्लानिंग की थी। किडनैपिंग के बाद जब गांव के अलग-अलग लोगों से बातचीत की गई तो पता चला कि करीब 8 दिन से ओरा गाड़ी गांव में घुम रही थी। इससे स्पष्ट है कि किडनैपरों ने अच्छी तरह से रेकी की। उन्हें पता था कि दोपहर को एक बजे संदीप अपनी बेटी को बस अड्डे पर छोड़ने के लिए आता है और अड्डे पर ज्यादा लोग नहीं होते और इसी मौके का आरोपियों ने फायदा उठाया। सीसीटीवी में दिखी किडनैपरों की गाड़ी, क्या दिखा सीसीटीवी में घटना का एक सीसीटीवी भी सामने आया है। बढ़ के पेड़ के नीचे हरियाणा रोडवेज की बस खड़ी है। उसके ठीक सामने एक मोटरसाइकिल खड़ी हुई है। एक टाटा ऐस गाड़ी करनाल की तरफ जाती हुई दिख रही है और टाटा ऐस के सामने ही सफेद रंग की ओरा गाड़ी खड़ी है। संदीप अपनी बेटी को बस में बैठाने के बाद अपनी जेब से बाइक की चाबी निकालते हुए बाइक की तरफ बढ़ता है। बस की खिड़की की तरफ एक महिला भी नजर आ रही है। अगले दस सेकेंड में संदीप अपनी बाइक को स्टार्ट करता है। इसी दौरान बस करनाल की तरफ जाने लगती है। बस के नजदीक से ही एक छोटा बच्चा किसी छोटे बच्चे को साइकिल पर घुमाते हुए वहां से निकल रहा है। बस के जाते ही संदीप भी अपनी बाइक को घर की तरफ जाने के लिए घुमा लेता है। बाइक के घुमते ही दूर खड़ी ओरा गाड़ी तेज रफ्तार से संदीप की तरफ बढ़ती है और उसे टक्कर मारती। किडनैपिंग की घटना दीवार की दूसरी तरफ होती है, जहां पर सीसीटीवी कैमरे नहीं है। इसी दौरान एक बाइक सवार भी आता है और वह बस अड्डे के पास रूक जाता है, शायद वह इस किडनैपिंग को अपनी आंखों से देख रहा था, उसके सामने से ही गाड़ी करनाल की तरफ तेज रफ्तार में चली गई। क्या कहती है पुलिस सीआईए-2 के इंचार्ज प्रवीण कुमार ने बताया कि तीनों बदमाशों को तीन दिन के रिमांड पर लिया गया है।शनिवार की देर रात सीआईए की टीमों ने तीन आरोपियों सोनीपत के हलालपुर निवासी सुरेंद्र, गोहाना के भैंसवाल निवासी अक्षय और हिसार के कापडो निवासी नरेंद्र को गिरफ्तार कर लिया है। इनके पास से दो अवैध हथियार और तीन जिंदा रौंद भी बरामद हुए है। आरोपियों ने जिस कार का इस्तेमाल किया था वह भी पकड़ ली गई है। इन आरोपियों की तलाश में सोनीपत, करनाल और जींद की पुलिस भी लगी हुई थी। रिमांड के दौरान तीनों गहनता से पूछताछ की जाएगी कि उन्होंने संदीप का अपहरण क्यों किया, कितने दिन से रैकी कर रहे थे, इस मामले में और कौन कौन शामिल है। एक करोड़ रुपए किस यूपी वाले को जाने थे। इन सब पहलुओं पर पुलिस जांच करेगी।
करनाल में बोगस पोलिंग पर पूर्व सीएम सख्त:बोले प्रशासन में भी कुछ काली भेड़ें हैं, 6 जून के बाद उन पर होगी कार्रवाई
करनाल में बोगस पोलिंग पर पूर्व सीएम सख्त:बोले प्रशासन में भी कुछ काली भेड़ें हैं, 6 जून के बाद उन पर होगी कार्रवाई हरियाणा के CM सीएम एवं करनाल लोकसभा प्रत्याशी मनोहर लाल ने कांग्रेस पर बोगस वोटिंग के आरोप तो लगाए ही हैं इस बयान में उन्होंने एक कदम और आगे बढ़ते हुए कह दिया कि प्रशासन में कुछ लोग काली भेड़ होती हैं। जिनको मौके पर नहीं पकड़ा जाता, लेकिन बाद में देखने पर पता चल जाता है। उनकी रिपोर्ट भी बाद में आती है, लेकिन 6 जून के बाद उन सब पर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। वहीं इस दौरान उन्होंने कहा कि कई जगह से कांग्रेस द्वारा बोगस वोटिंग की शिकायतें आई है और उन जगहों पर बोगस वोटिंग हुई है तो निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी। किसी को बख्सा नहीं जाएगा। कार्यकर्ताओं के साथ पूर्व CM ने की समीक्षा बैठक एक तरफ जहां वोटिंग के बाद से ही सभी पार्टियों के नेता रिलेक्स मूड में हैं और अपनी जीत का जोड़ तोड़ लगाने में व्यस्त नजर आ रहे हैं। इसी कड़ी में पूर्व CM मनोहर लाल भी बुधवार शाम को करनाल के कर्ण कमल कार्यालय में BJP कार्यालय में कार्यकर्ताओं से समीक्षा बैठक करने के लिए पहुंचे थे। जनता का करेंगे धन्यवाद पूर्व CM ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि वोटिंग हो चुकी है और नतीजे 4 जून को आएंगे, इसी दौरान का जो पीरियड है, एक व दो जून को वे कार्यकर्ताओं से भी मुलाकात करेंगे और जनता के बीच में जाकर जनता का भी धन्यवाद करेंगे। साथ ही कार्यकर्ताओं ने जो मेहनत की है, उसका भी आभार व्यक्त करेंगे। प्रदेश अध्यक्ष के सवाल पर क्या बोले पूर्व सीएम नए प्रदेश अध्यक्ष को लेकर चल रही दौड़ को लेकर पूछे गए सवाल पर मनोहर लाल ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष को लेकर किसी भी तरह का कोई कन्फ्यूजन नहीं होता। प्रदेश अध्यक्ष का फैसला केंद्रीय नेतृत्व द्वारा किया जाता है और वह जल्द ही हो जाएगा। दिल्ली का पानी न देने के आरोपों पर दिया ये बयान आम आदमी पार्टी द्वारा हरियाणा सरकार पर लगाए गए पानी न देने के आरोपों और सुप्रीम कोर्ट जाने के सवाल पर पूर्व सीएम ने कहा कि इसका जवाब पहले ही दिया जा चुका है, अगर कोई सुप्रीम कोर्ट जाना चाहता है या फिर कहीं ओर जाना चाहता है तो वह खुशी खुशी जा सकता है।
करनाल के युवक की अमेरिका में गोली मारकर हत्या:35 लाख का लोन लेकर भेजा था अमेरिका, न्यूयॉर्क में चलाता था डोर डेस्क
करनाल के युवक की अमेरिका में गोली मारकर हत्या:35 लाख का लोन लेकर भेजा था अमेरिका, न्यूयॉर्क में चलाता था डोर डेस्क करनाल जिले के निसिंग गांव के एक युवक की अमेरिका में गोली मारकर हत्या कर दी गई। मृतक का नाम मोनू वर्मा है, जिसे करीब ढाई साल पहले उसके परिजनों ने रिश्तेदारों से 35 लाख रुपये कर्ज लेकर डंकी से अमेरिका भेजा था और अब वह वहां डोर डेस्क ऑपरेटर का काम कर रहा था। बीती रात वह काम से घर लौट रहा था। इसी दौरान उसकी गोली मारकर हत्या कर दी गई। डोर डेस्क का करता था काम निसिंग के सराफा बाजार निवासी पिता पवन कुमार वर्मा ने बताया कि मोनू ढाई साल पहले अमेरिका गया था। वहां वह डेल्फिया न्यूयॉर्क में रहता था और डोर डेस्क का काम करता था। हमें 12 जुलाई की रात को करीब 10 बजे पता चला कि मोनू की गोली मारकर हत्या कर दी गई। मेरे बेटे के पास ही एक लड़का रहता है, उसी ने कॉल करके बताया कि मोनू की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। वहां पर गोलीबारी हुई है जिसमें कई लोगों की जान गई है। जिसमें मोनू भी शामिल थे। पांच बहन भाइयों में सबसे छोटा था मोनू पिता ने बताया कि मेरे पांच बच्चे हैं। तीन लड़कियां और दो लड़के हैं। मोनू सबसे छोटा लड़का था। मैने बैंक से लोन लेकर व रिश्तेदारों से कर्ज लेकर मोनू को अमेरिका भेजा था। उसकी भी भरपाई नहीं हो पाई थी और वह कर्ज भी लौटाना है। बेटा भी नहीं रहा और अब उसकी बॉडी भारत लाने के लिए आर्थिक तंगी आड़े आ रही है। भाई की शादी में 8 साल का था मोनू मोनू के भाई सोनू ने बताया कि मेरी शादी के समय मोनू 8 साल का था और मेरा सबसे लाड़ला भाई था। वह मेरे से 12 साल छोटा है। हम अपने भाई को भारत में लाकर अंतिम संस्कार करना चाहते हैं। पुर्तगाल में हो चुका था पक्का मोनू के दोस्त संजीव ने बताया कि पहले वह पुर्तगाल में गया था और वहां पर पक्का हो चुका था, उसके बाद वह अमेरिका चला गया था। अमेरिका में हर दिन कोई न कोई घटना होती रहती है। सरकार से प्रार्थना है कि वहां पर ठोस कदम उठाए और यहां की सरकार से भी अपील है कि सरकार इस परिवार की मदद करे, ताकि शव भारत लाया जा सके।