हरियाणा में गुरुग्राम के सोहना में दवा की जगह जहरीले पदार्थ का सेवन करने से एक 22 वर्षीय युवक की मौत हो गई। पुलिस ने युवक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मंगलवार देर शाम सोहना की पहाड़ कॉलोनी के वार्ड नंबर 13 में रहने वाले दीपक ने गलती से जहरीला पदार्थ निगल लिया। हालत बिगड़ने पर परिवार वाले उसे तुरंत निजी अस्पताल ले गए, जहां उपचार के दौरान सकी मौत हो गई। अस्पताल में तोड़ा दम मृतक युवक दीपक के पिता किशोरी लाल ने बताया कि, दीपक 12वीं पास करने के बाद फायरमैन का कोर्स कर रहा था। पिछले दो दिनों से उसकी तबीयत खराब चल रही थी। उसे वायरल इंफेक्शन हुआ था और खांसी भी थी। मंगलवार देर शाम को गलती से जहरीला पदार्थ निगल जाने से उसकी हालत बिगड़ गई। जिसके बाद परिजन उसे तुरंत अस्पताल ले गए। जहां उपचार के दौरान दीपक की मौत हो गई। जांच अधिकारी संदीप ने बताया कि पुलिस ने भारतीय सुरक्षा अधिनियम की धारा 194 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है। दीपक के परिवार में माता-पिता के अलावा एक छोटा भाई है। हरियाणा में गुरुग्राम के सोहना में दवा की जगह जहरीले पदार्थ का सेवन करने से एक 22 वर्षीय युवक की मौत हो गई। पुलिस ने युवक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मंगलवार देर शाम सोहना की पहाड़ कॉलोनी के वार्ड नंबर 13 में रहने वाले दीपक ने गलती से जहरीला पदार्थ निगल लिया। हालत बिगड़ने पर परिवार वाले उसे तुरंत निजी अस्पताल ले गए, जहां उपचार के दौरान सकी मौत हो गई। अस्पताल में तोड़ा दम मृतक युवक दीपक के पिता किशोरी लाल ने बताया कि, दीपक 12वीं पास करने के बाद फायरमैन का कोर्स कर रहा था। पिछले दो दिनों से उसकी तबीयत खराब चल रही थी। उसे वायरल इंफेक्शन हुआ था और खांसी भी थी। मंगलवार देर शाम को गलती से जहरीला पदार्थ निगल जाने से उसकी हालत बिगड़ गई। जिसके बाद परिजन उसे तुरंत अस्पताल ले गए। जहां उपचार के दौरान दीपक की मौत हो गई। जांच अधिकारी संदीप ने बताया कि पुलिस ने भारतीय सुरक्षा अधिनियम की धारा 194 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है। दीपक के परिवार में माता-पिता के अलावा एक छोटा भाई है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा एंटी करप्शन ब्यूरो में सिफारिशी नियुक्ति बंद:ACB चीफ की DGP को चिट्ठी, अधिकारी–मंत्रियों से सिफारिश का फैशन नहीं चलेगा, ऑनलाइन अप्लाई कराएं हरियाणा सरकार के एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) में अब कर्मचारियों और अधिकारियों की सिफारिशी नियुक्ति नहीं होगी। इस बारे में 23 दिसंबर को ही नियुक्त हुए ACB के नए चीफ ADGP आलोक कुमार मित्तल ने DGP शत्रुजीत कपूर को चिट्ठी भेजी है। जिसमें यह भी कहा गया कि एसीबी में नियुक्ति के लिए अधिकारियों–मंत्रियों के सिफारिश का एडहॉक फैशन के बजाय पारदर्शिता से काम होगा। इसके लिए इच्छुक अधिकारियों–कर्मचारियों को ऑनलाइन पोर्टल के जरिए आवेदन करने को कहा गया है। यह नियुक्ति डेपुटेशन के आधार पर होगी। ADGP की DGP को लिखी चिट्ठी में क्या…
एंटी करप्शन ब्यूरो में डेप्यूटेशन के इच्छुक अधिकारियों के लिए ACB ने एक पोर्टल बनाया है। ट्रांसफर पॉलिसी के अधीन जो अधिकारी एसीबी के लिए योग्य हैं, वह इस पर ऑनलाइन अप्लाई कर सकते हैं। अफसरों और मिनिस्ट्रियल कैडर की तरफ से नाम प्रस्तावित करने के अनौपचारिक फैशन के बजाय यह काम ऑनलाइन पारदर्शिता से होगा। इस पोर्टल का लिंक ACB की ऑफिशियल वेबसाइट www.acb.haryana.gov.in पर दिया गया है। DGP ने सभी अधिकारियों को भेजी सूचना
ACB चीफ ADGP मित्तल ने डीजीपी से अनुरोध किया कि इसके बारे में सभी पुलिस यूनिट को सूचित कर दें ताकि इव्छुक अधिकारी इस पोर्टल के जरिए आवेदन कर सके। इसके बाद DGP ऑफिस से सभी पुलिस कमिश्नर, SP और पुलिस हेडक्वार्टर की ब्रांचों में इसके बारे में सूचना भेज दी गई है। एंटी करप्शन ब्यूरो से जुड़े 3 पॉइंट्स… 1. हरियाणा गठन के बाद 3 बार बदला गया नाम
1 नवंबर 1966 को हरियाणा का गठन हुआ था। इसके एक साल बाद जून 1967 में रिश्वतखोरी पर कार्रवाई के लिए स्टेट विजिलेंस ब्यूरो (SVB) बनाया गया था। इसकी शुरुआत एक विशेष जांच एजेंसी (SIA) के तौर पर हुई थी, बाद में साल 1978 में इसका नाम बदलकर स्टेट विजिलेंस ब्यूरो कर दिया गया। फिर फरवरी, 2023 में इसका नाम बदलकर भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो यानी ACB कर दिया गया। यह फैसला तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की अध्यक्षता में डिविजनल विजिलेंस ब्यूरो के पुलिस उप महानिरीक्षकों (डीआईजी) और पुलिस अधीक्षकों के साथ हुई अहम बैठक में लिया गया था। 3. राज्य से जिला स्तर पर एक्टिव किया गया
शुरुआत में ACB राज्य स्तर पर काम करती थी। इसके बाद तत्कालीन सीएम मनोहर लाल ने ही रिश्वत के मामलों पर प्रभावी कार्रवाई के लिए इसे जिला स्तर पर भी एक्टिव किया। अब एसीबी राज्य, मंडल और जिला स्तर पर काम करती है। इसके लिए अलग से नोडल अधिकारी भी नियुक्त किए गए हैं। 3. पिछले साल 104 जगह रेड, 155 केस दर्ज किए
ACB ने साल 2024 में 104 जगहों पर रेड की। इसमें 86 सरकारी कर्मचारियों– अधिकारियों को रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों गिरफ्तार किया। जिनमें 6 गजटेड ऑफिसर, 80 अराजपत्रित अधिकारी और 31 निजी व्यक्ति शामिल थे। इन 86 गिरफ्तार आरोपियों से रिश्वत के बदले लिए 88 लाख से ज्यादा रुपए बरामद किए गए। ACB ने इस मामले में 155 केस दर्ज किए। जिनमें 104 केस रंगेहाथों पकड़ने और 51 मामले शिकायत व जांच के बाद दर्ज किए गए।
भाजपा ने बोगस पोलिंग पर जिला प्रमुखों से मांगी रिपोर्ट:मतदान के दिन बीजेपी के कंट्रोल रूम में आईं हजारों शिकायतें, धीमी वोटिंग कराने का आरोप
भाजपा ने बोगस पोलिंग पर जिला प्रमुखों से मांगी रिपोर्ट:मतदान के दिन बीजेपी के कंट्रोल रूम में आईं हजारों शिकायतें, धीमी वोटिंग कराने का आरोप हरियाणा में बोगस पोलिंग पर पूर्व CM मनोहर लाल के बयान के बाद पूरी भाजपा एक्टिव हो गई है। इस पर हरियाणा के CM नायब सिंह सैनी ने सभी भाजपा जिलाध्यक्षों से रिपोर्ट तलब की है। नायब सिंह सैनी ने 31 जून को सभी जिलाध्यक्षों को रिपोर्ट लेकर पंचकुला बुलाया है। इस रिपोर्ट में जिलाध्यक्षों को यह बताना होगा कि 25 मई को मतदान वाले दिन किस जगह पर कितना बोगस पोल हुआ, किन अधिकारियों ने धीमा मतदान करवाया, भाजपा को अधिक वोट मिलने वाले बूथों पर मतदान प्रतिशत में गिरावट क्यों हुई। इसके अलावा भी कई बिंदु हैं जिस पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने रिपोर्ट मांगी है। आपको बता दें कि हरियाणा में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष का पद अब भी नायब सिंह सैनी के पास ही है। भाजपा जिलाध्यक्ष हिसार आशा खेदड़ का कहना है कि वह रिपोर्ट तैयार कर रही हैं। 31 जून को वह मीटिंग में अपनी रिपोर्ट रखेंगी। हर जिले में हेल्पलाइन नंबर जारी किया था
आपको बता दें भाजपा ने चुनाव से ठीक पहले एक हेल्पलाइन नंबर जारी किया था। यह हेल्पलाइन नंबर हर जिले में वाट्सएप ग्रुप के माध्यम से जोड़ा गया था। इन हेल्पलाइन नंबरों पर 1000 से अधिक फोन आए हैं जिन पर बोगस पोलिंग और धीमा मतदान की सबसे ज्यादा शिकायतें दर्ज की गई। इसके अलावा सिरसा, फतेहाबाद, अंबाला, सोनीपत और कुरुक्षेत्र से धीमा मतदान करवाने की शिकायतें सबसे अधिक आईं। प्रदेश संगठन से इशारा मिलने के बाद जिलाध्यक्षों ने अपनी-अपनी रिपोर्ट बनानी शुरू कर दी है। हिसार के उदाहरण से समझिये…इस तरह कंट्रोल रूम के जरिये आई शिकायतें
भाजपा ने चुनाव से पहले 18001038437 टोल फ्री नंबर जारी किया था। इस नंबर पर कोई भी व्यक्ति मतदान से संबंधित शिकायत दर्ज करवा सकता था। इस कंट्रोल रूम में बैठे भाजपा के कार्यकर्ता हर जिलों के हिसाब से बनाए वॉट्सऐप ग्रुप में एक्टिव रहे। जैसे हिसार से कोई शिकायत टोल फ्री नंबर पर गई तो उस शिकायत को लॉक करके हिसार भाजपा के ग्रुप में डाला गया और शिकायत पर संज्ञान लेने को कहा। इसके बाद हिसार बैठी एक टीम उन एरिया के पन्ना प्रमुख व कार्यकर्ताओं से संपर्क कर बूथ पर पहुंच रही थी और शिकायत को क्रॉस चेक कर रही थी। हिसार में टोल फ्री नंबर पर बूथ कैप्चरिंग, धीमा मतदान जैसी शिकायतें आई। सबसे ज्यादा शिकायत आदमपुर, उचाना और हांसी से दर्ज की गई। सरकार जल्द ले सकती है एक्शन
चुनावों में भाजपा को हराने का सपना देखने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों की रिपोर्ट सरकार जिलाध्यक्ष के मार्फत लेकर उन पर जल्द कार्रवाई कर सकती है। सरकार इस मामले में कर्मचारियों पर कार्रवाई कर सकती है। इसमें नूंह में तबादला, डेपुटेशन पर भेजने और गृह जिले से दूर तैनाती जैसी कार्रवाई हो सकती है, ताकि अधिकारियों को सबक सिखाया जा सके। आपको बता दें कि हरियाणा की ब्यूरोक्रेसी से CM नायब सैनी और पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर नाराज चल रहे हैं। उनकी ये नाराजगी लगातार लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान दिखाई भी दी थी। पहले पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर और अब सीएम नायब सैनी लगातार अफसरों को निशाने पर ले रहे हैं। सही से काम करने की चेतावनी भी दे रहे हैं। चुनाव में विरोधियों की मदद का शक
लोकसभा चुनाव में कुछ अधिकारियों के द्वारा विरोधियों खासकर कांग्रेस और जजपा को मदद करने का भी इनपुट भाजपा की रिव्यू मीटिंग में मिला है। सरकार के सूत्रों का कहना है कि इस इनपुट के बाद पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल नाराज बताए जा रहे हैं। उन्होंने इस मामले में मुख्यमंत्री नायब सैनी से भी चर्चा की है। बताया जा रहा है कि इस चुनाव में पूर्व सीएम खट्टर को केंद्रीय नेतृत्व के द्वारा फ्री हैंड दिया गया था, इसलिए सभी सीटों का चुनावी प्रबंधन भी वही देख रहे थे। इस लापरवाही से यदि चुनाव में भाजपा को कुछ भी नुकसान होता है तो सरकार इसमें सख्त फैसला लेगी। अधिकारियों से सरकार स्पष्टीकरण मांगेगी
भाजपा की रिव्यू मीटिंग में लोकसभा कैंडिडेट्स ने CM को इनपुट दिया कि अधिकारियों का फील्ड में रवैया ठीक नहीं था। लोगों के प्रति और भाजपा कार्यकर्ताओं के प्रति उनका रवैया नकारात्मक रहा। इससे कई बार चुनाव में असहज स्थिति बनी। इसको भी सरकार ने गंभीरता से लिया है और सभी कैंडिडेट्स को ऐसे अधिकारियों के खिलाफ लिखित शिकायत देने को कहा है। 4 जून के बाद ऐसे अधिकारियों से सरकार स्पष्टीकरण मांगेगी।
करनाल में सीएम सैनी ने की कार्यकर्ताओं के साथ बैठक:भूपेंद्र हुड्डा की कोठी खाली कराने पर बोले- ये कांग्रेस का आंतरिक मामला
करनाल में सीएम सैनी ने की कार्यकर्ताओं के साथ बैठक:भूपेंद्र हुड्डा की कोठी खाली कराने पर बोले- ये कांग्रेस का आंतरिक मामला करनाल में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी 9 दिसंबर को होने वाले पीएम मोदी के दौरे को लेकर कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हु़ड्डा के कोठी खाली करवाने वाले सवाल का भी जवाब दिया। साथ ही चुनाव के दौरान पार्टी से अलग हुए नेताओं के बारे में कहा कि वो बागी नहीं है, उनके वापसी के प्रस्ताव पर विचार किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 9 दिसंबर को पानीपत की भूमि पर कदम रखेंगे। इस अवसर पर हरियाणा की महिलाओं को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी पूरे कार्यक्रम की अगुवाई कर रहे हैं। शनिवार देर रात करनाल में बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि यह हरियाणा के लिए गर्व का पल है, जब पूरे देश की महिलाओं के लिए सखी बीमा योजना का शुभारंभ पानीपत से होगा। सीएम ने बताया कि इस योजना के तहत महिलाओं को आर्थिक सुरक्षा प्रदान की जाएगी। पीएम मोदी का स्वागत भव्य तरीके से करने की तैयारी हो रही है। भाजपा ने भी इसे लेकर बैठकें शुरू कर दी हैं। विधायकों की शिकायतों पर बोले मुख्यमंत्री
विधानसभा चुनावों में विधायकों द्वारा अधिकारियों की शिकायतों के सवाल पर सीएम ने कहा कि अगर किसी अधिकारी ने चुनाव के दौरान कानूनी प्रक्रिया से हटकर काम किया है, तो शिकायत पर विचार किया जाएगा। वैसे इस तरह की कोई शिकायत नहीं मिली है। वहीं उन्होंने अरविंद केजरीवाल पर पानी फेंकने की घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए सीएम ने कहा कि दिल्ली सरकार को अपने किए वायदे पूरे करने चाहिए। इस तरह के घटनाक्रम राजनीति के स्तर को गिराते हैं और यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। कांग्रेस की अंदरूनी राजनीति
पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा की कोठी खाली करवाने के सवाल पर सीएम ने कहा कि यह कांग्रेस का आंतरिक मामला है। नेता प्रतिपक्ष का फैसला कांग्रेस को लेना है। कोठी उसी को मिलती है, जो विधायक दल का नेता होता है। सस्पेंड रिश्वतखोर अधिकारियों की बहाली और नई पोस्टिंग के सवाल पर सीएम ने कहा कि ऐसा कोई मामला उनके ध्यान में नहीं है। अगर किसी को कोर्ट से राहत मिली है, तो कोर्ट के फैसले का सम्मान करना आवश्यक है। बागी नेताओं पर भाजपा का रुख
चुनावों के दौरान भीतरघात करने वाले नेताओं की वापसी पर सीएम ने कहा कि पार्टी में सभी मुद्दों पर चर्चा होती है। हर व्यक्ति की इच्छा होती है कि वह चुनाव लड़े, लेकिन पार्टी की प्राथमिकता के अनुसार ही निर्णय लिए जाते हैं। भाजपा की बैठक में सदस्यता अभियान और राज्यसभा चुनाव चर्चा
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने बताया कि 56 लिस्टेड कार्यकर्ताओं की बैठक हुई। इसमें प्रधानमंत्री के दौरे और भाजपा के सदस्यता अभियान पर चर्चा की गई। सदस्यता अभियान की अंतिम तिथि 5 दिसंबर तक बढ़ाई गई है। बागी कार्यकर्ताओं के सवाल पर बड़ौली ने कहा कि जो कार्यकर्ता दूसरी पार्टी में चले गए हैं, उन्हें बागी नहीं कहा जा सकता। पार्टी में वापसी के लिए उनके प्रस्ताव पर विचार किया जाएगा।राज्यसभा चुनाव को लेकर पूछे गए सवाल पर बड़ौली ने कहा कि उम्मीदवार का फैसला पार्लियामेंट्री बोर्ड करेगा।