लुधियाना| हैबोवाल और बीआरएस नगर में हाल ही में करोड़ों रुपये की लागत से बनाई गई सड़कें एक महीने के भीतर खराब हो गईं। इससे स्थानीय जनता और विपक्षी नेताओं में आक्रोश है। भाजपा नेता परमिंदर मेहता व स्थानीय निवासियों ने घटिया निर्माण पर कड़ी नाराजगी जताते हुए ठेकेदारों और नगर निगम अधिकारियों पर सवाल खड़े किए। नगर निगम ने सड़कों की खराब स्थिति के लिए स्थानीय निवासियों पर दोष मढ़ते हुए कहा कि यहां के लोग गलियों में पानी डालने के कारण सड़कें खराब हो गई है। इससे विवाद और गहरा गया है। अजीत नगर और नवीन नगर की सड़कों की दुर्दशा पर प्रतिक्रिया देते हुए परमिंदर मेहता ने कहा कि निर्माण कार्य रात के समय हुआ और घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया। जब ठेकेदार दुर्गा कांट्रेक्टर अमित सिंगला से संपर्क करने की कोशिश की गई, तो उन्होंने फोन तक नहीं उठाया। परमिंदर मेहता ने नगर निगम अधिकारियों से सवाल किया तो उन्होंने चौंकाने वाला बयान दिया। अधिकारियों का कहना था कि सड़कों की यह स्थिति स्थानीय निवासियों द्वारा गलियों में पानी डालने के कारण हुई है। तो बारिश के मौसम में इनकी हालत क्या होगी यह सबको पता है। उन्होंने साफ कर दिया है कि वह इस मुद्दे को गंभीरता से उठाएंगे। रही है, बल्कि स्थानीय प्रशासन की जवाबदेही पर भी गंभीर प्रश्न उठाती है।वहीं, नगर निगम के एक्सईन बलविंदर सिंह ने कहा कि सड़कों के टूटने का कारण ठंड के मौसम में निर्माण नहीं कराया जा सकता है। जैसे ही मौसम सही होगा वैसे ही सड़कों की मरम्मत का काम शुरू हो जाएगा। लुधियाना| हैबोवाल और बीआरएस नगर में हाल ही में करोड़ों रुपये की लागत से बनाई गई सड़कें एक महीने के भीतर खराब हो गईं। इससे स्थानीय जनता और विपक्षी नेताओं में आक्रोश है। भाजपा नेता परमिंदर मेहता व स्थानीय निवासियों ने घटिया निर्माण पर कड़ी नाराजगी जताते हुए ठेकेदारों और नगर निगम अधिकारियों पर सवाल खड़े किए। नगर निगम ने सड़कों की खराब स्थिति के लिए स्थानीय निवासियों पर दोष मढ़ते हुए कहा कि यहां के लोग गलियों में पानी डालने के कारण सड़कें खराब हो गई है। इससे विवाद और गहरा गया है। अजीत नगर और नवीन नगर की सड़कों की दुर्दशा पर प्रतिक्रिया देते हुए परमिंदर मेहता ने कहा कि निर्माण कार्य रात के समय हुआ और घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया। जब ठेकेदार दुर्गा कांट्रेक्टर अमित सिंगला से संपर्क करने की कोशिश की गई, तो उन्होंने फोन तक नहीं उठाया। परमिंदर मेहता ने नगर निगम अधिकारियों से सवाल किया तो उन्होंने चौंकाने वाला बयान दिया। अधिकारियों का कहना था कि सड़कों की यह स्थिति स्थानीय निवासियों द्वारा गलियों में पानी डालने के कारण हुई है। तो बारिश के मौसम में इनकी हालत क्या होगी यह सबको पता है। उन्होंने साफ कर दिया है कि वह इस मुद्दे को गंभीरता से उठाएंगे। रही है, बल्कि स्थानीय प्रशासन की जवाबदेही पर भी गंभीर प्रश्न उठाती है।वहीं, नगर निगम के एक्सईन बलविंदर सिंह ने कहा कि सड़कों के टूटने का कारण ठंड के मौसम में निर्माण नहीं कराया जा सकता है। जैसे ही मौसम सही होगा वैसे ही सड़कों की मरम्मत का काम शुरू हो जाएगा। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
जालंधर काउंटर इंटेलिजेंस ने किया खालिस्तानी आतंकी गिरफ्तार:बब्बर खालसा का एक्टिव मेंबर, रतनदीप हत्याकांड का मुख्य आरोपी, हथियार बरामद
जालंधर काउंटर इंटेलिजेंस ने किया खालिस्तानी आतंकी गिरफ्तार:बब्बर खालसा का एक्टिव मेंबर, रतनदीप हत्याकांड का मुख्य आरोपी, हथियार बरामद पंजाब की जालंधर काउंटर इंटेलिजेंस विंग ने आतंकी संगठन बब्बर खालसा इंटरनेशनल के एक सक्रिय सदस्य को गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान सिमरनजीत सिंह उर्फ बबलू के रूप में हुई है। आरोपी बब्बर खालसा के आतंकी रतनदीप सिंह की हत्या में शामिल था। खुफिया जानकारी के आधार पर जालंधर काउंटर इंटेलिजेंस ने मुख्य हमलावर सिमरनजीत बबलू को गिरफ्तार किया है। आरोपी 3 अप्रैल 2024 को हुई हत्या के बाद से ही फरार था। इस मॉड्यूल को पाकिस्तान स्थित आतंकी हरविंदर रिंदा और यूएसए स्थित आतंकी गोपी नवांशहरिया चला रहे हैं। जालंधर काउंटर इंटेलिजेंस ने आरोपी के पास से एक रिवॉल्वर, जिंदा कारतूस और अन्य हथियार बरामद किए हैं। इसकी जानकारी जल्द ही मीडिया से साझा की जाएगी। करनाल का रहने वाला था रतनदीप, काम के लिए बलाचौर आया था बता दें कि बब्बर खालसा के आतंकी रतनदीप सिंह की 3 अप्रैल को शाम करीब 7 बजे बलाचौर बाईपास पर गांव गढ़ी कानूनगो के पास हत्या कर दी गई थी। रतनदीप पर कई गोलियां चलाई गई थीं, वारदात के वक्त उसका भतीजा गुरप्रीत सिंह भी मौजूद था। गुरप्रीत हरियाणा के करनाल से आया था। जिसके बयानों पर बलाचौर पुलिस ने नवांशहर निवासी गैंगस्टर गोपी नवांशहरिया और अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ 302 (हत्या), 307 (हत्या की नीयत) आर्म्स एक्ट समेत कई धाराओं के तहत केस दर्ज किया था। रतनदीप पर कई संगीन मामले दर्ज शुरुआती जांच में पता चला है कि पहले वह बब्बर खालसा के लिए काम करता था, लेकिन फिर अचानक उसने खुद को हर चीज से अलग कर लिया। रतनदीप सिंह पिछले कुछ समय से आतंकी गतिविधियों से दूर था। पुलिस को शुरू से ही शक था कि आतंकी संगठनों से जुड़े कुछ लोगों ने इस वारदात को अंजाम दिया है। सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए यूएसए में बैठे गैंगस्टर गोपी नवांशहरिया ने रतनदीप की हत्या की जिम्मेदारी ली थी। रतनदीप पहले बब्बर खालसा का कुख्यात आतंकी रह चुका है। उसके खिलाफ पंजाब समेत कई राज्यों में कई मामले भी दर्ज हैं। जिसमें हत्या के मामले भी शामिल हैं।
नवांशहर में गुरुद्वारा साहिब में लगी आग:गुरु ग्रंथ साहिब जी के तीन पवित्र स्वरुप क्षतिग्रस्त, गोइंदवाल साहिब ले जाया गया
नवांशहर में गुरुद्वारा साहिब में लगी आग:गुरु ग्रंथ साहिब जी के तीन पवित्र स्वरुप क्षतिग्रस्त, गोइंदवाल साहिब ले जाया गया नवांशहर उप मंडल बलाचौर के गांव महमूदपुर मंडार गुरुद्वारा साहिब में रात को शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगने से गुरु ग्रंथ साहिब जी के तीन पवित्र गुरु ग्रंथ साहिब जी क्षतिग्रस्त हो गए। एसजीपीसी सदस्य और सदर थाना बलाचौर पुलिस पहुंची और गुरु ग्रंथ साहिब जी के तीनों स्वरूपों को अपने कब्जे में लिया और आज गोइंदवाल साहिब ले गए। इस मौके पर गुरुद्वारा साहिब के अध्यक्ष कुलवंत सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि गुरुद्वारा साहिब को बंद करने से पहले गुरु ग्रंथ साहिब जी के पावन स्वरूपों को रोजाना की तरह सुख आसन कक्ष में रखा गया और उसके बाद दीवार वाला पंखा चालू रह गया। रात के समय दीवार खराब हो गया, तभी वहां आग लग गई। आग धीरे-धीरे सुख आसन और गुरु ग्रंथ साहिब जी के पावन स्वरूपों तक पहुंच गई, जिससे गुरु ग्रंथ साहिब जी के पावन स्वरूपों को आग से कुछ नुकसान हुआ। सुबह जब पाठी सिंह आए और उन्होंने देखा कि गुरुद्वारा साहिब के अंदर से धुआं निकल रहा है, तो अन्य लोगों को बुलाकर आग पर काबू पाया गया और गुरु ग्रंथ साहिब जी के पावन स्वरूपों को नीचे वाले कमरे में लाया गया और गद्दे और चादरें बाहर रखी गईं। गनीमत रही कि गुरु ग्रंथ साहिब जी के पावन स्वरूपों को सिर्फ आग से थोड़ा नुकसान हुआ, नहीं तो गुरु ग्रंथ साहब जलकर राख हो जाते। एसजीपीसी सदस्य मौके पर बताया गया और एजीपीसी सदस्य और पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंचे और गुरु ग्रंथ साहिब के पावन स्वरूपों को कब्जे में ले लिया और गुरुद्वारा साहिब के एक कमरे में रख दिया, जो आज अरदास के बाद गोइंदवाल साहिब के लिए पालकी साहिब में रखा गया, संगत ने भारी संख्या में पहुंच कर नम आंखों के साथ भेजा।
कतर पुलिस ने गुरु ग्रंथ साहिब का एक स्वरूप लौटाया:दूसरे को सम्मानपूर्वक रखने का आश्वासन दिया; सिख युवक को गिरफ्तार कर बरामद किए थे
कतर पुलिस ने गुरु ग्रंथ साहिब का एक स्वरूप लौटाया:दूसरे को सम्मानपूर्वक रखने का आश्वासन दिया; सिख युवक को गिरफ्तार कर बरामद किए थे कतर की राजधानी दोहा में पुलिस की तरफ से कब्जे में लिए श्री गुरु ग्रंथ साहिब के दो पवित्र स्वरूपों में से एक को सम्मान सहित लौटा दिया गया है। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी के ऐतराज के बाद भारतीय दूतावास हरकत में आया। इसके बाद कतरी अधिकरियों के साथ संपर्क साधा गया। विदेश मंत्रालय ने प्रेस विज्ञप्ति जारी की है, जिसमें प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा- हमने कतरी अधिकारियों द्वारा जब्त किए गुरु ग्रंथ साहिब और सिख समुदाय द्वारा उनकी रिहाई की मांग के संबंध में रिपोर्ट देखी। सरकार ने पहले ही कतर पक्ष के साथ इस मामले को उठाया था और हमारे दूतावास ने दोहा में सिख समुदाय को घटनाक्रम से अवगत कराया। दूसरा स्वरूप के सम्मान का आश्वासन
प्रवक्ता ने कहा, कतर के अधिकारियों ने 2 व्यक्तियों से गुरु ग्रंथ साहिब के दो स्वरूप ले लिए थे। इन पर कतर सरकार की मंजूरी के बिना धार्मिक प्रतिष्ठान चलाने का आरोप लगाया गया था। हमारे दूतावास ने स्थानीय कानूनों के दायरे में हर संभव सहायता दी। पवित्र पुस्तक का एक स्वरूप कतर के अधिकारियों द्वारा लौटा दिया गया और यह आश्वासन दिया कि दूसरे स्वरूप को भी सम्मान के साथ रखा जाएगा। SGPC ने उठाया था मामला
श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार द्वारा दिए गए आदेश के बाद शिरोमणि कमेटी ने भारत के विदेश मंत्री और कतर के दोहा में भारतीय राजदूत को पत्र लिखा था। एडवोकेट धामी ने कहा कि भाई घन्हैया ह्यूमैनिटेरियन एड के ध्यान में आया था कि एक सिख को दिसंबर 2023 में कतर में दोहा पुलिस ने गिरफ्तार किया और बाद में रिहा कर दिया। लेकिन, उससे मिले स्वरूप पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिए। अल वकराह पुलिस स्टेशन में रखे हैं स्वरूप
SGPC प्रधान ने बताया कि पकड़े गए सिख के पास से श्री गुरु ग्रंथ के 2 पवित्र स्वरूप मिले। उन्हें स्थानीय पुलिस प्रशासन ने थाने में रखा। ये स्वरूप अल वकराह पुलिस स्टेशन में रखे गए। ये गुरु साहिब का बहुत बड़ा अपमान है। उन्होंने कहा कि दोहा में गिरफ्तार किया गया सिख बिरकत अल-अवामेर में अपनी संपत्ति में स्थापित गुरुद्वारा साहिब में निजी तौर पर गुरु साहिब की पूजा करता था। दैनिक मानदंडों के अनुसार स्थानीय सिखों के साथ मेल जोल रखता था, लेकिन कतर सरकार की गैर-जिम्मेदारी के कारण उसे गिरफ्तार कर लिया गया। दूसरा स्वरूप भी जल्द लौटाया जाएगा
वक्ता रणधीर जयसवाल ने बताया कि दूसरा स्वरूप अभी कतर पुलिस स्टेशन में ही है, लेकिन उसे सम्मान के साथ रखा जाएगा। विदेश मंत्रालय उच्च प्राथमिकता के साथ कतर अधिकारियों के साथ मामले पर चर्चा जारी रखेंगे और शीघ्र समाधान की आशा करते हैं।