हरियाणा के कैथल जिले में अवैध हथियारों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई में एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। स्पेशल डिटेक्टिव युनिट ने अवैध हथियार सप्लाई के एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी सन्नी, जो शुगर मिल कालोनी कैथल का रहने वाला है को कोर्ट से प्रोडक्शन वारंट के जरिए जेल से लाया गया। खनौरी बाईपास रोड से किया काबू यह मामला 18 दिसंबर का है, जब स्पेशल डिटेक्टिव युनिट के हेड कॉन्स्टेबल देवेंद्र सिंह की टीम ने खनौरी बाईपास रोड पर कुतुबपुर रोड के पास से एक व्यक्ति टीटू को गिरफ्तार किया था। टीटू के पास से 32 बोर का एक अवैध देसी पिस्तौल बरामद हुआ था। पूछताछ में टीटू ने खुलासा किया कि उसे यह हथियार सन्नी ने उपलब्ध कराया था। आरोपी से पहले से जेल में बंद था मामले की जांच एएसआई मनोज कुमार कर रहे हैं। जांच में सामने आया कि आरोपी सन्नी पहले से ही किसी अन्य मामले में जेल में बंद था। पुलिस ने कोर्ट से प्रोडक्शन वारंट हासिल कर उसे गिरफ्तार किया है। मामले की गहन जांच के लिए कोर्ट ने आरोपी को दो दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। पुलिस अब आरोपी से पूछताछ कर अवैध हथियारों के नेटवर्क का पता लगाने की कोशिश कर रही है। हरियाणा के कैथल जिले में अवैध हथियारों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई में एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। स्पेशल डिटेक्टिव युनिट ने अवैध हथियार सप्लाई के एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी सन्नी, जो शुगर मिल कालोनी कैथल का रहने वाला है को कोर्ट से प्रोडक्शन वारंट के जरिए जेल से लाया गया। खनौरी बाईपास रोड से किया काबू यह मामला 18 दिसंबर का है, जब स्पेशल डिटेक्टिव युनिट के हेड कॉन्स्टेबल देवेंद्र सिंह की टीम ने खनौरी बाईपास रोड पर कुतुबपुर रोड के पास से एक व्यक्ति टीटू को गिरफ्तार किया था। टीटू के पास से 32 बोर का एक अवैध देसी पिस्तौल बरामद हुआ था। पूछताछ में टीटू ने खुलासा किया कि उसे यह हथियार सन्नी ने उपलब्ध कराया था। आरोपी से पहले से जेल में बंद था मामले की जांच एएसआई मनोज कुमार कर रहे हैं। जांच में सामने आया कि आरोपी सन्नी पहले से ही किसी अन्य मामले में जेल में बंद था। पुलिस ने कोर्ट से प्रोडक्शन वारंट हासिल कर उसे गिरफ्तार किया है। मामले की गहन जांच के लिए कोर्ट ने आरोपी को दो दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। पुलिस अब आरोपी से पूछताछ कर अवैध हथियारों के नेटवर्क का पता लगाने की कोशिश कर रही है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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पीएम तक पहुंचा फिल्म ‘दो पत्ती’ का बवाल:सीएम की कार्रवाई से खुश नहीं हुड्डा खाप, मोदी से की विवादित टिप्पणी हटवाने की मांग हरियाणा में बॉलीवुड अभिनेत्री काजोल की 25 अक्टूबर को रिलीज हुई फिल्म दो पत्ती पर उठे विवाद का मामला पीएम मोदी तक पहुंच गया है। इससे पहले सर्व हुड्डा खाप ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से मुलाकात की थी। खाप के पदाधिकारियों ने सीएम से कार्रवाई की मांग की थी। साथ ही 16 नवंबर को गुरुग्राम के राजेंद्र पार्क थाने में फिल्म दो पत्ती के निर्माता, निर्देशक, अभिनेता और ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स के खिलाफ आपराधिक मानहानि का केस करवाने के लिए शिकायत दर्ज करवाई थी। लेकिन अभी तक एफआईआर भी दर्ज नहीं की गई। वहीं मुख्यमंत्री नायब सैनी की कार्रवाई से असंतुष्ट होकर सर्व हुड्डा खाप की ओर से गठित कमेटी के सदस्य सुरेंद्र हुड्डा ने पीएम नरेंद्र मोदी से सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पोस्ट करते हुए दो पत्ती फिल्म के विवादित शब्दों को हटाने की अपील की है। ये है विवाद हुड्डा खाप का कहना है कि 25 अक्टूबर को रिलीज हुई फिल्म दो पत्ती में हुड्डा गोत्र पर टिप्पणी की गई है। इस टिप्पणी को फिल्म से हटाया जाना चाहिए और फिल्म निर्माता, निर्देशक, अभिनेता और इसे प्रसारित करने वाले ओटीटी प्लेटफॉर्म के कर्ताधर्ता को सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। हुड्डा खाप का कहना है कि फिल्म ‘दो पत्ती’ में एक सीन है, जिसमें एक कलाकार पर कोर्ट में आरोप लगाया जाता है, जो कह रहा है, ‘हत्या यह नहीं होती। हत्या तो वह थी जो हमारे पड़ोस में हुड्डा रहते हैं, जिन्होंने अपनी बहू को सरेआम जिंदा जला दिया।’ हुड्डा खाप को फिल्म में की गई इस टिप्पणी पर आपत्ति है। 10 नवंबर को हुई थी पंचायत 25 अक्टूबर को ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स पर फिल्म दो पत्ती रिलीज होने के बाद 10 नवंबर को रोहतक के बसंतपुर गांव स्थित सर्व हुड्डा खाप के ऐतिहासिक चबूतरे पर पंचायत हुई थी। इसमें खाप के 45 गांवों के प्रतिनिधियों और गणमान्य लोगों ने हिस्सा लिया था। इसमें एक उच्चस्तरीय कमेटी का गठन किया गया था। सुरेंद्र हुड्डा के नेतृत्व में कमेटी के सदस्यों ने सीएम सैनी से मुलाकात की थी। इसके बाद उन्होंने बताया कि फिल्म दो पत्ती के एक डायलॉग से जाट समाज के हुड्डा गोत्र को बदनाम किया जा रहा है। इस विवादित मामले को लेकर सीएम सैनी से मुलाकात हो चुकी है। जिस तरह से फिल्म में हुड्डा गोत्र को बदनाम करने की साजिश की गई है, यह आपराधिक मामला है। खाप ने भेजा नोटिस, निर्माताओं ने दिया जवाब सुरेंद्र हुड्डा ने कहा कि फिल्म रिलीज होने के अगले ही दिन इसके निर्माता, निर्देशक, अभिनेता और नेटफ्लिक्स को नोटिस जारी किया गया। इसके जवाब में नेटफ्लिक्स और फिल्म निर्माताओं ने कहा है कि नोटिस में जिस घटना का आरोप लगाया गया है, वह फिल्म में घटित हुई है। लेकिन, यह फिल्म निर्माता और अभिनेता की अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अंतर्गत है, और हुड्डा शब्द का प्रयोग महज एक संयोग है। सुरेंद्र ने कहा कि देश का कानून किसी की सामाजिक प्रतिष्ठा खराब करने और सम्मान को ठेस पहुंचाने का अधिकार नहीं देता। फिल्म में प्रसारित विवादित डायलॉग से पूरी हुड्डा खाप की सामाजिक प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची है। जाट समाज के हुड्डा गोत्र को साजिश के तहत बदनाम किया गया है।
करनाल में भाजपा के खिलाफ पोस्टर वार:अनिल विज बोले-हिम्मते है तो नाम से छापो, रोते हुए पोस्टरों से राजनीतिक तापमान चढ़ा
करनाल में भाजपा के खिलाफ पोस्टर वार:अनिल विज बोले-हिम्मते है तो नाम से छापो, रोते हुए पोस्टरों से राजनीतिक तापमान चढ़ा हरियाणा के करनाल में भाजपा के स्लोगन “म्हारा हरियाणा- नॉन स्टॉप हरियाणा” पर निशाना साधते हुए रामलीला ग्रांउड के प्रमुख स्थानों पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के रोते हुए पोस्टर लगाए गए हैं। इन पोस्टरों में म्हारा हरियाणा, नॉन स्टॉप महिला अत्याचार-10 साल में 14 हजार महिलाओं का बलात्कार और म्हारा हरियाणा, नॉन स्टॉप बेरोजगारी- हरियाणा में 1 करोड़ बेरोजगार जैसे स्लोगन लिखे गए हैं। इन पोस्टरों ने करनाल के राजनीतिक तापमान को एकदम से बढ़ा दिया है। अनिल विज का तीखा प्रहार,दम है तो नाम से छापो इस विवाद के बाद, हरियाणा के पूर्व गृह मंत्री अनिल विज ने कांग्रेस का नाम लिए बगैर कांग्रेस पर तीखा हमला बोला है। विज ने कहा कि, अगर किसी ने मां का दूध पिया है तो सामने आकर पोस्टर लगाए और अपने नाम से पोस्टर छापो। हम भी बताएंगे कि तुमने क्या-क्या किया। तुमने कहां-कहां गोली चलवाई, कहां-कहां लाठीचार्ज करवाया, सब कुछ बताएंगे। हम खामोश क्यों रहें? ये चुपके-चुपके पोस्टर लगा रहे हैं, तुम्हारे में दम नहीं है। मरी हुई कौम हो। दम है तो नाम से छापो और आओ सामने मैदान में। हम तो खड़े हैं और बताएंगे। इनमें दम ही नहीं है और ये सामने आकर बात कर ही नहीं सकते हैं।” विज के इन बयानों ने राजनीतिक गलियारों में हड़कंप मचा दिया है। उन्होंने पोस्टरबाजी को कायरता की निशानी बताते हुए कांग्रेस पर परोक्ष रूप से निशाना साधा, हालांकि सीधे तौर पर पार्टी का नाम नहीं लिया। पोस्टरबाजी ने राजनीतिक तापमान को चढ़ाया, कांग्रेस ने दी प्रतिक्रिया इन विवादित पोस्टरों ने भाजपा और कांग्रेस के बीच पहले से चले आ रहे तनाव को और भी बढ़ा दिया है। जहां भाजपा ने इस पोस्टरबाजी को कांग्रेस की ओछी राजनीति का हिस्सा बताया है, वहीं कांग्रेस नेता रणदीप सूरजेवाला ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पोस्टर लगाना विकृत सोच का प्रतीक है, जिसने भी यह काम किया है, वह गलत किया है। हम इसकी निंदा करते हैं। सकारात्मक पोस्टरबाजी होनी चाहिए, और हमें जनता को गुमराह करने वाले संदेशों से बचना चाहिए। सूरजेवाला ने आगे कहा कि जनता को इन पोस्टरों को पढ़ने की जरूरत नहीं है। वे पहले से ही जानते हैं कि मनोहर लाल और नायब सिंह दोषी हैं। अब जनता वोट की चोट से फाइनल फैसला सुनाएगी। उन्होंने इस तरह की पोस्टरबाजी और गलत टिप्पणियों को कांग्रेस का हिस्सा नहीं मानते हुए इसे अस्वीकार्य बताया। करनाल की सड़कों पर गरमाई राजनीति, कांग्रेस पर आरोप इस बीच, करनाल की दीवारों पर लगाए गए पोस्टरों ने शहर में हलचल मचा दी है। सीएम के ओएसडी संजय बठला ने कहा कि ये पोस्टर कांग्रेस द्वारा लगाए गए हैं, जो सरकार को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। हालांकि, कांग्रेस ने इस तरह की किसी भी गतिविधि से खुद को दूर कर लिया है और इस पोस्टरबाजी की कड़ी निंदा की है।
कंवरपाल गुर्जर के सामने हैट्रिक की चुनौती:AAP गुर्जर वोट में सेंधमारी करेगी; अकरम खान को कांग्रेस वेव का फायदा
कंवरपाल गुर्जर के सामने हैट्रिक की चुनौती:AAP गुर्जर वोट में सेंधमारी करेगी; अकरम खान को कांग्रेस वेव का फायदा हरियाणा में यमुनानगर जिले की जगाधरी विधानसभा सीट पर इस चुनाव में पूर्व कृषि मंत्री और भाजपा उम्मीदवार कंवरपाल गुर्जर की राह आसान नहीं है। उनके सामने कांग्रेस के अकरम खान, आम आदमी पार्टी (AAP) के आदर्श पाल सिंह कड़ी टक्कर देंगे। इनके अलावा, इस सीट पर इनेलो-बसपा से दर्शन सिंह खेड़ा और जजपा-असपा से डॉ. अशोक कश्यप उम्मीदवार हैं। जगाधरी विधानसभा सीट में करीब 2.45 लाख वोटर हैं। यहां शहरी वोटर निर्णायक भूमिका में रहते हैं। यहां मुख्य मुद्दा उद्योग, अवैध माइनिंग और बढ़ते क्राइम का है। लोगों का कहना है कि हर चुनाव में यहां हिंदू-मुस्लिम का मुद्दा बनता था, लेकिन इस बार सभी विकास की बात कर रहे हैं। विकास न होने पर शहरी वोटर भाजपा से नाराज हैं। कंवरपाल के सामने एंटी इनकंबेंसी भी है। मंत्री रहते हुए कंवरपाल गुर्जर अवैध माइनिंग रोकने में नाकामयाब रहे। दूसरा भाजपा छोड़कर बसपा में गए दर्शन सिंह खेड़ा भी उनके लिए मुसीबत बनेंगे। उद्योगों में कमी की वजह से वैश्य समाज के लोग भाजपा से नाराज हैं। आदर्श पाल सिंह भी गुर्जर जाति से आते हैं। इसलिए वह गुर्जर जाति के अलावा वैश्य समाज की वोट लेंगे। इससे डायरेक्ट भाजपा को नुकसान पहुंचेगा। लोगों के मुताबिक कांग्रेस के अकरम खान यहां मजबूत स्थिति में हैं। उन्हें मुस्लिम वोटों के अलावा, जाट, जट सिख और अन्य जातियों के वोट भी मिलेंगे। ग्रामीण बेल्ट में कांग्रेस की लहर का उन्हें फायदा होगा। इसी वजह से वह शहरी वोटरों को साधने में जुटे हैं। 5 पॉइंट में समझें जगाधरी विधानसभा सीट के समीकरण कंवरपाल गुर्जर 10 साल के विकास के नाम पर वोट मांग रहे कंवरपाल गुर्जर साल 1990 में भाजपा में शामिल हुए थे। वह 2 बार यमुनानगर जिले के महासचिव और 3 बार राज्य के महासचिव रह चुके हैं। 1991 में उन्होंने छछरौली विधानसभा सीट से पहला चुनाव लड़ा था और हार गए। 2014 में उन्होंने जगाधरी सीट से चुनाव लड़ा और विधायक बने। तब मनोहर लाल खट्टर की सरकार में उन्हें विधानसभा स्पीकर का पद दिया गया। 2019 विधानसभा चुनाव में वह दोबारा विधायक बने और उन्हें शिक्षा मंत्री बनाया गया। इस चुनाव में कंवरपाल गुर्जर के प्रचार के लिए कार्यवाहक मुख्यमंत्री नायब सैनी आ चुके हैं। वह अपने 10 साल के कार्यकाल में हुए विकास कार्यों के नाम पर वोट मांग रहे हैं। इसके अलावा वह जनता के सामने बता रहे हैं कि शिक्षा मंत्री रहते हुए बिना पर्ची बिना खर्ची के लोगों को नौकरियां मिलीं। अकरम खान ने महंगाई और बेरोजगारी को मुद्दा बनाया अकराम खान साल 1996 में छछरौली विधानसभा सीट से निर्दलीय विधायक बने थे। 1998 में चौधरी बंसीलाल की सरकार में उन्हें हरियाणा हाउसिंग बोर्ड का अध्यक्ष और गृह राज्य मंत्री बनाया गया। साल 2000 में चौटाला सरकार में वह डेयरी विकास और सहकारी संघ लिमिटेड के अध्यक्ष बने। 2009 में उन्होंने बसपा के टिकट पर जगाधरी सीट से चुनाव लड़ा और विधायक बने। साल 2019 में वह कुमारी सैलजा के नेतृत्व में कांग्रेस में शामिल हो गए। इसी साल हुए विधानसभा चुनाव में वह कांग्रेस के टिकट पर लड़े और दूसरे स्थान पर रहे। इस चुनाव में अकरम खान के चुनाव प्रचार के लिए सांसद कुमारी सैलजा आ चुकी हैं। जनता के सामने वह 10 साल से प्रदेश मे बढ़ी रही मंहगाई और बेरोजगारी को मुद्दा बनाकर वोट मांग रहे हैं। इसके अलावा वह दावा कर रहे हैं कि सत्ता में आने पर वह शहर में बढ़ रहे क्राइम और अवैध माइनिंग पर लगाम लगाएंगे। आदर्श पाल सिंह शिक्षा- मेडिकल सुविधाओं के नाम पर वोट मांग रहे आदर्श पाल सिंह ने 2019 में बसपा के टिकट पर जगाधरी सीट से पहला विधानसभा चुनाव लड़ा था। तब उन्हें 47,988 वोट मिले थे। इसके बाद वह आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए। 2 महीने पहले उन्होंने कांग्रेस जॉइन की थी। टिकट कटने के बाद वह दोबारा आम आदमी पार्टी में चले गए। 20 सितंबर को आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल जगाधरी में रोड शो करने के लिए आए थे। उन्होंने आदर्श पाल सिंह के लिए वोटों की अपील की थी। वह टिकट न मिलने पर भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर धोखा देने का आरोप लगा चुके हैं। आदर्श पाल सिंह दिल्ली मॉडल को लेकर लेकर लोगों से शिक्षा और मेडिकल सुविधाओं को लेकर वोट मांग रहे हैं। क्या कहते हैं जगाधरी के वोटर…. राजकुमार बोले- कंवरपाल तीसरे नंबर पर आए तो हैरानी नहीं होगी जगाधरी के रहने वाले राजकुमार सिंह ने बताया कि कंवरपाल को इस बार सत्ता विरोधी लहर का सामना करना पड़ेगा। राज्य में कांग्रेस के पक्ष में हवा चल रही है, इसका अकरम को लाभ मिलेगा। अगर इस बार कंवरपाल गुर्जर तीसरे नंबर पर भी आते हैं तो इसमें कोई हैरान करने वाली बात नहीं होगी। मौजूद समय में जो समीकरण बन रहे है, उसमें कंवरपाल गुर्जर काफी कमजोर स्थिति में हैं। विक्की बोले- साइलेंट वोट AAP को जाएंगे दुकानदार विक्की का कहना है कि शहरी क्षेत्र में आम आदमी पार्टी के प्रति लोगों का रूझान देखने को मिल रहा है। व्यापारी वर्ग पूरी तरह से AAP के पक्ष में हैं। साइलेंट वोटर भी आम आदमी पार्टी को जा सकता है। सीमा ने कहा- कंवरपाल से किसान-उद्योगपति नाराज महिला सीमा ने मंत्री रहते हुए कंवरपाल यहां कोई बड़ा प्रोजेक्टर नहीं ला पाए। यहां बेरोजगारी बड़ा मुद्दा है। यहां बर्तन उद्योग खत्म हो रहा है। इसी तरह से प्लाईवुड उद्योग के भी दिन खराब ही चल रहे हैं। इन उद्योगों को बढ़ावा देने के लिए कदम उठाए जाने चाहिए थे, लेकिन मंत्री ऐसा नहीं कर पाए। यमुनानगर में फॉरेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट की एक ब्रांच खोलने की बात चली थी, लेकिन इस दिशा में भी कुछ नहीं कर पाए। इसका लाभ लकड़ी उद्योग के साथ साथ प्रदेशभर के किसानों को हो सकता था। कृषि मंत्री रहते हुए भी उन्होंने इस ओर ध्यान नहीं दिया। इस वजह से यहां के किसान और उद्योगपति दोनों ही भाजपा से नाराज हैं। शिव शर्मा ने कहा- अकरम को विधायक बनाएंगे लोग जगाधरी निवासी शिव शर्मा ने बताया कि भाजपा झूठ बोलकर सत्ता में आई थी। भ्रष्टाचार व महंगाई को कम करने की बात कही थी, लेकिन भ्रष्टाचारियों को भाजपा ने अपने में मिला लिया। महंगाई बढ़ती चली गई। 10 सालों में नशे का कारोबार बहुत ज्यादा बढ़ गया है। हर बच्चा नशे का शिकार हो चुका है। रोजगार ही नहीं है। लोग फैमिली आईडी के लिए चक्कर काट रहे हैं। इस बार लोग अकरम खान को विधायक बनाएंगे। प्रेमचंद बोले- कंवरपाल ने अपना घर भरा प्रेम चंद का कहना है कि महंगाई और भ्रष्टाचार को बोलबाला है। यहां कोई विकास नहीं हुआ। कांग्रेस के टाइम में ही यहां पर काम हुआ था। जब भी भाजपा आई है, इसने क्षेत्र का नाश करने का काम किया है। कंवरपाल ने तो अपना घर भरने का काम किया है, विकास नहीं किया है। जब भी बरसात आती है, तो बाजार में पानी भर जाता है। हमारा डिप्टी मेयर भी ऐसा ही है। अकरम खान के आगे सब फेल हैं। हंसराज ने कहा- कांग्रेस-भाजपा में टक्कर हंसराज ने बताया कि इस बार सिर्फ 2 ही पार्टियों के बीच मुकाबला नजर आ रहा है। जिसमें पहली कांग्रेस और दूसरी भाजपा है। सबसे ज्यादा मजबूत अकरम खान हैं। भाजपा ने जगाधरी का नुकसान किया है और इस नुकसान का खामियाजा भाजपा को भुगतना पड़ेगा। अवैध खनन से ग्रामीण परेशान नाम न छापने की शर्त पर व्यक्ति ने बताया कि जगाधरी विधानसभा के ग्रामीण इलाके में खनन जोरो पर है। यहां वैध और अवैध दोनों तरह से खनन हो रहा है। इससे ग्रामीण परेशान हैं। लगातार हादसे हो रहे हैं। इसके साथ ही पर्यावरण भी बिगड़ रहा है। क्षेत्र में अपराध का ग्राफ भी तेजी से बढ़ रहा है। मंत्री रहते हुए कंवरपाल खनन माफिया पर रोक लगाने की दिशा में कोई खास कदम नहीं उठा पाए। मंत्री के कुछ लोग भी खनन कारोबार से जुड़े रहे। हरियाणा चुनाव से जुड़ी ये ग्राउंड रिपोर्ट्स भी पढ़ें… अनिल विज कड़े मुकाबले में फंसे:खुद को CM चेहरा बता फायदा लेने की कोशिश; कांग्रेस पर गुटबाजी भारी, वोट शिफ्ट हुए तो चित्रा भारी पड़ेंगी राव इंद्रजीत की बेटी आरती तिकोने मुकाबले में फंसी:कांग्रेस बांटेगी अहीर वोटर; राजपूत-दलित वोटर्स एकतरफा तो ठाकुर बिगाड़ेंगे सियासी गणित नायब सैनी को CM चेहरे का फायदा:BJP के बागी गर्ग वोटकटवा; बड़शामी ने जाट न बांटे तो कांग्रेस के मेवा से कड़ी टक्कर विनेश फोगाट को कांग्रेस की वेव का सबसे बड़ा सहारा:जाट वोट बंटे तो मुश्किल 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