हरियाणा के नारनौल में बीएसफ के 41 वर्षीय एक जवान की बीमारी के चलते मौत हो गई। जवान का अंतिम संस्कार रविवार देर शाम को निजामपुर रोड अनाथ गोशाला के श्मशान घाट पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया। उनके अंतिम संस्कार में विभिन्न सामाजिक संस्थाओं से जुड़े लोगों एवं शहर के गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे। जवान के शव के घर पर पहुंचने पर माता-पिता ने सैल्यूट किया। शहर के मोहल्ला दयानगर निवासी सोनू शर्मा बीएसएफ में मालवा में हेड कॉन्स्टेबल के पद पर कार्यरत थे। वे पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे। उनका इलाज उत्तर प्रदेश के नाेएडा के एक निजी अस्पताल में चल रहा था। जहां पर उपचार के दौरान सोनू ने दम तोड़ दिया। इसके बाद उसकी बटालियन से पहुंचे अधिकारियों ने सोनू के पार्थिव शरीर को नोएडा से नारनौल दयानगर में उनके आवास पर लाए। जिसके बाद शाम को करीब साढ़े सात बजे सोनू का पूरा राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। उनके अंतिम संस्कार में शहर के अनेक लोग पहुंचे। वहीं सोनू का पार्थिव शरीर लेकर आई बीएसएफ की एक टुकड़ी ने उनको अंतिम सलामी दी। सोनू को मुखाग्नि उसके बेटे मोहित ने दी। देश की सेवा में जुटा है पूरा परिवार सोनू शर्मा के नजदीकी पवन शुक्ला ने बताया कि सोनू को बचपन से ही सेना में जाने का शोक था। उनका पूरा परिवार देश की सेवा में लगा हुआ है। सोनू के चाचा गत दिनों सब इंस्पेक्टर के पद से रिटायर हुए हैं। उनके दादा भी स्व चेतन शर्मा भी सेना से कैप्टन पद से रिटायर हुए थे। वहीं सोनू का भाई मोनू शर्मा भी बीएसएफ में हैं तथा जालंधर में तैनात हैं। माता-पिता सहित पूरा परिवार छोड़ गए सोनू सोनू शर्मा अपने पीछे पिता गिरिराज शर्मा, संतोष देवी, पत्नी, 21 साल का बेटा माेहित व 16 साल की बेटी खुशबू छोड़ गए। हरियाणा के नारनौल में बीएसफ के 41 वर्षीय एक जवान की बीमारी के चलते मौत हो गई। जवान का अंतिम संस्कार रविवार देर शाम को निजामपुर रोड अनाथ गोशाला के श्मशान घाट पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया। उनके अंतिम संस्कार में विभिन्न सामाजिक संस्थाओं से जुड़े लोगों एवं शहर के गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे। जवान के शव के घर पर पहुंचने पर माता-पिता ने सैल्यूट किया। शहर के मोहल्ला दयानगर निवासी सोनू शर्मा बीएसएफ में मालवा में हेड कॉन्स्टेबल के पद पर कार्यरत थे। वे पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे। उनका इलाज उत्तर प्रदेश के नाेएडा के एक निजी अस्पताल में चल रहा था। जहां पर उपचार के दौरान सोनू ने दम तोड़ दिया। इसके बाद उसकी बटालियन से पहुंचे अधिकारियों ने सोनू के पार्थिव शरीर को नोएडा से नारनौल दयानगर में उनके आवास पर लाए। जिसके बाद शाम को करीब साढ़े सात बजे सोनू का पूरा राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। उनके अंतिम संस्कार में शहर के अनेक लोग पहुंचे। वहीं सोनू का पार्थिव शरीर लेकर आई बीएसएफ की एक टुकड़ी ने उनको अंतिम सलामी दी। सोनू को मुखाग्नि उसके बेटे मोहित ने दी। देश की सेवा में जुटा है पूरा परिवार सोनू शर्मा के नजदीकी पवन शुक्ला ने बताया कि सोनू को बचपन से ही सेना में जाने का शोक था। उनका पूरा परिवार देश की सेवा में लगा हुआ है। सोनू के चाचा गत दिनों सब इंस्पेक्टर के पद से रिटायर हुए हैं। उनके दादा भी स्व चेतन शर्मा भी सेना से कैप्टन पद से रिटायर हुए थे। वहीं सोनू का भाई मोनू शर्मा भी बीएसएफ में हैं तथा जालंधर में तैनात हैं। माता-पिता सहित पूरा परिवार छोड़ गए सोनू सोनू शर्मा अपने पीछे पिता गिरिराज शर्मा, संतोष देवी, पत्नी, 21 साल का बेटा माेहित व 16 साल की बेटी खुशबू छोड़ गए। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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फतेहाबाद में एक्सईएन पर हमला:अधिकारी बोले- काम ठीक नहीं किया तो बिल रोका, थार में आए ठेकेदार ने की हाथापाई फतेहाबाद में लोक निर्माण विभाग के एक्सईएन (कार्यकारी अभियंता) ने ठेकेदार पर उनके सरकारी निवास में घुसकर हाथापाई का प्रयास करने और जान से मारने की धमकी देने के आरोप लगाए हैं। आरोप यह भी है कि निर्माण कार्य के गलत बिल पास न करने पर हाथापाई का प्रयास किया गया है। इस सम्बन्ध में शहर थाना में शिकायत दी गई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। आरोप है कि ठेकेदार का काम जांच में सही नहीं मिला और निर्माण में पत्थर की जगह मिट्टी की मात्रा ज्यादा मिली है जो कि नियम अनुसार ठीक नहीं है। मामले में शहर थाना पुलिस ने कार्यकारी अभियंता कश्मीर चंद कंबोज की शिकायत पर आरोपी ठेकेदार रमेश पूनिया के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पुलिस को दी शिकायत में कार्यकारी अभियंता कश्मीर चंद ने बताया कि 10 जनवरी की शाम को ठेकेदार रमेश पूनिया लोक निर्माण विभाग के कार्यालय में आया। इस दौरान उसने गलत कार्य की पेमेंट करने और सिक्योरिटी का उसी समय भुगतान करने के लिए कहा। मैंने उसे कहा कि गलत कार्य की पेमेंट नहीं की जा सकती है। उसके किए काम को बीत दिन ही चेक किया गया है। जिसमें पत्थर की जगह मिट्टी की मात्रा अधिक है और कार्य लोक निर्माण विभाग के नियम अनुसार नहीं है। काम ठीक कराया जाए और इसके बाद पेमेंट का भुगतान कर दिया जाएगा। इसके बाद जब कार्यालय से अपने सरकारी आवास पर जाने लगा तो आरोपी ठेकेदार रमेश पूनिया पीछे आ गया और सरकारी आवास में घुस आया। इसके बाद उसने रास्ता रोककर जान से मारने की धमकी दी और हाथापाई का प्रयास किया। इस दौरान चौकीदार सुभाष ने रोकने का प्रयास किया तो उसके साथ हाथापाई की गई। इसके बाद आरोपी ठेकेदार अपनी थार गाड़ी में बैठकर जान से मारने की धमकी देते हुए चला गया। फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।
हरियाणा का बजट 2 लाख करोड़ से अधिक का होगा:गुरुग्राम में प्री-बजट बैठक शुरू, CM सैनी पहली बार पेश करेंगे; लोगों से मांगे सुझाव
हरियाणा का बजट 2 लाख करोड़ से अधिक का होगा:गुरुग्राम में प्री-बजट बैठक शुरू, CM सैनी पहली बार पेश करेंगे; लोगों से मांगे सुझाव हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने मार्च में प्रस्तावित बजट से पहले प्री-बजट चर्चा शुरू कर दी है। पहले फेस में सीएम सैनी ने प्रदेश के उद्यमियों से मीटिंग शुरू की है। इस मीटिंग में उद्यमियों की मांगों पर सीएम चर्चा करेंगे। साथ ही प्रदेश में उद्योग के विकास को लेकर उद्यमियों से सुझाव भी मांगेंगे। वैसे हरियाणा के प्रमुख उद्यमी मेन पावर और प्रॉपर पावर सप्लाई को लेकर मांग कर रहे हैं। इसके अलावा ट्रांसपोटेशन को लेकर भी वह कई बार मांग उठा चुके हैं। गुरुग्राम में प्री-बजट चर्चा में उद्यमियों की साथ मीटिंग की अध्यक्षता मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी कर रहे हैं। उनके साथ उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री राव नरबीर सिंह, सोहना के विधायक तेजपाल तंवर व गुरुग्राम के विधायक मुकेश शर्मा भी मौजूद हैं। नायब सैनी पहली बार पेश करेंगे बजट बता दें कि, सीएम नायब सैनी पहली बार अपने दूसरे कार्यकाल में बजट पेश करेंगे। प्रदेश सरकार ने पहली बार आमजन से ऑनलाइन सुझाव मांगें हैं। अच्छे सुझावों को बजट में शामिल किया जाएगा, ताकि इसे सर्वहितकारी बनाया जा सके। जमीन से जुड़े लोगों से आर्थिक, आधारभूत और सामाजिक क्षेत्र में सुधारों संबंधी सुझाव जुटाए जाने के बाद मुख्यमंत्री नायब सैनी अपने मंत्रियों, सांसद-विधायकों और विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों के साथ अलग-अलग बैठकें कर आगामी बजट प्रस्तावों पर मंथन करेंगे। कोई भी व्यक्ति दे सकता है सुझाव विधानसभा का बजट सत्र फरवरी में प्रस्तावित है। नई सरकार में वित्त विभाग संभाल रहे मुख्यमंत्री नायब सैनी का यह पहला बजट होगा। बजट में आमजन की भागीदारी को बढ़ाने के लिए प्रदेश सरकार ने इस बार नई पहल शुरू की है। इसके तहत कोई भी व्यक्ति बजट को लेकर वित्त विभाग की वेबसाइट पर जाकर अपने सुझाव दे सकेगा। 2 लाख करोड़ रुपए से अधिक का हो सकता है बजट इससे पहले पूर्व सीएम मनोहर लाल ने साल 2024-25 के लिए 1 लाख 89 हजार 877 करोड़ रुपए का बजट पेश किया था, जिसमें कोई नया कर नहीं लगाया गया। साल 2025-26 का बजट दो लाख करोड़ रुपए से अधिक का हो सकता है। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने सभी विभागाध्यक्षों और प्रशासनिक सचिवों को निर्देश दिए हैं कि 2024-25 के बजट में आवंटित जो राशि खर्च होने से रह गई है, इसका मार्च तक सही ढंग से और समय से इस्तेमाल सुनिश्चित करें, ताकि नई योजनाएं बनाने में किसी तरह का व्यवधान पैदा न हो। आगामी बजट में गरीब कल्याण की नई योजनाओं की घोषणा संभव है, क्योंकि प्रदेश सरकार का पूरा फोकस अंत्योदय उत्थान और गरीब कल्याण की योजनाओं के क्रियान्वयन पर बना हुआ है। ऐसे दिए जा सकते सुझाव सबसे पहले आपको वित्त विभाग की साइट https://bamsharyana.nic.in/bs.aspx पर जाना होगा। निर्धारित कॉलम में अपना नाम और मोबाइल नंबर दर्ज करना होगा, जिसके बाद आपके मोबाइल पर वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी) आएगा। ओटीपी सत्यापित होने पर आपको आर्थिक क्षेत्र की तीन श्रेणियों में से किसी एक का चयन कर सब कैटेगरी भी चुननी होगी। इसके बाद आप निर्धारित कालम में 100 शब्दों के भीतर अपने सुझाव दर्ज कर सकते हैं। कर्मचारियों के कल्याण पर भी फोकस प्रदेश सरकार नए बजट में किसानों, मजदूरों और गरीबों के साथ कर्मचारियों के कल्याण पर फोकस कर सकती है। किसानों का विशेष ध्यान रखे जाने की संभावना है। राज्य की 70 प्रतिशत आबादी चूंकि गांवों में रहती है, इसलिए मुख्यमंत्री नायब सैनी के बजट का मुंह गांवों के विकास की तरफ अधिक खुलने की संभावना है। शहरी लोगों को भी निराश नहीं किया जाएगा। बुजुर्गों की पेंशन में भी बढ़ोतरी होगी।
तेलंगाना CM ने हरियाणा कांग्रेस पर सवाल खड़े किए:बोले-लोकल फैक्टर पर वोट मांगे, तभी जाट वर्सेज नॉन जाट हुआ और पार्टी चुनाव हारी
तेलंगाना CM ने हरियाणा कांग्रेस पर सवाल खड़े किए:बोले-लोकल फैक्टर पर वोट मांगे, तभी जाट वर्सेज नॉन जाट हुआ और पार्टी चुनाव हारी हरियाणा में कांग्रेस की हार का मुद्दा अब पार्टी के ही सीनियर नेताओं को बुरी तरीके से अखर रहा है। इसको लेकर अब तेलंगाना के कांग्रेसी CM रेवंत रेड्डी का बयान सामने आया है। उन्होंने यहां के लोकल नेताओं के चुनाव लड़ने के तरीके पर सवाल खड़े किए हैं। रेड्डी ने कहा सोनिया गांधी या राहुल गांधी की जगह हरियाणा के नेताओं ने लोकल फैक्टर पर वोट मांगे, जिस वजह से जाट वर्सेज नॉन जाट जैसे मुद्दे बन गए। उन्होंने हरियाणा के नेताओं को नसीहत भी दी कि लोकल फैक्टर पर चुनाव लड़ने में पसंद-नापसंद स्ट्रॉन्ग रहती है। उन्होंने एक निजी न्यूज संस्थान के दौरान इस पर खुलकर अपनी बात कही। बता दें कि हरियाणा में कांग्रेस ने पूरा चुनाव पूर्व CM भूपेंद्र हुड्डा की अगुआई में लड़ा। नेशनल लेवल पर भी कांग्रेस हाईकमान ने सांसद कुमारी सैलजा, पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव जैसे नेताओं को नजरअंदाज किया। जिस वजह से अच्छे माहौल के बावजूद कांग्रेस चुनाव हार गई और BJP ने हरियाणा के इतिहास में जीत की हैट्रिक लगाकर तीसरी बार सरकार बना ली। हालांकि हरियाणा कांग्रेस कैंपेन, गुटबाजी, भीतरघात समेत तमाम कारणों को नकारकर EVM को हार के लिए जिम्मेदार ठहरा रही है। उन्होंने पहले चुनाव आयोग से शिकायत की। वहां से आरोप गलत करार दिए जाने पर कांग्रेस हाईकोर्ट जाने की तैयारी में है। वहीं राहुल गांधी ने हार के बाद पहली समीक्षा मीटिंग में कहा था कि यहां नेताओं के हित पार्टी से ऊपर हो गए, जिसकी वजह से अच्छे माहौल के बावजूद पार्टी जीत नहीं पाई। कांग्रेस हाईकमान की बनाई कमेटी में भी हारे उम्मीदवारों ने गुटबाजी और भीतरघात को जिम्मेदार ठहराया था। रेवंत रेड्डी की कहीं 5 अहम बातें,,, 1. हरियाणा को स्टडी किया, तेलंगाना में सोनिया के नाम पर वोट मांगे
तेलंगाना के CM रेवंत रेड्डी ने कहा- हरियाणा को कंपेयर करके बोलने वाला हूं। बाकी का मैंने ज्यादा स्टडी नहीं किया है। तेलंगाना में हम लोगों ने मेहनत की। हमने सोनिया गांधी के नाम पर हार्डवर्क किया। हमने सोनिया गांधी के नाम पर वोट मांगा। 60 साल के बाद उन्होंने तेलंगाना को एक शब्द दिया कि मैं आपके सपनों को पूरा करूंगी। उन्होंने अपना कमिटमेंट निभाया है। 2. हरियाणा में जाट वर्सेज नॉन जाट का परसेप्शन क्रिएट हुआ
मैं मेहनत कर रहा हूं, मैं सिपाही हूं लेकिन मेरी नेता सोनिया गांधी हैं। वोट देना है तो सोनिया गांधी को वोट दो। हरियाणा में परसेप्शन क्रिएट करने वाला काम हुआ। यहां चर्चा हो गई जाट वर्सेज नॉन जाट या और भी अलग-अलग। 3. राहुल गांधी के नाम पर वोट क्यों नहीं मांगे
अगर राहुल गांधी के नाम पर वोट मांगते। उन्होंने कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर और मणिपुर से मुंबई तक पदयात्रा की। अगर हरियाणा जीते तो राहुल गांधी इस देश के नेता बनेंगे। देश के प्रधानमंत्री बनेंगे। अगर यह नारा लेकर हरियाणा में चुनाव लड़ते तो ये सब माहौल नहीं बनता। हरियाणा में लोकल फैक्टर पर चुनाव लड़ने की कोशिश की गई। मगर, लोकल फैक्टर में पसंद और नापसंद स्ट्रॉन्ग रहती है। 4. भाजपा सरपंच-सोसाइटी चुनाव भी मोदी के नाम पर लड़ती है
उन्होंने पूछा कि क्यों सरपंच इलेक्शन में भी BJP वाले नरेंद्र मोदी के नाम पर वोट मांगते हैं। सरपंच से मोदी को क्या लेना-देना है। सोसाइटी के चुनाव में भी वह कहते हैं कि मोदी को वोट दो। इसका पूरा मतलब यह है कि लोकल फैक्टर से उबरने के लिए आपको एक ब्रांड की जरूरत है। 5. देश में 2 ही परिवार, परसेप्शन क्रिएट करना चाहिए था
इस देश में दो ही परिवार हैं, मोदी परिवार वर्सेज गांधी परिवार। मोदी जी का संघ परिवार और दूसरा महात्मा गांधी का परिवार। अगर यह परसेप्शन क्रिएट किया जाता तो लोग अपने आप फैसला करते। ********************** ये खबर भी पढ़ें.. हरियाणा में कांग्रेस क्यों हारी: चुनाव प्रचार में नौकरी बांटने वालों का क्या हुआ, बैल्टवाइज रिजल्ट क्या रहा, सवाल-जवाब पढ़िए कांग्रेस के माहौल के दावे के बीच BJP सबको चौंकाते हुए 48 सीटें जीतकर बहुमत में आ गई। BJP की जीत ऐतिहासिक रही क्योंकि हरियाणा में आज तक कोई पार्टी जीत की हैट्रिक यानी लगातार 3 बार सत्ता में नहीं आ पाई (पूरी खबर पढ़ें)