सोनीपत के हत्यारे का यूपी में एनकाउंटर:पैरोल पर आने के बाद हुआ फरार, बीमे की रकम के लिए की थी भाई की हत्या

सोनीपत के हत्यारे का यूपी में एनकाउंटर:पैरोल पर आने के बाद हुआ फरार, बीमे की रकम के लिए की थी भाई की हत्या

हरियाणा के सोनीपत का रहने वाला मनजीत शामली में पुलिस एनकाउंटर में मारा गया है। मनजीत अपने भाई की हत्या मामले में उम्र कैद की सजा काट रहा था। वह पैरोल पर बाहर आने के बाद वह फरार हो गया था। अतिरिक्ति जिला एवं सत्र न्यायाधीश विमल सपरा की अदालत ने दिसंबर, 2023 में उसे उम्रकैद की सजा सुनाई थी। उसके बाद पैरोल पर बाहर आने के बाद वह फरार हो गया था। जीजा पर करवाया था झूठा मुकदमा आरोपी मनजीत ने उस दौरान पुलिस को बताया था कि उसकी मां का दो लाख रुपए का बीमा था। मां की मौत तीन साल पहले हो गई थी। बीमा के कागजात उसके पास थे, जबकि नॉमिनी उसका बड़ा भाई राजेश था। वह बीमा लेने के लिए कागजात मांग रहा था। इसको लेकर पहले भी झगड़ा हुआ था। तब से राजेश चिटाना गांव में जीजा के पास रह रहा था। घटना के दिन वह कागजात मांगने आया था। इसी विवाद में उसने अगस्त 2021 में राजेश की हत्या कर दी। पुलिस हिरासत के दौरान मनजीत ने कबूल किया था कि उसने भाई पर खुद हमला कर हत्या वारदात को अंजाम दिया। बाद में उसने जीजा का नाम ले लिया था। जेल में कग्गा गैंग के संपर्क में आया मामले में अतिरिक्ति जिला एवं सत्र न्यायाधीश विमल सपरा ने मंजीत भाई की हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा सुनाई थी। बताया जा रहा है कि जेल में रहते हुए ही वह उत्तर प्रदेश के मुस्तफा उर्फ कग्गा गैंग के संपर्क में आया। पैरोल मिलने के बाद वह फरार हो गया। उत्तर प्रदेश में ही उसने अपना ठिकाना बना लिया था। अब मनजीत शामली में पुलिस एनकाउंटर में मारा गया है। हरियाणा के सोनीपत का रहने वाला मनजीत शामली में पुलिस एनकाउंटर में मारा गया है। मनजीत अपने भाई की हत्या मामले में उम्र कैद की सजा काट रहा था। वह पैरोल पर बाहर आने के बाद वह फरार हो गया था। अतिरिक्ति जिला एवं सत्र न्यायाधीश विमल सपरा की अदालत ने दिसंबर, 2023 में उसे उम्रकैद की सजा सुनाई थी। उसके बाद पैरोल पर बाहर आने के बाद वह फरार हो गया था। जीजा पर करवाया था झूठा मुकदमा आरोपी मनजीत ने उस दौरान पुलिस को बताया था कि उसकी मां का दो लाख रुपए का बीमा था। मां की मौत तीन साल पहले हो गई थी। बीमा के कागजात उसके पास थे, जबकि नॉमिनी उसका बड़ा भाई राजेश था। वह बीमा लेने के लिए कागजात मांग रहा था। इसको लेकर पहले भी झगड़ा हुआ था। तब से राजेश चिटाना गांव में जीजा के पास रह रहा था। घटना के दिन वह कागजात मांगने आया था। इसी विवाद में उसने अगस्त 2021 में राजेश की हत्या कर दी। पुलिस हिरासत के दौरान मनजीत ने कबूल किया था कि उसने भाई पर खुद हमला कर हत्या वारदात को अंजाम दिया। बाद में उसने जीजा का नाम ले लिया था। जेल में कग्गा गैंग के संपर्क में आया मामले में अतिरिक्ति जिला एवं सत्र न्यायाधीश विमल सपरा ने मंजीत भाई की हत्या के मामले में उम्रकैद की सजा सुनाई थी। बताया जा रहा है कि जेल में रहते हुए ही वह उत्तर प्रदेश के मुस्तफा उर्फ कग्गा गैंग के संपर्क में आया। पैरोल मिलने के बाद वह फरार हो गया। उत्तर प्रदेश में ही उसने अपना ठिकाना बना लिया था। अब मनजीत शामली में पुलिस एनकाउंटर में मारा गया है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर