सोनीपत में भारतीय संविधान की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर ‘सबका संविधान-सबका स्वाभिमान’ थीम पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। लघु सचिवालय के कांफ्रेंस हॉल में आयोजित सामूहिक संविधान प्रस्तावना वाचन कार्यक्रम में एडीसी अंकिता चौधरी ने अधिकारियों और कर्मचारियों को संविधान की शपथ दिलाई। कार्यक्रम में एडीसी अंकिता चौधरी ने महत्वपूर्ण संदेश देते हुए कहा कि प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है कि वह लोकतंत्र को मजबूत करें, सामाजिक भेदभाव को मिटाएं और देश की एकता बनाए रखें। उन्होंने कहा कि संविधान का पालन करना हमारा राष्ट्रीय धर्म है, जो सभी वर्गों के कल्याण और न्याय के लिए बनाया गया है। कार्यक्रम में डीसीपी प्रबीना पी, एसडीएम अमित कुमार, डीडीपीओ जितेंद्र कुमार और डीआईपीआरओ राकेश गौतम सहित कई विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे। डीसी डॉ. मनोज कुमार के निर्देशन में नगर निगम सोनीपत, महिला एवं बाल विकास विभाग, मत्स्य पालन, खेल, सिंचाई, आयुष, कृषि विभाग समेत सभी विभागों में भी संविधान प्रस्तावना की शपथ ली गई। गौरतलब है कि भारतीय संविधान 26 नवंबर 1949 को बनकर तैयार हुआ था और इसे 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया था। सभी विभागों के कर्मचारियों ने अपनी ड्यूटी को पूरी ईमानदारी और निष्ठा से निभाने का संकल्प लिया। सोनीपत में भारतीय संविधान की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर ‘सबका संविधान-सबका स्वाभिमान’ थीम पर विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। लघु सचिवालय के कांफ्रेंस हॉल में आयोजित सामूहिक संविधान प्रस्तावना वाचन कार्यक्रम में एडीसी अंकिता चौधरी ने अधिकारियों और कर्मचारियों को संविधान की शपथ दिलाई। कार्यक्रम में एडीसी अंकिता चौधरी ने महत्वपूर्ण संदेश देते हुए कहा कि प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य है कि वह लोकतंत्र को मजबूत करें, सामाजिक भेदभाव को मिटाएं और देश की एकता बनाए रखें। उन्होंने कहा कि संविधान का पालन करना हमारा राष्ट्रीय धर्म है, जो सभी वर्गों के कल्याण और न्याय के लिए बनाया गया है। कार्यक्रम में डीसीपी प्रबीना पी, एसडीएम अमित कुमार, डीडीपीओ जितेंद्र कुमार और डीआईपीआरओ राकेश गौतम सहित कई विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे। डीसी डॉ. मनोज कुमार के निर्देशन में नगर निगम सोनीपत, महिला एवं बाल विकास विभाग, मत्स्य पालन, खेल, सिंचाई, आयुष, कृषि विभाग समेत सभी विभागों में भी संविधान प्रस्तावना की शपथ ली गई। गौरतलब है कि भारतीय संविधान 26 नवंबर 1949 को बनकर तैयार हुआ था और इसे 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया था। सभी विभागों के कर्मचारियों ने अपनी ड्यूटी को पूरी ईमानदारी और निष्ठा से निभाने का संकल्प लिया। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में कोबरा सांप ने स्नेकमैन को डसा:ईंटों के ढेर में छिपा था, बाहर निकलते ही घुटने पर डंक मारा; VIDEO सामने आया
हरियाणा में कोबरा सांप ने स्नेकमैन को डसा:ईंटों के ढेर में छिपा था, बाहर निकलते ही घुटने पर डंक मारा; VIDEO सामने आया हरियाणा के फतेहाबाद में कोबरा सांप को पकड़ना सपेरे को महंगा पड़ गया। काबू करने के दौरान कोबरा तेजी से स्नेकमैन पर झपटा और उसके घुटने पर डस लिया। इसके बाद भी सपेरे ने हार नहीं मानी। उसने सांप को काबू कर जंगली क्षेत्र में छोड़ा। इसके बाद सपेरे को भी अस्पताल जाना पड़ा। अस्पताल में सपेरे का उपचार किया गया। थोड़ी देर उसे अस्पताल में भर्ती किया गया। फिर उसे छुट्टी दे दी गई। सपेरे का कहना था कि वह सीधे अस्पताल पहुंच गया, जिससे उसकी जान बच गई। ईंटों के ढेर में सांप छिपा था
जानकारी के अनुसार, फतेहाबाद के गांव जांडली कलां में ईंटों के ढेर में लोगों ने एक सांप छिपा हुआ देखा। उसे देखकर लोग डर गए। कोबरा प्रजाति का सांप काफी लंबा और फन फैलाए हुए था। इसके बाद लोगों ने सांप पकड़ने वाले पवन जोगपाल से संपर्क किया। सूचना मिलने पर पवन गांव में पहुंचा और मौके पर पहुंचकर ईंटों के ढेर से सांप को निकालना शुरू किया। ईंटें हटाने के बाद सांप दिखाई दिया तो सपेरे ने सांप पकड़ने वाली छड़ से उसे काबू करने का प्रयास किया। इसी दौरान सांप तेजी से सपेरे की ओर लपका। घुटने पर डंक मारा
सांप का अटैक इतना तेज था कि सपेरे को बचने का मौका ही नहीं मिला। तेजी से लपक कर सांप ने सपेरे के घुटने पर डंक मार दिया। इससे सपेरा कराहने लगा और थोड़ा डर भी गया। मौका पाकर सांप वहां से भागने लगा। हालांकि, सपेरे ने सांप को भागने नहीं दिया और पकड़ कर उसे जंगल में जाकर छोड़ा। इसके तुरंत बाद वह सरकारी अस्पताल पहुंचा और अपना इलाज करवाया। पवन ने बताया कि अक्सर लोग सांप के डसने के बाद झाड़-फूंक में जुट जाते हैं और मामला जान पर बन आता है। उसने कहा कि झाड़-फूंक में समय खराब करने की बजाय पीड़ित को अस्पताल जाकर इलाज करवाना चाहिए।
हरियाणा में बारिश में बनाई सड़कें:PWD मंत्री बोले- अधिकारी बेकसूर; रोड बन रही थी, बारिश आ गई, न बनाते तो दुर्घटना हो जाती
हरियाणा में बारिश में बनाई सड़कें:PWD मंत्री बोले- अधिकारी बेकसूर; रोड बन रही थी, बारिश आ गई, न बनाते तो दुर्घटना हो जाती हरियाणा के करनाल में बारिश के बीच सड़क बनाने को लेकर राज्य के लोक निर्माण विभाग (PWD) मंत्री डॉ. बनवारी लाल ने अधिकारियों को क्लीन चिट दे दी है। उन्होंने कहा कि जब बारिश हुई तो सड़क बन रही थी। इस दौरान जो सड़क पर सामान डाला जा रहा था उसका टेम्परेचर ज्यादा होता है, यदि उस सामान को समय पर न फैलाया जाता, तो कोई दुर्घटना भी हो सकती थी। इसलिए जो सामान तैयार किया हुआ था उसको फैला दिया गया। मंत्री ने आगे कहा कि इसके बावजूद भी अधिकारियों को कहा गया है कि अगर उसकी क्वालिटी खराब है तो उसको दोबारा से बनाया जाए। विभाग की ओर से कहा गया है कि एक मिलिंग मशीन लगा दी गई है। सड़क को दोबारा से उखाड़ कर बनाया जाएगा। विभागीय मंत्री ने यह बयान पंचकूला में आयोजित पीडब्ल्यूडी की मीटिंग के बाद यह बयान दिया। बारिश में सड़क बनाने के 2 मामले सामने आए… 1. करनाल में नमस्ते चौक से मीरा घाटी बनाई सड़क
करनाल में नमस्ते चौक से लेकर मीरा घाटी की तरफ जाने वाली सड़क काफी दिनों से टूटी पड़ी थी। इस सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे बने थे, थोड़ी सी बारिश में यहां पानी रुक जाता था। 29 जून यानी शनिवार दोपहर यहां बारिश हुई। बारिश के बीच में ही ठेकेदार ने सड़क बनाने का काम जारी रखा। सड़क बनाने का करीब डेढ़ करोड़ में टेंडर हुआ है। 2. हिसार में 28 करोड़ से बन रही सड़क
हिसार के सेक्टर 14 और 33 के लिए 45 मीटर चौड़ी मास्टर रोड बनाई जा रही है। हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (HSVP) ने इस सड़क का टेंडर 2021 में किया था। इसके अलावा दोनों सेक्टरों के लिए बरसाती नाला भी बनाया गया है। सड़क की लंबाई 8.8 किलोमीटर होगी। इस प्रोजेक्ट पर 28.80 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं। बारिश में ही इस पर गर्म तारकोल बिछाया जा रहा था। यह सड़क सिरसा नेशनल हाईवे से जोड़ी जानी है। इसी सड़क को बारिश में बनाए जाने पर सवाल उठ रहे हैं। कांग्रेस ने कहा था- विकास पागल हुआ, टेक्नीक बाहर नहीं जानी चाहिए
करनाल में बारिश में सड़क बनाने का वीडियो सामने आने के बाद कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर लिखा- ‘हरियाणा में BJP सरकार ने नई टेक्नोलॉजी इजाद की है, इससे बारिश में सड़क बनाई जाती है। इस टेक्नोलॉजी को नरेंद्र मोदी के नाम से पेटेंट किया जाएगा। टेक्नोलॉजी का नाम होगा- बारिश में सड़क बनाओ, भ्रष्टाचार से पैसा कमाओ।’ यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने ट्वीट कर कहा, ‘हरियाणा में विकास पागल हो गया है। बारिश में रोड बनाने वाली ये भाजपाई टेक्नोलॉजी देश से बाहर नहीं जानी चाहिए।’ CM ने कहा था- थोड़ी दिक्कत आ जाती है
CM नायब सैनी ने इस मामले को लेकर कहा था- कोई काम चल रहा है तो उसमें थोड़ी दिक्कत आ जाती है, लेकिन जो कांग्रेस सड़क को लेकर तंज कस रही है, उनको 2014 के पहले सड़कों के हालात देखने चाहिए। उनके समय में करनाल से दिल्ली जाना भी मुश्किल हो जाता था। कांग्रेस की सरकार दिल्ली में भी थी और हरियाणा में भी थी। भूपेंद्र हुड्डा काला चश्मा पहनकर चलते थे। चश्मे में उन्हें सड़कें दिखाई नहीं होती थी। अक्टूबर तक की मंत्री ने दी डेट लाइन
पंचकूला में मीटिंग के बाद डॉ बनवारी लाल ने बताया कि पीडब्ल्यूडी की पूरे प्रदेश में 29 हजार 523 सड़कें हैं। इनमें नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) की 3 हजार 66 सड़क हैं। 2022-23 में 3400 किलोमीटर में पैचवर्क का काम हुआ है। वहीं 2023-24 में 4400 किलोमीटर की सड़कें बनाई हैं जिनकी 2350 करोड़ की कीमत थी। मंत्री ने बताया कि अक्टूबर तक सड़कों का काम पूरा करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। इसके साथ ही अधिकारियों को कहा गया है कि वह अपना काम पूरी ईमानदारी से करें।
करनाल से क्लर्कों ने की पैदल यात्रा शुरू:चंडीगढ़ में CM आवास के लिए हुए रवाना, बच्चे भी यात्रा में शामिल
करनाल से क्लर्कों ने की पैदल यात्रा शुरू:चंडीगढ़ में CM आवास के लिए हुए रवाना, बच्चे भी यात्रा में शामिल हरियाणा में करनाल से क्लेरिकल एसोसिएशन वेलफेयर सोसाइटी ने करनाल के मुख्यमंत्री आवास से पैदल यात्रा शुरू कर दी है। क्लर्क पैदल-पैदल ही चंडीगढ़ मुख्यमंत्री आवास पर जाएंगे। इस यात्रा में कई कर्मचारियों के परिवार अपने बच्चों सहित इस यात्रा में शामिल हैं। जो इस गर्मी में कर्मचारियों के साथ पैदल यात्रा कर रहे हैं। क्लेरिकल एसोसिएशन की मांग है कि 15 अगस्त 2023 को तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल और सीएडब्ल्युएस के नेतृत्व के बीच 35 दिन को ड्यूटी पीरियड और 7 दिन की ईएल काटने के समझौते और कार्य समीक्षा अनुसार 1 जनवरी 2016 से 35400 रुपए लागू किया जाए। क्लर्क पहले भी अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करते आ रहे है, लेकिन आज तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया। हमारी जायज मांगे लेकिन सरकार नहीं कर रही पूरा एसोसिएशन के पदाधिकारियों का कहना है कि हम अपना हक मांग रहे है। क्लर्क जो कार्य कर रहे है, उसी के आधार पर वेतन चाहते है और सरकार भी मानती है कि हमारी मांगे जायज है लेकिन पूरा नहीं करती। 35400 रुपए हमारा बेसिक वेतन है और इस वेतन को देने में आनाकानी कर रही है और कर्मचारियों से झूठे वादे करती है। जब तक सरकार हमारी मांगों को पूरा नहीं करेगी, हमारा प्रदर्शन जारी रहेगा। बढ़ता जाएगा काफिला कर्मचारी सोहन अखिलेश, रामकुमार, संदीप व राजेश का कहना है कि हमारे अन्य साथी भी अलग-अलग जिलों से चले हुए है और चंडीगढ़ के लिए रवाना हो चुके है। जैसे जैसे हमारा काफिला आगे बढ़ता जाएगा। हमारे साथी अन्य जिलों से भी हमारे काफिले में जुड़ते जाएंगे, और जब हम चंडीगढ़ पहुंचेंगे तो करीब 15 हजार कर्मचारी होंगे। सरकार से हो चुकी है मीटिंग एसोसिएशन के पदाधिकारियों का कहना है कि सरकार के साथ दो-तीन मीटिंग हो चुकी है और ये सभी बैठके बेनतीजा रही है। एक तरफ तो सरकार हमारी मांगों को जायज बताती है, और दूसरी तरफ इन मांगों को लागू भी नहीं करती। परिवार के साथ चंडीगढ चला परिवार एसोसिएशन में एक क्लर्क ऐसा भी शामिल हुआ, जो अपने परिवार के साथ ही चंडीगढ़ पैदल यात्रा पर निकला है। क्लर्क परमजीत सिंह करनाल में ही ड्यूटी देता है, वह अपनी पत्नी व दोनों बेटियों को साथ लेकर चल रहा है। पत्नी का कहना है कि वह अपने पति का साथ दे रही है, वे परिवार के लिए ही कमाते है इसलिए पूरा परिवार उनके साथ है। बच्चों को इसलिए साथ लेकर चले है, ताकि बच्चों को भी पता चले कि संघर्ष किसे कहते है? सिविल लाइन पुलिस अलर्ट पैदल यात्रा के कारण किसी तरह की कानून व्यवस्था बाधित न हो, इसके लिए सिविल लाइन करनाल पुलिस अलर्ट मोड पर है। थाना प्रभारी विष्णु मित्र स्वयं पैदल-पैदल कर्मचारियों के साथ चल रहे है।