हिसार से तिरूपति जाने वाले यात्रियो के लिए उत्तर पश्चिम रेलवे ने स्पेशल ट्रेन में अतिरिक्त कोच की सुविधा देने का निर्णय लिया है। रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण ने बताया कि गाड़ी संख्या 04717/04718 में एक थर्ड एसी और दो सेकेंड क्लास स्लीपर कोच की अस्थायी वृद्धि की गई है। यह सुविधा जनवरी माह में विशेष दिनों के लिए उपलब्ध होगी। हिसार से 18 और 25 जनवरी को प्रस्थान करने वाली ट्रेन में यह अतिरिक्त डिब्बे जोड़े जाएंगे। वहीं तिरूपति से 20 और 27 जनवरी को चलने वाली ट्रेन में भी यात्रियों को यह सुविधा मिलेगी। यात्रियों की बढ़ती भीड़ के चलते लिया फैसला रेलवे प्रशासन का यह कदम विशेषकर त्योहारी सीजन और बढ़ती यात्री संख्या को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है। इससे यात्रियों को टिकट की उपलब्धता में सुधार होगा और वे अधिक आरामदायक यात्रा कर सकेंगे। हिसार से तिरूपति जाने वाले यात्रियो के लिए उत्तर पश्चिम रेलवे ने स्पेशल ट्रेन में अतिरिक्त कोच की सुविधा देने का निर्णय लिया है। रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण ने बताया कि गाड़ी संख्या 04717/04718 में एक थर्ड एसी और दो सेकेंड क्लास स्लीपर कोच की अस्थायी वृद्धि की गई है। यह सुविधा जनवरी माह में विशेष दिनों के लिए उपलब्ध होगी। हिसार से 18 और 25 जनवरी को प्रस्थान करने वाली ट्रेन में यह अतिरिक्त डिब्बे जोड़े जाएंगे। वहीं तिरूपति से 20 और 27 जनवरी को चलने वाली ट्रेन में भी यात्रियों को यह सुविधा मिलेगी। यात्रियों की बढ़ती भीड़ के चलते लिया फैसला रेलवे प्रशासन का यह कदम विशेषकर त्योहारी सीजन और बढ़ती यात्री संख्या को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है। इससे यात्रियों को टिकट की उपलब्धता में सुधार होगा और वे अधिक आरामदायक यात्रा कर सकेंगे। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा के अस्पताल में आग, जच्चा-बच्चा वार्ड में धुआं भरा:सांस लेने में हुई घुटन, नवजन्में बच्चे लेकर दौड़े लोग; बिल्डिंग खाली कराई
हरियाणा के अस्पताल में आग, जच्चा-बच्चा वार्ड में धुआं भरा:सांस लेने में हुई घुटन, नवजन्में बच्चे लेकर दौड़े लोग; बिल्डिंग खाली कराई हरियाणा में नारनौल के सिविल अस्पताल में आग लग गई। आग बिजली के तारों में लगी थी, लेकिन थोड़ी ही देर में उसने आसपास रखे सामान को अपनी चपेट में ले लिया। इससे आग की लपटें तेजी से उठीं। इसके बाद पास ही मौजूद जच्चा-बच्चा वार्ड में धुआं भर गया है। धुएं के साथ आग की लपटें देखकर मरीजों और तीमारदारों में भगदड़ मच गई। यहां एक महिला ऐसी भी थी, जिसने 5 मिनट पहले ही बच्चे को जन्म दिया था। आनन-फानन में सभी मरीजों को नई बिल्डिंग में शिफ्ट किया गया। इस दौरान एडमिट मरीजों और उनके साथ मौजूद तीमारदारों को सांस लेने में दिक्कत हुई। घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर फायर ब्रिगेड टीम पहुंची। कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। घटना बीती रात करीब 11 बजे सामने आई। मेडिकल अफसर बोले- सभी को सुरक्षित निकाला गया
सिविल अस्पताल के मेडिकल अफसर सरजीत सिंह ने बताया है कि जिस समय बिल्डिंग में आग लगी, उस समय उनकी ही ड्यूटी लगी हुई थी। रात में जच्चा-बच्चा वार्ड के मरीज अचानक चिल्लाने लगे थे। उनकी चीख-पुकार सुनकर जब मौके पर पहुंचे तो देखा कि वार्ड में धुआं भरा हुआ था। इसके बाद फौरन वार्ड में स्ट्रेचर मंगाए गए और एंबुलेंस बुलाईं। उनसे मरीजों को नई बिल्डिंग में तेजी से शिफ्ट किया गया। कुछ मरीज अपने आप ही वार्ड से निकल गए। कुछ चलने की स्थिति में नहीं थे तो उन्हें एंबुलेंस से ले जाया गया। तारों में आग लगी, AC भी जला
मेडिकल अफसर ने बताया कि आग जच्चा-बच्चा वार्ड के पास मौजूद बिजली के कमरे में लगी थी। वहां शॉर्ट सर्किट हुआ हुआ, जिससे तारों में आग लग गई। तार जब जलते रहे तो उनसे काफी धुआं उठा। वह धुआं पास ही जच्चा-बच्चा वार्ड में जमा हो गया था। प्लास्टिक के जलने से लोगों को बुरी गंध महसूस हो रही थी और सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। वहीं तीमारदारों ने बताया है कि धुआं भरने के बाद उन्होंने वार्ड से बाहर निकलकर देखा तो वायरिंग में आग लगी थी। वायरिंग ने पास ही मौजूद AC को भी चपेट में ले लिया था। इससे आग की लपटें उठ रही थीं। इसके बाद लोगों ने चीखना-चिल्लाना शुरू किया। भागदौड़ में ही बच्चे को जन्म दिया
कनीना से अपनी बहू की डिलीवरी के लिए आईं सरिता देवी ने बताया है कि वार्ड में सभी लोग खांस रहे थे। बाहर निकलकर देखा तो बगल में ही तेज आग लगी थी। चारों ओर धुआं-धुआं भरा हुआ था। इसके बाद दौड़ती हुई डॉक्टर आई। वह बोली कि सभी लोग वार्ड से बाहर निकलो। जो पैदल जा सकता है, पैदल जाए। बाकी सभी एंबुलेंस में चढ़ जाओ। नए अस्पताल में जाना है। सरिता देवी ने कहा कि मेरी बहू को तो यहां आए हुए 5 मिनट ही हुए थे। भागदौड़ के बीच ही उसके लड़का पैदा हुआ था। फिर भी हम सब बिस्तर-कंबल छोड़कर वहां से भाग आए। आग लगने की घटना के बाद ही स्टाफ ने फायर ब्रिगेड को सूचना दे दी थी। कुछ देर बाद ही दमकल की गाड़ी मौके पर पहुंच गई थी। इसके बाद करीब आधे घंटा मशक्कत कर टीम ने आग पर काबू पा लिया।
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हरियाणा रैपिड मेट्रो का टीजर लॉन्च:NCRTC का दावा- 160 किमी प्रति घंटे की स्पीड से दौड़ेगी; करनाल तक होगा विस्तार, बनेंगे 17 स्टेशन
हरियाणा रैपिड मेट्रो का टीजर लॉन्च:NCRTC का दावा- 160 किमी प्रति घंटे की स्पीड से दौड़ेगी; करनाल तक होगा विस्तार, बनेंगे 17 स्टेशन हरियाणा में रैपिड मैट्रो चीते की रफ्तार से दौड़ेगी। इसकी स्पीड करीब 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार होगी। यानि दिल्ली से करनाल की 135 किमी की दूरी यह ट्रेन करीब 45 मिनट में ही तय कर लेगी।
NCRTC(नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन) ने वर्ल्ड ट्रांसपोर्ट डे पर एक टीजर सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर शेयर किया है। इसमें दावा किया गया है कि भविष्य में जो मेट्रो प्रोजेक्ट बनेंगे उसमें रैपिड मैट्रो चीते की रफ्तार से दौड़ेगी, यानि इसकी स्पीड करीब 160 किमी प्रति घंटा होगी। अभी करनाल से दिल्ली का सफर तय करने में ढाई घंटे का सफर तय करना पड़ता है। बता दें कि हरियाणा में करनाल तक रैपिड रेल कॉरिडोर बनाया जाना है। पहले इसे पानीपत तक बनाया जाना था। मगर पिछले दिनों दिल्ली में केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल और मुख्यमंत्री नायब सैनी की बैठक में इसे करनाल तक विस्तार करने की मंजूरी प्रदान की गई। बकायदा इसके लिए सर्वे किया जाएगा और इसकी संभावनाएं तलाशी जाएगी। पानीपत तक मेट्रो का सर्वे हो चुका है मगर बजट के अभाव में यह प्रोजेक्ट अभी लंबित पड़ा था मगर सरकार इसे करनाल तक विस्तार के साथ मंजूरी देगी। दिल्ली से करनाल तक 17 मेट्रो स्टेशन बनेंगे
दिल्ली-पानीपत रैपिड मेट्रो रेल लाइन के करनाल तक विस्तार के बाद मैट्रो स्टेशन भी तय कर लिए गए हैं। दिल्ली से करनाल तक 17 मेट्रो स्टेशन बनेंगे। इसमें करनाल में 3 स्टेशन होंगे। दिल्ली-करनाल रैपिड मेट्रो रेल लाइन का काम जल्द शुरू होगा। दिल्ली-करनाल रैपिड मेट्रो रो ट्रांजिट सिस्टम को लेकर धरातल पर काम शुरू हो चुका है। इस प्रोजेक्ट को लेकर केंद्र सरकार के साथ साथ हरियाणा सरकार भी पूरी तरह से गंभीर है। रैपिड मेट्रो ट्रेन के रूट और उसके स्टेशन चिह्नित करने का शुरू कर दिया गया है। दिल्ली से लेकर करनाल तक कुल 17 स्टेशन बनाए जाएंगे। यह भी लगभग तय हो गया है कि करनाल जिले में 3 स्टेशन बनेंगे। मेट्रो में एक बार में 250 लोग सफर कर सकेंगे। यह ट्रेन छह से 10 मिनट के अंदर सर्विस के लिए उपलब्ध रहेगी। प्रोजेक्ट से इन लोगों को भी फायदा
इस प्रोजेक्ट से करनाल के अलावा कुरूक्षेत्र, अंबाला, यमुनानगर, कैथल और चंडीगढ़ तक के लोगों को फायदा होगा। यह पूरा प्रोजेक्ट हादसों से मानव की सुरक्षा के साथ-साथ हरियाणा को खुशहाल और समृद्ध बनाएगा। इसके चलने के बाद लोग समय और धन दोनों की बचत के लिए मेट्रो का इस्तेमाल करेंगे। हरियाणा सरकार के सराय काले खां-दिल्ली-पानीपत रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (RRTS) कॉरिडोर के करनाल तक विस्तारी करण के कार्य को सैद्धांतिक मंजूरी केंद्र सरकार ने दे थी। हरियाणा और दिल्ली की कनेक्टिविटी और मजबूत
इस प्रोजेक्ट से जहां करनाल सहित पूरे एनसीआर में परिवहन सुविधाओं में वृद्धि होगी। हरियाणा और दिल्ली में सड़क हादसों और प्रदूषण लेवल में भी कमी आएगी। एनसीआर में नौकरीपेशा लोगों का नाइट स्टे का झंझट खत्म होगा। दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र में काफी संख्या में उत्तरी हरियाणा और अन्य क्षेत्रों के लोग पढ़ाई और नौकरी के लिए वहीं रहते हैं, घर से ज्यादा दूर होने के कारण अप-डाउन नहीं कर पाते, नाइट स्टे ही विकल्प है। रैपिड ट्रेन के शुरू होने से सफर सुगम होगा और लोग नाइट स्टे के झंझट से बचेंगे।