<p style=”text-align: justify;”>मुंबई में अभिनेता सैफ अली खान पर हुए हमले को लेकर महाराष्ट्र करणी सेना के प्रमुख अजय सिंह सेंगर ने विवादित बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि फिल्म इंडस्ट्री के इस्लामीकरण को लेकर सैफ अली खान पर हमला हो सकता है. सलमान खान और सैफ अली खान को निशाना बनाया गया है, क्योंकि फिल्म निर्माताओं को निर्देश दिया जा रहा था कि वे हिंदू अभिनेताओं को निशाना बनाएं और उन्हें फिल्म लाइन में काम न दें.</p> <p style=”text-align: justify;”>मुंबई में अभिनेता सैफ अली खान पर हुए हमले को लेकर महाराष्ट्र करणी सेना के प्रमुख अजय सिंह सेंगर ने विवादित बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि फिल्म इंडस्ट्री के इस्लामीकरण को लेकर सैफ अली खान पर हमला हो सकता है. सलमान खान और सैफ अली खान को निशाना बनाया गया है, क्योंकि फिल्म निर्माताओं को निर्देश दिया जा रहा था कि वे हिंदू अभिनेताओं को निशाना बनाएं और उन्हें फिल्म लाइन में काम न दें.</p> महाराष्ट्र औरंगाबाद प्रिंस हत्याकांड: परिजनों से मिले पावरस्टार पवन सिंह, उठाया ये बड़ा जिम्मा, कहा- ‘वचन देता हूं…’
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महिला आयोग की चेयरपर्सन हरियाणा DGP पर भड़कीं:भाटिया बोलीं- यौन शोषण के आरोपी IPS को बचा रहे, महिला पुलिसकर्मियों की बलि न लें
महिला आयोग की चेयरपर्सन हरियाणा DGP पर भड़कीं:भाटिया बोलीं- यौन शोषण के आरोपी IPS को बचा रहे, महिला पुलिसकर्मियों की बलि न लें हरियाणा के एक IPS अधिकारी पर महिला पुलिसकर्मियों के यौन शोषण के आरोपों की SIT जांच की रिपोर्ट महिला आयोग को नहीं दी जा रही। इसे लेकर महिला आयोग की चेयरपर्सन रेणु भाटिया आज DGP शत्रुजीत कपूर पर ही भड़क गईं। फरीदाबाद में रेणु भाटिया ने कहा कि DGP शत्रुजीत कपूर अपने एक अफसर को बचाने के लिए 8 महिला पुलिसकर्मियों की बलि न लें। उन्होंने यह भी दावा किया कि इस मामले में आयोग को एक बड़ा क्लू मिला है। जल्द ही इसे अरेस्ट करवाकर पूछताछ की जाएगी। भाटिया ने यह भी कहा कि महिला पुलिसकर्मियों के यौन शोषण मामले में पुलिस की लापरवाही साफ तौर से दिखाई दे रही है। रिपोर्ट दर्ज न करना, पीड़ित कर्मियों से बातचीत न करना, इससे पता चलता है कि पुलिस अफसर को बचाया जा रहा है। हालांकि, इस मामले में जींद के जिस SP पर आरोप लगे थे, सरकार उसे रेलवे में ट्रांसफर कर चुकी है। वहीं, उसका साथ देने के आरोपी DSP और महिला SHO को भी जिले से हटाया जा चुका है। महिला आयोग ने SP को छुट्टी पर भेजने की सिफारिश की थी
बता दें कि यौन शोषण के आरोप लगने के बाद जींद के SP फरीदाबाद में महिला आयोग की चेयरपर्सन रेणु भाटिया के सामने पेश हुए थे। उन्होंने चेयरपर्सन से कहा था कि मुझ पर लगाए गए सभी आरोप निराधार हैं, मैं निर्दोष हूं। तब इस मामले की जांच फतेहाबाद की SP आस्था मोदी कर रही थीं। आस्था मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए रेणु भाटिया से बात की। रेनू भाटिया ने बताया था कि शुरुआती जांच में हमें SP के खिलाफ संकेत मिले हैं। इसके बाद ही महिला आयोग ने आरोपी SP को छुट्टी पर भेजने की सिफारिश की थी। यौन शोषण प्रकरण की 3 स्तरीय जांच चल रही
महिला पुलिसकर्मियों के यौन शोषण के आरोपों की अब 3 स्तरीय जांच की जा रही है। महिला आयोग की टीम के साथ-साथ 2 IPS अधिकारी समानान्तर इस केस की जांच कर रहे हैं। पहले फतेहाबाद की महिला SP आस्था मोदी जांच कर रही थीं, जिनके ऊपर ADGP ममता सिंह को लगाया गया। वहीं, हिसार IG ने हिसार SP के नेतृत्व में SIT बनाई है, जो इस केस के अलग पहलुओं की जांच कर रहे हैं। इस केस में 2 FIR दर्ज हो चुकी हैं। आरोपी SP का तबादला किया
महिला पुलिस कर्मियों के यौन उत्पीड़न के आरोपी जींद SP का तबादला कर दिया गया है। उनकी जगह अब राजेश कुमार जींद SP के साथ-साथ भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो का कार्यभार भी संभाल रहे हैं। मामले में थाना सिविल लाइन जींद में FIR दर्ज हो चुकी है। हिसार SP फरार यूट्यूबर की धरपकड़ के प्रयास कर रहे हैं। उस यूट्यूबर पर आरोप है कि उसने ही चिट्ठी वायरल की है। क्या था मामला
दरअसल, अक्टूबर माह में CM नायब सैनी को लिखी एक चिट्ठी वायरल हुई थी। उसमें दावा किया गया था कि जींद में पुलिस की 8 महिला कर्मचारियों का यौन शोषण किया जा रहा है। इसमें कुछ महिला पुलिसकर्मियों के नाम भी थे। चिट्ठी वायरल होने के बाद यह मामला सुर्खियों में आ गया। IPS अधिकारी ने कहा था- सब झूठ, मैंने खुद जांच की मांग की
चिट्ठी वायरल होने के बाद IPS अधिकारी का कहना था कि चिट्ठी में जिसके नाम हैं, वह सभी कह रहे हैं कि यह हमारी ओर से नहीं लिखा गया है। इसके लिए मैंने फिर भी इन्क्वायरी के लिए रिक्वेस्ट की है। इन्क्वायरी होने के बाद सारी चीजें सामने आ जाएंगी। DGP को मामले से अवगत करवा दिया गया है। जो महिला पुलिसकर्मी ACR खराब होने का जिक्र कर रही हैं, वह खुद इन चिट्ठी को लेकर मना कर रही हैं। जब तक यह लेटर वेरीफाई नहीं हो जाता, तब तक कुछ नहीं कहा जा सकता। महिला पुलिसकर्मियों ने चिट्ठी में अफसर पर लगाए 5 बड़े आरोप… 1. SP की पत्नी-बच्चे बाहर, चाय के बहाने जबरदस्ती की
चिट्ठी में लिखा था- मैं एक महिला पुलिसकर्मी हूं और अपना काम ईमानदारी से करती हूं। मेरे जिले में तैनात IPS अधिकारी सुंदर महिला पुलिस कर्मचारियों पर गंदी नजर रखते हैं। SP की पत्नी और बच्चे बाहर रहते हैं। एक दिन महिला थाना की SHO मुझे अपने साथ SP आवास ले गईं। उस वक्त कोठी पर गेट मैन के सिवा कोई नहीं था। सर और SHO मैडम ने कहा कि रसोई में जाकर चाय बना लाओ। जब मैं चाय बनाकर बाहर आई तो मैडम रूम में नहीं थी। जैसे ही मैं सर को चाय देने लगी तो उन्होंने मेरा हाथ पकड़ लिया, मेरे साथ जबरदस्ती करने लगे। इसका मैने विरोध किया और जबरन कमरे से बाहर आ गई। 2. महिला SHO-DSP ने कहा- कोऑपरेट करो, रुपयों में खेलोगी
जब मैं कैंप ऑफिस के बाहर पहुंची तो मैंने देखा महिला SHO मैडम वहां बैठी थी। मैंने मैडम को अंदर की बात बताई तो वह भड़क गईं और कहने लगी अफसरों को को-ऑपरेट करना पड़ता है। मैडम की यह बात सुन मैं रोते हुए SP आवास से बाहर निकल गई। फिर मैंने यह बात महिला DSP मैडम को बताई। DSP ने भी कहा कि प्रमोशन के लिए अफसरों को को-ऑपरेट करना पड़ता है। इसलिए मेरी बात मानों तो थोड़ा को-ऑपरेट करो। इसके बाद देखो तुम्हारा प्रमोशन पक्का और उसके बाद तुम रुपयों में खेलोगी। यह बातें सुन मैं ऑफिस से बाहर चली गई। इसके बाद महिला थाने की SHO मेरे पीछे पड़ गई और मेरी ACR खराब करने की धमकियां देकर मानसिक रूप से टॉर्चर करने लगी। 3. अफसरों ने हरकतें बंद न कीं तो सुसाइड कर लूंगी
सीएम सर, मैं एक बेहद गरीब परिवार की लड़की हूं। आपकी भाजपा सरकार में मैं ईमानदारी से बिना किसी रुपयों के नौकरी लगी हूं। इसलिए नहीं कि पिता और बड़े भाई के समान अफसर हमारा यौन शोषण करे। माना मैं गरीब हूं, लेकिन इज्जतदार परिवार से हूं। अगर अफसरों ने ऐसी हरकत बंद नहीं की तो मैं आत्महत्या के लिए मजबूर हो जाउंगी। एसपी सर के इस घिनौने काम में DSP से लेकर SHO मैडम तक शामिल हैं, जो कर्मचारियों को प्रमोशन का लालच देकर ऐसे काम करवाने के लिए मजबूर करते हैं। 4. अमीर लड़कों को फंसा करोड़ों रुपए कमा रहे
चिट्ठी में यहां तक दावा किया गया था कि SHO के पुलिस अधिकारी के साथ नाजायज संबंध है और SHO ने एक गिरोह बनाया हुआ है, जिसमें कई युवतियां शामिल हैं। यह अमीर घर के लड़कों पर फर्जी केस दर्ज करवाते हैं और फिर लाखों रुपए लेकर समझौते करवाते हैं। इस खेल में SHO, DSP और SP तीनों मिलकर काम कर रहे हैं। इससे हर महीने करोड़ों की कमाई करते हैं। अगर आप इन पुलिस अधिकारियों की संपत्तियों की डिटेल निकालोगे तो सब कुछ क्लियर हो जाएगा। 5. विधवा कॉन्स्टेबल को भी परेशान किया गया
एक विधवा कॉन्स्टेबल पर SP सर का दिल आया हुआ है। मेरी तरह इस कॉन्स्टेबल ने भी इनकार किया तो इसको भी मानसिक रूप से परेशान किया जाने लगा। इस बारे में विधायक को भी बताया। विधायक ने एसपी को कहा कि यह मेरी बहन है। तब एसपी ने कहा कि आपकी बहन मेरी बहन हुई, लेकिन उसके बावजूद SP सर ने उसकी ACR खराब कर दी। 6. सुंदर पुलिसकर्मी को घिनौने काम के लिए मजबूर करते हैं
सीएम सर मैं अकेली ऐसी महिला नहीं हूं। एसपी सर की बुरी नजर है। जो सुंदर महिला पुलिसकर्मी SP को पसंद आती हैं, उसके बाद महिला DSP और SHO उन महिला कर्मचारियों को बहला फुसलाकर लालच देकर घिनौना काम करने के लिए मजबूर करती हैं। अगर वह नहीं मानती तो उनकी ACR खराब करने की धमकी दी जाती है। इससे पहले SP सर जहां तैनात थे, वहां भी इनके कई महिलाओं के साथ अवैध संबंध थे।
भाजपा सदस्यता कार्यक्रम में फतेहाबाद पहुंचे मोहन लाल बड़ौली:प्रदेशाध्यक्ष के सामने देवेंद्र बबली ने निकाली भड़ास, मंच पर ही थे सांसद सुभाष बराला
भाजपा सदस्यता कार्यक्रम में फतेहाबाद पहुंचे मोहन लाल बड़ौली:प्रदेशाध्यक्ष के सामने देवेंद्र बबली ने निकाली भड़ास, मंच पर ही थे सांसद सुभाष बराला फतेहाबाद भाजपा कार्यालय में सदस्यता अभियान व चुनावी समीक्षा को लेकर मीटिंग लेने भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली पहुंचे। उनके समक्ष पूर्व पंचायत मंत्री व फतेहाबाद के टोहाना से भाजपा प्रत्याशी देवेंद्र बबली ने जमकर अपना दुखड़ा रोया। उन्होंने टोहाना में उनकी खिलाफत करने वालों को भरे मंच से आड़े हाथों लिया और खूब खरी खोटी सुनाई। उनके राजनीतिक धुर विरोधी माने जाने वाले राज्यसभा सांसद सुभाष बराला भी मंच पर ही उनके साथ मौजूद रहे। कहीं न कहीं बबली का गुस्सा व इशारा उनकी ही तरफ माना जा रहा है। बोले- हमने पूर्वजों से सिखी मर्यादा
देवेंद्र बबली ने माइक संभालते ही कहना शुरू किया कि स्टेज संचालक मर्यादा की बात कह रहे हैं। मर्यादा हमारे खून में है। मर्यादा लोगों को सिखाई जाती है, लेकिन यह हमारे पूर्वजों से हमने सीखी है। कुछ लोग दोहरा जीवन चरित्र जीते हैं, लेकिन यह मुझे पसंद नहीं है। कुछ लोगों की यह जीवनशैली हो सकती है, पर मेरी नहीं। राजनीति में बहुत से लोगों को बहुत कुछ फायदा मिलता है। बबली ने प्रदेशाध्यक्ष की तरफ इशारा करते हुए कहा कि आपने सही कहा है कि आपने (पार्टी ने) चिंगारी को सूरज बनाने का काम किया। लेकिन जब सूरज की तपिश ही आपको जलाना शुरू कर दे तो फिर उसका इंतजाम पार्टी को करना चाहिए। हम आस्था के साथ करना चाहते हैं काम- देवेंद्र बबली
बबली ने कहा कि आज हम भावना और आस्था के साथ पार्टी में काम करना चाहते हैं। मेरे साथ बहुत से लोग टोहाना से आज आए हैं, ये इन्हें राजनीति कम और समाजसेवा ज्यादा आती है। पार्टी के नेता जिंदाबाद हैं तो बबली जिंदाबाद है। बबली ने कहा कि पार्टी स्तर पर अपनी बात रखनी जरूरी है। क्योंकि सिर्फ इसी पार्टी में लोकतंत्र है, यह पार्टी किसी की बपौती नहीं है। जब आप इसके मेंबर बन गए तो आप भी उतने ही हकदार हैं, कुछ लोग कहते हैं कि वे पार्टी में पुराने हैं। पार्टी नेताओं पर साधा निशाना
उन्होंने कहा कि वे देश प्रदेश और पार्टी के लिए काम करना चाहते हैं और पार्टी भी उन्हें आगे बढ़ाना चाहती है। उन्होंने चुनाव के बाद सारे सबूत मुख्यमंत्री, पार्टी प्रदेशाध्यक्ष और राष्ट्रीय अध्यक्ष को सूची सहित भेज दिए हैं। प्रदेश अध्यक्ष जी आप उन पर एक्शन लीजिए। ये वही लोग हैं, जो मलाई चाटू हैं, जिन्हें पार्टी से सरोकार नहीं है। वे कुछ आला नेताओं को बुके देकर आते हैं, नेताओं को भी उनको कहना चाहिए कि वे पार्टी के लिए काम करें, बबली पार्टी का कैंडीडेट था, यहां आज बबली नहीं आया बल्कि कमल का फूल आया है। देवेंद्र बबली ने रखी अपने मन की बात
बबली ने कहा कि कुछ लोग कहते हैं कि वे स्टेज शेयर नहीं करेंगे, जिस दिन करनी पड़ी, उस दिन फांसी खाने जैसा हो जाएगा। भाई मैं कहना चाहूंगा कि ना तो बबली शरीर से और न ही दिमाग से कमजोर है। आप इज्जत दोगे तो हम नतमस्तक होकर अपनी गर्दन आपके चरणों में रख देंगे। मुझे तो सिर्फ भगवान से डर लगता है, किसी इंसान से नहीं। बबली ने फिर कहा कि अध्यक्ष जी आपसे अनुरोध है कि आप उन लोगों पर एक्शन लो। मेरे मन में जो बात थी, वो मैंने रख दी, यह मेरा अधिकार था, लेकिन आपको कहीं भी लगे कि मेरी गलती है तो जो आदेश दोगे, पालन करूंगा।
केदारनाथ उपचुनाव में BJP की जीत, पीएम मोदी- CM धामी की रणनीति से कांग्रेस चित
केदारनाथ उपचुनाव में BJP की जीत, पीएम मोदी- CM धामी की रणनीति से कांग्रेस चित <p style=”text-align: justify;”><strong>Kedarnath Bypoll Election 2024:</strong> उत्तराखंड की केदारनाथ विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में बीजेपी प्रत्याशी आशा नौटियाल ने जीत दर्ज की. आशा नौटियाल ने कांग्रेस प्रत्याशी मनोज रावत को 5 हजार 622 वोटों के अंतर से हराया. केदारनाथ में बीजेपी की जीत पर सियासी गलियारों में एक नई चर्चा शुरू हो गई है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>कांग्रेस की हार के लिए कई वजहों को जिम्मेदार बताया जा रहा है. एंटी इनकम्बेंसी के सूत्र पर नापे जाने वाली चुनावी राजनीति में मतदाता अब नकारात्मक प्रचार के बजाय काम करने वाली सरकारों को दोबारा जनादेश देने से हिचकते नहीं है. यही रुझान शनिवार को घोषित केदार विधानसभा उपचुनाव परिणाम में भी देखने को मिला रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बीजेपी के विकास कार्यों पर मुहर?</strong><br />केदारनाथ की जनता ने पवित्र धाम और यात्रा को लेकर किए गए कांग्रेस के दावों को नकारते हुए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ओर पुष्कर सिंह धामी सरकार के विकास कार्यां पर अपनी मुहर लगाई है. 2014 में केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार बनने के बाद से भारतीय मतदाताओं के मिजाज में एक गुणात्मक बदलाव आया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>मतदाता अब सरकारों का आंकलन उनकी परफॉरमेंस के आधार पर करने लगे हैं. साल 2019 और 2024 में केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार की वापसी रही हो या फिर 2022 में उत्तराखंड और यूपी विधानसभा चुनाव परिणाम रहे हों, या हाल ही में हरियाणा में बीजेपी सरकार की वापसी, इसकी बानगी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>ये सिलसिल हमें केदारनाथ विधानसभा के उपचुनाव में भी देखने का मिला रहा है. इस उपचुनाव के लिए कांग्रेस ने पूरी तरहसे लीक से हटकर मुद्दों पर फोकस किया. उपचुनाव में क्षेत्रवाद से लेकर जातिवाद का कार्ड खेल गया, लेकिन मतदाताओं ने सभी तरह के दावों और कयासों को सिरे से खारिज कर दिया. केदारनाथ धाम से लेकर पूरे यात्रा मार्ग के लिए केंद्र और राज्य की बीजेपी सरकार के जरिये किए जा रहे विकास कार्यों पर मुहर लगाने का काम किया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>कांग्रेस इन मुद्दों को उठाया</strong><br />केदारनाथ विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस का प्रचार मुख्य रूप से चारधाम यात्रा को कैंचीधाम की ओर मोड़ने, दिल्ली में एक ट्रस्ट की ओर से बनाए जा रहे मंदिर को केदारनाथ धाम से जोड़ने, केदारनाथ मंदिर को दान में मिले सोना पर सवाल उठाने के साथ ही पहाड़ की दो प्रमुख जातियों को आमने सामने रखने पर केंद्रित था. </p>
<p style=”text-align: justify;”>कांग्रेस के प्रदेश स्तरीय नेताओं ने खुलकर इन मुद्दों जोरशोर से उठाया. कांग्रेस प्रत्याशी मनोज रावत तो यहां तक कह गए कि यह मुकाबला उनके और बीजेपी प्रत्याशी आशा नौटियाल के बीच नहीं बल्कि ‘धाम’ और ‘धामी’ के बीच है. पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल समेत तमाम नेता मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पर हमलावर रहे. <br /> <br /><strong>सीएम ने दी करोड़ों की सौगात</strong><br />दूसरी तरफ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बीजेपी के चुनाव अभियान का खुद नेतृत्व कर रहे थे. उन्होंने पहले ही दिन से केदारनाथ सहित पूरे चारधाम यात्रा मार्ग क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों को जनता के सामने रखा. साथ ही प्रदेश सरकार की ओर से महिलाओं, युवाओं के लिए चलाई जा रही नीतियों को हाईलाइट किया. </p>
<p style=”text-align: justify;”>मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि विधायक शैलारानी रावत के निधन के बाद उन्होंने आगे आकर उपचुनाव तक खुद को केदारनाथ सीट का विधायक माना और क्षेत्र के विकास के लिए लगभग 700 करोड़ की घोषणाएं कीं. जिनके शासनादेश भी जारी हो चुके हैं. अपने कैम्पेन में धामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के केदार प्रेम को मतदाताओं के सामने भुनाने की कोशिश की.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पीएम मोदी के केदारनाथ प्रेम को भुनाया</strong><br />मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि साल 2013 में जलप्रलय से ध्वस्त हो चुकी केदारपुरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किस तरह संवारा और आज केदारनाथधाम नये स्वरूप में दिखाई दे रहा है. साल 2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद <a title=”नरेंद्र मोदी” href=”https://www.abplive.com/topic/narendra-modi” data-type=”interlinkingkeywords”>नरेंद्र मोदी</a> की 7 बार केदारनाथ की यात्रा का जिक्र उन्होंने अपने हर भाषण में किया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश संगठन ने भी कंधे से कंधा मिलाकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का पूरा साथ दिया. बीजेपी आलाकमान ने कैबिनेट मंत्रियों समेत पार्टी के सभी विधायकों का चुनाव प्रचार में बखूबी इस्तेमाल किया. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>नैरेटिव तोड़ने में सफल रही BJP</strong><br />केदरानाथ धाम में हुए उपचुनाव के नतीजे बताते हैं कि बीजेपी ने कांग्रेस के जरिये सेट किए गए नैरेटिव को तोड़ने में कामयाब रही है. केदारनाथ की जनता ने क्षेत्रवाद ओर जातिवाद के मुद्दे को सिरे से खारिज करते हुए रजत जयंती वर्ष में उत्तराखंड को विकसित राज्य बनाने के संकल्प पर भी मुहर लगा दी है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”UP Bypoll Results 2024: यूपी उपचुनाव की हार पर सपा नेता बोले- बहुत फर्क नहीं पड़ता…” href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/up-bypoll-results-2024-samajwadi-party-leader-ip-singh-says-not-effect-of-lose-in-up-2829130″ target=”_blank” rel=”noopener”>UP Bypoll Results 2024: यूपी उपचुनाव की हार पर सपा नेता बोले- बहुत फर्क नहीं पड़ता…</a></strong></p>