सपाई घर-घर पहुंचाएंगे पीडीए पर्चा:कानपुर के 78 वार्डों से होगी शुरुआत; दलितों पर फोकस, अंबेडकर के सिद्धांतों को बताएंगे

सपाई घर-घर पहुंचाएंगे पीडीए पर्चा:कानपुर के 78 वार्डों से होगी शुरुआत; दलितों पर फोकस, अंबेडकर के सिद्धांतों को बताएंगे

2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए समाजवादी पार्टी ने अभी से तैयारियां तेज कर दी हैं। लोकसभा चुनाव के बाद दलितों का भाजपा से मोहभंग होने के बाद सपा उसे अपनी तरफ करना चाहती है। ऐसे में रणनीति के तहत सपा पीडीए पर्चा हर घर तक पहुंचाने की तैयारी कर रही है। दलित वर्ग को प्राथमिकता
कानपुर सपा जिलाध्यक्ष फजल महमूद ने बताया कि इसकी शुरुआत कानपुर के 78 वार्डों से शुरू होगी। पीडीए मिशन द्वारा बाबा साहब अंबेडकर की नीतियों और सिद्धांतों व संविधान के नीति निर्देशक तत्वों को लेकर पार्टी लोगों के बीच जाएगी। इसमें दलित वर्ग को प्राथमिकता दी गई है। आरक्षण को बनाएंगे मुद्दा
78 वार्डों के प्रत्येक परिवारों में पीडीए मिशन की युवा टीम और सपा कार्यकर्ता बाबा साहब अंबेडकर की नीतियों और लोकतंत्र की रक्षा व आरक्षण, संविधान की नीति निर्देशक सिद्धांतों को लेकर प्रत्येक घर-घर जाएंगे और आरक्षण की मजबूती को लेकर प्रत्येक परिवार को एक बुलेटिन डॉक्टर अंबेडकर जी के सिद्धांतों को लेकर देंगे और पीडीए मिशन से जोड़कर परिवर्तन का
संदेश देंगे। ये संदेश देगी समाजवादी पार्टी
प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल ने बताया कि बाबा साहब ने इस व्यवस्था को तोड़ने के लिये शुरू से आवाज ही नहीं उठाई बल्कि जब देश आजाद हुआ तो संविधान बनाकर उत्पीड़ित, पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक समाज को अधिकार दिया। संविधान ने सामन्ती सोच की परम्परागत सत्ता को चुनौती दी और देश की 90% वंचित आबादी को आरक्षण के माध्यम से हक और अधिकार दिलवाया। जिससे उनमें आत्मसम्मान और आत्मविश्वास की भावना जागृति हुई। बाबा साहब द्वारा दिलाया गया आरक्षण तथा सदियों की पीड़ा, दोनों ने ही मिलकर पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक को एक सूत्र में बांधने का कार्य किया। पीडीए मिशन सपा के लिए बना वरदान
समाजवादी पार्टी के लिए पीडीए मिशन वरदान से कम नहीं है। लोकसभा चुनाव-2024 में समाजवादी पार्टी ने प्रदेश में सर्वाधिक 37 सीटें जीतकर देश की नंबर तीन की पार्टी बनने में सफलता प्राप्त की है। पीडीए मिशन के जरिये पार्टी बाबा साहब के विचारों को दलित वर्ग तक पहुंचाने के लिए प्रयास करेगी। पीडीए चर्चा के कार्यक्रम में पार्टी के सभी जनप्रतिनिधि, संगठन के सभी पदाधिकारी और फ्रंटल के सभी पदाधिकारी सक्रिय रूप से शामिल होने के निर्देश अखिलेश यादव ने जारी किए हैं। पीडीए चर्चा में ये प्रमुख मुद्दे उठाए जाएंगे
-सामाजिक न्याय
-आरक्षण
-बेरोजगारी
-महंगाई
-जातीय जनगणना
-स्थानीय मुद्दे 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए समाजवादी पार्टी ने अभी से तैयारियां तेज कर दी हैं। लोकसभा चुनाव के बाद दलितों का भाजपा से मोहभंग होने के बाद सपा उसे अपनी तरफ करना चाहती है। ऐसे में रणनीति के तहत सपा पीडीए पर्चा हर घर तक पहुंचाने की तैयारी कर रही है। दलित वर्ग को प्राथमिकता
कानपुर सपा जिलाध्यक्ष फजल महमूद ने बताया कि इसकी शुरुआत कानपुर के 78 वार्डों से शुरू होगी। पीडीए मिशन द्वारा बाबा साहब अंबेडकर की नीतियों और सिद्धांतों व संविधान के नीति निर्देशक तत्वों को लेकर पार्टी लोगों के बीच जाएगी। इसमें दलित वर्ग को प्राथमिकता दी गई है। आरक्षण को बनाएंगे मुद्दा
78 वार्डों के प्रत्येक परिवारों में पीडीए मिशन की युवा टीम और सपा कार्यकर्ता बाबा साहब अंबेडकर की नीतियों और लोकतंत्र की रक्षा व आरक्षण, संविधान की नीति निर्देशक सिद्धांतों को लेकर प्रत्येक घर-घर जाएंगे और आरक्षण की मजबूती को लेकर प्रत्येक परिवार को एक बुलेटिन डॉक्टर अंबेडकर जी के सिद्धांतों को लेकर देंगे और पीडीए मिशन से जोड़कर परिवर्तन का
संदेश देंगे। ये संदेश देगी समाजवादी पार्टी
प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल ने बताया कि बाबा साहब ने इस व्यवस्था को तोड़ने के लिये शुरू से आवाज ही नहीं उठाई बल्कि जब देश आजाद हुआ तो संविधान बनाकर उत्पीड़ित, पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक समाज को अधिकार दिया। संविधान ने सामन्ती सोच की परम्परागत सत्ता को चुनौती दी और देश की 90% वंचित आबादी को आरक्षण के माध्यम से हक और अधिकार दिलवाया। जिससे उनमें आत्मसम्मान और आत्मविश्वास की भावना जागृति हुई। बाबा साहब द्वारा दिलाया गया आरक्षण तथा सदियों की पीड़ा, दोनों ने ही मिलकर पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक को एक सूत्र में बांधने का कार्य किया। पीडीए मिशन सपा के लिए बना वरदान
समाजवादी पार्टी के लिए पीडीए मिशन वरदान से कम नहीं है। लोकसभा चुनाव-2024 में समाजवादी पार्टी ने प्रदेश में सर्वाधिक 37 सीटें जीतकर देश की नंबर तीन की पार्टी बनने में सफलता प्राप्त की है। पीडीए मिशन के जरिये पार्टी बाबा साहब के विचारों को दलित वर्ग तक पहुंचाने के लिए प्रयास करेगी। पीडीए चर्चा के कार्यक्रम में पार्टी के सभी जनप्रतिनिधि, संगठन के सभी पदाधिकारी और फ्रंटल के सभी पदाधिकारी सक्रिय रूप से शामिल होने के निर्देश अखिलेश यादव ने जारी किए हैं। पीडीए चर्चा में ये प्रमुख मुद्दे उठाए जाएंगे
-सामाजिक न्याय
-आरक्षण
-बेरोजगारी
-महंगाई
-जातीय जनगणना
-स्थानीय मुद्दे   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर