हरियाणा के पानीपत जिले के गांव गढ़ी भलौर में एक व्यक्ति ने अपने बड़े भाई से परेशान होकर कीटनाशक पी कर आत्महत्या कर ली। दरअसल, दोनों के बीच जमीन बंटवारे को लेकर विवाद चल रहा था। मृतक के हिस्से में आई जमीन को बड़ा भाई नाम नहीं करवा रहा था। इसी के चलते उसने सुसाइड कर लिया। मामले की शिकायत मृतक की पत्नी ने पुलिस को दी है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर लिया है। बापौली थाना पुलिस को दी शिकायत में बबीता ने बताया कि वह गांव गढ़ी भलौर की रहने वाली है। वह दो बेटियों और एक बेटे की मां है। उसके पति मोनू और जेठ सोमपाल उर्फ सोनू का घरेलू जमीन बंटवारे को लेकर आपसी विवाद चल रहा था। जिस संबंध में कई बार पंचायत भी हुई। समय लेकर बाद में मुकर गया जिसमें जमीन को मोनू के नाम करवाने के लिए सोनू ने समय मांगा था, लेकिन बाद में मुकर गया था। अब जेठ सोनू कई बाद धमकियां तक दे चुका था और जमीन नाम नहीं करवाने के बारे कहा। इन सब बातों के चलते मोनू ने अपने बड़े भाई सोनू से तंग होकर 22 दिसंबर को घर में रखी घास मारने वाली राउड अप पी ली थी। जिसको लिए इलाज के लिए एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। जहां इलाज के बाद उसे घर ले आए थे। लेकिन उसकी फिर तबीयत खराब होने के बाद 4 जनवरी को करनाल के एक निजी अस्पताल ले गए। जहां 13 जनवरी को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। हरियाणा के पानीपत जिले के गांव गढ़ी भलौर में एक व्यक्ति ने अपने बड़े भाई से परेशान होकर कीटनाशक पी कर आत्महत्या कर ली। दरअसल, दोनों के बीच जमीन बंटवारे को लेकर विवाद चल रहा था। मृतक के हिस्से में आई जमीन को बड़ा भाई नाम नहीं करवा रहा था। इसी के चलते उसने सुसाइड कर लिया। मामले की शिकायत मृतक की पत्नी ने पुलिस को दी है। पुलिस ने शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर लिया है। बापौली थाना पुलिस को दी शिकायत में बबीता ने बताया कि वह गांव गढ़ी भलौर की रहने वाली है। वह दो बेटियों और एक बेटे की मां है। उसके पति मोनू और जेठ सोमपाल उर्फ सोनू का घरेलू जमीन बंटवारे को लेकर आपसी विवाद चल रहा था। जिस संबंध में कई बार पंचायत भी हुई। समय लेकर बाद में मुकर गया जिसमें जमीन को मोनू के नाम करवाने के लिए सोनू ने समय मांगा था, लेकिन बाद में मुकर गया था। अब जेठ सोनू कई बाद धमकियां तक दे चुका था और जमीन नाम नहीं करवाने के बारे कहा। इन सब बातों के चलते मोनू ने अपने बड़े भाई सोनू से तंग होकर 22 दिसंबर को घर में रखी घास मारने वाली राउड अप पी ली थी। जिसको लिए इलाज के लिए एक निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। जहां इलाज के बाद उसे घर ले आए थे। लेकिन उसकी फिर तबीयत खराब होने के बाद 4 जनवरी को करनाल के एक निजी अस्पताल ले गए। जहां 13 जनवरी को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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राहुल गांधी हरियाणा चुनाव में हार से नाराज:बोले- नेताओं का इंटरेस्ट पार्टी से ऊपर रहा; मीटिंग में नहीं पहुंचे हुड्डा-उदयभान
राहुल गांधी हरियाणा चुनाव में हार से नाराज:बोले- नेताओं का इंटरेस्ट पार्टी से ऊपर रहा; मीटिंग में नहीं पहुंचे हुड्डा-उदयभान हरियाणा चुनाव में मिली हार पर कांग्रेस की समीक्षा मीटिंग गुरुवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर हुई। इसमें राहुल गांधी ने कहा कि हरियाणा में नेताओं का इंटरेस्ट ऊपर रहा, इस कारण से पार्टी का इंटरेस्ट नीचे चला गया। बैठक में तय किया गया कि हार के कारणों को जानने के लिए फैक्ट फाइंडिंग कमेटी बनाई जा रही है, जो हरियाणा में जाकर नेताओं से चर्चा करके रिपोर्ट हाईकमान को सौपेंगी। कमेटी में कौन-कौन चेहरे शामिल किए जाएंगे, अभी उनके नामों पर चर्चा नहीं हो पाई है। करीब आधे घंटे चली मीटिंग के बाद कांग्रेस नेता अजय माकन ने हुड्डा-सैलजा के मतभेदों पर कहा कि हार के बहुत सारे कारण हैं, जो चुनाव आयोग से लेकर नेताओं के मतभेद तक हैं। इन्हीं सब कारणों पर चर्चा हुई और आगे भी चर्चा करेंगे। इतना बड़ा उलटफेर, एग्जिट पोल जो कह रहे थे, बड़े से बड़ा सर्वे जो कह रहे थे, सभी के सभी एक साथ गलत साबित कैसे हो सकते हैं। आधे घंटे की मीटिंग में इस मामले में किसी निष्कर्ष तक नहीं पहुंचा जा सकता है। आज की मीटिंग में हमने आगे की रणनीति पर चर्चा की है। आगे जो भी होगा, उसकी जानकारी केसी वेणुगोपाल देंगे। इस मीटिंग में हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा और प्रदेश अध्यक्ष उदयभान को भी बुलाया गया था, लेकिन वे नहीं आए। इस मीटिंग में सिरसा सांसद कुमारी सैलजा और राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला को नहीं बुलाया गया था। लालू यादव के समधी और कांग्रेस नेता कैप्टन अजय यादव को भी मीटिंग में शामिल होने का कोई मैसेज नहीं मिला। मीटिंग ऐसे टाइम पर बुलाई गई, जब सैलजा समर्थक हार के लिए सीधे तौर पर भूपेंद्र हुड्डा को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। असंध से हारे पूर्व MLA शमशेर गोगी ने कहा कि ये कांग्रेस नहीं बल्कि हुड्डा कांग्रेस की हार है। वहीं अंबाला कैंट से हारे परविंदर परी ने कहा कि B-D गैंग यानी भूपेंद्र-दीपेंद्र हुड्डा गैंग ने कई सीटों पर बागी प्रत्याशियों को उतार कांग्रेस कैंडिडेट को हराने का काम किया। जानिए, हरियाणा चुनाव में किसके पास क्या जिम्मेदारी थी… भूपेंद्र हुड्डा: पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा केंद्र बिंदु में रहे। पार्टी ने प्रचार के दौरान हुड्डा को मुख्य चेहरा बनाया था। चुनाव में कांग्रेस की सभी छोटी-बड़ी रैलियों में वह शामिल हुए। जहां-जहां राहुल गांधी और प्रियंका गांधी रैलियां नहीं कर पाए, वहां भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने प्रचार की कमान संभाली। कांग्रेस ने सैलजा-सुरजेवाला के दावों और बातों को दरकिनार कर हुड्डा को फ्री हैंड दिया। उदयभान: कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष उदयभान के पास विधानसभा चुनाव का पूरा प्रबंधन रहा। दिल्ली और स्थानीय नेताओं के बीच समन्वय बनाने की जिम्मेदारी थी। दिल्ली के बड़े नेताओं के साथ ही स्थानीय नेताओं की रैलियों के प्रबंधन का काम भी उदयभान ने संभाला। उदयभान हुड्डा के काफी करीबी माने जाते हैं। चुनाव के वक्त उन्होंने नौकरी बांटने वाला बयान भी दिया। वह खुद भी होडल सीट से चुनाव हार गए। दीपक बाबरिया: हरियाणा के प्रभारी होने के नाते चुनाव से पहले टिकट वितरण का पूरा जिम्मा दीपक बाबरिया ने संभाला। स्थानीय नेताओं के इनपुट के आधार पर ही बाबरिया ने अपनी रिपोर्ट स्क्रीनिंग कमेटी तक पहुंचाई थी। जब सब टिकट फाइनल हो गए तो अचानक उनकी तबीयत काफी बिगड़ गई, इसके बाद वह करीब एक सप्ताह तक अस्पताल में भर्ती रहे थे। हुड्डा समर्थक EVM पर ठीकरा फोड़ने में जुटे
भूपेंद्र हुड्डा समर्थक हरियाणा में हुई हार का ठीकरा EVM पर फोड़ रहे हैं। उनका दावा है कि प्रदेश में 20 सीटों की मतगणना में गड़बड़ी हुई है। प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान ने तो EVM हैक करने के भी आरोप लगाए। कांग्रेस ने चुनाव आयोग को 7 सीटों की लिखित शिकायत सौंपी थी। इसमें कांग्रेस ने कहा कि जिन EVM में ज्यादा वोट पड़े और फिर भी वह 90% चार्ज थी, इससे BJP को बढ़त मिली। हालांकि जो EVM 40-50% चार्ज थी, उसमें वोट भी कम थे, उनमें कांग्रेस को लीड मिली। उन्होंने इसमें गड़बड़ी का शक जताया। कांग्रेस ने इन EVM को सील कर वीवीपैट की पर्ची से मिलान करने की मांग रखी थी। हरियाणा में हार पर नेताओं ने क्या कहा… सैलजा बोलीं- तालमेल नहीं रखा गया
कुमारी सैलजा ने कहा कि पार्टी को राज्य में सींचा नहीं गया, तालमेल नहीं रखा गया, कौन से लोग थे जो सबको साथ लेकर चलने के लिए जिम्मेदार थे। ये भी बातें हैं। राज्य में क्या संदेश गया है। किसलिए लोग कांग्रेस की सरकार बनाते हुए पीछे हट गए? ये सब बातें देखनी पड़ेंगी। गोगी बोले- हरियाणा में हुड्डा कांग्रेस की हार हुई
करनाल की असंध सीट से 2306 वोटों से हारे शमशेर गोगी ने कहा कि एक बिरादरी की सरकार नहीं बनती। सबको साथ लेकर चलना पड़ता है। अब हरियाणा कांग्रेस में बदलाव की जरूरत है। अगर शीर्ष नेतृत्व ने हार के कारणों की समीक्षा के लिए बैठक बुलाई तो वहां सारी बातें रखेंगे। शमशेर गोगी ने कहा कि हरियाणा में हुड्डा कांग्रेस की हार हुई है, कांग्रेस की नहीं। उन्होंने कहा कि असंध में रैली के लिए मैंने सारे इंतजाम किए थे, लेकिन हुड्डा ने अपने भाषण में मेरा नाम तक नहीं लिया। परविंदर परी बोले- कांग्रेस कैंडिडेट को हराने का काम किया
अंबाला कैंट से हारे परविंदर परी ने कहा कि एक ही छत के नीचे रहने वाले नेता, जो 6 बार चुनाव हारते हैं उसके बाद कांग्रेस पार्टी उन्हें टिकट देती है। बीडी गैंग, यानी भूपेंद्र-दीपेंद्र हुड्डा गैंग ने कई सीटों पर बागी प्रत्याशियों को उतार कांग्रेस कैंडिडेट को हराने का काम किया। चुनाव हारना और चुनाव हराना दोनों में फर्क होता है। पार्टी ने ही बागी उम्मीदवार को कैंडिडेट उतार कर हमें अपनी पूरी मंशा के तहत हराया है। हमें लगता है कि कहीं न कहीं सैलजा जी सही टाइम पर आतीं तो आज चुनाव के नतीजे कुछ और होते। बवेजा बोले- केवल एक नेता की बातों में आया हाईकमान
कुरुक्षेत्र शहरी से कांग्रेस जिला अध्यक्ष मधुसूदन बवेजा ने पूर्व सीएम हुड्डा का नाम लिए बगैर हाईकमान पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि हाईकमान केवल एक नेता की बातों में आ गया। दूसरे किसी भी कुशल नेता की बात नहीं मानी। जिसका खामियाजा आम जनमानस को भुगतना पड़ा और पार्टी को भी बहुत नुकसान हुआ। उन्होंने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व जातीय समीकरण व हरियाणा के दिग्गज नेतागण राज्य सभा सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला, सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा की रणनीति को ध्यान में रखता, तो ये जो नौबत आज हुई है, वो ना होती।
सोनीपत में युवक को भाई भाभी ने पीटा:मेन गेट का शीशा तोड़ कर अंदर घुसे; महिला बोली- बलात्कार केस में फंसा दूंगी
सोनीपत में युवक को भाई भाभी ने पीटा:मेन गेट का शीशा तोड़ कर अंदर घुसे; महिला बोली- बलात्कार केस में फंसा दूंगी हरियाणा के सोनीपत में परिवार में चल रहे विवाद में एक युवक को भाई व भाभी ने पहले तो घर में घुस कर पीटा, जब वह अस्पताल में मेडिकल कराने गया तो वहां पर भी उस पर हमला किया गया। डॉक्टर ने उसे खानपुर पीजीआई रेफर किया। पुलिस ने थाना गन्नौर में महिला समेत 3 व्यक्तियों पर केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। पुलिस को दी शिकायत में रोहित ने बताया कि वह गांव नया बांस तहसील गन्नौर जिला सोनीपत का रहने वाला है। वह सुबह अपने घर में सो रहा था। तभी उसका भाई मोहित व उसकी पत्नी बबीता सुबह 9 बजे उसके घर के मेन गेट का शीशा तोड़कर अंदर घुस आए ओर उसकी पिटाई की। गला दबाकर मुझे जान से मारने की कोशिश की। इससे उसके हाथ व गले पर चोटें आई। भाई की पत्नी बबीता ने उसे धमकी दी कि वह उस पर बलात्कार का केस करा देगी। रोहित ने बताया कि उस समय परिवार के सदस्यों उसे बचा लिया। इसके बाद वह अपना मेडिकल कराने के लिए गन्नौर के सिविल अस्पताल में पहुंचा। तभी वहां पर मोहित, उसकी पत्नी बबीता, उसका ससुर व उसका साला मोनू व अन्य तीन चार व्यक्तियों के साथ पहुंचे। वे चाकू व व अन्य हथियार लिए हुए थे। उन्होंने वहां भी उसके साथ मार पीट की। उसने कहा कि इन लोगों से मुझे व मेरी मां को जान का खतरा है। खुबड़ू झाल पुलिस चौकी के HC राजबीर के अनुसार, अस्पताल से रुक्का मिला था कि रोहित निवासी नया बांस लडाई झगड़े में घायल होने के बाद अस्पताल में आया था। उसे वहां से खानपुर पीजीआई में रेफर किया गया है। उन्होंने अस्पताल में डॉक्टर से एमएलआर रिपोर्ट ली। उसमें रोहित को कुल 5 चोटें लगी बताई गई। पुलिस ने धारा 191(3),190, 333,115(2), 351(2), 324(2) BNS में आरोपियों पर केस दर्ज कर लिया है। छानबीन जारी है।
सिरसा में चोरों ने की मकान में चोरी:गुरूद्वारे मत्था टेकने गया था परिवार, 4 लाख के जेवर समेत 35 हजार कैश गायब
सिरसा में चोरों ने की मकान में चोरी:गुरूद्वारे मत्था टेकने गया था परिवार, 4 लाख के जेवर समेत 35 हजार कैश गायब हिसार रोड पर चोरों ने एक मकान में बड़ी वारदात को अंजाम दिया। चोर मकान से 4 लाख रुपये के सोने के जेवर व 35 हजार रुपये की नकदी चुराकर ले गए हैं। सिविल लाइन थाना पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। वापस लौटने पर टूटे मिले ताले जानकारी के अनुसार पंजाब के जिला बठिंडा निवासी गुरदीप सिंह सिरसा के हिसार रोड पर किराये के मकान में रहता है। उसके साथ उसकी पत्नी, मां व बच्चे भी रहते हैं। गुरदीप सिंह का कहना है कि एक अगस्त को उसका परिवार भुच्चो मंडी गुरुद्वारा में मत्था टेकने चला गया था और वह अपनी दुकान पर चला गया। शाम को वह मकान पर पहुंचा तो दरवाजे का ताला टूटा मिला। अंदर जाकर देखा तो बच्चों के गुल्लक का ताला टूटा पड़ा था और उसे 35 हजार रुपये गायब मिले। अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज इसके बाद अलमारी देखी तो उसमें से सोने की दो चेन, एक कड़ा, तीन अंगूठियां व चांदी की पाजेब की जोड़ी गायब मिली। इसके बाद घटना की सूचना सिविल लाइन थाना पुलिस को दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मुआयना किया। पुलिस का कहना है गुरदीप सिंह का बयान दर्ज कर लिया गया है, अज्ञात लोगों पर केस दर्ज करके जांच शुरू की गई है। जल्द ही चोरी की वारदात को सुलझाया जाएगा। बता दें कि सिरसा शहर में चोरी की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं।