लुधियाना में नकली हार्पिक और लाइजोल बनाने का बड़ा रैकेट पकड़ा गया है। पुलिस ने एक टेम्पो चालक को 936 नकली बोतलों के साथ गिरफ्तार किया है। आरोपी इन नकली प्रोडक्ट्स को मोगा के रेलवे रोड स्थित अग्रवाल जनरल स्टोर में सप्लाई करता था। स्पीड सर्च एंड सिक्योरिटी नेटवर्क कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी हरदीप कुमार की शिकायत पर पुलिस ने 4 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। आरोपियों में लुधियाना के विष्णुपुरी निवासी हरदीप सिंह उर्फ रिम्मी शर्मा और महिंद्र सिंह शामिल हैं, जो नकली प्रोडक्ट्स तैयार करवाता था। इसके अलावा टेम्पो चालक कुलवंत राय और अग्रवाल जनरल स्टोर के मालिक भी आरोपियों में शामिल हैं। थाना सिटी के एएसआई बलविंदर सिंह के अनुसार, चंडीगढ़ के रहने वाले कंपनी अधिकारी हरदीप कुमार की शिकायत पर कार्रवाई की गई। रविवार शाम को मिली सूचना के आधार पर सिविल अस्पताल जगराओं के बाहर टेम्पो को रोककर तलाशी ली गई, जिसमें नकली सामान बरामद हुआ। फिलहाल केवल टेम्पो चालक कुलवंत राय पुलिस हिरासत में है, जबकि अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। यह मामला उपभोक्ता सुरक्षा की दृष्टि से गंभीर है, क्योंकि टॉयलेट क्लीनर और फर्श की सफाई के लिए इस्तेमाल होने वाले इन उत्पादों का दैनिक जीवन में व्यापक उपयोग होता है। नकली उत्पादों का इस्तेमाल स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकता है। लुधियाना में नकली हार्पिक और लाइजोल बनाने का बड़ा रैकेट पकड़ा गया है। पुलिस ने एक टेम्पो चालक को 936 नकली बोतलों के साथ गिरफ्तार किया है। आरोपी इन नकली प्रोडक्ट्स को मोगा के रेलवे रोड स्थित अग्रवाल जनरल स्टोर में सप्लाई करता था। स्पीड सर्च एंड सिक्योरिटी नेटवर्क कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी हरदीप कुमार की शिकायत पर पुलिस ने 4 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। आरोपियों में लुधियाना के विष्णुपुरी निवासी हरदीप सिंह उर्फ रिम्मी शर्मा और महिंद्र सिंह शामिल हैं, जो नकली प्रोडक्ट्स तैयार करवाता था। इसके अलावा टेम्पो चालक कुलवंत राय और अग्रवाल जनरल स्टोर के मालिक भी आरोपियों में शामिल हैं। थाना सिटी के एएसआई बलविंदर सिंह के अनुसार, चंडीगढ़ के रहने वाले कंपनी अधिकारी हरदीप कुमार की शिकायत पर कार्रवाई की गई। रविवार शाम को मिली सूचना के आधार पर सिविल अस्पताल जगराओं के बाहर टेम्पो को रोककर तलाशी ली गई, जिसमें नकली सामान बरामद हुआ। फिलहाल केवल टेम्पो चालक कुलवंत राय पुलिस हिरासत में है, जबकि अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। यह मामला उपभोक्ता सुरक्षा की दृष्टि से गंभीर है, क्योंकि टॉयलेट क्लीनर और फर्श की सफाई के लिए इस्तेमाल होने वाले इन उत्पादों का दैनिक जीवन में व्यापक उपयोग होता है। नकली उत्पादों का इस्तेमाल स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकता है। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
लुधियाना केमिकल फैक्ट्री में विस्फोट से पड़ोसी की छत चरमराई:दीवारों में दरारें, मकान के शीशे टूटे; धमाके से दहल उठा था पूरा इलाका
लुधियाना केमिकल फैक्ट्री में विस्फोट से पड़ोसी की छत चरमराई:दीवारों में दरारें, मकान के शीशे टूटे; धमाके से दहल उठा था पूरा इलाका लुधियाना में बीती रात सुंदर नगर के इलाका सरदार नगर में साहिल केमिकल के गोदाम में अचानक धमका हो गया था। आज सुबह धमाके को लेकर खुलासे में पता चला कि पड़ोसियों का काफी नुकसान हो गया है। सुबह पड़ोसियों ने जब अपना घर देखा तो उन्होंने पाया कि कई जगह छत्त की POP गिर गई। घर के कई शीशे तक टूट गए हैं। घर की वायरिंग तक जल गई है। धमाका होने से इलाके के लोगों में डर बन गया है। आग लगने के तुरंत बाद ही लोगों ने कंट्रोल रुम को सूचित कर दिया था। दमकल विभाग ने कड़ी मशक्कत के साथ आग पर काबू पाया। करीब ढ़ाई घंटे तक आग लगी रही। गोदाम में आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। धमाके से दहला इलाका जानकारी देते हुए पड़ोसी ने कहा कि कई बार केमिकल की फैक्ट्री बंद करवाने के लिए मालिकों से कह चुके हैं लेकिन वह किसी की सुनते नहीं है। पिछले 2 साल से ये फैक्ट्री चल रही है। केमिकल फैक्ट्री मालिकों का ही गोदाम है। गोदाम में धमाका होने के बाद इलाका भी दहल गया है। प्रशासन से मांग है कि रिहायशी इलाके में केमिकल की फैक्ट्रियां या गोदामों को हटवाया जाए। आज सुबह देखा तो पता चला कि धमाका होने के कारण घर की छत्तों और दीवारों में भी दरारें आ गई हैं। शीशे तक टूट गए है। घर की वायरिंग जल गई।
अमृतसर में शुरू की गई पोलियो मुहिम:1.92 लाख बच्चों को ड्रॉप्स देने का टारगेट, स्वास्थ्य विभाग की बनाई गई 2896 टीम
अमृतसर में शुरू की गई पोलियो मुहिम:1.92 लाख बच्चों को ड्रॉप्स देने का टारगेट, स्वास्थ्य विभाग की बनाई गई 2896 टीम भारत में बहुत सालों से कोई पोलियो का केस नहीं आया है लेकिन फिर भी पड़ोसी देशों से खतरा बना रहता है इसीलिए हर साल स्वास्थ्य विभाग पोलियो मुहिम चलाता है। आज भी देश भर में अलग अलग स्थानों पर पोलियो मुहिम शुरू की गई। अमृतसर में 1.92 लाख बच्चों को ड्रॉप्स पिलाने का टारगेट है जिसे तीन दिन में पूरा किया जाएगा। इसके लिए 1496 बूथ लगाए गए हैं। आज स्वास्थ्य विभाग की ओर से अमृतसर के सिविल हॉस्पिटल में पोलियो ड्रॉप्स पिलाने की मुहिम शुरू की गई। सिविल सर्जन डॉक्टर किरनदीप कौर ने बताया कि हालांकि बहुत सालों से पोलियो का कोई केस नहीं आया है लेकिन पड़ोसी देश से खतरा बना रहता है इसीलिए हर साल यह मुहिम चलाई जाती है। जिसमें 0 से पांच साल तक के बच्चे को दो बूंदें पोलियो ड्रॉप्स की पिलाई जाती हैं। उन्होंने बताया कि अमृतसर में 1.92 लाख बच्चे 0 से पांच साल के हैं। जिन्हें उनके 1496 बूथों पर ड्रॉप्स पिलाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि जो बच्चे आज ड्रॉप्स पीने से रह जाएंगे उन्हें कल घर घर जाकर ड्रॉप्स पिलाई जाएंगी। सेहत विभाग की 2896 टीमें बनी हैं जो घर घर जाकर ड्रॉप्स पिलाएगी। उन्होंने कहा कि वो लोगों से अपील करते हैं कि उनका सहयोग किया जाए ताकि कोई भी बच्चा पोलियो ड्रॉप्स के बिना न रहे। पोलियो ड्रॉप्स पिलाने की टीमों के साथ साथ लोगों को जागरूक करने के लिए ई रिक्शा भी भेजे गए जो कि जगह जगह जाकर पोलियो के खिलाफ जागरूकता फैलाएंगे और सभी को बताएंगे कि पोलियो ड्रॉप्स कितने जरूरी हैं।
फतेहगढ़ साहिब में साढ़े 37 लाख का सोना बरामद:बड़े उद्योगपति के घर से हुआ था चोरी, जानकार ने ही दिया वारदात को अंजाम
फतेहगढ़ साहिब में साढ़े 37 लाख का सोना बरामद:बड़े उद्योगपति के घर से हुआ था चोरी, जानकार ने ही दिया वारदात को अंजाम फतेहगढ़ साहिब पुलिस ने करीब साढ़े 37 लाख रुपए कीमत के सोने के जेवर बरामद किए हैं। यह सोना कुछ महीने पहले एशिया की सबसे बड़ी लोहा नगरी मंडी गोबिंदगढ़ के एक बड़े उद्योगपति के घर से चोरी किया गया था। इस उद्योगपति का नाम बताने से पुलिस ने इनकार किया। इस केस में एक आरोपी को काबू किया गया है। जिसकी पहचान मंडी गोबिंदगढ़ के सुभाष नगर के रहने वाले नरिंदर कुमार उर्फ निखिल कश्यप के तौर पर हुई है। घर का भेदी निकला चोर, सीआईए स्टाफ ने पकड़ा एसपी (आई) राकेश यादव ने बताया कि थाना मंडी गोबिंदगढ़ में 14 जुलाई 2024 को चोरी का केस दर्ज किया गया था। इस केस की जांच सीआईए स्टाफ को संभाली गई थी। सीआईए इंचार्ज नरपिंदर पाल सिंह की टीम ने इस केस में नरिंदर कुमार को गिरफ्तार किया। नरिंदर की निशानदेही पर करीब 50 तोले सोने के जेवरात बरामद किए गए हैं। जांच में सामने आया कि नरिंदर कुमार उद्योगपति के घर का भेदी था। आरोपी उद्योगपति का जानकार था और अक्सर उनके घर पर आता जाता रहता था। इस कारण उसे उद्योगपति के बारे में काफी कुछ जानकारी थी। इसी जानकारी का फायद उठाकर आरोपी ने चोरी की वारदात को अंजाम दिया और फरार हो गया। आरोपी के खिलाफ पहले से चोरी का एक केस भी दर्ज है।