हरियाणा के सोनीपत में नेशनल हाईवे-44 पर केजीपी-केएमपी जीरो प्वाइंट पर एक तेज रफ्तार गाड़ी ने ट्रैफिक पुलिसकर्मी को टक्कर मार दी और जहां अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मौके पर पुलिस जांच कर रही है। शव नागरिक अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भेजा जाएगा। एसआई श्यामसुंदर, राई थाना चौकी पर प्रभारी थे। आज ड्यूटी पर तैनात एसआई श्याम सुंदर को एक तेज रफ्तार स्कॉर्पियो कार ने टक्कर मार दी। हादसे के बाद गाड़ी चालक मौके से फरार हो गया। घटना की सूचना मिलते ही साथी पुलिस कर्मचारी घायल एसआई को बहालगढ़ रोड स्थित एक निजी अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मृतक एसआई श्यामसुंदर पानीपत के गांव डिंडार के निवासी थे और अपनी कर्तव्यनिष्ठा के लिए जाने जाते थे। पुलिस कर रही जांच राई थाना पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और फरार गाड़ी चालक की तलाश में जुटी हुई है। पुलिस इस हादसे के पीछे की सच्चाई का पता लगाने के लिए सभी पहलुओं की जांच कर रही है। मृतक पुलिस अधिकारी को श्रद्धांजलि एसआई श्याम सुंदर के निधन से पुलिस विभाग को एक मेहनती अधिकारी का नुकसान हुआ है। उनके निधन पर पुलिस विभाग सहित पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है। पुलिस ने दर्ज किया केस पुलिस ने इस मामले में मामला दर्ज कर लिया है और आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने के लिए प्रयास कर रही है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वे इस मामले की गहराई से जांच कर रहे हैं और जल्द ही इस मामले का खुलासा करेंगे। यह हादसा एक बार फिर सड़क सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े करता है। तेज रफ्तार और लापरवाही से वाहन चलाने के कारण अक्सर ऐसे हादसे होते हैं। इस घटना से एक बार फिर लोगों को सचेत होने की जरूरत है कि वे यातायात नियमों का पालन करें और सड़क पर सावधानी बरतें। हरियाणा के सोनीपत में नेशनल हाईवे-44 पर केजीपी-केएमपी जीरो प्वाइंट पर एक तेज रफ्तार गाड़ी ने ट्रैफिक पुलिसकर्मी को टक्कर मार दी और जहां अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मौके पर पुलिस जांच कर रही है। शव नागरिक अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भेजा जाएगा। एसआई श्यामसुंदर, राई थाना चौकी पर प्रभारी थे। आज ड्यूटी पर तैनात एसआई श्याम सुंदर को एक तेज रफ्तार स्कॉर्पियो कार ने टक्कर मार दी। हादसे के बाद गाड़ी चालक मौके से फरार हो गया। घटना की सूचना मिलते ही साथी पुलिस कर्मचारी घायल एसआई को बहालगढ़ रोड स्थित एक निजी अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मृतक एसआई श्यामसुंदर पानीपत के गांव डिंडार के निवासी थे और अपनी कर्तव्यनिष्ठा के लिए जाने जाते थे। पुलिस कर रही जांच राई थाना पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और फरार गाड़ी चालक की तलाश में जुटी हुई है। पुलिस इस हादसे के पीछे की सच्चाई का पता लगाने के लिए सभी पहलुओं की जांच कर रही है। मृतक पुलिस अधिकारी को श्रद्धांजलि एसआई श्याम सुंदर के निधन से पुलिस विभाग को एक मेहनती अधिकारी का नुकसान हुआ है। उनके निधन पर पुलिस विभाग सहित पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई है। पुलिस ने दर्ज किया केस पुलिस ने इस मामले में मामला दर्ज कर लिया है और आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने के लिए प्रयास कर रही है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वे इस मामले की गहराई से जांच कर रहे हैं और जल्द ही इस मामले का खुलासा करेंगे। यह हादसा एक बार फिर सड़क सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े करता है। तेज रफ्तार और लापरवाही से वाहन चलाने के कारण अक्सर ऐसे हादसे होते हैं। इस घटना से एक बार फिर लोगों को सचेत होने की जरूरत है कि वे यातायात नियमों का पालन करें और सड़क पर सावधानी बरतें। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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सोनीपत में युवक ने काटा चाचा का गला:जमीन को लेकर परिवार में विवाद; भाइयों को कहा- अगला नंबर तुम दोनों का
सोनीपत में युवक ने काटा चाचा का गला:जमीन को लेकर परिवार में विवाद; भाइयों को कहा- अगला नंबर तुम दोनों का हरियाणा के सोनीपत में जमीन के विवाद में युवक ने अपने चाचा का गला काट दिया। पिता को तलाश करते हुए चचेरे भाई बैठक में पहुंचे तो उनके ताऊ के बेटे ने कहा कि तुम्हारे पिता को तो मार दिया, अब तुम्हारी बारी है। व्यक्ति की हालत नाजुक है और दिल्ली के अस्पताल में इलाज चल रहा है। पुलिस ने केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। जटवाड़ा गांव के रहने वाले प्रदीप ने पुलिस को बताया कि उसका पिता रामप्रकाश 7 दिसंबर को किसी काम से उसके ताऊ के लड़के सोनू उर्फ अजय के साथ गया हुआ था। इनका पहले से ही जमीन को लेकर विवाद चला आ रहा है। उसके पिता देर रात तक घर वापस नहीं आए और न ही किसी भी घर वाले का फोन उठाया। हमें उनकी चिंता हुई और पिता की तलाश शुरू की। रात को साढ़े 11 बजे मिली मोटरसाइकिल उसने बताया कि उन्होंने पिता के फोन की लोकेशन चैक की तो फोन की लोकेशन सोनू की बैठक की दिखी। वह अपने भाई संदीप के साथ रात को साढ़े 11 बजे पिता की तलाश में सोनू की बैठक में पहुंचे। वहां पर उसके पिता की मोटरसाइकिल खड़ी थी। उसको देख कर हमको पक्का यकीन हो गया कि उसके पिता यहीं पर हैं। दरवाजा तोड़ बैठक में गए, फर्श पर मिला पिता उसने बताया कि सोनू ने उनको देखकर कहा कि ‘तेरे पिता जी को तो मार दिया, अब तुम दोनों की बारी है’। इसके बाद वे दरवाजा तोड़कर बैठक के अंदर पहुंचे तो उसके पिता रामप्रकाश फर्श पर गिरे थे। उनका गला किसी धारदार हथियार से काटा हुआ था। दरवाजा खुलते ही सोनू मौके का फायदा उठा कर भाग गया। जाते वक्त कह कर गया कि तुम दोनों भाइयों को भी जान से मार दूंगा। व्यक्ति की हालत गंभीर प्रदीप नग बताया कि सोनू ने उसके पिता से रंजिश रखते हुए किसी तेज धारदार चीज से गला काटा है। वह अपने पिता को इलाज के लिए सोनीपत के एक निजी अस्पताल में लग गए। वहां से मैक्स अस्पताल दिल्ली लेकर गए हैं। उनके पिता की हालत काफी नाजुक है। पुलिस ने दर्ज किया केस सिविल लाइन थाना के SI दलजीत के अनुसार डॉक्टरों ने बताया है कि रामप्रकाश के गले पर काटने का गहरा निशान है। वे अभी बयान देने के काबिल नहीं हैं। पुलिस ने उसके बेटे प्रदीप के बयान पर आरोपी सोनू के खिलाफ धारा 109(1), 351(3) BNS में केस दर्ज कर लिया है। पुलिस छानबीन में लगी है।
दुष्यंत चौटाला ने चलाई बाइक, पुलिस ने काटा चालान:2 हजार जुर्माना लगाया; पूर्व डिप्टी सीएम ने निकाली थी रैली, हेलमेट पूछने पर ना कहा
दुष्यंत चौटाला ने चलाई बाइक, पुलिस ने काटा चालान:2 हजार जुर्माना लगाया; पूर्व डिप्टी सीएम ने निकाली थी रैली, हेलमेट पूछने पर ना कहा हरियाणा के फरीदाबाद में पुलिस ने जजपा नेता पूर्व डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला के बिना हेलमेट ड्राइविंग पर उनकी चलाई बाइक का चालान काट दिया। दुष्यंत ने एक बाइक रैली के दौरान यह बाइक चलाई थी। हालांकि ये बाइक दुष्यंत चौटाला नहीं बल्कि उनके समर्थक के नाम पर है। पुलिस ने जो चालान रसीद जारी की है, उसमें दुष्यंत चौटाला बाइक चलाते हुए नजर आ रहे हैं। हालांकि उनके चेहरे को पुलिस ने धुंधला कर दिया है। पुलिस जांच के मुताबिक पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने जो लाल रंग की बुलेट बाइक चलाई थी, वह रियासत अली के नाम पर रजिस्टर्ड है। चूंकि इस पर दुष्यंत चौटाला और उनके पीछे एक और व्यक्ति बिना हेलमेट के बैठे हुए थे तो उनका 2 हजार का चालान काटा गया है। खास बात यह है कि बाइक रैली का एक वीडियो सामने आया है। जिसमें जब दुष्यंत चौटाला को पीछे से हेलमेट के बारे में कहा गया तो उन्होंने सिर हिलाकर ना कर दिया। दुष्यंत चौटाला की बाइक चलाते और चालान की फोटो… जनसभा से पहले निकाली रैली, लाल रंग की बाइक चलाई
जानकारी के मुताबिक रविवार यानी 25 अगस्त को डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला फरीदाबाद के गोंछी में रैली करने पहुंचे थे। यहां जजपा नेता करामत अली ने जनसभा की थी। जनसभा से पहले जजपा ने बाइक रैली निकाली थी। यह बाइक रैली सोहना मोड़ टी-पॉइंट से गोंछी तक गई थी। जिसमें दुष्यंत चौटाला ने लाल रंग की बुलेट बाइक (HR51BL-7786) चलाई। दुष्यंत समेत बाकी समर्थकों ने हेलमेट नहीं पहना
इस दौरान उन्होंने हेलमेट नहीं पहना था। इसके अलावा रैली में ज्यादातर बाइक सवारों ने हेलमेट नहीं पहना था। दुष्यंत ने यह रैली JJP के लोकसभा उम्मीदवार रहे नलिन हुड्डा के समर्थन में की थी। बिना हेलमेट बाइक रैली निकालने का वीडियो वायरल होकर पुलिस तक पहुंच गया। पुलिस प्रवक्ता बोले- कुल 15 चालान किए
इस मामले में फरीदाबाद पुलिस के प्रवक्ता यशपाल ने कहा कि हमें जिन बाइकों के नंबर मिले थे, उन सभी का चालान कर दिया गया है। फिलहाल 15 चालान हुए हैं। बिना हेलमेट वालों का एक हजार और जिसमें 2 लोग बिना हेलमेट सवार थे, उनका 2 हजार का चालान किया गया है। साढ़े 4 साल डिप्टी सीएम रहे दुष्यंत, लोकसभा से पहले टूटा गठबंधन
दुष्यंत चौटाला साढ़े 4 साल हरियाणा के डिप्टी सीएम रहे। 2019 के विधानसभा चुनाव में भाजपा 90 में से 40 ही सीटें जीत पाई थी। जिसके बाद भाजपा ने 10 सीटों वाली दुष्यंत चौटाला की JJP से गठबंधन किया। इसके बाद सीएम मनोहर लाल के साथ दुष्यंत चौटाला डिप्टी सीएम बनाए। हालांकि मई महीने में हुए लोकसभा चुनाव में सीट शेयरिंग की बात पर दुष्यंत ने भाजपा से गठबंधन तोड़ लिया। अब वह चंद्रशेखर रावण की आजाद समाज पार्टी के साथ मिलकर हरियाणा में चुनाव लड़ रहे हैं।
हरियाणा भाजपा में अंदरूनी कलह:हिसार में CM कार्यक्रम को हाईजैक करने का आरोप, महंत दर्शनगिरी की एंट्री रोकी, कुलदीप बिश्नोई नहीं पहुंचे
हरियाणा भाजपा में अंदरूनी कलह:हिसार में CM कार्यक्रम को हाईजैक करने का आरोप, महंत दर्शनगिरी की एंट्री रोकी, कुलदीप बिश्नोई नहीं पहुंचे हरियाणा में विधानसभा चुनाव होने में 2 महीने बचे हैं। सत्तासीन भाजपा सरकार जनता के मुद्दों पर लड़ने की बजाय आपस में ही लड़ती नजर आ रही है। दो दिन पहले हिसार में हुए दक्ष प्रजापति सम्मेलन में प्रजापति समाज से चुने गए महंत दर्शन गिरी को प्रवेश नहीं दिया गया। भाजपा जिला सचिव महंत दर्शन गिरी बीसी रिजर्व से जिला पार्षद हैं। दर्शनगिरी ने अपने ही समाज के नेता डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा पर सरकारी कार्यक्रम को हाईजैक कर उन्हें अपमानित करने का आरोप लगाया है। दर्शनगिरी ने कहा कि वह वार्ड 20 से चुने गए हैं लेकिन वार्ड 19 के पार्षद को मंच पर जगह दी गई लेकिन उन्हें न तो आमंत्रित किया गया और न ही कार्यक्रम में प्रवेश करने दिया गया। दर्शनगिरी ने इसकी शिकायत जिला अध्यक्ष आशा खेदड़, प्रदेश महासचिव सुरेंद्र पूनिया और जिला प्रभारी जवाहर सैनी से की है। इसके अलावा भाजपा नेता कुलदीप बिश्नोई और भाजपा विधायक भव्य बिश्नोई भी हिसार में होने के बावजूद कार्यक्रम में नहीं आए। रणधीर पनिहार को फोटो फ्रेम से बाहर रखा गया भाजपा कार्यक्रम में दरार इतनी ज्यादा थी कि मंच पर मौजूद कुलदीप समर्थक रणधीर पनिहार को फोटो फ्रेम से बाहर रखा गया। उन्हें स्वागत माला में जगह नहीं दी गई। भाजपा नेताओं में चर्चा रही कि डिप्टी स्पीकर ने सरकारी कार्यक्रम को पूरी तरह से हाईजैक कर लिया। कई अन्य नेताओं को मंच पर सीएम तक पहुंचने नहीं दिया गया। बता दें कि नलवा विधानसभा में रणधीर पनिहार और रणबीर गंगवा एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ चुके हैं। रणधीर पनिहार ने 2019 का चुनाव कांग्रेस की टिकट पर लड़ा था। रणधीर पनिहार ने रणबीर गंगवा को कड़ी टक्कर दी थी, लेकिन हार गए थे। अब कुलदीप बिश्नोई के भाजपा में आने से रणधीर पनिहार नलवा से मुख्य दावेदारों में से एक हैं। इस कारण डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा अपनी सीट असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। शिकायत में महंत दर्शनगिरी ने यह लिखा “गुरू दक्ष प्रजापति जयंती का कार्यक्रम समाज का था और सरकार ने पैसे लगाये थे पर एक आदमी ने हाई जैक कर रखा था। वैसे तो हिसार जिले में हम 3 जिला पार्षद हैं। 2 पार्षद भाई अन्य पार्टी की विचारधारा से जूडे हैं और मैं दर्शन गिरी महाराज बीजेपी विचारधारा से जुड़ा हूं। अन्य समाज के पार्षदों के नाम मंच से लिए जा रहे थे पर मुझे डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा ने VIP गेट पर रोका और कहा की आपको किसने बुलाया है। जब आपका नाम लिस्ट में नहीं तो गेट पर किस लिए खड़े हो। इस पर मेरी उनसे काफी बहस हुई। आधे घंटे लड़ाई झगड़ा करके मै अंदर गया। ये अपमान मेरा नहीं 11 गांवों की जनता जनार्दन का किया है। समय आने पर रणबीर गंगवा, ईश्वर मालवाल को इस अपमान का बदला आने वाली विधानसभा चुनाव में ब्याज सहित देंगे मैं ये उनको(रणबीर गंगवा) बोलकर आया हूं।” कौन हैं महंत दर्शनगिरी
महंत दर्शनगिरी वार्ड 19 से जिला पार्षद हैं और भाजपा से जुड़े हुए हैं। वह हिसार से पिछड़ा वर्ग (BC) के लिए आरक्षित सीट से जीतकर आए हैं। वह बरवाला हलके के गांव ढाणीगारण की गोशाला में रहते हैं और वही पर जन्मे हैं। दर्शनगिरी का इससे पहले जिला परिषद चेयरमैन सोनू सिहाग से भी जिला परिषद की ग्रांट को लेकर विवाद हो चुका है। वह BJP के चेयरमैन के खिलाफ ही दरी बिछाकर धरने पर बैठ गए थे। दर्शन गिरी सम्मानित व्यक्ति : रणबीर गंगवा
वहीं अपने ऊपर लगे आरोपों पर रणबीर गंगवा ने कहा कि दर्शन गिरी सम्मानित व्यक्ति हैं। वह पार्षद भी हैं और भगवाधारी साधु हैं। उनको पहले लिस्ट में नाम नहीं था। वह आ गए तब पुलिस ने रोक दिया। इसके बाद उनको एंट्री दी गई थी। दर्शनगिरी को मंच पर बैठाया गया था। गंगवा ने कहा कि मैं दर्शन गिरी का सम्मान करता हूं।