नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) ने बुधवार को चंडीगढ़ ग्रेनेड हमला मामले में बाबर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) से जुड़े कई स्थानों पर छापेमारी की। ये छापेमारी देश के 4 राज्यों में एक साथ की गई। जिनमें पंजाब, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ शामिल है। एनआईए की टीमें अमृतसर, गुरदासपुर, बठिंडा और फाजिल्का जिलों (पंजाब), लखीमपुर खीरी (उत्तर प्रदेश), रुद्रपुर (उत्तराखंड) और चंडीगढ़ में बीकेआई से जुड़े ठिकानों पर पहुंची। छापेमारी के दौरान टीमों ने मोबाइल, डिजिटल उपकरण और कई आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए गए। जिन्हें जांच के लिए प्रयोग किया जाएगा। 9 सितंबर को हुआ था ब्लॉस्ट 9 सितंबर 2024 को चंडीगढ़ के सेक्टर 10/डी में एक सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी के घर पर ग्रेनेड फेंके जाने से संबंधित है। इस मामले में पहले ही रोहन मसीह और विशाल मसीह नामक आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। चंडीगढ़ पुलिस से मामला हाथ में लेने के बाद एनआईए ने आरसी-15/2024/एनआईए/डीएलआई दर्ज कर अपने स्तर पर जांच शुरू की थी। पाकिस्तान के साथ जुड़े थे तार जांच के दौरान, एनआईए ने पाकिस्तान स्थित हरविंदर सिंह संधू उर्फ रिंदा और अमेरिका स्थित हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी पास्सियन के बीच साजिश का खुलासा हुआ था। दोनों बीकेआई से जुड़े हैं और एक्टिव सदस्य हैं। इन आतंकियों ने इस हमले के लिए एक मॉड्यूल तैयार किया था, जिसमें भारत में मौजूद लोगों को धन, हथियार और अन्य मदद पहुंचाई गई। देश में चलाया जा रहा भर्ती अभियान जांच के बाद साफ हुआ कि इस साजिश में विदेशी हैंडलरों द्वारा भारत में सहयोगियों की भर्ती की जा रही है। इतना ही नहीं अपराध और आतंकी गतिविधियों के लिए धन उपलब्ध कराने के साथ-साथ ‘डेड ड्रॉप मॉडल’ के जरिए आतंकी सामान भारत में भेजा जा रहा है। नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) ने बुधवार को चंडीगढ़ ग्रेनेड हमला मामले में बाबर खालसा इंटरनेशनल (बीकेआई) से जुड़े कई स्थानों पर छापेमारी की। ये छापेमारी देश के 4 राज्यों में एक साथ की गई। जिनमें पंजाब, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ शामिल है। एनआईए की टीमें अमृतसर, गुरदासपुर, बठिंडा और फाजिल्का जिलों (पंजाब), लखीमपुर खीरी (उत्तर प्रदेश), रुद्रपुर (उत्तराखंड) और चंडीगढ़ में बीकेआई से जुड़े ठिकानों पर पहुंची। छापेमारी के दौरान टीमों ने मोबाइल, डिजिटल उपकरण और कई आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए गए। जिन्हें जांच के लिए प्रयोग किया जाएगा। 9 सितंबर को हुआ था ब्लॉस्ट 9 सितंबर 2024 को चंडीगढ़ के सेक्टर 10/डी में एक सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारी के घर पर ग्रेनेड फेंके जाने से संबंधित है। इस मामले में पहले ही रोहन मसीह और विशाल मसीह नामक आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। चंडीगढ़ पुलिस से मामला हाथ में लेने के बाद एनआईए ने आरसी-15/2024/एनआईए/डीएलआई दर्ज कर अपने स्तर पर जांच शुरू की थी। पाकिस्तान के साथ जुड़े थे तार जांच के दौरान, एनआईए ने पाकिस्तान स्थित हरविंदर सिंह संधू उर्फ रिंदा और अमेरिका स्थित हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी पास्सियन के बीच साजिश का खुलासा हुआ था। दोनों बीकेआई से जुड़े हैं और एक्टिव सदस्य हैं। इन आतंकियों ने इस हमले के लिए एक मॉड्यूल तैयार किया था, जिसमें भारत में मौजूद लोगों को धन, हथियार और अन्य मदद पहुंचाई गई। देश में चलाया जा रहा भर्ती अभियान जांच के बाद साफ हुआ कि इस साजिश में विदेशी हैंडलरों द्वारा भारत में सहयोगियों की भर्ती की जा रही है। इतना ही नहीं अपराध और आतंकी गतिविधियों के लिए धन उपलब्ध कराने के साथ-साथ ‘डेड ड्रॉप मॉडल’ के जरिए आतंकी सामान भारत में भेजा जा रहा है। पंजाब | दैनिक भास्कर
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लुधियाना में पूर्व विधायक के बेटे की मौत:बीमारी के कारण अस्पताल में थे दाखिल, अकाली दल के सक्रिय युवा नेता थे लुधियाना के पूर्व विधायक और अकाली दल के वरिष्ठ नेता दर्शन सिंह शिवालिक के बेटे हरप्रीत सिंह शिवालिक का दिल्ली में निधन हो गया है। हरप्रीत को दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हरप्रीत शिवालिक अपने पिता दर्शन सिंह शिवालिक के साथ राजनीति में भी सक्रिय थे। वह अक्सर अकाली दल की युवा गतिविधियों में सक्रिय रहते थे। लीवर की बीमारी से ग्रसित थे हरप्रीत पता चला है कि हरप्रीत को लीवर की बीमारी थी। हरप्रीत की मौत के बाद जहां परिवार में मातम पसरा है, वहीं हलका गिल के शिअद समर्थकों में भी शोक की लहर है। हरप्रीत का पार्थिव शरीर आज लुधियाना के बरेवाल रोड स्थित उनके घर लाया जाएगा। उम्मीद है कि कल हरप्रीत का अंतिम संस्कार किया जाएगा। हरप्रीत के अंतिम संस्कार में शिअद प्रमुख सुखबीर सिंह बादल और बिक्रमजीत सिंह मजीठिया के आने की भी खबर है।
लुधियाना में आज डॉक्टरों की हड़ताल चौथे दिन जारी:सेहत मंत्री ने लिखित में नहीं दिया कोई आश्वासन, आज से ओपीडी पूरी तरह रहेगी बंद
लुधियाना में आज डॉक्टरों की हड़ताल चौथे दिन जारी:सेहत मंत्री ने लिखित में नहीं दिया कोई आश्वासन, आज से ओपीडी पूरी तरह रहेगी बंद लुधियाना के सिविल अस्पताल में डॉक्टरों की आंशिक हड़ताल बुधवार तक जारी रही लेकिन आज चौथे दिन गुरुवार को ये हड़ताल पूरी तरह से लागू होगी। पंजाब सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन (पीसीएमएसए) ने बीते दिन कैबिनेट सब-कमेटी और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह से मुलाकात की। सेहत मंत्री ने नहीं दिया लिखित कोई आश्वासन पीसीएमएसए के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अखिल सरीन ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री ने सुरक्षा संबंधी मांगों को सैद्धांतिक रूप से स्वीकार कर लिया और करियर में प्रगति का आश्वासन दिया, लेकिन इस पर कोई लिखित आश्वासन नहीं दिया गया। सरीन ने कहा कि अब गुरुवार से ओपीडी सेवा पूरी तरह बंद रहेगी। पिछले तीन दिनों से डॉक्टर विरोध में रोजाना सुबह 8 से 11 बजे तक ओपीडी बंद रखते थे। डॉक्टरों के संगठन ने पहले कहा था कि अगर बुधवार की बैठक में मांगों का समाधान नहीं हुआ तो विरोध दूसरे चरण में प्रवेश करेगा। पीसीएमएसए की प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि विभाग ने पीसीएमएसए को आश्वस्त किया है कि सरकार की ओर से आज ही एक आधिकारिक पत्र जारी किया जाएगा, जिसमें एसीपी की बहाली पर कैबिनेट उप-समिति के निर्णय और सुरक्षा पर एक निश्चित रूपरेखा सहित बैठक के अन्य महत्वपूर्ण निर्णयों के बारे में बताया जाएगा। हालांकि, सरकार से इस तरह के निश्चित आधिकारिक कम्युनिकेशन प्राप्त न होने के कारण आज के लिए ओपीडी पूरे दिन के बंद रखी गई है। आपातकालीन सेवाओं, पोस्टमार्टम, मेडिकोलीगल परीक्षा, अदालती साक्ष्य और न्यायिक चिकित्सा परीक्षाओं को छोड़कर सभी सेवाएं निलंबित रहेंगी। ओओएटी केंद्र भी केवल रोजाना की खुराक वितरित करेंगे। 11 सितंबर को पहला चरण होगा पूरा सरकार की तरफ से आश्वासन के बाद डॉक्टरों ने हड़ताल को 3 चरण में बदल दिया है। पहला चरण 9 से 11 सितंबर तक चला। इस दौरान सुबह 8 बजे से 11 बजे तक ओपीडी सेवाएं निलंबित रही है। अब दूसरा चरण 12 से 15 सितम्बर तक होगा। जिसमें ओपीडी सेवाओं को पूरी तरह से बंद कर दिया जाएगा। 16 सितम्बर के बाद तीसरा चरण होगा। इसमें डॉक्टर ओपीडी के साथ-साथ मेडिकल लीगल करने से भी साफ मना कर देंगे।
वडिंग की जीत में बैंस बंधु नहीं दिखा सके दम:आत्म नगर में 30696 की बढ़त, दक्षिणी में भी भाजपा 4396 से आगे
वडिंग की जीत में बैंस बंधु नहीं दिखा सके दम:आत्म नगर में 30696 की बढ़त, दक्षिणी में भी भाजपा 4396 से आगे पंजाब के लुधियाना लोकसभा चुनाव में पूर्व विधायक सिमरजीत सिंह और उनके भाई पूर्व विधायक बलविंदर सिंह बैंस पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजा वड़िंग की जीत में कोई खास योगदान नहीं दे पाए। लुधियाना दक्षिण विधानसभा क्षेत्र से वड़िंग पीछे चल रहे हैं, जबकि आत्म नगर विधानसभा क्षेत्र से उन्हें कुछ बढ़त मिली है, हालांकि दोनों विधानसभा क्षेत्र बैंस बंधुओं का गढ़ माने जाते हैं। बैंस बंधुओं के शामिल होने के बाद कई कांग्रेसियों ने सदस्यता छोड़ी बलात्कार के मामले में जमानत पर बाहर चल रहे सिमरजीत सिंह बैंस और उनके भाई बलविंदर सिंह, जो शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के सदस्य भी हैं, मतदान से ठीक पहले अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और पंजाब कांग्रेस प्रभारी देवेंद्र यादव की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल हो गए थे। बैंस बंधुओं ने अपनी लोक इंसाफ पार्टी (एलआईपी) का भी कांग्रेस में विलय कर दिया है। बैंस बंधुओं को पार्टी में शामिल किए जाने पर कांग्रेस में नाराजगी देखी गई, जिसके चलते पार्षद परविंदर सिंह लापरान समेत कई नेताओं को पार्टी से निकाल दिया गया। बलविंदर बैंस के गढ़ में भाजपा को 4396 की बढ़त
बलविंदर सिंह बैंस के गढ़ लुधियाना दक्षिण विधानसभा क्षेत्र से वड़िंग 32982 वोट हासिल करने में सफल रहे, जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार रवनीत सिंह बिट्टू 37378 वोटों के साथ आगे चल रहे हैं। आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार अशोक पराशर पप्पी को 19289 और शिरोमणि अकाली दल (एसएडी) के उम्मीदवार रंजीत सिंह ढिल्लों को 4939 वोट मिले। आत्म नगर से मिली सिर्फ 30696 वोटों से बढ़त
आत्म नगर से, जिसने सिमरजीत सिंह बैंस को दो बार राज्य विधानसभा में भेजा, राजा वड़िंग ने 30696 वोटों के साथ बढ़त हासिल की। आप के पप्पी को यहां से 25600 वोट मिले। बिट्टू को 22753 वोट मिले, जबकि ढिल्लों को निर्वाचन क्षेत्र के मतदाताओं से ठंडी प्रतिक्रिया मिली और वे केवल 6060 वोट ही हासिल कर पाए। बैंस बंधुओं ने वड़िंग के साथ चुनाव से पहले निर्वाचन क्षेत्रों में रोड शो किया। 2022 विधानसभा में अपनी सीटें हार गए थे बैंस बंधु 2022 के पंजाब विधानसभा चुनावों में बैंस बंधुओं को अपनी सीटें हारनी पड़ी थीं। बैंस खुद का किला आप की लहर का आगे नहीं बचा पाए थे। बलविंदर सिंह बैंस को केवल 11906 वोट मिले थे, जबकि आप की राजिंदरपाल कौर छिन्ना 43811 वोटों के साथ विजयी रहीं। कांग्रेस उम्मीदवार ईश्वरजोत चीमा दक्षिण निर्वाचन क्षेत्र से 15604 वोट पाने में सफल रहे। 2022 के विधानसभा चुनाव में सिमरजीत सिंह बैंस आप के कुलवंत सिंह सिद्धू से हार गए। बैंस को केवल 12720 वोट मिले, जबकि कांग्रेस उम्मीदवार कमलजीत सिंह कड़वल इस सीट से 28247 वोट पाने में सफल रहे। सिद्धू 44601 वोटों के साथ विजेता रहे।