हरियाणा की गणतंत्र दिवस को लेकर झांकी तैयार हो गई है। सरकार की ओर से इसका एक वीडियो भी जारी किया गया है। झांकी के इस वीडियो में हरियाणा का ताऊ लैपटॉप लेकर फसलों के भाव देखते हुए दर्शाया गया है। इसके अलावा कुरुक्षेत्र का ज्योतिसर तीर्थ और सूरजकुंड मेले से प्रेरित एक शिल्पी गाड़ी को भी झांकी में शामिल किया गया है। इसके साथ ही तकनीकी व नवाचार के क्षेत्र में हरियाणा के निरंतर विकास व खिलाड़ियों के उत्कृष्ट प्रदर्शन के चलते स्पोर्ट्स पावर के रूप में बनी हरियाणा की नई झलक भी झांकी के माध्यम से दिखाई देगी। झांकी के पहले भाग में दिखेगा ज्योतिसर तीर्थ सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग, हरियाणा के महानिदेशक केएम पांडुरंग ने आरआर कैंप, नई दिल्ली में हरियाणा की झांकी को मीडिया के समक्ष प्रस्तुत करते हुए कहा कि गणतंत्र दिवस समारोह में नई दिल्ली में कर्तव्य पथ पर हरियाणा की झांकी प्रदेश की समृद्धि, विरासत और विकास का अलौकिक दृश्य प्रस्तुत करेगी। उन्होंने बताया कि हरियाणा की झांकी के अगले हिस्से में कुरुक्षेत्र के पवित्र ज्योतिसर तीर्थ पर महाभारत युद्ध से पूर्व भगवान श्रीकृष्ण द्वारा अर्जुन को गीता का उपदेश देने का चित्रण किया गया है। यह वह दिव्य संदेश है जो भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन के माध्यम से संपूर्ण मानव जाति को दिया था। यह भारत के आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत में हरियाणा के स्थाई योगदान का प्रमाण है। दूसरे भाग में दिखेगा हरियाणा का ताऊ झांकी के मध्य भाग में सूरजकुंड मेले से प्रेरित एक शिल्प गाड़ी को दर्शाया गया है जिसके माध्यम से हरियाणा की कला व हस्तशिल्प का प्रदर्शन किया गया है। शिल्प गाड़ी के पीछे ‘हरियाणवी ताऊ’ को लैपटॉप पर काम करते हुए दिखाया गया है, जो इस बात को दर्शाता है कि आज हरियाणा का किसान सूचना प्रौद्योगिकी का उपयोग अपने दैनिक जीवन और खेती को समृद्ध करने के लिए कर रहा है और ‘मेरी फसल-मेरा ब्यौरा’ जैसे पोर्टल के माध्यम से सरकारी योजनाओं का लाभ उठा रहा है तथा फसलों के भाव भी अपने लैपटॉप पर ऑनलाइन देखता है। ‘हरियाणवी ताऊ’ के पास स्कूल की वर्दी में दो लड़कियों को दिखाया गया है जो हरियाणा की महिला सशक्तिकरण और बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ जैसे कार्यक्रमों के कारण आई लैंगिक समानता का प्रतीक हैं। इस बार ये रखी गई झांकी की थीम इस बार हरियाणा की झांकी ‘समृद्ध हरियाणा-विरासत और विकास’ थीम पर चयनित हुई है जिसका निर्माण कार्य रक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के राष्ट्रीय रंगशाला कैंप में पूर्ण हुआ है। उन्होंने बताया कि हरियाणा भौगोलिक दृष्टि से बहुत छोटा राज्य होने के बावजूद देश के उद्योग, कृषि, खेल और विविध प्रकार के राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय व्यवसायों के विकास के लिए सदैव अग्रणी पंक्ति में रहता है। हरियाणा राज्य ने भारत को ‘विकसित भारत’ बनाने के स्वप्न को साकार करने के लिए आधारभूत संरचना तैयार करने सहित कई मील के पत्थर स्थापित किए हैं। हरियाणा की गणतंत्र दिवस को लेकर झांकी तैयार हो गई है। सरकार की ओर से इसका एक वीडियो भी जारी किया गया है। झांकी के इस वीडियो में हरियाणा का ताऊ लैपटॉप लेकर फसलों के भाव देखते हुए दर्शाया गया है। इसके अलावा कुरुक्षेत्र का ज्योतिसर तीर्थ और सूरजकुंड मेले से प्रेरित एक शिल्पी गाड़ी को भी झांकी में शामिल किया गया है। इसके साथ ही तकनीकी व नवाचार के क्षेत्र में हरियाणा के निरंतर विकास व खिलाड़ियों के उत्कृष्ट प्रदर्शन के चलते स्पोर्ट्स पावर के रूप में बनी हरियाणा की नई झलक भी झांकी के माध्यम से दिखाई देगी। झांकी के पहले भाग में दिखेगा ज्योतिसर तीर्थ सूचना, जनसंपर्क एवं भाषा विभाग, हरियाणा के महानिदेशक केएम पांडुरंग ने आरआर कैंप, नई दिल्ली में हरियाणा की झांकी को मीडिया के समक्ष प्रस्तुत करते हुए कहा कि गणतंत्र दिवस समारोह में नई दिल्ली में कर्तव्य पथ पर हरियाणा की झांकी प्रदेश की समृद्धि, विरासत और विकास का अलौकिक दृश्य प्रस्तुत करेगी। उन्होंने बताया कि हरियाणा की झांकी के अगले हिस्से में कुरुक्षेत्र के पवित्र ज्योतिसर तीर्थ पर महाभारत युद्ध से पूर्व भगवान श्रीकृष्ण द्वारा अर्जुन को गीता का उपदेश देने का चित्रण किया गया है। यह वह दिव्य संदेश है जो भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन के माध्यम से संपूर्ण मानव जाति को दिया था। यह भारत के आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत में हरियाणा के स्थाई योगदान का प्रमाण है। दूसरे भाग में दिखेगा हरियाणा का ताऊ झांकी के मध्य भाग में सूरजकुंड मेले से प्रेरित एक शिल्प गाड़ी को दर्शाया गया है जिसके माध्यम से हरियाणा की कला व हस्तशिल्प का प्रदर्शन किया गया है। शिल्प गाड़ी के पीछे ‘हरियाणवी ताऊ’ को लैपटॉप पर काम करते हुए दिखाया गया है, जो इस बात को दर्शाता है कि आज हरियाणा का किसान सूचना प्रौद्योगिकी का उपयोग अपने दैनिक जीवन और खेती को समृद्ध करने के लिए कर रहा है और ‘मेरी फसल-मेरा ब्यौरा’ जैसे पोर्टल के माध्यम से सरकारी योजनाओं का लाभ उठा रहा है तथा फसलों के भाव भी अपने लैपटॉप पर ऑनलाइन देखता है। ‘हरियाणवी ताऊ’ के पास स्कूल की वर्दी में दो लड़कियों को दिखाया गया है जो हरियाणा की महिला सशक्तिकरण और बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ जैसे कार्यक्रमों के कारण आई लैंगिक समानता का प्रतीक हैं। इस बार ये रखी गई झांकी की थीम इस बार हरियाणा की झांकी ‘समृद्ध हरियाणा-विरासत और विकास’ थीम पर चयनित हुई है जिसका निर्माण कार्य रक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के राष्ट्रीय रंगशाला कैंप में पूर्ण हुआ है। उन्होंने बताया कि हरियाणा भौगोलिक दृष्टि से बहुत छोटा राज्य होने के बावजूद देश के उद्योग, कृषि, खेल और विविध प्रकार के राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय व्यवसायों के विकास के लिए सदैव अग्रणी पंक्ति में रहता है। हरियाणा राज्य ने भारत को ‘विकसित भारत’ बनाने के स्वप्न को साकार करने के लिए आधारभूत संरचना तैयार करने सहित कई मील के पत्थर स्थापित किए हैं। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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सोनीपत पहुंचे राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय:बोले- मौलिक अधिकारों की रक्षा करता है संविधान; इसी से रखी सबसे बड़े लोकतंत्र की आधारशीला
सोनीपत पहुंचे राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय:बोले- मौलिक अधिकारों की रक्षा करता है संविधान; इसी से रखी सबसे बड़े लोकतंत्र की आधारशीला हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि भारतीय संविधान दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की आधारशिला के रूप में हमारे मौलिक अधिकारों की रक्षा करता है। यह हमारे देश में न्याय, समानता और स्वतंत्रता के सिद्धांतों को स्थापित करता है।दत्तात्रेय मंगलवार को सोनीपत की ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी में संविधान दिवस के अवसर पर जिला स्तरीय कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। राज्यपाल ने कहा कि आज युवा पीढ़ी पर संविधान की पवित्रता को बनाए रखने और उसे संरक्षित करने की बड़ी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि हमारा संविधान दुनिया का सर्वश्रेष्ठ संविधान है। हमारे संविधान का विस्तृत ढांचा विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका की शक्ति को संतुलित करता है और जवाबदेह कानून का शासन सुनिश्चित करता है। उन्होंने कहा कि हमारा संविधान मौलिक अधिकारों और नीति-निर्देशक सिद्धांतों को जोड़कर एक समावेशी, न्यायपूर्ण व प्रगतिशील समाज के निर्माण के प्रति गहरी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। हमारा संविधान लोकतांत्रिक आदर्शों और समावेशिता के प्रतीक के रूप में देश की विविधता में एकता के प्रमाण के रूप में खड़ा है उन्होंने कहा कि हमारा संविधान वंचित वर्गों के लिए शिक्षा के अधिकार, सम्मान के अधिकार, समानता के अधिकार और न्याय के अधिकार के लिए भी प्रतिबद्ध है। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने विश्वविद्यालय में स्थापित किए गए संविधान संग्रहालय की प्रशंसा भी की और कहा कि ऐसे संग्रहालय की प्रतिकृति प्रत्येक राज्य व जिला में होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यह संग्रहालय न केवल छात्रों को संविधान के बारे में जागरूक करने में मदद करेगा बल्कि यह जनता को भी सूचित करेगा। उन्होंने कहा कि आज प्रथम संविधान सभा के दूरदर्शी सदस्यों को याद करने का भी अवसर है, जहां डॉ. बीआर अंबेडकर ने महान संविधान का निर्माण किया और उसका मसौदा तैयार किया, जिसने भारत को दुनिया के सबसे बड़े गणराज्य के रूप में स्थापित किया। संविधान को गहन अध्ययन, शोध और विद्वत्ता के बाद लिखा गया था, जो भारत जैसे विविधतापूर्ण देश में एक वास्तविक चुनौती थी। आज यह 140 मिलियन भारतीयों की महत्वाकांक्षाओं और मूल्यों का प्रतिनिधित्व करता है। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सी राजकुमार ने कहा कि भारत में युवा लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए, जो भविष्य के नेतृत्व की यात्रा पर निकलेंगे, भारत का संविधान ज्ञान का एक प्रकाश स्तंभ है और एक स्थापित मार्ग है जो हमारे देश को संचालित करता है। हमें भारत के युवाओं के लिए संविधान के बारे में जानकारी तक पहुँच को लोकतांत्रिक बनाने की आवश्यकता है। ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार प्रोफेसर दबीरू श्रीधर पटनायक ने सभा को धन्यवाद प्रस्ताव दिया। कार्यक्रम में संविधान सभा में शामिल सदस्यों के परिजनों को भी विशेष तौर पर आमंत्रित किया गया था। कार्यक्रम में सभी ने अपने विचार भी रखे। कार्यक्रम में राई से विधायक कृष्णा गहलावत, सोनीपत से विधायक निखिल मदान, खरखौदा से विधायक पवन खरखौदा, गन्नौर से विधायक देवेंद्र कादियान, भाजपा जिलाध्यक्ष जसबीर दोदवा, एडीसी अंकिता चौधरी, सीटीएम रेणुका नांदल सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
हरियाणा विधानसभा चुनाव में ब्राह्मणों ने मांगी हिस्सेदारी:बोले- राजनीतिक दल दें 20 टिकट, सीट वितरण के बाद होगा मंथन, लेंगे फैसला
हरियाणा विधानसभा चुनाव में ब्राह्मणों ने मांगी हिस्सेदारी:बोले- राजनीतिक दल दें 20 टिकट, सीट वितरण के बाद होगा मंथन, लेंगे फैसला हरियाणा विधानसभा चुनाव में ब्राह्मणों ने भी हिस्सेदारी मांगी है। सर्व ब्राह्मण सभा हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष सुरेंद्र शर्मा बड़ौता ने कहा कि राजनीति में भागीदारी ब्राह्मणों का हक है। ब्राह्मण अपनी मांग को एकजुटता से उठा रहे हैं। प्रदेश में विधानसभा चुनावों में ब्राह्मण समाज को राजनीतिक दल 20 टिकट देने का काम करें। ब्राह्मणों के आशीर्वाद के बिना किसी भी राजनीतिक दल के लिए सत्ता पाना आसान नहीं है। इसलिए जो ब्राह्मण समाज का साथ देगा ब्राह्मण भी उसके साथ खड़ा होगा। यदि ब्राह्मण समाज की अनदेखी की जाती है तो ब्राह्मण समाज एकजुटता से निर्णय लेगा। सर्व ब्राह्मण सभा हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष सुरेंद्र शर्मा बड़ौता बुधवार को रोहतक के भगवान परशुराम आश्रम जनकल्याण समिति कार्यालय पर पहुंचे। इस दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि 17 अगस्त को कैथल में ब्राह्मण समाज की प्रदेश स्तरीय मीटिंग बुलाई गई थी। जिसमें कमेटी का गठित की गई। कमेटी की ओर से सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया था कि प्रदेश में सभी राजनीतिक दलों से कम से कम 20 टिकट मांगें जाएंगे। इसलिए प्रदेशभर मे जाकर प्रेसवार्ता कर रहे हैं। जहां ब्राह्मण समाज जीतने की स्थिति में वहां दे टिकट
उन्होंने कहा कि ब्राह्मण समाज अपनी जनसंख्या के आधार पर 20 टिकटों की मांग कर रहा है। ऐसे विधानसभा क्षेत्रों में ब्राह्मण समाज को टिकट दिए जाएं, जहां ब्राह्मण समाज जीतने की स्थिति में है। यदि ब्राह्मण समाज की अनदेखी की जाती है तो प्रदेश स्तरीय कमेटी ब्राह्मण समाज को विश्वास में लेकर बड़ा फैसला लेगी। टिकट वितरण के बाद समीक्षा की जाएगी कि किस राजनीतिक दल ने ब्राह्मण समाज को कितने टिकट दिए हैं और फिर ब्राह्मण समाज एकजुटता से अपना फैसला लेगा। इस अवसर पर रोशन लाल शर्मा बस्ताडा प्रदेश सचिव, मनीष शर्मा प्रदेश प्रेस सचिव, बाबू राम शर्मा बाहरी, भगवान परशुराम आश्रम जनकल्याण समिति के प्रधान एडवोकेट ललित कौशिक, डॉ. कपिल कौशिक महासचिव, डा. हरिओम शर्मा कोषाध्यक्ष, रवि शर्मा व नवीन शर्मा , रमेश शर्मा बोहर, एडवोकेट सत्य नारायण कौशिक पूर्व प्रधान सहित अन्य मौजूद रहे।
हरियाणा BJP का पूर्व CM हुड्डा को चैलेंज:30 MLA इकट्ठा करके दिखाएं; JJP के 10 विधायक भी लाएं, भाजपा के एग्रेशन की ये वजह
हरियाणा BJP का पूर्व CM हुड्डा को चैलेंज:30 MLA इकट्ठा करके दिखाएं; JJP के 10 विधायक भी लाएं, भाजपा के एग्रेशन की ये वजह हरियाणा सरकार के अल्पमत को लेकर कांग्रेस के दावे को BJP ने चैलेंज किया है। भाजपा नेता और CM के पब्लिसिटी एडवाइजर ने कहा है कि मैं भूपेंद्र सिंह हुड्डा को चैलेंज करता हूं कि वह अपनी पार्टी के 30 विधायकों को एक जगह इकट्ठा करा लें। साथ ही जननायक जनता पार्टी (JJP) के 10 विधायक एक साथ आ जाएं तो मैं ये मान लूंगा कि हरियाणा में भाजपा सरकार अल्पमत में है। इसके बाद भाजपा पटल पर जाकर अपना बहुमत साबित करेगी। उन्होंने कहा कि भूपेंद्र सिंह हुड्डा ऐसी अफवाहें फैलाने के लिए हरियाणा के लोगों से माफी मांगें। हुड्डा ने मंगलवार को चंडीगढ़ में बीजेपी सरकार के अल्पमत में होने का दावा किया था। उन्होंने कहा था कि प्रदेश सरकार अल्पमत में है। हमने पहले भी राज्यपाल को लिखा था और अब फिर राज्यपाल को लिखेंगे। उन्होंने कहा कि सुनने में आ रहा है कि ये (BJP), जननायक जनता पार्टी (JJP) के 2 विधायकों से इस्तीफा दिलवा देंगे। एक तरह से BJP वाले हॉर्स ट्रेडिंग में लगे हैं। इन्हें नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए। भाजपा के चैलेंज की ये 2 वजहें… कांग्रेस की गुटबाजी
भाजपा के द्वारा पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा को ये चैलेंज देने की वजह सबसे बड़ी गुटबाजी है। 10 जून को पूर्व सीएम के द्वारा बुलाई गई कांग्रेस दल की मीटिंग में 27 विधायक ही पहुंचे। चूंकि वरुण चौधरी अब अंबाला से सांसद बन चुके हैं तो अभी सदन में कांग्रेस के पास 29 विधायक ही बचे हुए हैं। जबकि सीएलपी में तोशाम विधायक किरण चौधरी और सढौरा से विधायक रेनू वाला नहीं शामिल हुईं। ये विधायक एसआरके गुट के हैं। वह नहीं चाहते कि हुड्डा प्रदेश में कांग्रेस को लीड करें। भाजपा इसी गुटबाजी को अब हवा देने में लग गई है। जजपा में पड़ चुकी है फूट
भाजपा जानती है कि जजपा में फूट पड़ी हुई है। जजपा की ओर से हाल ही में विधानसभा स्पीकर के सामने ये याचिका लगाई है। याचिका में कहा गया है कि जींद के नरवाना से विधायक सुरजाखेड़ा पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के के नामांकन में शामिल हुए थे, जबकि जोगीराम सिहाग ने हिसार सीट से बीजेपी कैंडिडेट रणजीत सिंह चौटाला के पक्ष में प्रचार किया। याचिका के साथ इन विधायकों के वीडियो को आधार बनाया गया है। पार्टी ने मांग की है कि इन विधायकों ने पार्टी विरोधी कार्य किए हैं, इसलिए उनकी सदस्यता भंग की जाए। ऐसे में यदि इनकी सदस्यता रद्द हो जाती है तो जजपा के पास 8 ही विधायक बचेंगे। इसके अलावा देवेंद्र बबली, राज कुमार गौतम भी खुलेआम बगावत कर रहे हैं। कांग्रेस क्यों कर रही है अल्पमत का दावा
हरियाणा के CM नायब सैनी के करनाल विधानसभा का उपचुनाव जीतने के बाद भी BJP के पास सदन में बहुमत कम होने का कांग्रेस दावा कर रही है। कांग्रेस कह रही है कि हलोपा के गोपाल कांडा और एक निर्दलीय विधायक नयन पाल रावत का साथ होने के बाद भी संयुक्त विपक्ष के सामने भाजपा बहुमत के आंकड़े से 1 नंबर दूर है। पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा दावा कर रहे हैं कि सरकार अल्पमत में है, इसलिए विधानसभा भंग होनी चाहिए। इधर, सदन में कांग्रेस-जजपा और INLD यदि साथ आ गए तो सैनी सरकार की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। जजपा नेता दुष्यंत चौटाला भी राज्यपाल को चिट्ठी लिखकर सरकार से फ्लोर टेस्ट कराने की मांग कर चुके हैं। हरियाणा में ऐसे हालात बनने की ये हैं बड़ी वजहें.. भाजपा-जजपा गठबंधन टूटा, सीएम चेहरा बदला
हरियाणा में मनोहर लाल खट्टर की अगुआई में भाजपा-जजपा गठबंधन की सरकार चल रही थी। लोकसभा चुनाव से पहले सीट शेयरिंग को लेकर जजपा और भाजपा का गठबंधन टूट गया। इसके बाद जजपा सरकार से अलग हो गई। भाजपा के पास 41 विधायक थे, उन्होंने 5 निर्दलीय और एक हलोपा विधायक को साथ लेकर सरकार बना ली। खट्टर की जगह नायब सैनी सीएम बने। 3 निर्दलीय विधायकों ने साथ छोड़ा
लोकसभा चुनाव के बीच भाजपा सरकार को झटका लगा। सरकार को समर्थन देने वाले निर्दलीय विधायक रणधीर गोलन, सोमवीर सांगवान और धर्मवीर गोंदर ने कांग्रेस के साथ चले गए। उन्होंने सीएम नायब सैनी की सरकार से समर्थन वापस ले लिया। इसके बाद सरकार के पास भाजपा के 40, हलोपा का एक और 2 निर्दलीय विधायकों का समर्थन बचा। एक निर्दलीय विधायक राकेश दौलताबाद का मतदान के दिन निधन हो गया। हरियाणा विधानसभा में बदली स्थिति
लोकसभा चुनाव के बाद हरियाणा विधानसभा के नंबरों में और बदलाव हो चुका है। 90 विधायकों वाली विधानसभा में अब 87 विधायक ही बचे हैं। सिरसा की रानियां विधानसभा से रणजीत सिंह चौटाला के इस्तीफे, बादशाहपुर विधानसभा सीट से विधायक राकेश दौलताबाद के निधन और अंबाला लोकसभा सीट से मुलाना से कांग्रेस विधायक वरुण चौधरी के चुनाव जीतने के बाद यह स्थिति बनी है। 87 सदस्यीय इस विधानसभा में अब बहुमत का आंकड़ा 46 से गिरकर 44 हो गया है। भाजपा के पास 43, विपक्ष संयुक्त हुआ तो उनके 44 विधायक
मौजूदा स्थिति की बात करें तो भाजपा के पास 41 विधायक हैं। इसके अलावा उन्हें हलोपा विधायक गोपाल कांडा और एक निर्दलीय नयनपाल रावत का समर्थन प्राप्त है। भाजपा के पास 43 विधायक हैं। वहीं विपक्ष में भाजपा से एक ज्यादा यानी 44 विधायक हैं। इनमें कांग्रेस के 29, जजपा के 10, निर्दलीय 4 और एक इनेलो विधायक शामिल हैं। अगर ये सब एक साथ आ जाते हैं तो फिर सरकार अल्पमत में आ सकती है। हरियाणा में BJP सरकार और एकजुट विपक्ष का गणित समझें… क्या हरियाणा में सरकार गिरने का खतरा है?
1. फिलहाल ऐसा नहीं है। सीएम नायब सैनी की सरकार ने ढ़ाई महीने पहले ही 13 मार्च को बहुमत साबित किया। जिसके बाद 6 महीने तक फिर अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाया जाता। इतना समय बीतने के बाद अक्टूबर-नवंबर में हरियाणा में विधानसभा चुनाव होने हैं। फिर ऐसी मांग की जरूरत नहीं रहेगी। 2. इसके साथ ही जजपा ने अपने 2 विधायकों की सदस्यता रद्द करने के लिए विधानसभा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता के यहां याचिका दायर की हुई है। अगर JJP के 2 विधायकों की सदस्यता रद्द हो जाती है तो फिर सरकार के पक्ष में 43 और विपक्षी विधायकों की संख्या गिरकर 42 हो जाएगी, जिससे सरकार फिर बहुमत में ही रहेगी। स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता भाजपा से विधायक हैं। फ्लोर टेस्ट की नौबत आई तो BJP सरकार कैसे बचाएगी?
BJP के सूत्रों के मुताबिक सरकार को किसी कीमत पर गिरने की स्थिति तक नहीं पहुंचने दिया जाएगा। अगर फ्लोर टेस्ट की नौबत आई तो जजपा के 2 विधायक रामनिवास सुरजाखेड़ा और जोगीराम सिहाग इस्तीफा दे सकते हैं। इन दोनों ने बागी होकर लोकसभा चुनाव में भाजपा का साथ दिया था। ऐसी सूरत में विपक्ष के एकजुट होने पर भी उनके पास भाजपा के 43 के मुकाबले 42 ही विधायक रह जाएंगे।