Balrampur: महिला ग्राम प्रधान ने लगाया उत्पीड़न का आरोप, अंतिम संस्कार में की थी दलित परिवार की मदद

Balrampur: महिला ग्राम प्रधान ने लगाया उत्पीड़न का आरोप, अंतिम संस्कार में की थी दलित परिवार की मदद

<p style=”text-align: justify;”><strong>Balrampur News Today:</strong> बलरामपुर जिले में दलित समुदाय की एक महिला ग्राम प्रधान ने गंभीर आरोप लगाए हैं. महिला ग्राम प्रधान ने दावा किया कि एक गरीब परिवार की दलित महिला के अंतिम संस्कार के लिए जलाऊ लकड़ी उपलब्ध कराने पर उसका उत्पीड़न किया गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>अब इस घटना का संज्ञान लेते हुए पुलिस अधीक्षक ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं. महिला ग्राम प्रधान ने दावा किया कि एक दूसरे गांव के मुखिया ने उनके खिलाफ बदले की भावना से कार्रवाई करते हुए उनके घर के सामने की सड़क को खोदवा दिया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>अतिक्रमण करने का आरोप</strong><br />पुलिस सूत्रों ने सोमवार (20 जनवरी) को बताया कि कथित घटना राजघाट काकड़ा गांव में हुई. बफवा गांव की दलित प्रधान सुनीता देवी ने राजघाट काकड़ा गांव के प्रधान सुनील सिंह पर जमीन पर अतिक्रमण करने का आरोप लगाया है. उन्होंने बताया कि आरोप है कि सिंह ने सुनीता देवी के घर के सामने गड्ढा खोदने के लिए मशीन का इस्तेमाल किया, जिससे उनके परिवार के लिए घर आने-जाने का रास्ता बंद हो गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या है मामला?</strong><br />सूत्रों ने बताया कि यह विवाद तब शुरू हुआ जब पिछले शनिवार को दलित व्यक्ति सोहनलाल ने अपनी पत्नी का अंतिम संस्कार करने के लिए सुनीता देवी से जलाऊ लकड़ी मांगी. उन्होंने बताया कि सुनीता देवी के प्रतिनिधि मेवालाल ने रविवार को बफवा गांव में तालाब के पास लगे पेड़ से सूखी टहनियां तोड़कर एकत्र कीं तो सुनील सिंह ने गाली-गलौज की. मेवालाल ने आरोप लगाया कि उसने अंतिम संस्कार के लिए लड़कियां एकत्र करने के बारे में बताया, मगर इसके बावजूद सुनील सिंह ने लकड़ी ले जाने से मना कर दिया.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>पुलिस सूत्रों के मुताबिक, सिंह ने कथित तौर पर सुनीता देवी के घर के सामने की जमीन को &lsquo;खलिहान&rsquo; (साझा भूमि) घोषित कर दिया और मशीन से करीब 100 मीटर लंबी आठ फुट गहरी खाई खोदवा दी. सुनीता देवी और उनके परिवार ने आरोप लगाया कि उन्होंने इस संबंध में शहर कोतवाली और मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई है. हालांकि अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पुलिस जांच में जुटी</strong><br />अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) नम्रता श्रीवास्तव ने सोमवार को कहा कि शिकायत मिली है और जांच जारी है. उन्होंने आश्वासन दिया कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>आरोपी प्रधान ने क्या कहा?</strong><br />इस बीच आरोपी ग्राम प्रधान सुनील सिंह ने अपने कृत्य का बचाव करते हुए दावा किया कि विवादित भूमि ‘खलिहान’ की है और उस पर उचित तरीके से बाड़ लगाई गई थी. उन्होंने सुनीता देवी से किसी भी तरह की व्यक्तिगत दुश्मनी से इनकार किया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”महंत राजू दास के खिलाफ सपा ने दर्ज कराई FIR, विवादित बयान पर कार्रवाई को लेकर दिया अल्टीमेटम” href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/ayodhya-samajwadi-party-lodged-fir-on-mahant-raju-das-controversial-statement-mulayam-singh-yadav-2867633″ target=”_blank” rel=”noopener”>महंत राजू दास के खिलाफ सपा ने दर्ज कराई FIR, विवादित बयान पर कार्रवाई को लेकर दिया अल्टीमेटम</a></strong></p> <p style=”text-align: justify;”><strong>Balrampur News Today:</strong> बलरामपुर जिले में दलित समुदाय की एक महिला ग्राम प्रधान ने गंभीर आरोप लगाए हैं. महिला ग्राम प्रधान ने दावा किया कि एक गरीब परिवार की दलित महिला के अंतिम संस्कार के लिए जलाऊ लकड़ी उपलब्ध कराने पर उसका उत्पीड़न किया गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”>अब इस घटना का संज्ञान लेते हुए पुलिस अधीक्षक ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं. महिला ग्राम प्रधान ने दावा किया कि एक दूसरे गांव के मुखिया ने उनके खिलाफ बदले की भावना से कार्रवाई करते हुए उनके घर के सामने की सड़क को खोदवा दिया है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>अतिक्रमण करने का आरोप</strong><br />पुलिस सूत्रों ने सोमवार (20 जनवरी) को बताया कि कथित घटना राजघाट काकड़ा गांव में हुई. बफवा गांव की दलित प्रधान सुनीता देवी ने राजघाट काकड़ा गांव के प्रधान सुनील सिंह पर जमीन पर अतिक्रमण करने का आरोप लगाया है. उन्होंने बताया कि आरोप है कि सिंह ने सुनीता देवी के घर के सामने गड्ढा खोदने के लिए मशीन का इस्तेमाल किया, जिससे उनके परिवार के लिए घर आने-जाने का रास्ता बंद हो गया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>क्या है मामला?</strong><br />सूत्रों ने बताया कि यह विवाद तब शुरू हुआ जब पिछले शनिवार को दलित व्यक्ति सोहनलाल ने अपनी पत्नी का अंतिम संस्कार करने के लिए सुनीता देवी से जलाऊ लकड़ी मांगी. उन्होंने बताया कि सुनीता देवी के प्रतिनिधि मेवालाल ने रविवार को बफवा गांव में तालाब के पास लगे पेड़ से सूखी टहनियां तोड़कर एकत्र कीं तो सुनील सिंह ने गाली-गलौज की. मेवालाल ने आरोप लगाया कि उसने अंतिम संस्कार के लिए लड़कियां एकत्र करने के बारे में बताया, मगर इसके बावजूद सुनील सिंह ने लकड़ी ले जाने से मना कर दिया.&nbsp;</p>
<p style=”text-align: justify;”>पुलिस सूत्रों के मुताबिक, सिंह ने कथित तौर पर सुनीता देवी के घर के सामने की जमीन को &lsquo;खलिहान&rsquo; (साझा भूमि) घोषित कर दिया और मशीन से करीब 100 मीटर लंबी आठ फुट गहरी खाई खोदवा दी. सुनीता देवी और उनके परिवार ने आरोप लगाया कि उन्होंने इस संबंध में शहर कोतवाली और मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई है. हालांकि अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>पुलिस जांच में जुटी</strong><br />अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) नम्रता श्रीवास्तव ने सोमवार को कहा कि शिकायत मिली है और जांच जारी है. उन्होंने आश्वासन दिया कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>आरोपी प्रधान ने क्या कहा?</strong><br />इस बीच आरोपी ग्राम प्रधान सुनील सिंह ने अपने कृत्य का बचाव करते हुए दावा किया कि विवादित भूमि ‘खलिहान’ की है और उस पर उचित तरीके से बाड़ लगाई गई थी. उन्होंने सुनीता देवी से किसी भी तरह की व्यक्तिगत दुश्मनी से इनकार किया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>ये भी पढ़ें: <a title=”महंत राजू दास के खिलाफ सपा ने दर्ज कराई FIR, विवादित बयान पर कार्रवाई को लेकर दिया अल्टीमेटम” href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/ayodhya-samajwadi-party-lodged-fir-on-mahant-raju-das-controversial-statement-mulayam-singh-yadav-2867633″ target=”_blank” rel=”noopener”>महंत राजू दास के खिलाफ सपा ने दर्ज कराई FIR, विवादित बयान पर कार्रवाई को लेकर दिया अल्टीमेटम</a></strong></p>  उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड सपा सांसद प्रिया सरोज भड़कीं, पूछा- ये बाबा है! अभी तक ये जेल क्यों नहीं गया?