फरीदाबाद की अरावली पहाड़ियों में लगने वाले 38वें अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड हस्तशिल्प मेले की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। इस साल मेले के लिए ऑनलाइन आवेदन करने के लिए हरियाणा टूरिज्म ने क्यूआर कोड जारी किया है। इसके जरिए मेले में आने वाले कलाकार और हस्तशिल्पी अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। दिल्ली चुनाव के चलते इस बार मेला 7 फरवरी से शुरू होकर 23 फरवरी तक चलेगा। सूरजकुंड मेले की शुरुआत साल 1987 में हुई थी। यह मेला हर साल फरवरी के महीने में आयोजित किया जाता है। क्यूआर कोड के जरिए पंजीकरण पंजीकरण प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए हरियाणा टूरिज्म ने पहली बार क्यूआर कोड जारी किया है। यह कोड पर्यटन साइट पर उपलब्ध है, जिसके जरिए घर बैठे रजिस्ट्रेशन का काम पूरा किया जा सकेगा। इसका सबसे ज्यादा फायदा दूसरे राज्यों से आने वाले कलाकारों और हस्तशिल्पियों को मिलेगा। हस्तशिल्पी ऑनलाइन आवेदन करेंगे और उन्हें ऑनलाइन ही दुकानें आवंटित की जाएंगी। ओडिशा-मध्य प्रदेश थीम स्टेट मेले में पहली बार दो राज्यों ओडिशा और मध्य प्रदेश को स्टेट थीम बनाया गया है। दोनों राज्यों के लिए थीम गेट तैयार किए जा रहे हैं। इसके अलावा मेले में दोनों राज्यों के कलाकार और हस्तशिल्पी अहम भूमिका निभाने जा रहे हैं। मेले की तैयारियों से जुड़ी तस्वीरें.. 6 देशों को बनाया गया कंट्री पार्टनर हर बार एक देश को कंट्री पार्टनर बनाया जाता था, लेकिन इस बार बांग्लादेश, भूटान, म्यांमार, नेपाल, श्रीलंका और थाईलैंड को कंट्री पार्टनर बनाया गया है। सभी देश पहली बार कंट्री पार्टनर के तौर पर मेले में हिस्सा लेंगे। मेले में आने वाले पर्यटकों को इन सभी देशों के कलाकारों की कला देखने को मिलेगी। इन देशों के नौकरशाह भी मेले में हिस्सा लेंगे। 200 नई दुकानें बनाई गईं 38वें मेले में कारीगरों और कलाकारों के लिए दुकानों की संख्या बढ़ाकर 1300 कर दी गई है। दुकानों की संख्या 1100 से बढ़ाकर 1300 कर दी गई है। इसके साथ ही मेले में आने वाले कारीगरों की संख्या भी बढ़ने जा रही है। मेले की तैयारियां जोरों पर सूरजकुंड मेला नोडल अधिकारी उमा शंकर भारद्वाज ने बताया कि मेले की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। दुकानें लगभग बनकर तैयार हो चुकी हैं। दुकानों की साज-सज्जा और मेले की दीवारों पर तेजी से काम चल रहा है। जल्द ही मेला परिसर पूरी तरह तैयार हो जाएगा। वर्ष 2024 में आयोजित मेले में 13 लाख से अधिक पर्यटक पहुंचे थे। इस बार अधिक पर्यटकों के आने की उम्मीद है। फरीदाबाद की अरावली पहाड़ियों में लगने वाले 38वें अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड हस्तशिल्प मेले की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। इस साल मेले के लिए ऑनलाइन आवेदन करने के लिए हरियाणा टूरिज्म ने क्यूआर कोड जारी किया है। इसके जरिए मेले में आने वाले कलाकार और हस्तशिल्पी अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। दिल्ली चुनाव के चलते इस बार मेला 7 फरवरी से शुरू होकर 23 फरवरी तक चलेगा। सूरजकुंड मेले की शुरुआत साल 1987 में हुई थी। यह मेला हर साल फरवरी के महीने में आयोजित किया जाता है। क्यूआर कोड के जरिए पंजीकरण पंजीकरण प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए हरियाणा टूरिज्म ने पहली बार क्यूआर कोड जारी किया है। यह कोड पर्यटन साइट पर उपलब्ध है, जिसके जरिए घर बैठे रजिस्ट्रेशन का काम पूरा किया जा सकेगा। इसका सबसे ज्यादा फायदा दूसरे राज्यों से आने वाले कलाकारों और हस्तशिल्पियों को मिलेगा। हस्तशिल्पी ऑनलाइन आवेदन करेंगे और उन्हें ऑनलाइन ही दुकानें आवंटित की जाएंगी। ओडिशा-मध्य प्रदेश थीम स्टेट मेले में पहली बार दो राज्यों ओडिशा और मध्य प्रदेश को स्टेट थीम बनाया गया है। दोनों राज्यों के लिए थीम गेट तैयार किए जा रहे हैं। इसके अलावा मेले में दोनों राज्यों के कलाकार और हस्तशिल्पी अहम भूमिका निभाने जा रहे हैं। मेले की तैयारियों से जुड़ी तस्वीरें.. 6 देशों को बनाया गया कंट्री पार्टनर हर बार एक देश को कंट्री पार्टनर बनाया जाता था, लेकिन इस बार बांग्लादेश, भूटान, म्यांमार, नेपाल, श्रीलंका और थाईलैंड को कंट्री पार्टनर बनाया गया है। सभी देश पहली बार कंट्री पार्टनर के तौर पर मेले में हिस्सा लेंगे। मेले में आने वाले पर्यटकों को इन सभी देशों के कलाकारों की कला देखने को मिलेगी। इन देशों के नौकरशाह भी मेले में हिस्सा लेंगे। 200 नई दुकानें बनाई गईं 38वें मेले में कारीगरों और कलाकारों के लिए दुकानों की संख्या बढ़ाकर 1300 कर दी गई है। दुकानों की संख्या 1100 से बढ़ाकर 1300 कर दी गई है। इसके साथ ही मेले में आने वाले कारीगरों की संख्या भी बढ़ने जा रही है। मेले की तैयारियां जोरों पर सूरजकुंड मेला नोडल अधिकारी उमा शंकर भारद्वाज ने बताया कि मेले की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। दुकानें लगभग बनकर तैयार हो चुकी हैं। दुकानों की साज-सज्जा और मेले की दीवारों पर तेजी से काम चल रहा है। जल्द ही मेला परिसर पूरी तरह तैयार हो जाएगा। वर्ष 2024 में आयोजित मेले में 13 लाख से अधिक पर्यटक पहुंचे थे। इस बार अधिक पर्यटकों के आने की उम्मीद है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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चंडीगढ़ बम ब्लास्ट करने वालों तक ऐसे पहुंची पुलिस:कुरुक्षेत्र से बस पकड़ी, बाडोपट्टी टोल उतरकर बाइक पर लिफ्ट ली, उसी से फंसे
चंडीगढ़ बम ब्लास्ट करने वालों तक ऐसे पहुंची पुलिस:कुरुक्षेत्र से बस पकड़ी, बाडोपट्टी टोल उतरकर बाइक पर लिफ्ट ली, उसी से फंसे चंडीगढ़ के सेक्टर-26 स्थित 2 क्लबों के बाहर बम फेंकने वाले 2 आरोपियों का शुक्रवार को चंडीगढ़ पुलिस और हरियाणा स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने हिसार में एनकाउंटर कर दिया। हिसार के खरड़ गांव के रहने वाले अजीत और देवा गांव के विनय के पैर में गोलियां लगी हैं। दोनों कबड्डी प्लेयर हैं। पुलिस के मुताबिक आरोपी चंडीगढ़ में ब्लास्ट करने के बाद बाइक से हरियाणा में एंट्री कर गए और हिसार-चंडीगढ़ हाईवे पर सैनी माजरा टोल पर पहुंचे। यहां दोनों ने बाइक छिपा दी और हरियाणा रोडवेज की बस में सवार हो गए। दोनों हिसार के बरवाला स्थित बाडो पट्टी टोल पर पहुंचे। यहां से उन्होंने सोनू नाम के युवक से बाइक पर लिफ्ट ली। फिर अपने-अपने गांव पहुंच गए। चंडीगढ़ पुलिस की अलग-अलग टीमें आरोपियों के पीछे लगी हुई थीं। पुलिस ने चंडीगढ़ और बरवाला के बीच करीब 500 CCTV फुटेज खंगाली। पुलिस ने बाडो पट्टी टोल पर CCTV चेक किए तो आरोपी बस से उतरते दिखे। पुलिस को CCTV में सोनू की बाइक भी दिखी। बाइक के नंबर से पुलिस सोनू तक पहुंची। सोनू ने पुलिस को दोनों आरोपियों के बारे में बताया। चंडीगढ़ पुलिस ने STF को इसकी सूचना दी। साथ ही आरोपियों के फोटो शेयर कर दिए। चंडीगढ़ पुलिस और हिसार STF दोनों को हिसार में ढूंढ रही थी। इसी दौरान सूचना मिली कि दोनों आरोपी हिसार के साउथ बाइपास पर पीरावाली गांव के पास हैं। पुलिस को देखते ही आरोपियों ने भागने की कोशिश की। पुलिस ने उन्हें सरेंडर करने को कहा। उनके पास ऑटोमैटिक पिस्टल थी। इन्होंने पुलिस से बचने के लिए 6-7 राउंड फायरिंग की। 2 पुलिसवालों को गोलियां लगीं, लेकिन बुलेटप्रूफ जैकेट होने की वजह से वे बच गए। जवाब में पुलिस ने भी फायरिंग की। जिसमें विनय और अजित के पैर पर गोली लगी। जिसके बाद दोनों को पुलिस ने पकड़ लिया और हिसार सिविल अस्पताल में भर्ती कराया। अब सिलसिलेवार ढंग से जानिए पूरा मामला… 2 क्लबों के बाहर धमाके हुए, एक क्लब के रैपर बादशाह पार्टनर
चंडीगढ़ के सेक्टर-26 स्थित सेविले बार एंड लाउंज और डि’ओरा क्लब के बाहर मंगलवार अल सुबह सवा 3 बजे बाइक सवार युवकों ने बम फेंके। इससे क्लब के शीशे टूट गए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सेविले बार एंड लाउंज क्लब के मालिकों में मशहूर रैपर बादशाह भी पार्टनर हैं। धमाकों की जिम्मेदारी लॉरेंस गैंग ने ली है। गोल्डी बराड़ ने इस बारे में सोशल मीडिया पोस्ट डाली। हालांकि, कुछ देर बाद पोस्ट डिलीट कर दी गई। पुलिस पता लगा रही है कि यह पोस्ट किस फोन और कहां से अपलोड की गई थी? गोल्डी बराड़ के हवाले वाली सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा- ‘2 ब्लास्ट की जिम्मेदारी लॉरेंस गैंग के गोल्डी बराड़ और रोहित गोदारा लेते हैं। इन दोनों क्लबों के मालिकों को प्रोटेक्शन मनी के लिए मैसेज किया था। मगर इन्हें हमारी कॉल की घंटी नहीं सुनाई दे रही थी। इनके कान खोलने के लिए यह धमाके किए। जो भी हमारे कॉल्स को इग्नोर कर रहे हैं, वह समझ जाएं कि इससे भी कुछ बड़ा हो सकता है।’ गोल्डी बराड़ की सोशल मीडिया पोस्ट… सिक्योरिटी गार्ड से बोला- तू मेरा क्या कर लेगा
क्लब के सिक्योरिटी गार्ड पूर्ण सिंह ने बताया है कि आरोपी बाइक पर आए थे। एक युवक बाइक स्टार्ट कर खड़ा था, दूसरे युवक ने विस्फोटक फेंका। धमाके की आवाज सुनकर वह आया तो देखा कि शीशा टूटा हुआ था। वहां दूसरा सिक्योरिटी गार्ड नरेश भी खड़ा था। एक हमलावर नरेश से कह रहा था कि तू मेरा क्या कर लेगा। उनके मुंह ढंके हुए थे। इसके बाद बदमाश भाग गए। चंडीगढ़ के जिस इलाके में धमाके हुए, वह पॉश एरिया है। इसके पास ही सब्जी मंडी लगती है। कई केंद्रीय संस्थान भी नजदीक में हैं । पुलिस लाइन और सेक्टर-26 का थाना भी पड़ता है। दोनों क्लबों के बीच 30 मीटर की दूरी
नकाबपोश आरोपी सेक्टर-26 थाने के आगे से होकर आए थे। आरोपियों ने स्लिप रोड पर बाइक खड़ी की। पहले उन्होंने सेविले बार एंड लाउंज के बाहर देसी बम फेंका। इसके बाद वे डि’ओरा क्लब के बाहर बम फेंकने पहुंचे। इन दोनों क्लबों के बीच करीब 30 मीटर की दूरी है। चंडीगढ़ में क्लबों के बाहर जिस समय धमाके हुए, उस समय क्लब बंद थे। इस कारण धमाकों से कोई जानी नुकसान नहीं हुआ। मौके पर केवल सिक्योरिटी गार्ड था। उसने ही पुलिस को सूचना दी। आरोपियों की 3 सीसीटीवी फुटेज सामने आईं…
आरोपियों की 3 सीसीटीवी फुटेज भी सामने आईं। पहली में एक युवक क्लब के बाहर बम फेंकता दिख रहा है। इसके बाद दोनों आरोपी मोहाली में आयशर लाइट पॉइंट से पहले स्थित मॉल के सीसीटीवी कैमरे में कैद हुए। वहीं तीसरी फुटेज आयशर लाइट पॉइंट से सामने आई। इसमें बाइक सवार तेजी से निकल रहे हैं। उन्होंने हेलमेट पहना हुआ था और शॉल ओढ़े हुए थे। गैंगस्टर काली से पूछताछ
मामले की छानबीन के दौरान पुलिस को एक फोन कॉल के बारे में पता चला था। बताया गया कि यह कॉल लॉरेंस के करीबी गैंगस्टर काली के गुर्गे ने की थी। इस बातचीत के दौरान काली का गुर्गा एक क्लब संचालक से बहस कर रहा था। दोनों ने आपस में गाली-गलौज और मारपीट की धमकियां दी थीं। इसके बाद पुलिस ने गैंगस्टर काली से कनेक्शन का पता लगाने के लिए पूछताछ की। ********** चंडीगढ़ में ब्लास्ट से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें… चंडीगढ़ में बम ब्लास्ट के आरोपियों का एनकाउंटर चंडीगढ़ में 2 क्लबों के बाहर बम फेंकने वाले आरोपियों और पुलिस के बीच शुक्रवार शाम को हिसार में मुठभेड़ हो गई। जिसमें दोनों आरोपियों के पैर में गोलियां लगी। दोनों हिसार के अस्पताल में भर्ती करवाए गए हैं। आरोपियों की तरफ से की गई फायरिंग में 2 ASI संदीप और अनूप बुलेटप्रूफ जैकेट पहने होने के कारण बच गए। पूरी खबर पढ़ें… लॉरेंस ने चंडीगढ़ के 2 क्लबों के बाहर ब्लास्ट कराया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 3 दिसंबर को चंडीगढ़ दौरे से पहले 26 नवंबर की सुबह सेक्टर-26 में 2 क्लबों के बाहर धमाके हुए। धमाकों की जिम्मेदारी लॉरेंस गैंग ने ली है। गोल्डी बराड़ ने इस बारे में सोशल मीडिया पोस्ट डाली है। उसने धमाके की वजह प्रोटेक्शन मनी न देना बताया है। पढ़ें पूरी खबर चंडीगढ़ बम ब्लास्ट में क्लब संचालक का लॉरेंस कनेक्शन, 3 से 4 केस दर्ज चंडीगढ़ के सेक्टर-26 स्थित 2 क्लबों के बाहर 3 दिन पहले बम ब्लास्ट हुआ। इसमें से एक डि’ओरा क्लब के संचालक का लॉरेंस गैंग से कनेक्शन सामने आया है। संचालक की लॉरेंस के करीबी गैंगस्टर संपत नेहरा के साथ दोस्ती थी। पूरी खबर पढ़ें…
हरियाणा में रणजीत चौटाला Vs गोपाल कांडा:बिजली मंत्री बोले- देवीलाल का बेटा, 90 सीटों पर जनाधार, हलोपा नेता का जबाव- आपका इन सब पर बंटाधार
हरियाणा में रणजीत चौटाला Vs गोपाल कांडा:बिजली मंत्री बोले- देवीलाल का बेटा, 90 सीटों पर जनाधार, हलोपा नेता का जबाव- आपका इन सब पर बंटाधार हरियाणा के रानियां विधानसभा को लेकर भाजपा नेता रणजीत चौटाला और उसकी सहयोगी पार्टी हलोपा के नेता गोपाल कांडा आमने-सामने आ गए हैं। रणजीत चौटाला ने इसकी शुरुआत तब की जब हलोपा ने रानिया सीट से प्रत्याशी घोषित किया। इस पर नाराजगी जाहिर करते हुए चौटाला ने कहा था कि हलोपा का कोई जनाधार नहीं है। रणजीत चौटाला ने कहा कि हलोपा के गोपाल कांडा तो सिरसा सीट पर भी मुश्किल से जीत रहे हैं और मैं देवीलाल का बेटा हूं प्रदेश की 90 सीटों पर हार जीत का दम रखता हूं। रणजीत चौटाला की तीखी बयानबाजी पर गोपाल कांडा ने वीडियो संदेश जारी कर पलटवार किया। गोपाल कांडा ने कहा कि रणजीत सिंह का 90 सीटों पर जनाधार नहीं बल्कि बंटाधार है। भाजपा ने इन पर विश्वास किया और उन्हें हिसार लोकसभा सीट से उतारा था लेकिन उन्होंने जीती हुई सीट हरा दी। इसके बाद में कह रहे हैं कुलदीप ने हरवा दिया, कैप्टन ने हरवा दिया। कांडा ने कहा कि रणजीत सिंह का कोई जनाधार नहीं है। अगर वे रानियां से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ते हैं तो उनकी जमानत भी जब्त हो जाएगी। कांडा ने कहा- 8 चुनाव हारने के बाद परिवार ने मदद की तब जीते विधायक गोपाल कांडा ने कहा कि 8 चुनाव हारने के बाद अजय सिंह, अभय सिंह और पूरे परिवार ने पिछले चुनाव में मेरी मदद की, जिसकी बदौलत रणजीत चौटाला जीते। सीएलयू संबंधित बयान पर गोपाल कांडा ने कहा कि मनोहर लाल के कार्यकाल में रणजीत सिंह मेरा एक भी CLU साबित कर दें, तो वो मैं वो CLU उन्हीं के नाम कर दूंगा। गोपाल कांडा ने कहा कि दूसरों के लिए भविष्यवाणी करने की बजाय रणजीत सिंह को अपने बारे में सोचना चाहिए। उन्होंने कहा कि सीट शेयरिंग को लेकर भाजपा से बातचीत चल रही है। फैसला होने के बाद उम्मीदवारों की घोषणा की जाएगी। सिरसा के लोगों के हमेशा साथ खड़ा रहा हूं
गोपाल कांडा ने कहा कि सिरसा की जनता सच्चाई जानती है कि उनका कौन है। गोपाल कांडा और कांडा परिवार हमेशा सिरसा की जनता के लिए तत्पर रहा है। कोरोना संकट के दौरान कहानियां बनाने वाले लोग अपने घरों में दरवाजे बंद करके बैठे थे, जबकि गोपाल कांडा और उनका परिवार इस संकट में सिरसा की जनता के साथ खड़ा है। कांडा और रणजीत के बीच विवाद क्यों बढ़ा?
दरअसल, रणजीत चौटाला ने रानिया से निर्दलीय विधायक का चुनाव जीता था। इसके बाद लोकसभा चुनाव से ठीक पहले वह भाजपा में शामिल हो गए। भाजपा ने उन्हें हिसार से लोकसभा उम्मीदवार बनाया। लेकिन रणजीत चौटाला कांग्रेस के जयप्रकाश जेपी से हार गए। रणजीत चौटाला ने लोकसभा चुनाव से पहले विधानसभा पद से इस्तीफा दे दिया था। हार के बाद रणजीत चौटाला फिर से रानिया की जनता के बीच गए। इसके बाद हरियाणा में विधानसभा चुनाव की घोषणा हो गई। गोपाल कांडा की पार्टी हलोपा ने भाजपा नेता गोबिंद कांडा के बेटे धवल कांडा को रानिया से अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया। इससे रणजीत चौटाला भड़क गए और तब से वे कांडा परिवार पर निशाना साध रहे हैं। रणजीत के पाला बदलने की चर्चा, बोले- मैं भाजपा में रहूंगा
भाजपा की सहयोगी पार्टी हलोपा द्वारा रानिया सीट से प्रत्याशी उतारे जाने से रणजीत चौटाला बेचैन हैं और उन्होंने इसकी शिकायत दिल्ली दरबार तक कर दी है। इसके बाद कांडा भाजपा के प्रदेश चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान से मिलने दिल्ली भी गए थे। लेकिन कांडा ने धवल कांडा की उम्मीदवारी बरकरार रखी, जिससे रणजीत चौटाला और भड़क गए। वहीं भाजपा की ओर से जारी 3 कमेटियों की सूची में भी उनका नाम नहीं है। ऐसे में रणजीत चौटाला के खेमे से खबरें आ रही हैं कि रणजीत चौटाला पाला बदलकर कांग्रेस में जा सकते हैं। लेकिन वह खुद इस बात से इनकार कर रहे हैं और कह रहे हैं कि मैं भाजपा में हूं और 100 फीसदी रानिया से हूं। रणजीत चौटाला ने गोपाल कांडा को लेकर क्या कहा…
रणजीत चौटाला ने सोमवार को रानिया हलके में वर्कर मीटिंग के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा था कि मैं 100 प्रतिशत रानियां से चुनाव लड़ूंगा। हलोपा से रानियां से उम्मीदवार उतारे जाने पर रणजीत सिंह ने कहा कि अकाली दल पुरानी पार्टी है बादल साहब 25 साल मुख्यमंत्री रहे और उसके बाद उसके बाद अकाली दल भी 2 विधानसभा सीटों पर चली गई। उतर प्रदेश में मायावती ने सिंगल पार्टी की सरकार बनाई थी। बिहार देख लो सब जगह ले लो क्षेत्रीय दल खत्म होते जा रहे हैं मैं नहीं मानता हलोपा की सिरसा सीट भी निकलेगी। आज के दिन वह कहीं फाइट में नहीं है। रीजनल पार्टियों का काम एक है कि अपना लाईसेंस ले लो, एमएलए बन जाओ और सीएलयू पास करवाओ। इनका(हलोपा) ना तो मेरे हलके रानियां में कोई रोल है और ना कहीं और इनकी तो सिरसा में भी हालात खराब हैं। चौटाला ने कहा कि मेरी शीर्ष नेतृत्व से बात हुई है हलोपा को सिर्फ एक सीट मिलेगी वो भी तब जब बीजेपी ज्वाईन करेगा तब। वो भी सिरसा सीट ही मिलेगी। मैं 100 प्रतिशत आश्वस्त हूं कि मुझे भाजपा से टिकट मिलेगा। इसलिए रानियां पर अड़े हैं रणजीत
रणजीत चौटाला अपने जीवन के अधिकांश चुनाव रानियां और पूर्व में रोड़ी विधानसभा से लड़े हैं। रानियां चौटाला परिवार की सीट मानी जाती रही है। रानियां से रणजीत चौटाला कई बार चुनाव हारे मगर उन्होंने कभी सीट नहीं छोड़ी 2019 में रणजीत चौटाला ने कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने पर बगावत कर दी और खुद निर्दलीय ही खड़े हो गए और चुनाव जीत गए। चुनाव जीतने के बाद मनोहर सरकार में बिजली मंत्री बन गए। इसके बाद लोकसभा चुनाव लड़े मगर हार गए। इस लिए रणजीत चौटाला रानियां नहीं छोड़ रहे। इसलिए वह रानियां सीट को लेकर लगातार भाजपा पर दवाब बना रहे हैं और बयानबाजी कर रहे हैं।
नारनौल में 6 महीने पहले पिता बने युवक की मौत:नीलगाय सामने आने से बेकाबू होकर पलटी कार; टेंपो की टक्कर से बुजुर्ग घायल
नारनौल में 6 महीने पहले पिता बने युवक की मौत:नीलगाय सामने आने से बेकाबू होकर पलटी कार; टेंपो की टक्कर से बुजुर्ग घायल हरियाणा के नारनौल में नीलगाय सामने आने से कार बेकाबू होकर डिवाइडर से टकराकर पलट गई। हादसे में युवक की मौत हो गई। मृतक की पत्नी ने 6 महीने पहले ही एक बच्चे को जन्म दिया था। वहीं दूसरे हादसे में टैंपो ने स्कूटी को टक्कर मार दी। जिससे बुजुर्ग गंभीर रूप से घायल हो गया है। हादसे देर रात नेशनल हाईवे-11 पर पर हुआ है। मृतक की पहचान 30 वर्षीय जितेंद्र कुमार के नाम से हुई है। जो गांव गुवानी का रहने वाला है। वह अपनी कार से राजस्थान से वापस नारनौल आ रहा था। इसी दौरान रात के समय उसकी कार के सामने नीलगाय आ गई। जिससे हादसा हो गया और वह बुरी तरह घायल हो गया। आसपास के लोगों ने उसको निजी अस्पताल में पहुंचाया। जहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। बाद में मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतक जितेंद्र का नारनौल के नागरिक अस्पताल से पोस्टमॉर्टम करवाया। टेंपो की टक्कर से एक बुजुर्ग घायल दूसरी ओर नारनौल की लोहा मंडी में स्कूटी सवार एक बुजुर्ग व्यक्ति को टेंपो ड्राइवर ने टक्कर मार दी। इस हादसे में बुजुर्ग व्यक्ति घायल हो गया। जिसको आसपास के लोगों ने नागरिक अस्पताल में पहुंचा दिया।