<p style=”text-align: justify;”><strong>IITian Baba Kalki Avatar:</strong> महाकुंभ में आए IITian बाबा उर्फ अभय सिंह ग्रेवाल को लेकर कई तरह के खुलासे हो रहे हैं जिसे सुनकर आप भी हैरान रह जाएंगे. बाबा ने अपने बारे में जो-जो दावे किए है वो बेहद हैरान करने वाले हैं. मुंबई आईआईटी से एयरो स्पेस में इंजीनियरिंग करने के बाद लाखों की नौकरी छोड़कर अध्यात्म में रमने वाले बाबा ने दावा किया है कि वो कल्कि का अवतार है. खुद भगवान शिव ने उन्हें ये नाम दिया है. उन्होंने कहा कि भगवान ने उन्हें बताया कि उनका नाम कल्कि है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>IITian बाबा ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत में बताया कि लोगों ने उन्हें कई नाम दिए हैं. लेकिन, नाम से कोई फर्क नहीं पड़ता है. उन्होंने कहा कि वैसे तो मुझे बहुत सारे नाम दिए गए हैं लेकिन मैं जो नाम बताऊंगा उसे सुनकर तो हैरान हो जाओेगे. मुझे भगवान शिव से तो कल्कि नाम मिला है. ये नाम मुझे महादेव ने दिया है. उन्होंने कहा कि तू कल्कि है…जब आप ज्यादा ध्यान में होते हो तो वो सपने जैसा है होता है..जब मैं ऋषिकेश में था तब महादेव ने मुझे ये नाम बताया. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बाबा ने खुद को बताया कल्कि अवतार</strong><br />उन्होंने कहा कि उससे पहले मुझे फर्क ही नहीं पड़ता था नाम से क्या मतलब है.. जो काम है उसपर फोकस करो.. काम होगा तो नाम अपने आप ही हो जाएगा. जब धर्म की स्थापना हो गई, सत्य की स्थापना हो गई. तो क्या फर्क पड़ता है कि लोग तुम्हें क्या बोलते हैं क्या कहते हैं?</p>
<p style=”text-align: justify;”>IITian बाबा ने कहा कि ऋषिकेश में तो मैंने खुलकर कहा था कि मैं अपने आप को भगवान बोल रहा हूं. वहीं भगवान जो तुमने बोला कि वो अगले अवतार (कल्कि अवतार) में आएगा. अब तुम इसे मानते हो या नहीं.. उसमें दोनों बातें हो सकती है. या तो मैं पूरा पागल हूं..या मैं बहुत ज्ञानी हूं..जो सत्य है वहीं बचेगा. मैं कल्कि हूं या नहीं वो समय बताएगा. कर्म के हिसाब से नाम होना चाहिए. काम वैसा करें.. यदि मैंने सत्य या धर्म की स्थापना कर दी तब होगा वो नाम, क्योंकि वो कर्म से होगा. नाम देकर आप कर्म नहीं करते हो..कर्म के बाद नाम होता है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा कि कल्कि नाम के अलावा भी उन्हें कई नाम दिए गए हैं. जब वो ऋषिकेश में रह रहे थे तो लोगों ने उन्हें राघव नाम भी दिया है. उन्होंने मुझे राम का स्वरूप बताया. कृष्ण का स्वरूप तो वैसे ही लोगों को दिख जाता है. लोगों ने मुझे माधव नाम भी दिया. वाराणसी में मुझे एक तांत्रिक ने बटुक भैरव कहा था.</p>
<p style=”text-align: justify;”><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/maha-kumbh-2025-prayagraj-iitian-baba-abhay-singh-said-my-family-is-very-strange-2864543″><strong>WATCH: IITian बाबा ने बताया पर अपने परिवार का सच, कहा- ‘मेरी फैमिली बहुत अजीब है</strong></a></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>IITian Baba Kalki Avatar:</strong> महाकुंभ में आए IITian बाबा उर्फ अभय सिंह ग्रेवाल को लेकर कई तरह के खुलासे हो रहे हैं जिसे सुनकर आप भी हैरान रह जाएंगे. बाबा ने अपने बारे में जो-जो दावे किए है वो बेहद हैरान करने वाले हैं. मुंबई आईआईटी से एयरो स्पेस में इंजीनियरिंग करने के बाद लाखों की नौकरी छोड़कर अध्यात्म में रमने वाले बाबा ने दावा किया है कि वो कल्कि का अवतार है. खुद भगवान शिव ने उन्हें ये नाम दिया है. उन्होंने कहा कि भगवान ने उन्हें बताया कि उनका नाम कल्कि है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>IITian बाबा ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत में बताया कि लोगों ने उन्हें कई नाम दिए हैं. लेकिन, नाम से कोई फर्क नहीं पड़ता है. उन्होंने कहा कि वैसे तो मुझे बहुत सारे नाम दिए गए हैं लेकिन मैं जो नाम बताऊंगा उसे सुनकर तो हैरान हो जाओेगे. मुझे भगवान शिव से तो कल्कि नाम मिला है. ये नाम मुझे महादेव ने दिया है. उन्होंने कहा कि तू कल्कि है…जब आप ज्यादा ध्यान में होते हो तो वो सपने जैसा है होता है..जब मैं ऋषिकेश में था तब महादेव ने मुझे ये नाम बताया. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>बाबा ने खुद को बताया कल्कि अवतार</strong><br />उन्होंने कहा कि उससे पहले मुझे फर्क ही नहीं पड़ता था नाम से क्या मतलब है.. जो काम है उसपर फोकस करो.. काम होगा तो नाम अपने आप ही हो जाएगा. जब धर्म की स्थापना हो गई, सत्य की स्थापना हो गई. तो क्या फर्क पड़ता है कि लोग तुम्हें क्या बोलते हैं क्या कहते हैं?</p>
<p style=”text-align: justify;”>IITian बाबा ने कहा कि ऋषिकेश में तो मैंने खुलकर कहा था कि मैं अपने आप को भगवान बोल रहा हूं. वहीं भगवान जो तुमने बोला कि वो अगले अवतार (कल्कि अवतार) में आएगा. अब तुम इसे मानते हो या नहीं.. उसमें दोनों बातें हो सकती है. या तो मैं पूरा पागल हूं..या मैं बहुत ज्ञानी हूं..जो सत्य है वहीं बचेगा. मैं कल्कि हूं या नहीं वो समय बताएगा. कर्म के हिसाब से नाम होना चाहिए. काम वैसा करें.. यदि मैंने सत्य या धर्म की स्थापना कर दी तब होगा वो नाम, क्योंकि वो कर्म से होगा. नाम देकर आप कर्म नहीं करते हो..कर्म के बाद नाम होता है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने कहा कि कल्कि नाम के अलावा भी उन्हें कई नाम दिए गए हैं. जब वो ऋषिकेश में रह रहे थे तो लोगों ने उन्हें राघव नाम भी दिया है. उन्होंने मुझे राम का स्वरूप बताया. कृष्ण का स्वरूप तो वैसे ही लोगों को दिख जाता है. लोगों ने मुझे माधव नाम भी दिया. वाराणसी में मुझे एक तांत्रिक ने बटुक भैरव कहा था.</p>
<p style=”text-align: justify;”><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/maha-kumbh-2025-prayagraj-iitian-baba-abhay-singh-said-my-family-is-very-strange-2864543″><strong>WATCH: IITian बाबा ने बताया पर अपने परिवार का सच, कहा- ‘मेरी फैमिली बहुत अजीब है</strong></a></p> उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड यूपी BJP में नए जिलाध्यक्षों के चयन में फंसा पेंच, लिस्ट आने में हो सकती है देरी, सामने आई ये वजह