पंजाब के फरीदकोट में 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के मौके पर नेहरू स्टेडियम में होने वाले समारोह में राज्य के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान शामिल होंगे। समारोह से एक दिन पहले 25 जनवरी को ही वह फरीदकोट में पहुंच जाएंगे और उस दिन कई विकास परियोजनाओं की शुरुआत करवाएंगे। सरपंच यूनियन जिला फरीदकोट ने भी अपनी मांगों और समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री से मुलाकात करने का फैसला किया है और गुरुद्वारा खालसा दीवान में जिला स्तर की बैठक के बाद जिला प्रशासन से मुख्यमंत्री के साथ मुलाकात करने के लिए समय देने की मांग रखी है। साथ ही यूनियन ने चेतावनी दी है कि यदि प्रशासन ने उनकी मुख्यमंत्री के साथ मुलाकात ना करवाई तो वह मुख्यमंत्री को रास्ते मे ही रोककर अपनी मांगों और समस्याओं से अवगत करवाएंगे। सरपंच यूनियन के जिला प्रधान मनिंदर सिंह ने बताया कि पंचायत चुनाव के बाद अभी तक ज्यादातर सरपंचों को कार्यभार नहीं सौंपा गया है, जिसके कारण गांवों के विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं। सरपंचों को काम नहीं करने दिया जा रहा
मनिंदर सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री ने ऐलान किया था कि सरकार द्वारा बिना किसी राजनीतिक भेदभाव के गांवों के सरपंच चुनेगी, लेकिन पंचायत चुनाव को 3 माह का समय बीत जाने के बावजूद अभी तक नवनिर्वाचित सरपंचों को काम नहीं करने दिया जा रहा। ऐसे में मनरेगा स्कीम के तहत होने वाले कामकाज भी नहीं चल रहे हैं और मजदूरों को भी कोई काम नहीं मिल रहा है। ऐसी मांगों और समस्याओं को लेकर वह मुख्यमंत्री से मुलाकात करना चाहते हैं। उन्होंने डिप्टी कमिश्नर से मांग की है कि उनकी मुख्यमंत्री के साथ मुलाकात करवाई और यदि उनकी मुलाकात नहीं करवाई गई तो वह मुख्यमंत्री को रास्ते में रोक कर अपनी समस्याएं व मांग की जानकारी देंगे। इस मामले में अगली रणनीति के लिए 23 जनवरी को एक बार फिर बैठक की जाएगी। पंजाब के फरीदकोट में 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के मौके पर नेहरू स्टेडियम में होने वाले समारोह में राज्य के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान शामिल होंगे। समारोह से एक दिन पहले 25 जनवरी को ही वह फरीदकोट में पहुंच जाएंगे और उस दिन कई विकास परियोजनाओं की शुरुआत करवाएंगे। सरपंच यूनियन जिला फरीदकोट ने भी अपनी मांगों और समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री से मुलाकात करने का फैसला किया है और गुरुद्वारा खालसा दीवान में जिला स्तर की बैठक के बाद जिला प्रशासन से मुख्यमंत्री के साथ मुलाकात करने के लिए समय देने की मांग रखी है। साथ ही यूनियन ने चेतावनी दी है कि यदि प्रशासन ने उनकी मुख्यमंत्री के साथ मुलाकात ना करवाई तो वह मुख्यमंत्री को रास्ते मे ही रोककर अपनी मांगों और समस्याओं से अवगत करवाएंगे। सरपंच यूनियन के जिला प्रधान मनिंदर सिंह ने बताया कि पंचायत चुनाव के बाद अभी तक ज्यादातर सरपंचों को कार्यभार नहीं सौंपा गया है, जिसके कारण गांवों के विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं। सरपंचों को काम नहीं करने दिया जा रहा
मनिंदर सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री ने ऐलान किया था कि सरकार द्वारा बिना किसी राजनीतिक भेदभाव के गांवों के सरपंच चुनेगी, लेकिन पंचायत चुनाव को 3 माह का समय बीत जाने के बावजूद अभी तक नवनिर्वाचित सरपंचों को काम नहीं करने दिया जा रहा। ऐसे में मनरेगा स्कीम के तहत होने वाले कामकाज भी नहीं चल रहे हैं और मजदूरों को भी कोई काम नहीं मिल रहा है। ऐसी मांगों और समस्याओं को लेकर वह मुख्यमंत्री से मुलाकात करना चाहते हैं। उन्होंने डिप्टी कमिश्नर से मांग की है कि उनकी मुख्यमंत्री के साथ मुलाकात करवाई और यदि उनकी मुलाकात नहीं करवाई गई तो वह मुख्यमंत्री को रास्ते में रोक कर अपनी समस्याएं व मांग की जानकारी देंगे। इस मामले में अगली रणनीति के लिए 23 जनवरी को एक बार फिर बैठक की जाएगी। पंजाब | दैनिक भास्कर