हिमाचल प्रदेश में ताजा बर्फबारी के बाद टूरिस्ट फिर से पहाड़ों का रुख कर रहे हैं। पर्यटन स्थलों पर इससे रौनक लौट आई है। वीकेंड पर आज और कल टूरिस्ट की संख्या में और इजाफा होगा। इससे पर्यटन कारोबारियों के भी चेहरे खिल उठे हैं। खासकर मनाली में बड़ी संख्या में टूरिस्ट पहुंच रहे हैं। प्रदेश में यदि दोबारा बर्फबारी नहीं होती तो भी टूरिस्ट हिमाचल के पहाड़ों पर दो से तीन हफ्ते तक बर्फ देख सकेंगे। मनाली के सोलंग नाला में अगले आठ से 10 दिन तक बर्फ देखी जा सकेगी। सोलंग नाला मनाली से लगभग 15 किलोमीटर की दूरी पर है। यहां होटलों में 1200 रुपए से लेकर 4500 रुपए तक कमरे उपलब्ध हैं। यहां पर सैलानी पैराग्लाइडिंग और स्नो बाइकिंग का भी आनंद उठा सकते हैं। हालांकि मनाली में बर्फ तो नहीं है। मगर 20 से 24 जनवरी तक यहां विंटर कार्निवल का आयोजन किया जा रहा है। इससे मनाली पहुंचने वाले पर्यटकों का 5 दिन तक खूब मनोरंजन होने वाला है। लाहौल स्पीति में इन जगह देखी जा सकेगी बर्फ लाहौल स्पीति के कोकसर, रोहतांग टनल के नॉर्थ और साउथ पोर्टल, पागल नाला, जिस्पा और सिस्सू में अगले 15 दिन से एक महीने तक टूरिस्ट बर्फ देख सकेंगे। खासकर रोहतांग टॉप में एक महीने से ज्यादा समय तक बर्फ रहेगी। दोबारा बर्फबारी हुई तो इन पर्यटन स्थलों पर अगले दो महीने तक बर्फ रहेगी। हालांकि ज्यादा बर्फबारी की वजह से अभी अटल टनल रोहतांग को टूरिस्टों की आवाजाही रोकी हुई है। मौसम साफ रहा तो अगले दो-तीन दिन में वाहनों को अटल टनल तक जाने की इजाजत दी जा सकती है। लाहौल स्पीति के इन पर्यटन स्थलों पर भी कीरतपुर-मनाली फोरलेन से होते हुए पहुंचा जा सकता है। इन जगह पर ठहरने के लिए पर्याप्त संख्या में होटल और होम स्टे उपलब्ध है। कुफरी-नारकंडा में एक सप्ताह तक देख सकेंगे बर्फ शिमला की बात करें तो कुफरी, महासू-पीक और नारकंडा में अगले एक सप्ताह तक टूरिस्ट बर्फ को देख सकेंगे। कुफरी और महासू पीक शिमला से लगभग 15-16 किलोमीटर तथा नारकंडा लगभग 65 किलोमीटर दून है। इन जगह पर टूरिस्ट के रहने के लिए बड़ी संख्या में होम स्टे और होटल है। इन जगह पर दिन में बर्फ देखने के बाद टूरिस्ट शाम को आसानी से शिमला भी लौट सकता है। सोलंग नाला में पैराग्लाइडिंग का आनंद उठा रहे टूरिस्ट प्रदेश में बीते बुधवार को ताजा हिमपात हुआ है। इसके बाद कुफरी-महासू पीक में टूरिस्ट स्कीइंग, होर्स राइडिंग, यॉक की सवारी का आनंद उठा रहे है। वहीं सोलंग नाला में पैराग्लाइडिंग, स्नो बाइकिंग और स्कीइंग कर रहे हैं। 21 से 23 जनवरी तक अच्छी बर्फबारी के आसार मौसम विभाग की माने तो अगले तीन दिन तक पहाड़ों का सुहावना मौसम रहेगा। 21 जनवरी से वेस्टर्न डिस्टरबेंस फिर स्ट्रांग होकर बरसेगा। इससे 21 से 23 जनवरी तक अच्छी बर्फबारी के आसार है। यहां देखे बर्फ के बीच मौज मस्ती करते हुए टूरिस्ट की PHOTOS…. हिमाचल प्रदेश में ताजा बर्फबारी के बाद टूरिस्ट फिर से पहाड़ों का रुख कर रहे हैं। पर्यटन स्थलों पर इससे रौनक लौट आई है। वीकेंड पर आज और कल टूरिस्ट की संख्या में और इजाफा होगा। इससे पर्यटन कारोबारियों के भी चेहरे खिल उठे हैं। खासकर मनाली में बड़ी संख्या में टूरिस्ट पहुंच रहे हैं। प्रदेश में यदि दोबारा बर्फबारी नहीं होती तो भी टूरिस्ट हिमाचल के पहाड़ों पर दो से तीन हफ्ते तक बर्फ देख सकेंगे। मनाली के सोलंग नाला में अगले आठ से 10 दिन तक बर्फ देखी जा सकेगी। सोलंग नाला मनाली से लगभग 15 किलोमीटर की दूरी पर है। यहां होटलों में 1200 रुपए से लेकर 4500 रुपए तक कमरे उपलब्ध हैं। यहां पर सैलानी पैराग्लाइडिंग और स्नो बाइकिंग का भी आनंद उठा सकते हैं। हालांकि मनाली में बर्फ तो नहीं है। मगर 20 से 24 जनवरी तक यहां विंटर कार्निवल का आयोजन किया जा रहा है। इससे मनाली पहुंचने वाले पर्यटकों का 5 दिन तक खूब मनोरंजन होने वाला है। लाहौल स्पीति में इन जगह देखी जा सकेगी बर्फ लाहौल स्पीति के कोकसर, रोहतांग टनल के नॉर्थ और साउथ पोर्टल, पागल नाला, जिस्पा और सिस्सू में अगले 15 दिन से एक महीने तक टूरिस्ट बर्फ देख सकेंगे। खासकर रोहतांग टॉप में एक महीने से ज्यादा समय तक बर्फ रहेगी। दोबारा बर्फबारी हुई तो इन पर्यटन स्थलों पर अगले दो महीने तक बर्फ रहेगी। हालांकि ज्यादा बर्फबारी की वजह से अभी अटल टनल रोहतांग को टूरिस्टों की आवाजाही रोकी हुई है। मौसम साफ रहा तो अगले दो-तीन दिन में वाहनों को अटल टनल तक जाने की इजाजत दी जा सकती है। लाहौल स्पीति के इन पर्यटन स्थलों पर भी कीरतपुर-मनाली फोरलेन से होते हुए पहुंचा जा सकता है। इन जगह पर ठहरने के लिए पर्याप्त संख्या में होटल और होम स्टे उपलब्ध है। कुफरी-नारकंडा में एक सप्ताह तक देख सकेंगे बर्फ शिमला की बात करें तो कुफरी, महासू-पीक और नारकंडा में अगले एक सप्ताह तक टूरिस्ट बर्फ को देख सकेंगे। कुफरी और महासू पीक शिमला से लगभग 15-16 किलोमीटर तथा नारकंडा लगभग 65 किलोमीटर दून है। इन जगह पर टूरिस्ट के रहने के लिए बड़ी संख्या में होम स्टे और होटल है। इन जगह पर दिन में बर्फ देखने के बाद टूरिस्ट शाम को आसानी से शिमला भी लौट सकता है। सोलंग नाला में पैराग्लाइडिंग का आनंद उठा रहे टूरिस्ट प्रदेश में बीते बुधवार को ताजा हिमपात हुआ है। इसके बाद कुफरी-महासू पीक में टूरिस्ट स्कीइंग, होर्स राइडिंग, यॉक की सवारी का आनंद उठा रहे है। वहीं सोलंग नाला में पैराग्लाइडिंग, स्नो बाइकिंग और स्कीइंग कर रहे हैं। 21 से 23 जनवरी तक अच्छी बर्फबारी के आसार मौसम विभाग की माने तो अगले तीन दिन तक पहाड़ों का सुहावना मौसम रहेगा। 21 जनवरी से वेस्टर्न डिस्टरबेंस फिर स्ट्रांग होकर बरसेगा। इससे 21 से 23 जनवरी तक अच्छी बर्फबारी के आसार है। यहां देखे बर्फ के बीच मौज मस्ती करते हुए टूरिस्ट की PHOTOS…. हिमाचल | दैनिक भास्कर
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हिमाचल के IAS प्रियतू मंडल सेंटर डेपुटेशन पर जाएंगे:नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वाटर-सेनिटेशन कोलकाता में डायरेक्टर बनाए गए; केंद्रीय कार्मिक विभाग ने दी हरी झंडी केंद्रीय कार्मिक विभाग ने हिमाचल कॉडर के एक और IAS अधिकारी को केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने की अनुमति दे दी है। कार्मिक विभाग ने साल 2006 बैच के IAS एवं सेक्रेटरी रेंक के प्रियतू मंडल को डायरेक्टर एंड हेड ऑफ इंस्टीट्यूट डॉक्टर श्याम प्रसाद मुखर्जी नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वाटर एंड सेनिटेशन कोलकाता में तैनाती दी है। इसे लेकर डायरेक्टर साक्षी मित्रा ने देर शाम आदेश जारी कर दिए है। प्रियतू मंडल अभी फिशरी के साथ साथ राजस्व, ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग, तकनीकी शिक्षा, वोकेश्नल और इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग के सचिव का जिम्मा संभाल रहे हैं। जाहिर है कि प्रियतू मंडल के जाने के बाद प्रदेश में प्रशासनिक फेरबदल होगा। इनके विभागों का दायित्व दूसरे आईएएस अधिकारियों को सौंपा जाएगा। बीते सप्ताह ही स्पेशल सेक्रेटरी रेंक के IAS आशुतोष गर्ग को केंद्रीय मंत्री जगत प्रकाश नड्डा का प्राइवेट सेक्रेटरी लगाया गया है। वह भी पांच साल के लिए केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर चले गए हैं। वहीं 3 वरिष्ठ आईएएस अमनदीप गर्ग, शैनोमोल और मनीष गर्ग ने लोकसभा और विधानसभा उपचुनाव से पहले ही प्रदेश सरकार से केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने की अनुमति मांग रखी है। आखिर क्यों हिमाचल छोड़कर दिल्ली या दूसरे राज्यों में भाग रहे हैं आईएएस, पढ़िए इसकी वजह… इन्होंने ने भी सेंटर डेपुटेशन पर जाने की मांगी अनुमति अब तीन अन्य आईएएस रोहन चंद ठाकुर, मानसी सहाय और अरिंदम चौधरी ने भी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने के लिए आवेदन दे दिया है। इन सभी के केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने के बाद प्रदेश सरकार की मुश्किलें बढ़नी तय है। सरकार पहले ही सीनियर IAS की कमी से जूझ रही है। इस बीच आईएएस अफसर हिमाचल छोड़कर केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जा रहे हैं। मौजूदा सरकार के कार्यकाल में 8 आईएएस पहले ही प्रदेश छोड़कर केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जा चुके हैं। 7 और जाने की तैयारी में हैं। करीब 8 आईएएस पहले ही केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं। 16 आईएएस पहले ही दिल्ली समेत दूसरे प्रदेशों में सेवाएं दे रहे हिमाचल कॉडर के वरिष्ठ आईएएस अली रजा रिजवी, के. संजय मूर्ति, केके पंत, अनुराधा ठाकुर, भरत खेड़ा, डॉ. रजनीश, शुभाशीष पांडा, पुष्पेंद्र राजपूत, आर. सेलवम, रितेश चौहान, ऋगवेद ठाकुर, ललित जैन, देवश्वेता बनिक, पंकज राय और आशुतोष गर्ग सेंटर डेपुटेशन पर हैं। नंदिता गुप्ता और मीरा मोहंती भी इन दिनों दिल्ली में तैनात हैं। हिमाचल में IAS की सेंक्शन-स्ट्रेंथ 153 की है। अभी 111 राज्य में सेवाएं दे रहे हैं। 8 IAS के जाने के बाद यह 103 रह जाएगी। इससे अफसरशाही का संकट और गहरा जाएगा। सीनियोरिटी में टॉप-10 ब्यूरोक्रेट्स में से 4 प्रदेश से बाहर चिंता इस बात की है कि सीनियोरिटी में टॉप-10 IAS में से 4 प्रदेश से बाहर हैं। सीनियोरिटी में तीसरे नंबर के IAS अली रजा रिजवी, 5वें नंबर के के. संजय मूर्ति, 7वें नंबर से केके पंत और 8वें नंबर की अनुराधा ठाकुर भी प्रदेश से बाहर सेवाएं दे रही हैं।
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हिमाचल में लड़कियों की शादी की उम्र 21 साल होगी:विधानसभा में आज पेश होगा संशोधन विधेयक; एक्ट में अभी विवाह की उम्र 18 साल हिमाचल प्रदेश में लड़कियों के विवाह की उम्र 21 साल करने की तैयारी है। विधानसभा के मानसून सत्र में आज बाल विवाह प्रतिषेध (हिमाचल प्रदेश संशोधन विधेयक 2024) पारित किया जाएगा। संशोधन विधेयक पास होने के बाद औपचारिकताएं पूरी होते ही यह कानून का रूप ले लेगा। देश समेत प्रदेश में अभी लड़कियों को शादी की उम्र 18 साल है। राज्य सरकार इसमें 3 साल का इजाफा करना चाह रही है। इसके संशोधित ड्राफ्ट को कैबिनेट पहले ही मंजूरी दे चुकी है। सोशल जस्टिस मिनिस्टर धनीराम शांडिल ने बताया कि शादी की उम्र बढ़ने से लड़कियों को जीवन में आगे बढ़ने के अवसर मिलेंगे। अभी कुछ लोग लड़कियों की छोटी उम्र में शादी कर देते है। इससे बच्चियां पढ़ाई नहीं कर पाती और जीवन में आगे नहीं बढ़ पाती। सरकार चाहती है कि शादी की उम्र बढ़ाकर उन्हें कुपोषण से बचाया जाए, क्योंकि जल्दी शादी के कारण मां बनने से उनके स्वास्थ्य पर कई बार बुरा असर पड़ता है। जल्दी शादी के कारण कई महिलाएं अपने करियर में भी आगे नहीं बढ़ पाती है। केंद्र सरकार लोकसभा में विधेयक पेश कर चुकी केंद्र सरकार भी लड़कियों की शादी की उम्र 18 से बढ़ाकर 21 साल करने का निर्णय ले चुकी है। इसे लेकर दिसंबर 2021 में लोकसभा में विधेयक पेश किया जा चुका है। अभी यह संसदीय समिति के सामने विचाराधीन है। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले से 15 अगस्त 2020 को बेटियों की शादी की उम्र 21 साल करने की बात कही थी। एक्ट में अभी शादी की उम्र 18 साल भारत में अभी लड़कों की शादी की उम्र 21 साल है, जबकि लड़कियों की 18 वर्ष है। इससे पहले हिंदू मैरिज एक्ट 1955 में विवाह की उम्र लड़कों के लिए 18 साल और लड़कियों के लिए 15 साल थी। साल 1978 में लड़कियों की शादी की उम्र 18 साल और लड़कों की 21 साल की गई। अब लड़कियों की उम्र बढ़ाकर 21 साल करने की तैयारी है।