रोहतक में मोटरसाइकिल सवार युवकों द्वारा कार सवार दो युवकों पर हमला करने का मामला सामने आया है। इस दौरान बीच-बचाव करने पर वर्कशॉप संचालक के पेट में चाकू घोंप दिया। घटना के बाद आरोपी धमकी देते हुए फरार हो गए। जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। रोहतक के मस्तनाथ नगर निवासी रजनीश ने आईएमटी थाना पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह मोटर मैकेनिक है और मस्तनाथ नगर में उसकी वर्कशॉप (दुकान) है। 11 नवंबर को वह अपनी वर्कशॉप में था और उसके पास ललित का फोन आया, जिसने बताया कि उसकी कार दिल्ली रोड पर तिलयार झील के पास खराब हो गई है। वह पहले भी वर्कशॉप में कार का काम करवा चुका है, इसलिए वह उसे जानता है। फोन आने के बाद वह अपने दोस्त साहिल हुड्डा के साथ कार में सवार होकर तिलयार झील पर चला गया। जहां उसके साथ ललित का दोस्त रोहित भी मौजूद था। मोटरसाइकिल सवारों ने आते ही मारपीट शुरू कर दी रजनीश ने बताया कि जब उसने गाड़ी चेक की तो पता चला कि उसमें ईंधन खत्म हो चुका है। इसके बाद वह और रोहित अपनी गाड़ी में ईंधन भरवाने जा रहे थे, तभी दिल्ली बाईपास की तरफ से मोटरसाइकिल पर दो युवक आए। उन्होंने मोटरसाइकिल को कार के पास रोक दिया। मोटरसाइकिल सवार युवकों में से एक युवक उतरा और उसने कार की विंडो खोलकर रोहित पर चाकू से हमला कर दिया। जब उसने रोहित को छुड़ाने की कोशिश की तो दूसरा युवक भी बाइक से उतर आया और उसके साथ मारपीट करने लगा। उन्होंने रजनीश के पेट में चाकू घोंप दिया। पेट में चाकू घोंपा गया उसने बताया कि इसके बाद दोनों आरोपी मोटरसाइकिल पर बैठकर उसे जान से मारने की धमकी देते हुए वहां से चले गए। इसके बाद उसने मामले की सूचना डायल 112 को दी। सूचना मिलने पर उसका छोटा भाई विशाल मौके पर पहुंचा और उसे उपचार के लिए रोहतक पीजीआई में भर्ती कराया। आरोपियों से उसकी कोई रंजिश नहीं है। हालांकि, उन्होंने आते ही रोहित पर हमला कर दिया, इसलिए हो सकता है कि उससे कोई रंजिश हो। जिसके बाद पुलिस ने शिकायत के आधार पर आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। रोहतक में मोटरसाइकिल सवार युवकों द्वारा कार सवार दो युवकों पर हमला करने का मामला सामने आया है। इस दौरान बीच-बचाव करने पर वर्कशॉप संचालक के पेट में चाकू घोंप दिया। घटना के बाद आरोपी धमकी देते हुए फरार हो गए। जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। रोहतक के मस्तनाथ नगर निवासी रजनीश ने आईएमटी थाना पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह मोटर मैकेनिक है और मस्तनाथ नगर में उसकी वर्कशॉप (दुकान) है। 11 नवंबर को वह अपनी वर्कशॉप में था और उसके पास ललित का फोन आया, जिसने बताया कि उसकी कार दिल्ली रोड पर तिलयार झील के पास खराब हो गई है। वह पहले भी वर्कशॉप में कार का काम करवा चुका है, इसलिए वह उसे जानता है। फोन आने के बाद वह अपने दोस्त साहिल हुड्डा के साथ कार में सवार होकर तिलयार झील पर चला गया। जहां उसके साथ ललित का दोस्त रोहित भी मौजूद था। मोटरसाइकिल सवारों ने आते ही मारपीट शुरू कर दी रजनीश ने बताया कि जब उसने गाड़ी चेक की तो पता चला कि उसमें ईंधन खत्म हो चुका है। इसके बाद वह और रोहित अपनी गाड़ी में ईंधन भरवाने जा रहे थे, तभी दिल्ली बाईपास की तरफ से मोटरसाइकिल पर दो युवक आए। उन्होंने मोटरसाइकिल को कार के पास रोक दिया। मोटरसाइकिल सवार युवकों में से एक युवक उतरा और उसने कार की विंडो खोलकर रोहित पर चाकू से हमला कर दिया। जब उसने रोहित को छुड़ाने की कोशिश की तो दूसरा युवक भी बाइक से उतर आया और उसके साथ मारपीट करने लगा। उन्होंने रजनीश के पेट में चाकू घोंप दिया। पेट में चाकू घोंपा गया उसने बताया कि इसके बाद दोनों आरोपी मोटरसाइकिल पर बैठकर उसे जान से मारने की धमकी देते हुए वहां से चले गए। इसके बाद उसने मामले की सूचना डायल 112 को दी। सूचना मिलने पर उसका छोटा भाई विशाल मौके पर पहुंचा और उसे उपचार के लिए रोहतक पीजीआई में भर्ती कराया। आरोपियों से उसकी कोई रंजिश नहीं है। हालांकि, उन्होंने आते ही रोहित पर हमला कर दिया, इसलिए हो सकता है कि उससे कोई रंजिश हो। जिसके बाद पुलिस ने शिकायत के आधार पर आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
फतेहाबाद में भाजपा प्रत्याशी देवेंद्र बबली का विरोध:ग्रामीणों ने पुरानी मांगों को लेकर हंगामा किया; खरी-खोटी सुनाई
फतेहाबाद में भाजपा प्रत्याशी देवेंद्र बबली का विरोध:ग्रामीणों ने पुरानी मांगों को लेकर हंगामा किया; खरी-खोटी सुनाई फतेहाबाद की टोहाना विधानसभा के चंद्रावल गांव में आज भाजपा प्रत्याशी एवं पूर्व मंत्री देवेंद्र बबली की जनसभा में किसानों ने जमकर हंगामा किया। बबली ने उन्हें माइक थमाया तो उन्होंने गांव की समस्याएं उठाईं, जो पंचायत मंत्री रहते हुए गांव में बबली पूरी नहीं करवा पाए। जानकारी के मुताबिक, टोहाना से भाजपा प्रत्याशी देवेंद्र बबली आज भूना खंड के चंद्रावल गांव में चुनाव प्रचार के लिए पहुंचे, जहां सामान्य चौपाल में उनकी जनसभा चल रही थी। इस दौरान किसान रामस्वरूप, जितेंद्र, सतपाल के नेतृत्व में काफी संख्या में किसान मौके पर पहुंच गए और उन्होंने गांव की समस्याओं और किसानों की पुरानी मांगों को लेकर वहां हंगामा शुरू कर दिया। हंगामा होते देख देवेंद्र बबली ने किसानों को माइक भिजवाया तो उन्होंने काफी खरी-खोटी सुनाई। जिसके बाद सभा को वहीं बंद कर बबली आगे के लिए रवाना हो गए। लोगों ने बताया कि गांव में जिम बनाने और लाइब्रेरी शुरू करने की घोषणा बतौर मंत्री बबली ने की थी। लेकिन काफी प्रयासों के बाद भी यह मांगें पूरी नहीं हुई। वे इसके लिए बबली के कार्यालय तक भी गए थे। गांव में खेत के पानी के मोगों का लेवल भी सही नहीं थे, इसको लेकर भी वे कई बार मांग उठा चुके थे। साथ ही किसान आंदोलन को लेकर किसानों की जो मांगें थी, उसको लेकर भी विरोध जताया गया था।
हरियाणा MP रेखा शर्मा का कांग्रेस पर हमला:बोली- कांग्रेस ने महिलाओं के लिए कुछ नहीं किया; केवल गांधी परिवार की महिलाओं का विकास हुआ
हरियाणा MP रेखा शर्मा का कांग्रेस पर हमला:बोली- कांग्रेस ने महिलाओं के लिए कुछ नहीं किया; केवल गांधी परिवार की महिलाओं का विकास हुआ हरियाणा की निर्विरोध नवनिर्वाचित राज्यसभा सांसद रेखा शर्मा ने महिलाओं को लेकर कांग्रेस पर हमला बोला। उन्होंने कहा, “कांग्रेस के समय में महिला प्रेसिडेंट होते हुए भी महिला के लिए यह कुछ नहीं किया गया!, केवल गांधी परिवार की महिलाओं का ही विकास हुआ। महिलाओं के विकास के नाम पर भी इंदिरा गांधी, सोनिया गांधी के बाद प्रियंका गांधी की पार्टी में उच्च पदों पर रहीं। कोई और महिला उनकी पार्टी में भी किसी शीर्ष पोजीशन पर नजर नहीं आयी? जो महिलाएं थी उनको भी आगे आने का मौका नहीं दिया गया।” बीजेपी सांसद ने कहा, कांग्रेस को इमरजेंसी का दौर भी नही भूलना चाहिए। आर्थिक रूप से महिलाओं को मजबूत करना मेरा लक्ष्य रेखा शर्मा ने आज संसद में राज्यसभा सांसद की शपथ ले ली। राज्यसभा सांसद बनने के बाद दिल्ली मे पहली प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा, मैंने महिला आयोग के चेयरपर्सन के रूप में काम किया, उससे पहले कई NGO और अपनी बीजेपी पार्टी में भी काम किया। आगे भी इसी तरीके से सांसद के तौर पर मै महिला सशक्तिकरण के लिए काम करूंगी। महिलाओं के लिए समाज की सोच को बदलना बहुत जरूरी है, जिसमें ग्रास रूट लेवल पर काम करना जरूरी है। महिलाओं के इकोनामिक डेवलपमेंट मेरा बड़ा लक्ष्य होगा। निर्विरोध सांसद चुनी गई हैं रेखा शर्मा हरियाणा से BJP नेता रेखा शर्मा निर्विरोध राज्यसभा सांसद चुनी गईं हैं। उनके विरोध में कांग्रेस या किसी दूसरी पार्टी के उम्मीदवार ने नामांकन नहीं भरा था। 13 दिसंबर को नामांकन वापसी का अंतिम दिन उन्हें जीत का सर्टिफिकेट दिया गया। उनका कार्यकाल 2028 तक रहेगा। भाजपा ने राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) की चेयरपर्सन रह चुकी रेखा शर्मा को राज्यसभा उम्मीदवार बनाया था। रेखा शर्मा की पक्की थी जीत 90 सीटों वाली हरियाणा विधानसभा में भाजपा के 48 विधायक हैं जबकि 3 निर्दलियों का भी उन्हें समर्थन है। ऐसे में BJP उम्मीदवार की जीत पहले से ही तय थी। रेखा शर्मा ने नामांकन के आखिरी दिन 10 दिसंबर को आवेदन किया था। जीत के बाद शाम को हरियाणा भवन में भाजपा की ओर से रेखा शर्मा का स्वागत किया गया।हरियाणा की 5 राज्यसभा सीटें हैं। इनमें से 4 पर भाजपा सीधे काबिज हो चुकी है। जिनमें रेखा शर्मा और उनसे पहले सुभाष बराला, रामचंद्र जांगड़ा और किरण चौधरी शामिल हैं। इसके अलावा निर्दलीय कार्तिकेय शर्मा भी भाजपा के समर्थन से राज्यसभा सांसद चुने जा चुके हैं। उनकी मां शक्तिरानी शर्मा कालका से भाजपा की विधायक हैं। 2017 में महिला आयोग की अध्यक्ष बनीं थी रेखा रेखा शर्मा का जन्म साल 1964 में हुआ। उन्होंने उत्तराखंड से पॉलिटिकल साइंस की डिग्री लेने के बाद मार्केटिंग और एडवरटाइजिंग में डिप्लोमा किया। इसके बाद उन्होंने राजनीति में कदम रख लिया। पंचकूला में भाजपा की सेक्रेटरी के पद के बाद मीडिया प्रभारी का काम संभाला।2014 में नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद 2015 में रेखा शर्मा की राष्ट्रीय महिला आयोग में एंट्री हुई। 29 सितंबर, 2017 को उन्हें आयोग का अध्यक्ष बनाया गया। वह महिला सुरक्षा और रेप के मुद्दों को लेकर मीडिया में चर्चा में रहीं। 6 अगस्त 2024 तक उन्होंने अध्यक्ष के तौर पर अपना कार्यकाल पूरा किया। कार्यकाल पूरा करने के बाद उन्होंने अपने कार्यकाल को चुनौतीपूर्ण माना था।
हरियाणा में राव इंद्रजीत ने सांसद बनने का रिकॉर्ड तोड़ा:11 चुनाव लड़े, सिर्फ 1 हारा; गुरुग्राम से लगातार चौथी जीत, विनिंग मार्जिन ने बढ़ाई टेंशन
हरियाणा में राव इंद्रजीत ने सांसद बनने का रिकॉर्ड तोड़ा:11 चुनाव लड़े, सिर्फ 1 हारा; गुरुग्राम से लगातार चौथी जीत, विनिंग मार्जिन ने बढ़ाई टेंशन हरियाणा में छठी बार सांसद बनने का रिकॉर्ड गुरुग्राम से जीते राव इंद्रजीत सिंह के नाम दर्ज हो गया है। राव से पहले पंडित चिरंजीलाल शर्मा करनाल सीट से लगातार 4 बार सांसद बने थे। गुरुग्राम सीट की बात करें तो यहां भी लगातार 4 बार सांसद बनने का ताज राव इंद्रजीत सिंह के सिर पर ही सजा। हालांकि इन चार चुनावों में राव इंद्रजीत सिंह का विनिंग मार्जिन पहली बार सबसे निचले स्तर पर इस बार आ गया। राव इंद्रजीत सिंह रामपुरा हाउस की राजनीति को संभाले हुए हैं। रामपुरा हाउस का दक्षिणी हरियाणा (अहीरवाल) में लंबे समय से दबदबा रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री राव बीरेंद्र सिंह ने अपने निधन से पहले ही अपनी राजनीतिक विरासत का उत्तराधिकारी राव इंद्रजीत को बना दिया था। पिता के नक्शे कदम पर चलते हुए राव इंद्रजीत भी दक्षिणी हरियाणा की अलग-अलग सीटों से 11 बार चुनाव लड़े। उन्हें एक बार तत्कालीन महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट से 1999 में कारगिल लहर के वक्त बीजेपी कैंडिडेट सुधा यादव से हार का सामना करना पड़ा था। 4 बार MLA और 6 बार सांसद बन चुके
राव इंद्रजीत सिंह ने अपनी सियासी पारी का आगाज साल 1977 में रेवाड़ी जिले की जाटूसाना विधानसभा (अब कोसली) से किया था। परंपरागत सीट रही जाटूसाना में बीरेंद्र ने अपने बड़े बेटे राव इंद्रजीत सिंह को यहां से अपना राजनीतिक वारिस बना चुनाव मैदान में उतारा। राव इंद्रजीत सिंह ने अपने पहले ही चुनाव में जीत दर्ज की। इसके बाद यहां से लगातार चार बार 1977 से 1982, 1982 से 1987 और 1987 से 1991 और फिर 2000 से 2004 तक हरियाणा विधानसभा के सदस्य के तौर पर चंडीगढ़ पहुंचे। प्रदेश सरकार में मंत्री भी बने
1986 से 1987 और 1991 से 1996 तक प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री बने। इसके बाद लंबे समय तक महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट पर सांसद रहे राव बीरेंद्र सिंह ने राव इंद्रजीत सिंह को 1998 में अपनी जगह लोकसभा का कैंडिडेट बनाया। राव ने पहले ही लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की, लेकिन एक साल बाद ही 1999 में दोबारा हुए लोकसभा चुनाव में राव इंद्रजीत सिंह बीजेपी कैंडिडट सुधा यादव से हार गए, लेकिन 2004 के चुनाव में राव इंद्रजीत सिंह ने अपने प्रतिद्वंदी से हार का बदला चुकता किया। इसके बाद सीट जरूर बदली, लेकिन राव इंद्रजीत सिंह की जीत का सिलसिला जारी है। परिसीमन के बाद गुरुग्राम से लड़ा चुनाव
साल 2008 में हुए परिसीमन में गुरुग्राम को फिर से लोकसभा क्षेत्र के रूप में अस्तित्व में लाया गया। 1971 के चुनाव के बाद इसे महेंद्रगढ़ में मर्ज कर दिया गया था और इसके बड़े हिस्से फरीदाबाद को अलग लोकसभा क्षेत्र बना दिया गया था। परिसीमन के बाद 2009 में चुनाव हुआ और क्षेत्र बदलने के बाद भी राव ने जीत हासिल की। यह संसद सदस्य के रूप में उनका तीसरा कार्यकाल था। इसके बाद राव इंद्रजीत सिंह तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के दोनों टर्म और 2014 से 2024 तक दोनों टर्म में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार में मंत्री बने। 2 चुनाव के बाद फिर विनिंग मार्जिन कम
पिछले 2 लोकसभा चुनाव 2014 और 2019 में राव इंद्रजीत सिंह ने एक तरफा जीत हासिल की थी। 2014 में 2,74,722 और 2019 में 3,86,256 लाख वोट से जीते, लेकिन 2024 में जीत का ये मार्जिन सिर्फ 70 हजार 79 वोट पर आकर रुक गया। जबकि इससे पहले 2009 में राव इंद्रजीत सिंह ने 84 हजार 864 वोटों से जीत हासिल की थी। इस बार राव इंद्रजीत सिंह और कांग्रेस के कैंडिडेट राज बब्बर के बीच कांटे का मुकाबला रहा, जिसकी वजह से राव की जीत का मार्जिन सबसे कम रहा।