हरियाणा के पलवल जिले में एक परिवार पर जानलेवा हमले का मामला सामने आया है। हथीन थाना क्षेत्र के मंडनाका गांव में एक मां-बेटे ने अपने एक साथी के साथ मिलकर एक वृद्ध व्यक्ति के घर में घुसकर चाकू और लाठियों से हमला कर दिया। घटना शाम करीब 4 बजे की है। पीड़ित सुरजीत की शिकायत के अनुसार, उनके पिता पदम सिंह भैंसों की देखभाल कर रहे थे, तभी गांव की किरण उर्फ किन्नो, उसका बेटा सागर और एक अज्ञात व्यक्ति, जो खुद को वकील बता रहा था, घर में घुस आए। सागर के हाथ में चाकू और लोहे की रॉड थी, जबकि उसकी मां किरण के हाथ में लाठी थी। सागर ने तुरंत पदम सिंह के सिर पर चाकू से वार किया और किरण ने लाठी से पिटाई शुरू कर दी। शोर सुनकर जब सुरजीत अपनी पत्नी और मां के साथ ऊपरी मंजिल से नीचे आया और पिता को बचाने की कोशिश की, तो आरोपियों ने उन सभी को भी लाठी-डंडों से पीट दिया। आस-पड़ोस के लोगों के जमा होने पर आरोपी जान से मारने की धमकी देकर फरार हो गए। गंभीर रूप से घायल पदम सिंह को जिला नागरिक अस्पताल पलवल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है। हथीन थाना की मिंडकौला पुलिस चौकी ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस मां-बेटे सहित तीनों आरोपियों की तलाश कर रही है। पुलिस का कहना है कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है, जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। हरियाणा के पलवल जिले में एक परिवार पर जानलेवा हमले का मामला सामने आया है। हथीन थाना क्षेत्र के मंडनाका गांव में एक मां-बेटे ने अपने एक साथी के साथ मिलकर एक वृद्ध व्यक्ति के घर में घुसकर चाकू और लाठियों से हमला कर दिया। घटना शाम करीब 4 बजे की है। पीड़ित सुरजीत की शिकायत के अनुसार, उनके पिता पदम सिंह भैंसों की देखभाल कर रहे थे, तभी गांव की किरण उर्फ किन्नो, उसका बेटा सागर और एक अज्ञात व्यक्ति, जो खुद को वकील बता रहा था, घर में घुस आए। सागर के हाथ में चाकू और लोहे की रॉड थी, जबकि उसकी मां किरण के हाथ में लाठी थी। सागर ने तुरंत पदम सिंह के सिर पर चाकू से वार किया और किरण ने लाठी से पिटाई शुरू कर दी। शोर सुनकर जब सुरजीत अपनी पत्नी और मां के साथ ऊपरी मंजिल से नीचे आया और पिता को बचाने की कोशिश की, तो आरोपियों ने उन सभी को भी लाठी-डंडों से पीट दिया। आस-पड़ोस के लोगों के जमा होने पर आरोपी जान से मारने की धमकी देकर फरार हो गए। गंभीर रूप से घायल पदम सिंह को जिला नागरिक अस्पताल पलवल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है। हथीन थाना की मिंडकौला पुलिस चौकी ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस मां-बेटे सहित तीनों आरोपियों की तलाश कर रही है। पुलिस का कहना है कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है, जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा सरकार पर अल्पमत का खतरा:निर्दलीय MLA के निधन के बाद बढ़ा संकट; 44 के बहुमत की जगह BJP के पास 42 विधायक
हरियाणा सरकार पर अल्पमत का खतरा:निर्दलीय MLA के निधन के बाद बढ़ा संकट; 44 के बहुमत की जगह BJP के पास 42 विधायक हरियाणा में गुरुग्राम के निर्दलीय विधायक के निधन से BJP सरकार पर अल्पमत का संकट गहरा गया है। गुरुग्राम की बादशाहपुर विधानसभा सीट से निर्दलीय विधायक राकेश दौलताबाद का कल (25 मई) को निधन हो गया। हरियाणा विधानसभा में मौजूदा वक्त में कुल बहुमत का आंकड़ा 44 का है लेकिन भाजपा सरकार के पास अब 42 ही विधायकों का समर्थन बचा है। ऐसे में विपक्षी फिर सरकार को फ्लोर टेस्ट करवाने के लिए घेर सकते हैं। कांग्रेस और JJP पहले ही गवर्नर को लेटर लिखकर नायब सैनी सरकार के बहुमत साबित करने की मांग कर चुकी है। पहले हरियाणा विधानसभा का पूरा अंकगणित जानिए.. हरियाणा विधानसभा में मौजूदा स्थिति क्या है?
हरियाणा विधानसभा में कुल 90 सीटें हैं। करनाल से मनोहर लाल खट्टर और रानियां से निर्दलीय रणजीत चौटाला के इस्तीफे के बाद 88 विधायक बचे थे। इसके बाद बादशाहपुर से निर्दलीय विधायक राकेश दौलताबाद का निधन हो गया। ऐसे में अब कुल विधायक 87 रह गए हैं और बहुमत का आंकड़ा 44 का हो गया है। अल्पमत की चर्चा कैसे शुरू हुई?
लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा ने मनोहर लाल खट्टर को सीएम की कुर्सी से हटाकर लोकसभा टिकट दे दी। उनकी जगह नायब सैनी सीएम बनाए गए। उन्हें भाजपा के 41, हलोपा के 1 और 6 निर्दलीय समेत 48 विधायकों का समर्थन मिला था। हालांकि पहले खट्टर और फिर सरकार के समर्थन वाले रणजीत चौटाला ने इस्तीफा दे दिया। इसके बाद लोकसभा चुनाव के बीच 3 निर्दलीय विधायकों धर्मपाल गोंदर, रणधीर गोलन और सोमबीर सांगवान ने समर्थन वापस ले लिया। जिसके बाद सरकार के पास 43 विधायकों का समर्थन बचा। अब सरकार के साथ कितने विधायक बचे?
खट्टर के इस्तीफे के बाद भाजपा के पास अपने 40 विधायक हैं। इसके अलावा उन्हें हलोपा के गोपाल कांडा और निर्दलीय नैनपाल रावत का समर्थन प्राप्त है। विपक्षी दलों की क्या स्थिति है?
हरियाणा में कांग्रेस के पास 30 विधायक हैं। इसके अलावा जजपा के 10 और इनेलो का एक विधायक है। 4 निर्दलीय भी अब सरकार के विपक्ष में हैं। भाजपा के 42 के मुकाबले पूरे विपक्ष में 45 विधायक हो गए हैं। हालांकि जजपा की ओर से अपने 2 विधायक जोगीराम सिहाग और राम निवास के विरुद्ध स्पीकर को दल-बदल विरोधी कानून के अंतर्गत याचिका दी गई है, जिसमें दोनों की सदस्यता समाप्त करने की मांग की गई है। अगर यह मंजूर हुआ तो भी विपक्ष के पास ज्यादा विधायक होंगे। सैनी चुनाव जीते तो फिर सरकार और विपक्ष बराबर हो जांएगे
इसमें एक और दिलचस्प स्थिति 4 जून को बनेगी। सीएम नायब सैनी खट्टर की जगह करनाल से विधानसभा उपचुनाव लड़ रहे हैं। अगर वह सीट जीत जाते हैं तो फिर सत्ता पक्ष के पास 43 विधायक हो जाएंगे। अगर जजपा के 2 विधायकों की सदस्यता रद्द हो जाती है तो फिर पक्ष और विपक्ष, दोनों बराबर हो जाएंगे। क्या हरियाणा में सरकार गिरने का खतरा है?
फिलहाल ऐसा नहीं है। सीएम नायब सैनी की सरकार ने ढ़ाई महीने पहले ही 13 मार्च को बहुमत साबित किया। जिसके बाद 6 महीने तक फिर अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाया जाता। इतना समय बीतने के बाद अक्टूबर-नवंबर में हरियाणा में विधानसभा चुनाव होने हैं। फिर ऐसी मांग की जरूरत नहीं रहेगी।
नारनौल डीटीपी ऑफिस में सीएम फ्लाइंग की रेड:15 कर्मचारी में मिले गैरहाजिर, केवल एक उपस्थित; ड्यूटी मजिस्ट्रेट बोले- सभी पर करेंगे कार्रवाई
नारनौल डीटीपी ऑफिस में सीएम फ्लाइंग की रेड:15 कर्मचारी में मिले गैरहाजिर, केवल एक उपस्थित; ड्यूटी मजिस्ट्रेट बोले- सभी पर करेंगे कार्रवाई महेंद्रगढ़ के नारनौल में सीएम फ्लाइंग ने सुबह 9 बजे डीटीपी ऑफिस पर रेड की। इस दौरान सभी 15 कर्मचारी व अधिकारी गैरहाजिर मिले। केवल एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी ही कार्यालय में मौजूद था। वहीं छापेमारी के बाद केवल चार कर्मचारी ही ऑफिस पहुंचे सके। ड्यूटी मजिस्ट्रेट नितिन भार्गव ने बताया कि सीएम फ्लाइंग की टीम के साथ उन्होंने छापेमारी की है। जिसमें सभी कर्मचारी गैरहाजिर पाए गए हैं। इनकी रिपोर्ट बनाकर वे उच्च अधिकारियों को भेजेंगे। इसके बाद उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। छापेमारी के बाद केवल चार कर्मचारी पहुंचे छापेमारी के बाद 9:45 बजे तक केवल चार कर्मचारी ही पहुंचे थे। वहीं पहुंचे हुए कर्मचारी अपनी-अपनी दलील देते नजर आए। एक कर्मचारी ने कहा कि वह रेवाड़ी से अप डाउन करता है। इसलिए देरी हो गई, जबकि एक महिला कर्मचारी ने कहा कि ठंड ज्यादा होने की वजह से देर हो गई। शिकायतें मिल रही है कि कर्मचारी कभी भी 10 बजे से पहले नहीं आते तथा जूनियर इंजीनियर लोगों के फोन भी नहीं उठाते हैं।
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सोहना में मटर से लदे ट्रक में लगी आग:ड्राइवर-हैल्पर ने कूदकर बचाई जान, डीजल का टैंक फटा; रतलाम से दिल्ली जा रहा था सोहना में मटर से लदे ट्रक में आग लग गई। हादसे में ट्रक का ड्राइवर और हैल्पर ने कूदकर जान बच गई। फायर ब्रिगेड गाड़ियां मौके पर पहुंची और 1 घंटे में आग पर काबू पाया। फायर ब्रिगेड गाड़ियां मौके पर पहुंची और 1 घंटे में आग पर काबू पाया। घटना रात के करीब 9:30 बजे गुड़गांव नेशनल हाईवे पर अलीपुर गांव के पास हुई है। ट्रक ड्राइवर खालिद ट्रक में रतलाम से मटर भरकर दिल्ली आजादपुर मंडी ले जा रहा था। इस दौरान जब वह गांव अलीपुर के समीप पहुंचा, तो ट्रक में हीट बनने लगी और कुछ देर में उसमें आग लग गई। डीजल का टैंक फटा आग लगने के बाद कुछ देरी में डीजल का टैंक भी बुरी तरह से फट गया। जिस कारण आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। आग लगने से वाहनों की लंबी कतार लग गई ।पुलिस ने मौके पर पहुंचकर यातायात को कंट्रोल किया। फायर ब्रिगेड ने 1 घंटे में पाया काबू फायर ब्रिगेड की दो गाड़ियों ने करीब 1 घंटे में भारी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। घटना के वक्त ट्रक में मौजूद ड्राइवर खालिद हेल्पर इरशाद आग को देखकर ट्रक में से कूद गए दोनों को मामूली चोट आई। लेकिन में पूरी तरह से सुरक्षित हैं।