हरियाणा के भिवानी में भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई में एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) की हिसार टीम ने एक पटवारी को रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों गिरफ्तार किया है। डीटीपी कार्यालय भिवानी में तैनात पटवारी मुकेश कुमार को 30,000 रुपए की रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया है। मामले में हिसार के तिगड़ाना निवासी शिकायतकर्ता कपिल ने एसीबी को बताया कि पटवारी मुकेश कुमार ने उसके दोस्त दीपक के पिता भीष्म और उनके परिवार की जमीन बेचने के लिए आवश्यक एनओसी जारी करने के एवज में 30,000 रुपए की रिश्वत मांगी थी। शिकायत के आधार पर एसीबी की हिसार टीम ने जाल बिछाया और आरोपी पटवारी को डीटीपी कार्यालय भिवानी में ही रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया। पूरी कार्रवाई गवाहों की मौजूदगी में पारदर्शी तरीके से की गई। एसीबी ने आरोपी पटवारी के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम, 1988 की धारा 7 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। हरियाणा के भिवानी में भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई में एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) की हिसार टीम ने एक पटवारी को रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों गिरफ्तार किया है। डीटीपी कार्यालय भिवानी में तैनात पटवारी मुकेश कुमार को 30,000 रुपए की रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया है। मामले में हिसार के तिगड़ाना निवासी शिकायतकर्ता कपिल ने एसीबी को बताया कि पटवारी मुकेश कुमार ने उसके दोस्त दीपक के पिता भीष्म और उनके परिवार की जमीन बेचने के लिए आवश्यक एनओसी जारी करने के एवज में 30,000 रुपए की रिश्वत मांगी थी। शिकायत के आधार पर एसीबी की हिसार टीम ने जाल बिछाया और आरोपी पटवारी को डीटीपी कार्यालय भिवानी में ही रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया। पूरी कार्रवाई गवाहों की मौजूदगी में पारदर्शी तरीके से की गई। एसीबी ने आरोपी पटवारी के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम, 1988 की धारा 7 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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पानीपत में छठी की छात्रा ने शादी की:इंस्टाग्राम से परिवार को तस्वीरें भेजी, लड़का बोला- पत्नी 18 की होगी तो सामने आऊंगा
पानीपत में छठी की छात्रा ने शादी की:इंस्टाग्राम से परिवार को तस्वीरें भेजी, लड़का बोला- पत्नी 18 की होगी तो सामने आऊंगा हरियाणा के पानीपत शहर के चांदनी बाग थाना क्षेत्र में 22 वर्षीय एक लड़के ने 13 वर्षीय छठी कक्षा की छात्रा को भगा कर ले गया। दोनों लापता हैं और उनके परिवार वाले उनकी तलाश कर रहे हैं। इसी बीच लड़के ने दोनों की शादी की फोटो उनके परिजनों को भेज दी। फोटो देखकर परिजन हैरान रह गए। लड़के ने नाबालिग के भाई को इंस्टाग्राम पर मैसेज भेजा। जिसमें उसने लिखा कि जब पत्नी 18 साल की हो जाएगी तो वह सबके सामने आ जाएगा। उससे पहले वह किसी की पकड़ में नहीं आने वाला है। 3 भाइयों के साथ स्कूल के निकली थी इकलौती बहन
चांदनीबाग थाना पुलिस को दी शिकायत में एक पिता ने बताया कि वह मूल रूप से बिहार के अररिया जिला का रहने वाला है। हाल ही में वह पानीपत के गांव निंबरी स्थित एक कंपनी में बने कमरों में रहता है। वह चार बच्चों का पिता है। 14 नवंबर की सुबह करीब साढ़े 8 बजे वह अपनी 13 वर्षीय इकलौती बेटी व तीन बेटों को गांव में ही एक निजी स्कूल में जाने के लिए स्कूल की गली तक छोड़ कर आया था। उसकी बेटी छठी कक्षा की छात्रा है। जब वह बच्चों को छोड़कर अपने काम पर जा रहा था, तो रास्ते में उसे कर्ण दिखाई दिया था, जोकि उसकी बेटी से फोन पर बातचीत करता था। लेकिन उसने उसे देखकर नजर अंदाज कर दिया और अपने काम पर चला गया था। लड़के का पिता बोला- हमने बेघर कर दिया है
शाम को जब वह अपने घर लौटा, तो उसे पता लगा कि उसकी बेटी घर नहीं है। बेटों से पूछा, तो उन्होंने बताया कि वह स्कूल भी नहीं गई थी। उसने उन्हें कहा था कि वह अपनी सहेली के घर जा रही है, दोपहर तक घर लौट आएगी। इसके बाद पिता तुरंत कर्ण के घर पहुंचा, जहां उसके पिता ने बताया कि वह घर नहीं है। उसको घर से निकाल दिया है, क्योंकि वह अपनी मनमानी करता था। मामले की शिकायत लड़की के पिता ने पुलिस को दी। लेकिन पुलिस सिर्फ इसमें केस दर्ज करने तक ही सीमित रही। इसके बाद न ही जांच-पड़ताल की और न ही लड़की की बरामदगी समेत आरोपी युवक को गिरफ्तार करने का प्रयास किया गया। पुलिस ने नहीं की सुनवाई, एसपी ने भी जांच अधिकारी को फटकारा पिता अपने तौर पर लड़की की खोजबीन में जुटा रहा। इसी बीच गांव में एक दुकानदार ने बताया कि कर्ण के पिता ने फोन में उसके बेटे और तुम्हारी बेटी की फोटो दिखाई थी। दोनों ने शादी कर ली है। ये सुनकर पिता हैरान रह गया और उसने फिर पुलिस से गुहार लगाई। लेकिन पुलिस ने कोई सुनवाई नहीं की। वह एसपी के पास गया। एसपी की फटकार के बाद जांच अधिकारी लड़की के परिजनों को लेकर लोकेशन के आधार पर जम्मू गया, लेकिन वहां से वह दो ही दिन पहले निकल चुके थे। इसके बाद उनकी लोकेशन नहीं मिली। हालांकि कर्ण, लगातार इंस्टाग्राम पर अपने परिजनों समेत लड़की के भाई को मैसेज करता है। वह कहता है कि जब लड़की 18 साल की हो जाएगी, वह तब सामने आएगा।
पानीपत में बाल विवाह के 2 साल बाद FIR:लड़की ने दी थी घरेलू हिंसा की शिकायत; जांच में लड़का-लड़की मिले नाबालिग
पानीपत में बाल विवाह के 2 साल बाद FIR:लड़की ने दी थी घरेलू हिंसा की शिकायत; जांच में लड़का-लड़की मिले नाबालिग हरियाणा के पानीपत शहर में रहने वाली एक लड़की ने घरेलू हिंसा की शिकायत प्रोटेक्शन ऑफिसर को दी। शिकायत की जांच पड़ताल में लड़की और लड़का दोनों ही शादी के वक्त नाबालिग होने के सबूत मिले। जिसके बाद दोनों के खिलाफ बाल विवाह निषेध अधिनियम की धाराओं के तहत केस दर्ज करवाया गया है। लड़के ने शादी के लिए हाईकोर्ट से जमानत ली थी। वह नशा तस्करी के केस में जेल में बंद था। दोनों निर्धारित आयु से कम थे जानकारी देते हुए बाल विवाह निषेध अधिकारी रजनी गुप्ता ने बताया कि मामला साल 2022 का है। जिसमें एक लड़की द्वारा उन्हें घरेलू हिंसा की एक शिकायत प्राप्त हुई थी। घरेलू हिंसा रिपोर्ट की कार्रवाई के दौरान यह तथ्य सामने आए कि लड़की की शादी 11 अक्टूबर 2022 को मुल्तान भवन, माडल टाउन में हुई थी। इसके लिए लड़का जेल में बंद एक अन्य मामले में शादी के लिए जमानत लेकर बाहर आया था। उसने शादी के लिए हाईकोर्ट से जमानत ली थी। कार्रवाई के दौरान सामने आया कि लड़की व लड़का दोनों की उम्र शादी के समय 18 वर्ष व 21 वर्ष से कम थी। दोनों का स्कूल रिकॉर्ड देखा गया। जिस हिसाब से शादी के वक्त लड़की 17 साल 9 माह की थी। जबकि लड़का करीब 20 साल का था। जबकि नियमों के अनुसार शादी के लिए लड़की की उम्र 18 साल व लड़के की उम्र 21 साल होनी चाहिए।
हरियाणा के रेसलर ने करोड़ों के दावों की हवा निकाली:विनेश फोगाट के पति बोले- झूठ न फैलाएं, हमें कोई पैसा नहीं मिला
हरियाणा के रेसलर ने करोड़ों के दावों की हवा निकाली:विनेश फोगाट के पति बोले- झूठ न फैलाएं, हमें कोई पैसा नहीं मिला हरियाणा की रेसलर विनेश फोगाट का दिल्ली एयरपोर्ट से लेकर उनके गांव बलाली तक स्वागत करने वालों की लिस्ट अब इनाम राशि के साथ सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। इसमें दावा किया जा रहा है कि विनेश को विभिन्न संस्थाओं से करोड़ों रुपए का इनाम मिला है। इनमें कुछ नामी संस्थाओं से जुड़े लोग भी अपनी इनाम राशि को लेकर प्रचार प्रसार करने में लगे हैं। लेकिन, विनेश के पति सोमवीर राठी ने इन दावों की हवा निकाल दी है। उन्होंने कहा है कि उन्हें कोई इनाम नहीं मिला है। यह सस्ती लोकप्रियता पाने का साधन है। 125 किमी का रोड शो निकला
बता दें कि पेरिस ओलिंपिक से खेलकर स्वदेश लौटी विनेश फोगाट का शनिवार को भव्य स्वागत हुआ। दिल्ली एयरपोर्ट से उनके पैतृक गांव बलाली तक करीब 125 किलोमीटर का रोड शो निकाला गया। इसी बीच 100 से ज्यादा जगहों पर उनका स्वागत किया गया। हर जगह कार्यक्रम में विनेश को लोगों ने पुरस्कार स्वरूप नोटों की मालाएं, मेडल, गदा और अन्य उपहार दिए। बलाली पहुंचने पर भी सैकड़ों लोगों ने विनेश को कुछ न कुछ भेंट किया। इसके लिए विनेश सभी लोगों का धन्यवाद कर चुकी हैं। सोशल मीडिया पर लिस्ट वायरल हुई
इसके बाद रविवार को सोशल मीडिया पर एक लिस्ट वायरल हुई, जिसमें विनेश को करोड़ों रुपए की भारी भरकम इनाम राशि दिए जाने का दावा किया गया। X पर कई वेरिफाइड अकाउंट होल्डर भी इसे शेयर कर चुके। शाम होते-होते इस लिस्ट पर किसी तरह का कोई रिएक्शन एवं ऑब्जेक्शन न आने के चलते लोग इसे प्रमाणित समझ रहे थे। इसी बीच विनेश फोगाट के पति सोमवीर राठी ने इस लिस्ट का खंडन कर दिया। यह सोमवीर ने जवाब दिया
सोमवीर राठी ने X पर लिखा, ‘निम्नलिखित संस्थाओं, व्यापारियों, कंपनियों और पार्टियों द्वारा विनेश फोगाट को कोई धनराशि प्राप्त नहीं हुई है। आप सभी हमारे शुभ चिंतक लोग हैं। कृपया झूठी खबरें न फैलाएं। इससे हमारा नुकसान तो होगा ही, सामाजिक मूल्यों का भी नुकसान होगा। यह सस्ती लोकप्रियता पाने का साधन मात्र है।’ गांव वालों ने 100 रुपए से लेकर 21 हजार तक दिया इनाम
विनेश के गांव बलाली पहुंचने पर ग्रामीणों ने एकजुट होकर विनेश के लिए पुरस्कार की रकम जुटाई। छोटे-बड़े सभी ने इसमें बढ़-चढ़ कर अपनी ओर से योगदान दिया, जिसमें गांव के चौकीदार की ओर से 100 से लेकर फौजी भाईचारा समूह के सदस्यों की ओर से 21,000 तक की रकम शामिल था। कथित तौर पर दान देर रात में आया। गांव की सरपंच रीतिका सांगवान विनेश के स्वागत समारोह में शामिल नहीं हो सकीं और उन्होंने अपने पति से उनका स्वागत करने के लिए कहा। विनेश फोगाट मामले में अब तक क्या हुआ, सिलसिलेवार ढंग से पढ़ें… 1. ओलिंपिक के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला रेसलर
विनेश फोगाट ने 50 किग्रा वेट कैटेगरी में मंगलवार को 3 मैच खेले। प्री-क्वार्टर फाइनल में उन्होंने टोक्यो ओलिंपिक की चैंपियन यूई सुसाकी को हरा दिया। क्वार्टर फाइनल में उन्होंने यूक्रेन और सेमीफाइनल में क्यूबा की रेसलर को पटखनी दी। विनेश फाइनल में पहुंचने वालीं पहली ही भारतीय महिला रेसलर बनीं थीं। सेमीफाइनल तक 3 मैच खेलने के बाद उन्हें प्रोटीन और एनर्जी के लिए खाना खिलाया गया, जिससे उनका वजन 52.700 किग्रा तक बढ़ गया। 2. विनेश का वजन 2.7 किलो ज्यादा था भारतीय ओलिंपिक टीम के डॉक्टर दिनशॉ पारदीवाला के मुताबिक, विनेश का वेट वापस 50KG पर लाने के लिए टीम के पास सिर्फ 12 घंटे थे। विनेश पूरी रात नहीं सोईं और वजन को तय कैटेगरी में लाने के लिए जॉगिंग, स्किपिंग और साइकिलिंग जैसी एक्सरसाइज करती रहीं। विनेश ने अपने बाल और नाखून तक काट दिए थे। उनके कपड़े भी छोटे कर दिए गए थे। 3. वजन घटाने को सिर्फ 15 मिनट मिले, 100 ग्राम ज्यादा था बुधवार सुबह दोबारा से विनेश के वजन की जांच की गई। इसके बाद नियमानुसार सिर्फ 15 मिनट मिले, लेकिन इतने कम समय में विनेश का वजन घटाकर 50KG तक नहीं लाया जा सका। लास्ट में जब वेट किया गया तो विनेश का वजन तय सीमा से 100 ग्राम अधिक निकला। ओलिंपिक कमेटी के फैसले के बाद विनेश की तबीयत बिगड़ गई। उन्हें अस्पताल भर्ती करवाया। 4. डिस्क्वालिफिकेशन के खिलाफ अपील भी की विनेश ने संन्यास के ऐलान से पहले बुधवार रात अपने डिस्क्वालिफिकेशन के खिलाफ अपील दायर की है। उन्होंने कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स से मांग की कि उन्हें संयुक्त रूप से सिल्वर मेडल दिया जाए। विनेश ने पहले फाइनल खेलने की मांग भी की थी। फिर उन्होंने अपील बदली और अब संयुक्त रूप से सिल्वर दिए जाने की मांग की। 5. विनेश ने लिया संन्यास, सोशल मीडिया पर डाली पोस्ट विनेश ने गुरुवार सुबह कुश्ती से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया। उन्होंने गुरुवार सुबह 5.17 बजे सोशल मीडिया (X) पर इसका ऐलान किया। विनेश ने 5 लाइनों की पोस्ट में लिखा- “मां कुश्ती मेरे से जीत गई, मैं हार गई। माफ करना आपका सपना, मेरी हिम्मत सब टूट चुके। इससे ज्यादा ताकत नहीं रही अब। अलविदा कुश्ती 2001-2024, आप सबकी हमेशा ऋणी रहूंगी। …माफी।” 6. 14 अगस्त को अपील खारिज हुई 14 अगस्त को कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स ने विनेश फोगाट की याचिका खारिज कर दी थी। विनेश फोगाट ने याचिका लगाकर सिल्वर मेडल की मांग की थी।