हरियाणा के पानीपत जिले के मतलौडा अंतर्गत थाना इसराना के गांव नौल्था में एक युवक ने एक महीना पहले अपने पड़ोसी को 2 हजार दिए थे। एक महीना बाद वापस मांगने पर युवक ने रुपए देने से इनकार किया। रुपए देने वाला युवक दूध लेने के लिए गोशाला से वापस आ रहा था। रास्ते में उसको तीन युवक जिनके हाथ में लाठी डंडे थे। ब्राह्मण माजरा मोड पर रोक लिया रोक कर रुपए देने वाले तीन युवकों ने लाठी डंडों से जमकर पीटा। वह युवक घायल हो गया और तीनों युवक मौका से फरार हो गए। घायल युवक को प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती कराया। एक माह पहले 2 हजार दिए थे उधार मामले के अनुसार सुनील पुत्र रणबीर सिंह गांव नौल्था निवासी ने बताया कि मैंने एक महीना पहले संदीप पुत्र राममेहर को 2 हजार उधार दिए थे। मैंने पास का होने के कारण उसको रुपए दे दिए। एक महीना बाद कल 19 नवंबर को मैंने अपने रुपए वापस मांगे, तो उसने रुपए देने से इनकार कर दिया और मुझे खरी खोटी सुनाना शुरू कर दिया। शाम के समय गांव से दूर गोशाला में मैं दूध लेने के लिए गया था, जब मैं दूध लेकर वापस आ रहा था। रास्ते में रोक डंडों से पीटा ब्राह्मण माजरा मोड पर संदीप अपने भाई अमन के साथ बंटी ने मिलकर मुझे रोक लिया और मेरे साथ हाथ में लिए हुए डंडों से जमकर पिटाई की। जिससे मैं घायल होकर गिर पड़ा। स्थानीय लोगों ने भाग कर मुझे बचाया और तिनों वहां से भाग गए। स्थानीय लोगों ने मुझे प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती कराया। मेरा प्राइवेट हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है। मैंने थाना इसराना में तीनों के खिलाफ मामला दर्ज करवा दिया है। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए घायल के बयान लेकर मामला दर्ज किया। तीनों को गिरफ्तार करने का प्रयास किया जा रहा है। हरियाणा के पानीपत जिले के मतलौडा अंतर्गत थाना इसराना के गांव नौल्था में एक युवक ने एक महीना पहले अपने पड़ोसी को 2 हजार दिए थे। एक महीना बाद वापस मांगने पर युवक ने रुपए देने से इनकार किया। रुपए देने वाला युवक दूध लेने के लिए गोशाला से वापस आ रहा था। रास्ते में उसको तीन युवक जिनके हाथ में लाठी डंडे थे। ब्राह्मण माजरा मोड पर रोक लिया रोक कर रुपए देने वाले तीन युवकों ने लाठी डंडों से जमकर पीटा। वह युवक घायल हो गया और तीनों युवक मौका से फरार हो गए। घायल युवक को प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती कराया। एक माह पहले 2 हजार दिए थे उधार मामले के अनुसार सुनील पुत्र रणबीर सिंह गांव नौल्था निवासी ने बताया कि मैंने एक महीना पहले संदीप पुत्र राममेहर को 2 हजार उधार दिए थे। मैंने पास का होने के कारण उसको रुपए दे दिए। एक महीना बाद कल 19 नवंबर को मैंने अपने रुपए वापस मांगे, तो उसने रुपए देने से इनकार कर दिया और मुझे खरी खोटी सुनाना शुरू कर दिया। शाम के समय गांव से दूर गोशाला में मैं दूध लेने के लिए गया था, जब मैं दूध लेकर वापस आ रहा था। रास्ते में रोक डंडों से पीटा ब्राह्मण माजरा मोड पर संदीप अपने भाई अमन के साथ बंटी ने मिलकर मुझे रोक लिया और मेरे साथ हाथ में लिए हुए डंडों से जमकर पिटाई की। जिससे मैं घायल होकर गिर पड़ा। स्थानीय लोगों ने भाग कर मुझे बचाया और तिनों वहां से भाग गए। स्थानीय लोगों ने मुझे प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती कराया। मेरा प्राइवेट हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है। मैंने थाना इसराना में तीनों के खिलाफ मामला दर्ज करवा दिया है। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए घायल के बयान लेकर मामला दर्ज किया। तीनों को गिरफ्तार करने का प्रयास किया जा रहा है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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खेल पुरस्कार पाने वाले हरियाणा के खिलाड़ियों की कहानी:मनु भाकर बॉक्सर थी, शूटर बनीं; स्वीटी कबड्डी ट्रायल देने गई थी लेकिन बॉक्सर बनकर लौटी
खेल पुरस्कार पाने वाले हरियाणा के खिलाड़ियों की कहानी:मनु भाकर बॉक्सर थी, शूटर बनीं; स्वीटी कबड्डी ट्रायल देने गई थी लेकिन बॉक्सर बनकर लौटी हरियाणा के 9 खिलाड़ियों को आज खेल पुरस्कार मिलेगा। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सुबह 11 बजे इन्हें पुरस्कार देंगी। इनमें पेरिस ओलिंपिक की डबल मेडलिस्ट मनु भाकर को मेजर ध्यानचंद खेल रत्न अवॉर्ड मिलेगा। इसके अलावा नीतू घनघस, स्वीटी बूरा, संजय कालीरावण, सरबजोत सिंह और अमन सहरावत को अर्जुन अवॉर्ड मिलेगा। अर्जुन अवॉर्ड पाने वालों में पैरा एथलीट अभिषेक नैन, धर्मबीर नैन और नवदीप भी शामिल हैं। हॉकी कोच संदीप सांगवान को द्रोणाचार्य अवॉर्ड मिलेगा। पुरस्कार पाने वाले खिलाड़ियों की खेल की शुरुआत बहुत रोचक रही। जैसे मनु भाकर बॉक्सर थी, लेकिन शूटर बन गई। स्वीटी बूरा कबड्डी ट्रायल देने गई और बॉक्सर बनकर लौटीं। अमन सहरावत जैसे खिलाड़ियों ने तंगी के बावजूद ओलिंपिक में मेडल जीतकर इतिहास रच दिया। इन खिलाड़ियों की कहानी पढ़ें…. मनु भाकर: पंच लगने से बॉक्सिंग छोड़ी, 4 अन्य खेल के बाद शूटिंग रास आई
मनु भाकर पेरिस ओलिंपिक की डबल मेडलिस्ट हैं। ऐसा करने वाली वह पहली भारतीय महिला शूटर हैं। झज्जर की रहने वाली मनु के पिता रामकिशन उसे बॉक्सर बनाना चाहते थे। मनु ने बॉक्सिंग में नेशनल मेडल भी जीते, लेकिन आंख पर पंच लगने से बॉक्सिंग छोड़ दी। मनु ने फिर मार्शल आर्ट्स, आर्चरी, टेनिस, स्केटिंग में हाथ आजमा मेडल भी जीते। मगर, अंत में वह शूटिंग करने लगी और इसी को करियर बना लिया। हालांकि 2021 के टोक्यो ओलिंपिक के बाद एक वक्त ऐसा आया, जब मनु शूटिंग भी छोड़ने वाली थी। यहां वह पिस्टल खराब होने से क्वालिफाई राउंड से बाहर हो गईं। वह इतनी उदास हुईं कि मां को पिस्टल तक छिपानी पड़ी। हालांकि उसने फिर शूटिंग शुरू की और नेशनल चैंपियनशिप में वर्ल्ड नंबर वन शूटर हीना सिद्धू को हरा दिया। जिसके बाद वह ओलिंपिक तक पहुंचीं। स्वीटी बूरा: कोच ने कहा- कबड्डी नहीं तुम बॉक्सिंग करो
हिसार की स्वीटी बूरा गांव में कबड्डी खेलती थीं। पिता उसे ट्रायल के लिए स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (SAI) ले गए। कोच ने उसकी फिजिक देखी और बॉक्सिंग करने को कहा। कोच से बॉक्सिंग नियम और डिफेंड की टेक्नीक सीख स्वीटी ने उन लड़कियों को हरा दिया, जो 2 साल से ट्रेनिंग कर रहीं थी। फिर स्वीटी ने वहां बॉक्सिंग की ट्रेनिंग ली। 2023 में उन्होंने चीन की बॉक्सर को हरा दिया और वर्ल्ड चैंपियन बन गई। ऐसा करने वाली वह 7वीं बॉक्सर थीं। उन्होंने रोहतक के रहने वाले इंडियन कबड्डी टीम के कैप्टन रहे दीपक निवास हुड्डा से शादी की है। संजय कालीरावण: हॉकी खरीदने के पैसे नहीं थे
हिसार के संजय कालीरावण पेरिस ओलिंपिक में ब्रॉन्ज मेडलिस्ट टीम में थे। संजय ने 7 साल की उम्र में हॉकी थामी। संजय के पिता नेकीराम खेतीबाड़ी कर परिवार का पालन पोषण करते हैं। इस वजह से आर्थिक तंगी इतनी थी कि वे हॉकी नहीं खरीद सके थे। एक माह तक अपने सीनियर्स की हॉकी लेकर उन्होंने प्रैक्टिस की। इसके बाद कोच राजेंद्र सिहाग ने हॉकी दिलाई। वह इंडिया की स्कूल हॉकी टीम के कैप्टन रह चुके हैं। इसके अलावा जूनियर, सब-जूनियर चंडीगढ़ टीम की कप्तानी की है। उन्होंने नेशनल से लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर 30 से अधिक मेडल हासिल किए हैं। अमन सहरावत: जिस पहलवान से प्रेरणा ली, उसी को हराया
झज्जर के अमन 11 साल के थे, जब उनकी मां का निधन हुआ। बेटा डिप्रेशन में न जाए, इसलिए पिता ने कुश्ती में डाल दिया। 6 महीने बाद पिता का भी निधन हो गया। अमन के पिता का सपना था कि घर में कोई न कोई पहलवानी करे और भारत के लिए मेडल जीते। अमन ने कहा था पिता का सपना जरूर पूरा करूंगा। अमन टोक्यो ओलिंपिक के सिल्वर मेडलिस्ट रवि दहिया को अपनी इंस्पिरेशन मानते हैं। दहिया को ही हराकर अमन ने ओलिंपिक के लिए क्वालिफाई भी किया। अमन ने अपने कमरे में गोल्ड मेडल की फोटो टांग लिखा था-‘आसान होता तो हर कोई कर लेता।’ पेरिस ओलिंपिक में उन्होंने ब्रॉन्ज मेडल जीता। नीतू घनघस: विजेंदर को देख बॉक्सिंग शुरू की, पिता ने बिना वेतन की छुट्टी ली
भिवानी की नीतू घनघस को बॉक्सिंग का शौक 2008 में शुरू हुआ, जब बीजिंग ओलिंपिक में बॉक्सर विजेंदर ने ब्रॉन्ज मेडल जीता। हालांकि बेटी को बॉक्सिंग में डालना सरकारी कर्मचारी पिता जयभगवान के लिए आसान नहीं था। वह हरियाणा विधानसभा से 4 साल तक बिना वेतन के छुट्टी पर रहे। फिर नीतू को रोजाना 20 किमी गांव से भिवानी बॉक्सिंग क्लब लेकर जाते थे। नीतू तब सुर्खियों में आई, जब वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप के पहले ही राउंड में उसका मुकाबला रोमानिया की स्टेलुटा से हुआ। स्टेलुटा ने महान बॉक्सर एमसी मैरी कॉम को हराया था। नीतू ने उसे हरा दिया। नीतू का लक्ष्य 2028 ओलिंपिक में देश के लिए मेडल जीतना है। नवदीप: एक यूट्यूब वीडियो में नीरज चोपड़ा को देख प्रेरणा ली
2024 के पेरालिंपिक के जेवलिन थ्रो इवेंट के गोल्ड मेडलिस्ट नवदीप की कहानी भी संघर्ष भरी रही। पानीपत में जन्मे नवदीप की 2 साल की उम्र में माता-पिता को पता चला कि उनकी हाइट नहीं बढ़ेगी। नवदीप पहलवानी करते थे लेकिन पीठ पर चोट लगी और इसे छोड़ना पड़ा। फिर एक दिन यूट्यूब पर ‘पानीपत के लड़के ने कमाल कर दिया, वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़ दिया’ लिखा वीडियो देखा। उसमें ओलिंपिक में गोल्ड जीत चुके नीरज चोपड़ा का वीडियो था। जिसमें उन्होंने 2016 में जूनियर लेवल पर रिकॉर्ड बनाया था। यहीं से नवदीप ने भी जेवलिन थ्रो की ठान ली। जिसके बाद पैरा एशियाई खेलों, टोक्यो पैरालिंपिक और विश्व चैँपियनशिप से होते हुए वे गोल्ड मेडल तक पहुंचे।
इंद्री पहुंचे पूर्व सीएम मनोहर लाल:भाजपा प्रत्याशी रामकुमार कश्यप का कराया नामांकन, कांग्रेस पर कसा तंज
इंद्री पहुंचे पूर्व सीएम मनोहर लाल:भाजपा प्रत्याशी रामकुमार कश्यप का कराया नामांकन, कांग्रेस पर कसा तंज हरियाणा में इंद्री विधानसभा सीट से आज भाजपा प्रत्याशी विधायक रामकुमार कश्यप ने अपना नामांकन दाखिल कर दिया है। उनका नामांकन पत्र भरवाने के लिए कैबिनेट मंत्री एवं पूर्व सीएम मनोहर लाल पहुंचे थे। उन्होंने पहले लाडवा में नायब सैनी का नामांकन भरवाया। उसके बाद वह इंद्री पहुंचे। 60 दिन में की 126 घोषणा मनोहर लाल खट्टर ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि 60 दिनों में नायब सैनी ने 126 घोषणा की है, जो कांग्रेस के 10 साल के कार्यकाल पर भारी है। उन्होंने दावा किया है कि हरियाणा में बहुमत के साथ सरकार आएगी, क्योंकि अभी तक बीजेपी के सारे कैंडिडेट डिक्लेयर नहीं हुए है। बीजेपी के कैंडिडेटर भी जीत निर्भर करते हैं। इससे भी ज्यादा कांग्रेस के जितने भी कैंडिडेट होंगे, नाकारा कैंडिडेट होंगे, जेल में बंद कैंडिडेट होंगे। जो बेल पर है, और अभी तो बाकी लिस्ट भी कांग्रेस की आनी है। अभी तक आधे कैंडिडेट कांग्रेस ने घोषित भी नहीं किए है, उनका जो यह तमाशा चल रहा है। रोज कुछ न कुछ नई बातें सुनने को मिलती है। मुझे लगता है कि आज शाम तक कांग्रेस में कोई बड़ा खेल हो सकता है। 12 के बाद बता पाएगें कितनी सीट आएगी उन्होंने कहा कि आने वाली 12 तारीख के बाद ही बता पाएंगे कि कितनी सीटे बीजेपी जीतेगी। कांग्रेस की हार निश्चित है और कांग्रेस दूसरे दलों की तरफ भी हाथ बढ़ा रही है। उनके साथ कोई भी नहीं आ रहा है। यह हार की निशानी है। अगर जीत दिखती तो वे गठबंधन की तरफ क्यों बढ़ते। रूठों को हम मना लेंगे रूठे हुए नेताओं को मनाए जाने के सवाल पर मनोहर लाल ने कहा कि सभी रूठे हुए कार्यकर्ताओं को मना लिया जाएगा। क्योंकि एक जगह पर टिकट के कई चाहवान होते है, थोड़ा रूठने की बात जरूर आती है, लेकिन हम सबको मना लेंगे।
हरियाणा में छत से गिरकर युवक की मौत का VIDEO:10 मिनट तक कोई मदद करने नहीं आया; MP पुलिस की हिरासत में था लड़का
हरियाणा में छत से गिरकर युवक की मौत का VIDEO:10 मिनट तक कोई मदद करने नहीं आया; MP पुलिस की हिरासत में था लड़का हरियाणा में गुरुग्राम के सोहना में 8 जनवरी को युवक के होटल की तीसरी मंजिल से गिरने का CCTV फुटेज सामने आया है। बिहार का रहने वाला हिमांशु (23) मध्य प्रदेश में टेरर फंडिंग और साइबर क्राइम मामलों में मध्य प्रदेश ATS की हिरासत में था। CCTV के मुताबिक, गली में एक बाइक सवार युवक खड़ा हुआ था। तभी होटल की छत से हिमांशु आकर गली में गिरता है। बाइक सवार को हिमांशु के गिरने का पता चला, लेकिन वह छत की तरफ देखता रहा। उसने हिमांशु की मदद नहीं की। 10 मिनट तक लोग गली से आते-जाते हैं, लेकिन कोई हिमांशु की तरफ ध्यान नहीं देता। कुछ देर बाद बाइक सवार युवक वहां से चला जाता है। पुलिस कर्मचारियों को जैसे ही पता चलता है तो हेड कॉन्स्टेबल दौड़ता हुआ आता है। इसके बाद ATS की टीम मौके पर पहुंचती है और हिमांशु को अपने साथ गाड़ी में ले जाती है। उधर, हिमांशु के चाचा की शिकायत पर सोहना पुलिस मध्य प्रदेश की ATS के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर चुकी है। मध्य प्रदेश पुलिस टीम ने कार्रवाई करते हुए 9 सदस्यों को सस्पेंड कर दिया था। इनमें एक इंस्पेक्टर, हेड कॉन्स्टेबल और कॉन्स्टेबल शामिल हैं। पुलिस बाइक सवार की तलाश कर रही
पुलिस घटना के समय मौके पर मौजूद बाइक सवार की भी तलाश कर रही है। साथ ही होटल के मालिक और बिल्डिंग के मालिक को नोटिस जारी किया गया है। जांच के लिए आसपास लगे सभी सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच की जा रही है। हालांकि, पुलिस अभी जांच के बारे में कोई जानकारी साझा करने से बच रही है। हिमांशु के परिवार ने ATS पर लगाए हत्या के आरोप
हिमांशु के परिवार ने मध्य प्रदेश की ATS पर बेटे की हत्या के आरोप लगाए हैं। हिमांशु के चाचा चंदन कुमार ने सोहना पुलिस को दी शिकायत में कहा कि हिमांशु दिल्ली में पढ़ाई कर रहा था और सेना में भर्ती की तैयारी कर रहा था। उन्होंने आरोप लगाया कि मध्य प्रदेश ATS ने हिमांशु और उसके साथियों को होटल में रखा और फिर उसे तीसरी मंजिल से फेंक दिया, जिससे उसकी मौत हो गई। एटीएस के पास हिमांशु को हिरासत में लेने के लिए कोई वारंट भी नहीं था। टीम का दावा- भागते समय बिल्डिंग से गिरा
उधर, मध्यप्रदेश ATS ने दावा किया है कि हिमांशु बाथरूम जाने के बहाने गैलरी में आया और वहां से नीचे के बिजली केबल के सहारे भागने की कोशिश की। वह केबल को पकड़ नहीं पाया और सिर के बल गिर गया। एटीएस ने उसे फौरन अस्पताल पहुंचाया, लेकिन उसकी मौत हो चुकी थी। आरोपियों के साइबर क्राइम, टेरर लिंक की जांच जारी
पिछले दिनों ATS ने 6 लोगों से 14 लैपटॉप, एक टैबलेट, 41 मोबाइल और 85 डेबिट कार्ड बरामद किए थे। मध्य प्रदेश पुलिस का दावा है कि हिमांशु और एक अन्य आरोपी पूरे नेटवर्क के जिम्मेदार थे, जबकि चार अन्य सहयोगी थे। मामले की जांच मप्र साइबर सेल और ATS की ओर से की जा रही है। यह भी जांच की जा रही है कि आरोपियों का टेरर लिंक था या नहीं। चर्चा है कि इसी मामले में ATS ने हिमांशु को पकड़ा था।