सोहना में मटर से लदे ट्रक में आग लग गई। हादसे में ट्रक का ड्राइवर और हैल्पर ने कूदकर जान बच गई। फायर ब्रिगेड गाड़ियां मौके पर पहुंची और 1 घंटे में आग पर काबू पाया। फायर ब्रिगेड गाड़ियां मौके पर पहुंची और 1 घंटे में आग पर काबू पाया। घटना रात के करीब 9:30 बजे गुड़गांव नेशनल हाईवे पर अलीपुर गांव के पास हुई है। ट्रक ड्राइवर खालिद ट्रक में रतलाम से मटर भरकर दिल्ली आजादपुर मंडी ले जा रहा था। इस दौरान जब वह गांव अलीपुर के समीप पहुंचा, तो ट्रक में हीट बनने लगी और कुछ देर में उसमें आग लग गई। डीजल का टैंक फटा आग लगने के बाद कुछ देरी में डीजल का टैंक भी बुरी तरह से फट गया। जिस कारण आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। आग लगने से वाहनों की लंबी कतार लग गई ।पुलिस ने मौके पर पहुंचकर यातायात को कंट्रोल किया। फायर ब्रिगेड ने 1 घंटे में पाया काबू फायर ब्रिगेड की दो गाड़ियों ने करीब 1 घंटे में भारी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। घटना के वक्त ट्रक में मौजूद ड्राइवर खालिद हेल्पर इरशाद आग को देखकर ट्रक में से कूद गए दोनों को मामूली चोट आई। लेकिन में पूरी तरह से सुरक्षित हैं। सोहना में मटर से लदे ट्रक में आग लग गई। हादसे में ट्रक का ड्राइवर और हैल्पर ने कूदकर जान बच गई। फायर ब्रिगेड गाड़ियां मौके पर पहुंची और 1 घंटे में आग पर काबू पाया। फायर ब्रिगेड गाड़ियां मौके पर पहुंची और 1 घंटे में आग पर काबू पाया। घटना रात के करीब 9:30 बजे गुड़गांव नेशनल हाईवे पर अलीपुर गांव के पास हुई है। ट्रक ड्राइवर खालिद ट्रक में रतलाम से मटर भरकर दिल्ली आजादपुर मंडी ले जा रहा था। इस दौरान जब वह गांव अलीपुर के समीप पहुंचा, तो ट्रक में हीट बनने लगी और कुछ देर में उसमें आग लग गई। डीजल का टैंक फटा आग लगने के बाद कुछ देरी में डीजल का टैंक भी बुरी तरह से फट गया। जिस कारण आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। आग लगने से वाहनों की लंबी कतार लग गई ।पुलिस ने मौके पर पहुंचकर यातायात को कंट्रोल किया। फायर ब्रिगेड ने 1 घंटे में पाया काबू फायर ब्रिगेड की दो गाड़ियों ने करीब 1 घंटे में भारी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। घटना के वक्त ट्रक में मौजूद ड्राइवर खालिद हेल्पर इरशाद आग को देखकर ट्रक में से कूद गए दोनों को मामूली चोट आई। लेकिन में पूरी तरह से सुरक्षित हैं। हरियाणा | दैनिक भास्कर
Related Posts
फतेहाबाद में पत्नी-जीजा मर्डर में 3 गिरफ्तार:दिल्ली से गाड़ी में बैठा लाया था गांव; दोस्तों को बोला- बेइज्जती हो रही है
फतेहाबाद में पत्नी-जीजा मर्डर में 3 गिरफ्तार:दिल्ली से गाड़ी में बैठा लाया था गांव; दोस्तों को बोला- बेइज्जती हो रही है हरियाणा के फतेहाबाद के जाखल में पत्नी व जीजा की हत्या के मामले में पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों को आज पुलिस कोर्ट में पेश करके रिमांड पर लेगी। पुलिस ने महिला के पति जसविंद्र के साथ उसके दो साथियों बिकर सिंह व परविंद्र सिंह के खिलाफ मामला दर्ज किया था। बता दें कि जाखल के गांव चांदपुरा में बुधवार को जसविंद्र नामक शख्स ने अवैध संबंधों के चलते अपनी पत्नी मूर्ति देवी और अपने जीजा बबनपुर निवासी जगसीर सिंह का तेज धार हथियार से मर्डर कर दिया था। पुलिस पूछताछ में जसविंद्र सिंह ने बताया कि अपनी पत्नी और जीजा के अवैध संबंधों से हो रही बेइज्जती को लेकर वह अपने दोस्तों के दुखड़ा आगे रोया। इसके बाद तीनों ने मिलकर मर्डर का प्लान बनाया और साजिश के तहत दोनों को मार डाला। जाखल एसएचओ कुलदीप सिंह ने बताया कि रतिया के गांव बबनपुर निवासी 32 वर्ष जगसीर सिंह मजदूरी का काम करता था और जाखल के गांव चांदपुरा में विवाहित था। उसका अपने साले जसविंद्र सिंह की पत्नी 35 वर्षीय मूर्ति के साथ ढाई-तीन सालों से अवैध संबंध चल रहा था और 10-12 दिन पहले दोनों घर से फरार हो गए थे। दोस्तों से कहा- गांव में बेइज्जती हो रही है जसविंद्र सिंह ने अपने दोनों दोस्तों को बताया कि उसकी गांव में बहुत बेइज्जती हो रही है और वह अब इस बेइज्जती को और सहन नहीं कर सकता। तीनों इस बात पर सहमत हो गए कि अब दोनों का मर्डर करना है। तीनों को सूचना मिली कि जसविंद्र की पत्नी व जीजा गांव आ रहे हैं। जसविंद्र ने तेजधार हथियार लेकर तैयार रहने को कहा। गाड़ी में दिल्ली से लाया, गांव में घुसते ही हत्या एसएचओ ने बताया कि जगसीर सिंह व मूर्ति दोनों दिल्ली चले गए थे। उनको लेने के लिए जसविंद्र सिंह एक गाड़ी लेकर दिल्ली गया था। दोनों को गाड़ी में लेकर वह गांव पहुंचा और गाड़ी वाले को रवाना कर दिया। उन्होंने बताया कि मूर्ति व जगसीर जब आगे आगे चल रहे थे तो योजनानुसार पीछे से बिकर व परविंद्र ने दोनों ने उन पर हमला बोल दिया और तेजधार हथियार से उनकी हत्या कर दी। घर के मिले थे दोनों के शव दोनों के शव गुरुवार तड़के घर से कुछ ही दूरी पर लहूलुहान हालत में पड़े मिले। ग्रामीणों ने बताया था कि दोनों को उनके संबंधों को लेकर कई बार समझाया गया था, लेकिन वे नहीं माने और इसको लेकर कई बार झगड़ा हुआ है। मृतका के 2 बेटियां 12 वर्षीय व 6 वर्षीय हैं, जबकि मृतक के 12 वर्ष का बेटा है।
हार के बाद अब मान रहे है कांग्रेस नेता भीतरघात:गोगी के बाद तरलोचन सिंह का भी झलका टिकट कटने दर्द, ओवर कॉन्फिडेंस ले डूबा कांग्रेस को
हार के बाद अब मान रहे है कांग्रेस नेता भीतरघात:गोगी के बाद तरलोचन सिंह का भी झलका टिकट कटने दर्द, ओवर कॉन्फिडेंस ले डूबा कांग्रेस को हरियाणा में अनापेक्षित विधानसभा चुनाव के नतीजे कांग्रेस नेताओं के गले से नहीं उतर रहे है। कांग्रेस ने सरकार बनाने का बड़ा दावा किया था और उधर बीजेपी ने भी सरकार सत्ता में वापसी की ताल ठोक दी थी। कांग्रेस ही हवा थी और सर्वे भी कांग्रेस के पक्ष में ही थे, लेकिन चुनावी रिजल्ट ने कांग्रेस ही नहीं, पूरे हरियाणा के होश उड़ा दिए। कांग्रेस नेता भी अब भीतरघात की बात को मान रहे है। असंध में कांग्रेस के पूर्व विधायक शमशेर गोगी भीतरघात को स्वीकार कर चुके है, वही करनाल में कांग्रेस नेता एवं उपचुनाव लड़ने वाले तिरलोचन सिंह ने भी जिला करनाल की पांचों विधानसभा सीटे हारने पर हैरानी जताई है। कांग्रेस नेता तिरलोचन सिंह का कहना है कि असंध, घरौंडा और इंद्री विधानसभा पर कांग्रेस जीत मानकर चल रही थी, हमें करनाल सीट के फंसे होने का डर था, लेकिन करनाल में कांग्रेस इतनी पिछड़ जाएगी, इसकी कभी उम्मीद नहीं थी। ऐसे में हमें भी यह महसूस होता है कि आखिर हमसे क्या कमी रह गई थी। मैंने सीएम के सामने उपचुनाव लड़ा और जनता ने मुझे 54 हजार वोट दिया। अब 56 हजार वोट ही मिली, जबकि हमारे साथ जेपी गुप्ता, बलविंदर कालडा, राकेश नागपाल और पार्षद भी थे। इतने लोग साथ होने के बाद भी हम सिर्फ 2 हजार वोट ही बढ़ा पाए। पांचों सीटों पर कांग्रेस बुरी तरह से हारी, इस पर मंथन होना चाहिए कि आखिर हम कहां पर पिछड़ गए है। भाजपा अपने एजेंडे में रही कामयाब हरियाणा में कांग्रेस सरकार न बना पाने के सवाल पर तिरलोचन सिंह ने कहा कि बीजेपी कहीं न कहीं अपने एजेंडे में कामयाब रही है। बीजेपी ने जाट-नॉन जाट का एजेंडा चलाया। आरएसएस कई महीनों से एक्टिव थी। अलग-अलग बिरादरियों को समझाने का प्रयास किया कि हमारे हित में क्या है और क्या नहीं है। हमें लगता है कि कांग्रेस के बड़े नेता आरएसएस के अगले कदम से वाकिफ नहीं थे। ओवर कॉन्फिडेंस से हुआ नुकसान तिरलोचन सिंह ने एक इंटरव्यू के दौरान माना कि कांग्रेस ओवर कॉंफिडेंट थी। जिसके चलते बड़े नेताओं ने कार्यकर्ताओं से दूरी बनानी शुरू कर दी। ऐसा ही करनाल में हुआ। हमें लग रहा था कि कांग्रेस यहां भी जीत रही है, इसलिए बड़े नेताओं को बुलाने की जरूरत नहीं पड़ी और कार्यकर्ताओं को नजर अंदाज किया गया।हार का दंश कार्यकर्ता को झेलना पड़ता है-करनाल में स्टार प्रचारक ने बुलाए जाने के सवाल पर तिरलोचन ने कहा कि सुमिता सिंह को लग रहा था मैं यहां से जीत रही हूं और किसी स्टार प्रचारक को बुलाने की जरूरत नहीं है। स्टार प्रचारक प्रत्याशी की तरफ से बुलाया जाता है। कांग्रेस की हार का खामियाजा नेता को नहीं बल्कि कार्यकर्ता को सहना पड़ता है। सीएम का चेहरा तो घोषित ही नहीं था सीएम का चेहरा हुड्डा की अपेक्षा कोई ओर होता तो परिणाम कुछ ओर होता, इस सवाल पर तिरलोचन ने कहा कि हाईकमान की तरफ से सीएम का चेहरा तो कोई घोषित ही नहीं किया गया था। शीर्ष नेतृत्व ने तय कर दिया था कि सरकार बनने के बाद ही देखा जाएगा कि सीएम का चेहरा कौन होगा। लोग सोच रहे थे कि भूपेंद्र हुड्डा के शासनकाल में अच्छे काम हुए और वे ही चीफ मिनिस्टर बनेंगे। लोगों की डिमांड भी थी। हो सकता है कि कुछ लोगों को यह बात अच्छी न लगी हो। अगर हमारे बड़े नेता बिना किसी भेदभाव लोगों के बीच में आते तो आज यह स्थिति नहीं होती। मैंने टिकट नहीं मांगी फिर भी दी तरलोचन सिंह ने कहा कि कही न कही टिकटों का बंटवारा ठीक नहीं हुआ है। मैंने 2019 में टिकट नहीं मांगी थी, फिर भी मुझे दी। उपचुनाव में मैंने टिकट नहीं मांगी, फिर भी मुझे दी गई। 2024 में मेरे में ऐसी कौन सी गलती हुई, मेरी टिकट काट दी और सुमिता सिंह ने सिर्फ मेरे से 2 हजार वोट ही ज्यादा ली।
करनाल की पूर्व विधायक का BJP पर आरोप:चुनाव में धांधली हुई, कई जगह पैसे बांटे गए, बूथ पर कार्यकर्ताओं को परेशान किया
करनाल की पूर्व विधायक का BJP पर आरोप:चुनाव में धांधली हुई, कई जगह पैसे बांटे गए, बूथ पर कार्यकर्ताओं को परेशान किया करनाल की पूर्व विधायक सुमिता सिंह ने कांग्रेस की हार के लिए बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। सुमिता सिंह ने आरोप लगाया है कि बीजेपी ने चुनाव से दो-तीन दिन पहले कुछ गड़बड़ियां कीं, यहां तक कि कुछ जगहों पर पैसे भी बांटे। इतना ही नहीं, बीजेपी के लोगों ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को उन बूथों पर परेशान किया, जहां उन्हें बैठना था। हालांकि, इन बातों का कोई सबूत नहीं मिला। कांग्रेस उम्मीदवारों का कांग्रेस के कुछ नेताओं द्वारा बड़े स्तर पर समर्थन न करने के सवाल पर सुमिता सिंह ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि नेताओं ने लोकसभा और विधानसभा उम्मीदवारों का समर्थन नहीं किया, क्योंकि हर नेता का अपना तरीका होता है और उन नेताओं ने उसी तरीके से काम किया है। अब जरूरी नहीं है कि नेता 24 घंटे उम्मीदवार के साथ घूमे। सुमिता सिंह ने कहा कि हमारे कार्यकर्ता भी साथ लगे हुए थे, और उन्होंने मिलकर काम किया है। जिस नेता की जहां पर जरूरत थी, वह वहां पर जा रहा था। बड़े नेता को एक-दो रैली में आ जाते है, लेकिन असलियत में काम तो खुद ही करना पड़ता है, मैंने दो बार विधायक का चुनाव लड़ा है और किस तरह से मेहनत करनी पड़ती है। अति आत्मविश्वास से होता है नुकसान सुमिता सिंह ने कहा कि लोकसभा में जिस तरह का रिजल्ट सामने आया है। उससे विधानसभा का रास्ता क्लियर होता नजर आता है, हालांकि विधानसभा में सरकार बनाने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी। कई बार अति आत्मविश्वास हो जाता है, लेकिन वह नुकसान का कारण बनता है। इसके अलावा संगठन होना भी जरूरी है, क्योंकि संगठन की अपनी अलग जिम्मेदारी होती है। लोकसभा चुनाव के दौरान संगठन की कमी खली है। हालांकि संगठन का निर्माण बड़े नेताओं का कार्य है। हाईकमान से बात की जाएगी कि अगर विधानसभा चुनाव से पहले संगठन बन जाए तो बहुत अच्छा रहेगा। मुख्यमंत्री को शुभकामनाएं, लेकिन वो भी गायब हो जाएंगे सुमिता सिंह ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को बधाई दी लेकिन तंज कस दिया, उन्होंने कहा कि नायब सैनी भी अब गायब हो जाएंगे, क्योंकि मनोहर लाल खट्टर भी गायब हो चुके है। नायब सिंह सैनी शपथ ले रहे है, लेकिन इनको शपथ न लेकर रिजाइन कर देना चाहिए था। BJP के पास पूरे विधायक ही नहीं है। मनोहर लाल पर ली चुटकी सुमिता सिंह ने मनोहर लाल खट्टर द्वारा सेक्टर 6 में मकान लिए जाने के सवाल पर चुटकी ली। उन्होंने कहा कि मनोहर लाल ने CM रहते हुए प्रेम नगर में भी मकान लिया था, क्या वे कभी एक दिन भी उस घर में गए, लेकिन मनोहर लाल ने सेक्टर-6 में मकान किराये पर लिया है और जब अपना मकान लेंगे तब देखेगें।