अयोध्या के मिल्कीपुर विधानसभा से BJP प्रत्याशी के नामांकन में 7 मंत्री और खुद प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह पहुंचे। लेकिन, टिकट के बड़े दावेदार बाबा गोरखनाथ नामांकन में नहीं आए। उनके अलावा भाजपा से टिकट मांग रहे 12 से ज्यादा नेताओं ने भी चंद्रभानु के नामांकन से किनारा कर लिया। वहीं, गुरुवार को चंद्रभानु के नॉमिनेशन से पहले प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने जनसभा की। इसमें भूपेंद्र चौधरी ने कहा- सपा में सिर्फ परिवारवाद है। एक बार चूक हुई है, लेकिन अब ऐसा मत करना। जनता राम विरोधियों के खिलाफ है और उन्हें जवाब देगी। स्वतंत्रदेव सिंह ने कहा- मिल्कीपुर की जनता ने ठान लिया है कि परिवारवाद खत्म किया जाएगा। जनसभा के बाद कलेक्ट्रेट पहुंचकर BJP प्रत्याशी चंद्रभानु ने नामांकन किया। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा- सपा सरकार ने शासन व्यवस्था को खोखला करने का काम किया है। अब जनता फंसने वाली नहीं है। मिल्कीपुर का चुनाव राष्ट्रवाद का चुनाव है। यह लोग परिवारवादी और जातिवादी हैं। भ्रम की राजनीति करने वाले लोगों को मिल्कीपुर की जनता संदेश देने का काम करेगी। झूठ-फरेब की राजनीति करने वालों को जनता दिखा देगी कि वह योगी-मोदी के साथ खड़ी है। स्वतंत्रदेव सिंह बोले- आज लाल चौक पर तिरंगा फहरा रहा है स्वतंत्रदेव सिंह ने कहा- चाय बेचने वाला देश का प्रधानमंत्री बना तो लाल चौक पर तिरंगा फहरा रहा है। जब कांग्रेस की सरकार थी तो लोग वहां जाने से डरते थे। जब से आप लोगों ने देश में मोदी और प्रदेश में योगी की सरकार बनाई है तब से विकास कार्य बहुत तेजी से हो रहा है। अयोध्या में देव दीपावली पर हेलिकॉप्टर से पुष्प वर्षा होती है। दीपोत्सव होता है। सपा की सरकार में लोग रात में घरों से निकलने में डरते थे। सपा परिवारवाद की हितैषी- विजय लक्ष्मी महिला कल्याण एवं ग्राम विकास मंत्री विजय लक्ष्मी ने कहा- मिल्कीपुर की जनता परिवारवाद नहीं चलने देगी। भाजपा बिना भेदभाव के काम कर रही है। विपक्ष के लोग बाबा साहब के नाम पर राजनीति कर रहे हैं। लोग गलतफहमी पैदा कर रहे हैं यह कभी बाबा साहब के हितैषी नहीं रहे। सिर्फ परिवारवाद के हितैषी रहे हैं। इस मौके पर प्रभारी मंत्री सूर्य प्रताप शाही, सहकारिता मंत्री जेपीएस राठौर, आयुष मंत्री दयाशंकर मिश्र दयाल, खेल मंत्री गिरीश चंद्र यादव, खाद्य एवं रसद मंत्री सतीश चंद्र शर्मा, स्वास्थ्य मंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह, एमएलसी अवनीश पटेल, पूर्व सांसद लल्लू सिंह समेत कई विधायक और भाजपा नेता मौजूद रहे। सपा प्रत्याशी के नामांकन में कोई बड़ा चेहरा नहीं पहुंचा बुधवार को स्टार प्रचारकों की लिस्ट जारी होने के बाद भी सपा प्रत्याशी अजीत प्रसाद के नामांकन में कोई बड़ा चेहरा नहीं पहुंचा था। उनके नामांकन में अजीत प्रसाद के पिता और अयोध्या सांसद अवधेश प्रसाद शामिल रहे। पूर्व विधायक जयशंकर पांडेय और पूर्व मंत्री पवन पांडे भी मौजूद थे। अयोध्या सांसद अवधेश प्रसाद ने कहा-आज अजीत प्रसाद सपा-INDIA गठबंधन के उम्मीदवार हैं। हम चुनाव-कानून और संविधान के साथ आचार संहिता का पूरी तरह से पालन करते हैं। हम इनका उल्लंघन नहीं करते हैं। हजारों लोग नामिनेशन में आने को तैयार थे लेकिन हमने विनम्रतापूर्वक कहा कि केवल चार लोग ही जाएंगे। बता दें मिल्कीपुर से सपा ने अजीत प्रसाद, भाजपा ने चंद्रभानु पासवान और आजाद समाज पार्टी ने संतोष कुमार उर्फ सूरज चौधरी को मैदान में उतारा है। अब पढ़िए मिल्कीपुर से BJP प्रत्याशी चंद्रभानु पासवान के बारे में टिकट मिलने के बाद चंद्रभानु पासवान ने कहा- सबसे पहले तो मैं पार्टी के शीर्ष नेताओं और मिल्कीपुर की जनता का धन्यवाद करना चाहूंगा। उन्होंने मुझ पर भरोसा जताया। मैं मिल्कीपुर से चुनाव जीत कर अपनी पार्टी की झोली में ये सीट डालने का काम करूंगा। मेरा चुनाव जनता लड़ रही है। मुझे अवधेश प्रसाद से कोई खतरा नहीं है। मेरा एजेंडा विकास का है और मैं पूरी तरह से निश्चिंत हूं। 5 तारीख को वोटिंग है। मुझे आशीर्वाद देने के लिए मिल्कीपुर की जनता तैयार है। अयोध्या भगवान राम की नगरी है। भाजपा ये सीट जरूर जीतेगी। मिल्कीपुर में 5 फरवरी को होगी वोटिंग
अयोध्या की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव की तारीख का ऐलान हो गया है। 5 फरवरी को वोटिंग होगी। नतीजे 8 फरवरी को आएंगे। 10 से 17 जनवरी तक नामांकन दाखिल किए जाएंगे। निर्वाचन आयोग ने मंगलवार को दिल्ली विधानसभा चुनाव के साथ उपचुनाव की घोषणा की। प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बताया- 10 जनवरी को अधिसूचना जारी होगी। इसके साथ ही नामांकन दाखिल करने का सिलसिला शुरू होगा। उम्मीदवार 17 जनवरी तक नामांकन दाखिल कर सकेंगे। 18 जनवरी को नामांकन पत्रों की जांच होगी। 20 जनवरी तक नाम वापस लिए जा सकेंगे। मिल्कीपुर सीट अवधेश प्रसाद के फैजाबाद से सांसद बनने के बाद खाली हुई है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने अयोध्या सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे को पहले ही उम्मीदवार तय कर दिया है। हालांकि, भाजपा ने अब तक अपने प्रत्याशी का नाम घोषित नहीं किया है। चर्चा है कि बाबा गोरखनाथ को बीजेपी चुनाव में उतार सकती है। जानिए 9 सीटों के साथ क्यों नहीं हुआ उपचुनाव
2022 के विधानसभा चुनाव में मिल्कीपुर से भाजपा प्रत्याशी गोरखनाथ सपा प्रत्याशी अवधेश प्रसाद से 13,000 से अधिक वोटों से हार गए थे। इसके बाद भाजपा नेता ने अवधेश प्रसाद पर चुनाव प्रक्रिया में गलत हलफनामा दाखिल करने और नोटरी के नियमों का उल्लंघन करने का आरोप लगाया। हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में याचिका दायर की। 2024 के लोकसभा चुनाव में सपा ने अवधेश प्रसाद को अयोध्या से उतारा। अवधेश चुनाव जीतकर सांसद बने। इससे मिल्कीपुर सीट खाली हो गई। 15 अक्टूबर को चुनाव आयोग ने यूपी में विधानसभा की 9 सीटों पर ही उपचुनाव की तारीखों का ऐलान किया। मिल्कीपुर सीट का नाम नहीं था। मिल्कीपुर उपचुनाव लटका तो बयानबाजी शुरू हो गई। सपा ने भाजपा पर हार के डर से चुनाव लटकाने का आरोप लगाया। जब चुनाव लटकने की वजह खोजी गई। तब पता चला कि बाबा गोरखनाथ की याचिका हाईकोर्ट में लंबित है, इसलिए मिल्कीपुर में उपचुनाव की घोषणा नहीं की गई। 18 अक्टूबर को ही भाजपा नेता और पूर्व विधायक गोरखनाथ ने हाईकोर्ट में अर्जी लगाई कि वे अब केस नहीं लड़ना चाहते हैं। गोरखनाथ ने कहा कि सपा विधायक अवधेश प्रसाद के इस्तीफे के बाद याचिका का औचित्य समाप्त हो गया है। याचिका वापस लेने से मिल्कीपुर सीट पर उपचुनाव का रास्ता साफ हो गया। 2022 के विधानसभा चुनाव में मिल्कीपुर का रिजल्ट
मिल्कीपुर में 2022 के विधानसभा चुनाव में अवधेश प्रसाद को 1.03 लाख वोट मिले थे। उन्होंने भाजपा के बाबा गोरखनाथ को 13 हजार वोटों से हराया था। बाबा गोरखनाथ को 90 हजार 567 वोट मिले थे। इससे पहले 2017 के चुनाव में बाबा गोरखनाथ मिल्कीपुर से विधायक बने। …………………… ये खबर भी पढ़ें- अयोध्या में हार का बदला मिल्कीपुर जीतकर लेगी भाजपा, अखिलेश के सामने गढ़ बचाने की चुनौती, नतीजों का पूरे देश में जाएगा मैसेज रामनगरी अयोध्या जिले की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव की घोषणा हो गई है। पांच फरवरी को वोटिंग और 8 फरवरी को रिजल्ट आएगा। राजनीतिक दलों और राजनीतिक विश्लेषकों की नजर दिल्ली विधानसभा चुनाव के साथ मिल्कीपुर के उपचुनाव पर भी रहेगी। पढ़ें पूरी खबर अयोध्या के मिल्कीपुर विधानसभा से BJP प्रत्याशी के नामांकन में 7 मंत्री और खुद प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह पहुंचे। लेकिन, टिकट के बड़े दावेदार बाबा गोरखनाथ नामांकन में नहीं आए। उनके अलावा भाजपा से टिकट मांग रहे 12 से ज्यादा नेताओं ने भी चंद्रभानु के नामांकन से किनारा कर लिया। वहीं, गुरुवार को चंद्रभानु के नॉमिनेशन से पहले प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने जनसभा की। इसमें भूपेंद्र चौधरी ने कहा- सपा में सिर्फ परिवारवाद है। एक बार चूक हुई है, लेकिन अब ऐसा मत करना। जनता राम विरोधियों के खिलाफ है और उन्हें जवाब देगी। स्वतंत्रदेव सिंह ने कहा- मिल्कीपुर की जनता ने ठान लिया है कि परिवारवाद खत्म किया जाएगा। जनसभा के बाद कलेक्ट्रेट पहुंचकर BJP प्रत्याशी चंद्रभानु ने नामांकन किया। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा- सपा सरकार ने शासन व्यवस्था को खोखला करने का काम किया है। अब जनता फंसने वाली नहीं है। मिल्कीपुर का चुनाव राष्ट्रवाद का चुनाव है। यह लोग परिवारवादी और जातिवादी हैं। भ्रम की राजनीति करने वाले लोगों को मिल्कीपुर की जनता संदेश देने का काम करेगी। झूठ-फरेब की राजनीति करने वालों को जनता दिखा देगी कि वह योगी-मोदी के साथ खड़ी है। स्वतंत्रदेव सिंह बोले- आज लाल चौक पर तिरंगा फहरा रहा है स्वतंत्रदेव सिंह ने कहा- चाय बेचने वाला देश का प्रधानमंत्री बना तो लाल चौक पर तिरंगा फहरा रहा है। जब कांग्रेस की सरकार थी तो लोग वहां जाने से डरते थे। जब से आप लोगों ने देश में मोदी और प्रदेश में योगी की सरकार बनाई है तब से विकास कार्य बहुत तेजी से हो रहा है। अयोध्या में देव दीपावली पर हेलिकॉप्टर से पुष्प वर्षा होती है। दीपोत्सव होता है। सपा की सरकार में लोग रात में घरों से निकलने में डरते थे। सपा परिवारवाद की हितैषी- विजय लक्ष्मी महिला कल्याण एवं ग्राम विकास मंत्री विजय लक्ष्मी ने कहा- मिल्कीपुर की जनता परिवारवाद नहीं चलने देगी। भाजपा बिना भेदभाव के काम कर रही है। विपक्ष के लोग बाबा साहब के नाम पर राजनीति कर रहे हैं। लोग गलतफहमी पैदा कर रहे हैं यह कभी बाबा साहब के हितैषी नहीं रहे। सिर्फ परिवारवाद के हितैषी रहे हैं। इस मौके पर प्रभारी मंत्री सूर्य प्रताप शाही, सहकारिता मंत्री जेपीएस राठौर, आयुष मंत्री दयाशंकर मिश्र दयाल, खेल मंत्री गिरीश चंद्र यादव, खाद्य एवं रसद मंत्री सतीश चंद्र शर्मा, स्वास्थ्य मंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह, एमएलसी अवनीश पटेल, पूर्व सांसद लल्लू सिंह समेत कई विधायक और भाजपा नेता मौजूद रहे। सपा प्रत्याशी के नामांकन में कोई बड़ा चेहरा नहीं पहुंचा बुधवार को स्टार प्रचारकों की लिस्ट जारी होने के बाद भी सपा प्रत्याशी अजीत प्रसाद के नामांकन में कोई बड़ा चेहरा नहीं पहुंचा था। उनके नामांकन में अजीत प्रसाद के पिता और अयोध्या सांसद अवधेश प्रसाद शामिल रहे। पूर्व विधायक जयशंकर पांडेय और पूर्व मंत्री पवन पांडे भी मौजूद थे। अयोध्या सांसद अवधेश प्रसाद ने कहा-आज अजीत प्रसाद सपा-INDIA गठबंधन के उम्मीदवार हैं। हम चुनाव-कानून और संविधान के साथ आचार संहिता का पूरी तरह से पालन करते हैं। हम इनका उल्लंघन नहीं करते हैं। हजारों लोग नामिनेशन में आने को तैयार थे लेकिन हमने विनम्रतापूर्वक कहा कि केवल चार लोग ही जाएंगे। बता दें मिल्कीपुर से सपा ने अजीत प्रसाद, भाजपा ने चंद्रभानु पासवान और आजाद समाज पार्टी ने संतोष कुमार उर्फ सूरज चौधरी को मैदान में उतारा है। अब पढ़िए मिल्कीपुर से BJP प्रत्याशी चंद्रभानु पासवान के बारे में टिकट मिलने के बाद चंद्रभानु पासवान ने कहा- सबसे पहले तो मैं पार्टी के शीर्ष नेताओं और मिल्कीपुर की जनता का धन्यवाद करना चाहूंगा। उन्होंने मुझ पर भरोसा जताया। मैं मिल्कीपुर से चुनाव जीत कर अपनी पार्टी की झोली में ये सीट डालने का काम करूंगा। मेरा चुनाव जनता लड़ रही है। मुझे अवधेश प्रसाद से कोई खतरा नहीं है। मेरा एजेंडा विकास का है और मैं पूरी तरह से निश्चिंत हूं। 5 तारीख को वोटिंग है। मुझे आशीर्वाद देने के लिए मिल्कीपुर की जनता तैयार है। अयोध्या भगवान राम की नगरी है। भाजपा ये सीट जरूर जीतेगी। मिल्कीपुर में 5 फरवरी को होगी वोटिंग
अयोध्या की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव की तारीख का ऐलान हो गया है। 5 फरवरी को वोटिंग होगी। नतीजे 8 फरवरी को आएंगे। 10 से 17 जनवरी तक नामांकन दाखिल किए जाएंगे। निर्वाचन आयोग ने मंगलवार को दिल्ली विधानसभा चुनाव के साथ उपचुनाव की घोषणा की। प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवदीप रिणवा ने बताया- 10 जनवरी को अधिसूचना जारी होगी। इसके साथ ही नामांकन दाखिल करने का सिलसिला शुरू होगा। उम्मीदवार 17 जनवरी तक नामांकन दाखिल कर सकेंगे। 18 जनवरी को नामांकन पत्रों की जांच होगी। 20 जनवरी तक नाम वापस लिए जा सकेंगे। मिल्कीपुर सीट अवधेश प्रसाद के फैजाबाद से सांसद बनने के बाद खाली हुई है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने अयोध्या सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे को पहले ही उम्मीदवार तय कर दिया है। हालांकि, भाजपा ने अब तक अपने प्रत्याशी का नाम घोषित नहीं किया है। चर्चा है कि बाबा गोरखनाथ को बीजेपी चुनाव में उतार सकती है। जानिए 9 सीटों के साथ क्यों नहीं हुआ उपचुनाव
2022 के विधानसभा चुनाव में मिल्कीपुर से भाजपा प्रत्याशी गोरखनाथ सपा प्रत्याशी अवधेश प्रसाद से 13,000 से अधिक वोटों से हार गए थे। इसके बाद भाजपा नेता ने अवधेश प्रसाद पर चुनाव प्रक्रिया में गलत हलफनामा दाखिल करने और नोटरी के नियमों का उल्लंघन करने का आरोप लगाया। हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में याचिका दायर की। 2024 के लोकसभा चुनाव में सपा ने अवधेश प्रसाद को अयोध्या से उतारा। अवधेश चुनाव जीतकर सांसद बने। इससे मिल्कीपुर सीट खाली हो गई। 15 अक्टूबर को चुनाव आयोग ने यूपी में विधानसभा की 9 सीटों पर ही उपचुनाव की तारीखों का ऐलान किया। मिल्कीपुर सीट का नाम नहीं था। मिल्कीपुर उपचुनाव लटका तो बयानबाजी शुरू हो गई। सपा ने भाजपा पर हार के डर से चुनाव लटकाने का आरोप लगाया। जब चुनाव लटकने की वजह खोजी गई। तब पता चला कि बाबा गोरखनाथ की याचिका हाईकोर्ट में लंबित है, इसलिए मिल्कीपुर में उपचुनाव की घोषणा नहीं की गई। 18 अक्टूबर को ही भाजपा नेता और पूर्व विधायक गोरखनाथ ने हाईकोर्ट में अर्जी लगाई कि वे अब केस नहीं लड़ना चाहते हैं। गोरखनाथ ने कहा कि सपा विधायक अवधेश प्रसाद के इस्तीफे के बाद याचिका का औचित्य समाप्त हो गया है। याचिका वापस लेने से मिल्कीपुर सीट पर उपचुनाव का रास्ता साफ हो गया। 2022 के विधानसभा चुनाव में मिल्कीपुर का रिजल्ट
मिल्कीपुर में 2022 के विधानसभा चुनाव में अवधेश प्रसाद को 1.03 लाख वोट मिले थे। उन्होंने भाजपा के बाबा गोरखनाथ को 13 हजार वोटों से हराया था। बाबा गोरखनाथ को 90 हजार 567 वोट मिले थे। इससे पहले 2017 के चुनाव में बाबा गोरखनाथ मिल्कीपुर से विधायक बने। …………………… ये खबर भी पढ़ें- अयोध्या में हार का बदला मिल्कीपुर जीतकर लेगी भाजपा, अखिलेश के सामने गढ़ बचाने की चुनौती, नतीजों का पूरे देश में जाएगा मैसेज रामनगरी अयोध्या जिले की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव की घोषणा हो गई है। पांच फरवरी को वोटिंग और 8 फरवरी को रिजल्ट आएगा। राजनीतिक दलों और राजनीतिक विश्लेषकों की नजर दिल्ली विधानसभा चुनाव के साथ मिल्कीपुर के उपचुनाव पर भी रहेगी। पढ़ें पूरी खबर उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर