हिमाचल प्रदेश की ऊंची चोटियों ने बर्फ की सफेद चादर ओढ़ ली है। ताजा बर्फबारी के बाद पहाड़ चांदी की तरह चमक रहे हैं। बर्फ देखकर पर्यटकों के साथ-साथ पर्यटन कारोबारियों, किसानों और बागवानों के चेहरे खिल उठे हैं। बर्फ जमने के बाद सड़कों पर फिसलन बढ़ गई हैं। ऐसी सड़कों पर वाहन चलाना जोखिम भरा हो गया है। यहां देखें हिमाचल में ताजा बर्फबारी के फोटो मौसम विभाग के अनुसार, हिमाचल प्रदेश में लाहौल स्पीति, कांगड़ा, चंबा, कुल्लू, शिमला, मंडी, सोलन और सिरमौर की ऊंची चोटियों ने बर्फ की सफेद चादर ओढ़ ली है। बर्फबारी ने ऊंचाई वाले इलाकों में लोगों की मुश्किलें जरूर बढ़ी है। मगर, अधिकतर लोगों के लिए यह बर्फबारी खुशियां लेकर आई है। यह बर्फबारी अच्छे पर्यटन कारोबार और सेब के लिए टॉनिक का काम करेगी। हिमाचल प्रदेश की ऊंची चोटियों ने बर्फ की सफेद चादर ओढ़ ली है। ताजा बर्फबारी के बाद पहाड़ चांदी की तरह चमक रहे हैं। बर्फ देखकर पर्यटकों के साथ-साथ पर्यटन कारोबारियों, किसानों और बागवानों के चेहरे खिल उठे हैं। बर्फ जमने के बाद सड़कों पर फिसलन बढ़ गई हैं। ऐसी सड़कों पर वाहन चलाना जोखिम भरा हो गया है। यहां देखें हिमाचल में ताजा बर्फबारी के फोटो मौसम विभाग के अनुसार, हिमाचल प्रदेश में लाहौल स्पीति, कांगड़ा, चंबा, कुल्लू, शिमला, मंडी, सोलन और सिरमौर की ऊंची चोटियों ने बर्फ की सफेद चादर ओढ़ ली है। बर्फबारी ने ऊंचाई वाले इलाकों में लोगों की मुश्किलें जरूर बढ़ी है। मगर, अधिकतर लोगों के लिए यह बर्फबारी खुशियां लेकर आई है। यह बर्फबारी अच्छे पर्यटन कारोबार और सेब के लिए टॉनिक का काम करेगी। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हमीरपुर में लखदाता पीर या मजार निर्माण पर विवाद:वन विभाग ने रुकवाया काम; निर्माण सामग्री कब्जे में ली, हिंदू संगठन हुए सक्रिय
हमीरपुर में लखदाता पीर या मजार निर्माण पर विवाद:वन विभाग ने रुकवाया काम; निर्माण सामग्री कब्जे में ली, हिंदू संगठन हुए सक्रिय हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर में धार्मिक स्थल के निर्माण को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। हमीरपुर के साथ लगते सस्त्र गांव के जंगल में आज वन विभाग ने मौके पर पहुंचकर इसका निर्माण कार्य रुकवाया और सारी निर्माण सामग्री उठाकर कब्जे में ली। अब विवाद शुरू हो गया है कि यह लखदाता पीर का स्थान है या फिर मजार। वन विभाग ने निशानदेही की प्रक्रिया शुरू कर दी है। जंगल में इस निर्माण कार्य के बाद हिंदू संगठन भी सक्रिय हो गए हैं। मटानी स्थित स्कूल के ठीक सामने इस निर्माण कार्य को रुकवा दिया गया है। मौके से 100 मीटर की दूरी पर मस्जिद भी हैं। यह मस्जिद निजी भूमि पर हैं। अब इनकी निशानदेही की भी मांग उठने लगी है। बताया जा रहा है कि बीते कल निर्माण कार्य शुरू हुआ। टीननुमा इस जगह के भीतर चारों तरफ बाउंड्री वॉल लगाई जा रही थी। वहां पर टाइलिंग करने का भी प्लान था। स्थानीय लोगों ने वन विभाग को दी सूचना इनकी भनक जैसे ही स्थानीय लोगों को लगी तो ग्रामीणों ने वन विभाग को फोन करके इसकी सूचना दी। उनका कहना था कि यह जगह प्राइवेट नहीं है, वन विभाग की हो सकती है और यहां पर मजार बनी हुई है। अब उसे प्रोटेक्ट करने का काम शुरू हुआ था। मस्जिद विवाद में आग में घी का काम कर सकता है निर्माण प्रदेश में मस्जिद विवाद पहले ही तूल पकड़ चुका है। इस जगह पर अब निर्माण कार्य आग में घी डालने का काम कर सकता है। इसलिए जैसे ही सुबह अधिकारियों को पता चला, फॉरेस्ट गार्ड और उच्चाधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर निर्माण की सामग्री को उठा लिया। जो निर्माण हुआ था, उसे भी गिरा दिया गया। लख दाता पीर कमेटी के अध्यक्ष भागदीन का कहना है कि यहां कोई मजार नहीं है। यह लखदाता पीर का स्थान है। हर साल यहां पर छिंज आयोजित होती है। वन विभाग के गार्ड शुभम ठाकुर का कहना है कि निर्माण को रुकवा दिया गया है और सारी सामग्री को उठवाकर फेंक दी गई है। निशानदेही के लिए आवेदन हमीरपुर स्थित रेंज ऑफिसर अजय चंदेल ने बताया कि इस जगह की निशानदेही के लिए तहसीलदार को आवेदन किया जा रहा है। क्योंकि यहां पर मजार के लिए टीननुमा शेड बनाया हुआ है। अब वहां पर चार दिवारी भी लगाई जा रही थी। इसीलिए निशानदेही जरूरी है, लग यही रहा है कि यह वन विभाग की जगह है।
बिलासपुर में सड़ी-गली हालत में मिली महिला की लाश:कई दिनों से पुलिया में फंसी, शरीर में लग चुके थे कीड़े; नहीं हो सकी पहचान
बिलासपुर में सड़ी-गली हालत में मिली महिला की लाश:कई दिनों से पुलिया में फंसी, शरीर में लग चुके थे कीड़े; नहीं हो सकी पहचान बिलासपुर में सड़क किनारे एक महिला की सड़ी-गली लाश मिली, जिसकी अभी तक बाद पहचान नहीं हो सकी है। शनिवार के दिन पुराने नेशनल हाईवे चंडीगढ़-मनाली पर कैंचीमोड़ में सडक किनारे बनी एक पुलिया में महिला की लाश पड़ी थी। शव से काफी दुर्गंध आ रहा था, माना जा रहा है कि शव कई दिन पुराना है। शव पर किड़े भी लगने शुरू हो गए थे। कबाड़ इकट्ठा कर रहे एक शख्स ने पुलिया में अज्ञात महिला की लाश को देखा और पंचायत प्रतिनिधियों के माध्यम से इसकी सूचना पुलिस थाना स्वारघाट में दी। गल चुका थी चेहरा और शरीर की चमड़ी सूचना पाकर थाना स्वारघाट की पुलिस टीम और नैना देवी से डीएसपी विक्रांत बोंसला सहित फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची। फोरेंसिक टीम द्वारा मौके पर साक्ष्य जुटाए गए जिसके बाद देर शाम महिला की लाश को पोस्टमॉर्टम के लिए बिलासपुर अस्पताल ले जाया गया। महिला की मौत के क्या कारण रहे होंगे यह पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चला पाएगा। अज्ञात महिला के शव से बहुत तेज दुर्गन्ध आ रही थी, जिससे प्रतीत हो रहा था कि लाश कई दिनों से पुलिया में पड़ी हुई थी। वहीं महिला का चेहरा व शरीर के अन्य हिस्सों की चमड़ी गल चुकी थी और शव को कीड़े भी पड़ गए थे, जिसके चलते महिला की पहचान नहीं हो पाई है। फोरेंसिक टीम ने जुटाए साक्ष्य जानकारी के अनुसार शनिवार दोपहर बाद एक कबाड़िया कबाड़ इकट्ठा करता हुआ जा रहा था। पुराने नेशनल हाईवे पर कैंचीमोड़ से थोड़ा ऊपर स्वारघाट की तरफ उसे सड़क किनारे बनी एक पुलिया से तेज दुर्गन्ध आई, तब उसने देखा कि कोई लाश पुलिया में फंसी हुई है। उसने स्थानीय ग्राम पंचायत के प्रधान बहादुर सिंह व उप प्रधान जगत राम ठाकुर को इसकी सूचना दी। उन्होंने मामले की सूचना थाना स्वारघाट में पहुंचाई। पुलिस के जवानों ने कड़ी मशक्कत के बाद शव को पुलिया से बाहर सुरक्षित निकाला। क्योंकि पुलिया के बीचों बीच पानी की कई पाइपलाइन गुजर रही थी। वहीं फोरेंसिक टीम द्वारा मौके से साक्ष्य जुटाने के बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए क्षेत्रीय अस्पताल बिलासपुर ले जाया गया।
हिमाचल में हीटर के टिकट पर सरकार की सफाई:लगेज पॉलिसी के हिसाब से काटा गया; तय मात्रा से ज्यादा सामान पर वसूला किराया
हिमाचल में हीटर के टिकट पर सरकार की सफाई:लगेज पॉलिसी के हिसाब से काटा गया; तय मात्रा से ज्यादा सामान पर वसूला किराया हिमाचल में 2 दिन से सरकारी बसों में कुकर और हीटर का किराया वसूले जाने की खूब चर्चाएं थी। इस पर हिमाचल पथ परिवहन निगम (HRTC) प्रबंधन ने आज सफाई दी है। निगम प्रबंधन ने दावा किया कि जिन छात्रों से हीटर का टिकट काटा गया है, उनके पास दो बैग के अलावा भी सामान था। बता दें कि 4 दिसंबर को शिमला से धर्मशाला जा रही सरकारी बस में रोहन कौंडल नाम के कंडक्टर ने हीटर का टिकट काटा था। इस बस में शिमला से दो छात्र यात्रा कर रहे थे, जिनके पास 5 बैग, एक हीटर व एक टेबल था। HRTC की लगेज पॉलिसी के हिसाब से प्रत्येक यात्री अपने साथ 30 किलो सामान या फिर किसी भी आकार के दो बैग मुफ्त ले जा सकता है। शिमला से धर्मशाला जा रहे दोनों छात्रों के पास अधिकृत सामान के अतिरिक्त 30 किलो सामान पाया गया। इसलिए कंडक्टर ने टिकट काटा है। निगम की लगेज पॉलिसी के हिसाब से टिकट गलत नहीं है। रिकांगपियो डिप्पो की बस के कंडक्टर ने काटा था टिकट बता दें कि रिकांगपियो डिप्पो के कंडक्टर ने डेढ़ किलो वजन वाले हीटर का 264 रुपए किराया काटा था। इससे कांग्रेस सरकार की सोशल मीडिया में खूब किरकिरी हुई। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने भी इसे लेकर सरकार पर निशाना साधा। इसके बाद जांच में पता चला कि लगेज पॉलिसी के हिसाब से टिकट सही पाया गया। सरकार की हुई किरकिरी प्रेशर कुकर के टिकट के कारण भी सरकार की खूबस किरकिरी हुई है। इसे देखते हुए HRTC प्रबंधन ने सभी कंडक्टर को लगेज पॉलिसी के बारे में एजुकेट करने के निर्देश दे दिए है, ताकि वे यात्रियों से घरेलू उपयोग की वस्तुओं पर किराया न वसूलें।