पंजाब के फाजिल्का जिले के अबोहर में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक युवक ने अश्लील फोटो और वीडियो वायरल करने की धमकी देकर एक युवती के साथ कई महीनों तक रेप किया। थाना खुइयां सरवर पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। कार में युवती को दी लिफ्ट पीड़िता ने पुलिस को बताया कि आरोपी सोनू कंबोज से उसकी मुलाकात पढ़ाई के दौरान हुई थी। नवंबर 2024 में जब वह अपने गांव से अबोहर जाने के लिए बस स्टैंड पर खड़ी थी, आरोपी अपनी कार में आया और उसे लिफ्ट की पेशकश की। जान-पहचान होने के कारण युवती कार में बैठ गई। होटल में ले जाकर बनाया वीडियो रास्ते में आरोपी ने युवती की फोटो खींच ली और उसे वायरल करने की धमकी देकर कार में ही रेप किया। इसके बाद से पिछले महीने तक आरोपी ने कई बार युवती के साथ रेप किया। एक बार वह उसे मलोट के एक होटल में भी ले गया, जहां जबरदस्ती रेप कर उसका वीडियो बना लिया। पीड़िता ने बताया कि आरोपी लगातार उसका पीछा कर रहा है और जान से मारने की धमकियां दे रहा है। पुलिस ने ढाणी सांझा राम पट्टी बिल्ला के सोनू कंबोज के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पंजाब के फाजिल्का जिले के अबोहर में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक युवक ने अश्लील फोटो और वीडियो वायरल करने की धमकी देकर एक युवती के साथ कई महीनों तक रेप किया। थाना खुइयां सरवर पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। कार में युवती को दी लिफ्ट पीड़िता ने पुलिस को बताया कि आरोपी सोनू कंबोज से उसकी मुलाकात पढ़ाई के दौरान हुई थी। नवंबर 2024 में जब वह अपने गांव से अबोहर जाने के लिए बस स्टैंड पर खड़ी थी, आरोपी अपनी कार में आया और उसे लिफ्ट की पेशकश की। जान-पहचान होने के कारण युवती कार में बैठ गई। होटल में ले जाकर बनाया वीडियो रास्ते में आरोपी ने युवती की फोटो खींच ली और उसे वायरल करने की धमकी देकर कार में ही रेप किया। इसके बाद से पिछले महीने तक आरोपी ने कई बार युवती के साथ रेप किया। एक बार वह उसे मलोट के एक होटल में भी ले गया, जहां जबरदस्ती रेप कर उसका वीडियो बना लिया। पीड़िता ने बताया कि आरोपी लगातार उसका पीछा कर रहा है और जान से मारने की धमकियां दे रहा है। पुलिस ने ढाणी सांझा राम पट्टी बिल्ला के सोनू कंबोज के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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मनमोहन सिंह के पाकिस्तान स्थित पैतृक गांव में शोकसभा:आज भी संभालकर रखी पूर्व पीएम की यादें, मोहणा कहकर बुलाते थे लोग
मनमोहन सिंह के पाकिस्तान स्थित पैतृक गांव में शोकसभा:आज भी संभालकर रखी पूर्व पीएम की यादें, मोहणा कहकर बुलाते थे लोग देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन से पूरे भारत में शोक की लहर है। इसी के साथ ही पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल जिले में स्थित उनके पैतृक गांव गाह के लोग भी डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर गहरे दुख में हैं। गांव के लोगों का कहना है कि ऐसा लग रहा है जैसे हमारे परिवार का कोई सदस्य चला गया हो, जो हमसे दूर हो गया हो। गाह गांव के कुछ वीडियो भारत में भेजे गए। जिसमें गांव के लोगों की तरफ से डॉ. मनमोहन सिंह के लिए एक शोक सभा रखी गई। गांव के निवासी अल्ताफ हुसैन ने बताया कि मनमोहन सिंह के निधन पर दुख प्रकट करने के लिए स्थानीय लोगों के एक समूह ने शोक सभा आयोजित की। हुसैन उसी स्कूल में शिक्षक हैं, जहां मनमोहन सिंह ने चौथी कक्षा तक पढ़ाई की थी। प्रधानमंत्री रहते हुए डॉ. मनमोहन सिंह ने गांव के लिए कई कुछ किया। जिस स्कूल में वे पढ़े थे, वहां सोलर सिस्टम लगवाया। उन्होंने भारतीय इंजीनियर भेजकर ये काम करवाए थे। इतना ही नहीं, गांव में लगी सोलर लाइटें भी उन्हीं की देन हैं। टेक्स्टाइल कारोबारी थे उनके पिता डॉ. मनमोहन सिंह के पिता गुरमुख सिंह टेक्सटाइल कारोबारी थे और उनकी मां अमृत कौर एक गृहिणी थी। उनका बचपन पाकिस्तान के गाह गांव में बीता, और उनके दोस्त उन्हें ‘मोहणा’ कहकर बुलाते थे। गाह गांव इस्लामाबाद से लगभग 100 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में स्थित है। यह गांव डॉ. सिंह के जन्म के समय झेलम जिले का हिस्सा था, लेकिन 1986 में इसे चकवाल जिले में शामिल कर लिया गया। स्कूल में रखा है दूसरी कक्षा का रिपोर्ट कार्ड डॉ. मनमोहन सिंह ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गाह गांव के सबसे प्रतिष्ठित स्कूल से प्राप्त की। आज भी स्कूल के रजिस्टर में उनका रोल नंबर 187 दर्ज है और प्रवेश की तारीख 17 अप्रैल 1937 है। उनकी जन्मतिथि 4 फरवरी 1932 और जाति ‘कोहली’ के रूप में दर्ज है। उनका दूसरी कक्षा का रिपोर्ट कार्ड संरचित रखा गया है। डॉ. मनमोहन नहीं गए कभी गांव गाह गांव के लोगों का कहना है कि डॉ. मनमोहन सिंह अपने जीवनकाल में गाह नहीं आ सके, लेकिन अब जब वह नहीं रहे, तो सभी चाहते हैं कि उनके परिवार का कोई सदस्य इस गांव का दौरा करे। मनमोहन सिंह के कुछ सहपाठी, जो अब इस दुनिया में नहीं हैं, ने 2004 में उनके प्रधानमंत्री बनने पर खुशी जाहिर की थी। उनके सहपाठियों के परिवार आज भी गांव में रहते हैं और मनमोहन सिंह के साथ अपने पुराने रिश्ते पर गर्व महसूस करते हैं। डॉ. मनमोहन सिंह के गांव की कुछ तस्वीरें-
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पूर्व PM मनमोहन सिंह का पंजाब से गहरा नाता:अमृतसर से पढ़ाई की; PU में प्रोफेसर रहे, न्यू चंडीगढ़ का नींव पत्थर रखा देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का 92 साल की उम्र में निधन हो गया है। उन्होंने दिल्ली एम्स में अंतिम सांस ली। उनके चले जाने से पूरे पंजाब में भी शोक की लहर है, क्योंकि उनका पंजाब और चंडीगढ़ से गहरा नाता रहा है। पूर्व प्रधानमंत्री का परिवार बंटवारे के समय पाकिस्तान से भारत आया था। उन्होंने अमृतसर से अपनी शुरुआती पढ़ाई की। वहीं, चंडीगढ़ स्थित पंजाब यूनिवर्सिटी (PU) में उन्होंने प्रोफेसर के रूप में सेवाएं दीं। वह साल 1957 से लेकर 1965 तक PU में प्रोफेसर पद पर रहे। इसके अलावा पंजाब सरकार की ओर से बसाए जा रहे न्यू चंडीगढ़ के पहले सरकारी प्रोजेक्ट होमी भाभा कैंसर अस्पताल का उन्होंने ही नींव पत्थर रखा था। डॉ. मनमोहन सिंह के पंजाब से जुड़े 3 PHOTOS… पौने 16 करोड़ की प्रॉपर्टी
विनम्र स्वभाव और शालीनता के लिए मशहूर मनमोहन सिंह वर्ष 2019 में आखिरी बार राजस्थान से राज्यसभा सांसद चुने गए थे। उनकी प्रॉपर्टी की बात करें तो राज्यसभा में दिए गए एफिडेविट के मुताबिक मनमोहन सिंह के पास कुल 15 करोड़ 77 लाख रुपए की संपत्ति है। उनके पास दिल्ली और चंडीगढ़ में एक-एक मकान भी है। उन पर कोई कर्ज नहीं था। उनके परिवार में पत्नी गुरशरण कौर के अलावा तीन बेटियां हैं। दोस्त के कहने पर पंजाब को दिया था IISER
मोहाली में स्थापित भारतीय विज्ञान शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान (IISER) के पीछे भी एक दिलचस्प कहानी है। 2004 में देश के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह थे। उस समय उनके दोस्त डॉ. केसर सिंह ने पत्र लिखकर पंजाब में IISER स्थापित करने के लिए कहा था। अपने मित्र के अनुरोध का सम्मान करते हुए डॉ. सिंह ने IISER को पंजाब को इस शर्त पर आवंटित किया कि इसे मोहाली में स्थापित किया जाए क्योंकि हवाई संपर्क है।