अमृतसर में इंटिग्रेटेड कमांड सेंटर तैयार:92 करोड़ की आई लागत, 1115 सीसीटीवी कैमरे इंस्टॉल, 26 के बाद ई-चालान सेवा होगी शुरू

अमृतसर में इंटिग्रेटेड कमांड सेंटर तैयार:92 करोड़ की आई लागत, 1115 सीसीटीवी कैमरे इंस्टॉल, 26 के बाद ई-चालान सेवा होगी शुरू

अमृतसर स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा 92 करोड़ रुपये की लागत से इंटिग्रेटेड कमांड कंट्रोल सेंटर (आईसीसीसी) प्रोजेक्ट पूरी तरह तैयार कर लिया गया है। यह कमांड सेंटर रंजीत एवेन्यू स्थित नगर निगम कार्यालय में स्थापित किया गया है। निगम कमिश्नर गुलप्रीत सिंह औलख ने बताया कि मॉडर्न तकनीक से लैस इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य शहर की सुरक्षा और ट्रैफिक मैनेजमेंट को मजबूत करना है। कमिश्नर औलख ने जानकारी दी कि शहर में 409 स्थानों पर 1,115 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इनमें 50 फेस डिटेक्शन कैमरे और 50 सार्वजनिक चेतावनी प्रणाली वाले चौक शामिल हैं। कमांड सेंटर में 10 एलईडी स्क्रीन भी लगाई गई हैं, जहां से पूरे शहर की निगरानी की जा सकेगी। पुलिस और निगम अधिकारियों को दी जा रही है ट्रेनिंग आईसीसीसी में विभिन्न विभागों के अधिकारियों को ट्रेनिंग दी जा रही है। पुलिस अधिकारी अपराध रोकने और ट्रैफिक नियंत्रण के लिए इस सेंटर की सुविधाओं का उपयोग करेंगे। इसके अलावा, नगर निगम से संबंधित गतिविधियों की निगरानी भी इन कैमरों के माध्यम से की जाएगी। ई-चालान सेवा 26 जनवरी से होगी शुरू ट्रैफिक पुलिस के एडीसीपी हरपाल सिंह रंधावा ने बताया कि 26 जनवरी के बाद किसी भी दिन से ई-चालान सेवा शुरू करने की तैयारी की जा रही है। ई-चालान प्रणाली में हेलमेट न पहनने, सीट बेल्ट न लगाने, गाड़ी के कागजात न होने, हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट न होने और रेड लाइट जंप करने जैसे उल्लंघनों के लिए चालान किया जाएगा। चालान की कॉपी संबंधित व्यक्ति के घर के पते पर भेजी जाएगी। ट्रैफिक नियमों के पालन पर जोर एडीसीपी रंधावा ने कहा कि इस प्रोजेक्ट के जरिए लोगों को ट्रैफिक नियमों का पालन करने के लिए जागरूक किया जाएगा। जल्द ही शहर में अधिक चौकों पर ई-चालान प्रणाली लागू की जाएगी। ट्रैफिक पुलिस सोमवार को नगर निगम के अधिकारियों के साथ बैठक करेगी, जिसमें प्रोजेक्ट के संचालन और विस्तार पर चर्चा होगी। नियम तोड़ने पर घर पहुंचेगा चालान ई-चालान के तहत ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों को पहले सूचित किया जाएगा। इसके बाद, नियमों का पालन न करने पर चालान सीधे उनके घर पहुंचाया जाएगा। यह प्रणाली शहर में ट्रैफिक को सुव्यवस्थित करने और सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से लागू की जा रही है। अमृतसर स्मार्ट सिटी लिमिटेड द्वारा 92 करोड़ रुपये की लागत से इंटिग्रेटेड कमांड कंट्रोल सेंटर (आईसीसीसी) प्रोजेक्ट पूरी तरह तैयार कर लिया गया है। यह कमांड सेंटर रंजीत एवेन्यू स्थित नगर निगम कार्यालय में स्थापित किया गया है। निगम कमिश्नर गुलप्रीत सिंह औलख ने बताया कि मॉडर्न तकनीक से लैस इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य शहर की सुरक्षा और ट्रैफिक मैनेजमेंट को मजबूत करना है। कमिश्नर औलख ने जानकारी दी कि शहर में 409 स्थानों पर 1,115 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इनमें 50 फेस डिटेक्शन कैमरे और 50 सार्वजनिक चेतावनी प्रणाली वाले चौक शामिल हैं। कमांड सेंटर में 10 एलईडी स्क्रीन भी लगाई गई हैं, जहां से पूरे शहर की निगरानी की जा सकेगी। पुलिस और निगम अधिकारियों को दी जा रही है ट्रेनिंग आईसीसीसी में विभिन्न विभागों के अधिकारियों को ट्रेनिंग दी जा रही है। पुलिस अधिकारी अपराध रोकने और ट्रैफिक नियंत्रण के लिए इस सेंटर की सुविधाओं का उपयोग करेंगे। इसके अलावा, नगर निगम से संबंधित गतिविधियों की निगरानी भी इन कैमरों के माध्यम से की जाएगी। ई-चालान सेवा 26 जनवरी से होगी शुरू ट्रैफिक पुलिस के एडीसीपी हरपाल सिंह रंधावा ने बताया कि 26 जनवरी के बाद किसी भी दिन से ई-चालान सेवा शुरू करने की तैयारी की जा रही है। ई-चालान प्रणाली में हेलमेट न पहनने, सीट बेल्ट न लगाने, गाड़ी के कागजात न होने, हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट न होने और रेड लाइट जंप करने जैसे उल्लंघनों के लिए चालान किया जाएगा। चालान की कॉपी संबंधित व्यक्ति के घर के पते पर भेजी जाएगी। ट्रैफिक नियमों के पालन पर जोर एडीसीपी रंधावा ने कहा कि इस प्रोजेक्ट के जरिए लोगों को ट्रैफिक नियमों का पालन करने के लिए जागरूक किया जाएगा। जल्द ही शहर में अधिक चौकों पर ई-चालान प्रणाली लागू की जाएगी। ट्रैफिक पुलिस सोमवार को नगर निगम के अधिकारियों के साथ बैठक करेगी, जिसमें प्रोजेक्ट के संचालन और विस्तार पर चर्चा होगी। नियम तोड़ने पर घर पहुंचेगा चालान ई-चालान के तहत ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों को पहले सूचित किया जाएगा। इसके बाद, नियमों का पालन न करने पर चालान सीधे उनके घर पहुंचाया जाएगा। यह प्रणाली शहर में ट्रैफिक को सुव्यवस्थित करने और सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से लागू की जा रही है।   पंजाब | दैनिक भास्कर