कुरूक्षेत्र में करंट लगने से मासूम की मौत:हाई टेंशन लाइन में फंसी पतंग पकड़ने की कोशिश, परिवार का इकलौता बेटा

कुरूक्षेत्र में करंट लगने से मासूम की मौत:हाई टेंशन लाइन में फंसी पतंग पकड़ने की कोशिश, परिवार का इकलौता बेटा

हरियाणा के कुरूक्षेत्र जिले के इस्माईलाबाद में एक दर्दनाक हादसे ने पूरे शहर को स्तब्ध कर दिया। हाईवे स्थित पानी की टंकी के पास शुक्रवार को एक 12 वर्षीय बच्चे की करंट लगने से मौत हो गई। मृतक की पहचान सैनी मोहल्ला के संजीव कुमार के इकलौते बेटे कुणाल सैनी के रूप में हुई है। रेहड़ी से खा रहा था कुलचा, पतंग देख भागा घटना उस समय हुई जब कुणाल पानी की टंकी के पास स्थित एक रेहड़ी से कुलचा खा रहा था। इसी दौरान एक पतंग हाई टेंशन लाइन में जा फंसी। जिसमें तांबे की तार भी लगी हुई थी। कुणाल ने जैसे ही पतंग को पकड़ने का प्रयास किया, वह तेज करंट की चपेट में आ गया। उसके शरीर से चिंगारियां निकलने लगी। आसपास के लोगों ने किसी तरह उसे बिजली के तारों से अलग किया, लेकिन तब तक वह गंभीर रूप से झुलस चुका था। डॉक्टरों ने अंबाला किया रेफर परिजन तुरंत उसे एक निजी अस्पताल ले गए, जहां से उसे अंबाला रेफर कर दिया गया। अंबाला के अस्पताल में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। गुरुनानक वाटिका स्कूल में पांचवीं कक्षा का छात्र कुणाल अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। दोपहर बाद गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार दोपहर बाद गमगीन माहौल में उसका अंतिम संस्कार किया गया। दर्दनाक हादसे से पूरे शहर में शोक की लहर है। परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है और उन्हें सांत्वना देने के लिए लोगों का तांता लगा हुआ है। घर का इकलौता चिराग बुझ जाने से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। हरियाणा के कुरूक्षेत्र जिले के इस्माईलाबाद में एक दर्दनाक हादसे ने पूरे शहर को स्तब्ध कर दिया। हाईवे स्थित पानी की टंकी के पास शुक्रवार को एक 12 वर्षीय बच्चे की करंट लगने से मौत हो गई। मृतक की पहचान सैनी मोहल्ला के संजीव कुमार के इकलौते बेटे कुणाल सैनी के रूप में हुई है। रेहड़ी से खा रहा था कुलचा, पतंग देख भागा घटना उस समय हुई जब कुणाल पानी की टंकी के पास स्थित एक रेहड़ी से कुलचा खा रहा था। इसी दौरान एक पतंग हाई टेंशन लाइन में जा फंसी। जिसमें तांबे की तार भी लगी हुई थी। कुणाल ने जैसे ही पतंग को पकड़ने का प्रयास किया, वह तेज करंट की चपेट में आ गया। उसके शरीर से चिंगारियां निकलने लगी। आसपास के लोगों ने किसी तरह उसे बिजली के तारों से अलग किया, लेकिन तब तक वह गंभीर रूप से झुलस चुका था। डॉक्टरों ने अंबाला किया रेफर परिजन तुरंत उसे एक निजी अस्पताल ले गए, जहां से उसे अंबाला रेफर कर दिया गया। अंबाला के अस्पताल में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। गुरुनानक वाटिका स्कूल में पांचवीं कक्षा का छात्र कुणाल अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। दोपहर बाद गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार दोपहर बाद गमगीन माहौल में उसका अंतिम संस्कार किया गया। दर्दनाक हादसे से पूरे शहर में शोक की लहर है। परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है और उन्हें सांत्वना देने के लिए लोगों का तांता लगा हुआ है। घर का इकलौता चिराग बुझ जाने से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर