हरियाणा के BJP विधायक को हाईकोर्ट का नोटिस:कांग्रेस महिला नेता ने याचिका दायर की थी; चुनाव में गड़बड़ी के आरोप लगाए

हरियाणा के BJP विधायक को हाईकोर्ट का नोटिस:कांग्रेस महिला नेता ने याचिका दायर की थी; चुनाव में गड़बड़ी के आरोप लगाए

हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में दायर की गई एक याचिका पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने चरखी दादरी से भाजपा विधायक सुनील सांगवान को नोटिस जारी किया है। भाजपा विधायक पर चुनाव के दौरान EVM में गड़बड़ी करने, जाति-धर्म के आधार पर वोट मांगने और प्रचार में लिमिट से अधिक खर्चा करने के आरोप हैं। यह याचिका चरखी दादरी से कांग्रेस की उम्मीदवार रहीं मनीषा सांगवान की ओर से दायर की गई थी। कांग्रेस हरियाणा के लीगल सेल अध्यक्ष केसी भाटिया ने दावा किया है कि हाईकोर्ट ने आरोपी विधायक को नोटिस जारी कर 26 मार्च 2025 तक का समय दिया है। हालांकि, इस पर विधायक ने कहा है कि उन्हें कोई नोटिस नहीं मिला। रिटर्निंग अफसर पर भी मिलीभगत का आरोप
कांग्रेस हरियाणा के लीगल सेल अध्यक्ष केसी भाटिया ने बताया है कि मनीषा सांगवान ने 22 नवंबर को पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की थी। उसमें उन्होंने भाजपा विधायक सुनील सांगवान पर आरोप लगाया था कि चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने लोगों से जाति-धर्म के आधार पर वोट मांगे हैं। इसके अलावा उन्होंने वोटिंग के दौरान EVM में गड़बड़ी करवाई और प्रचार में खर्चा भी बहुत किया। हालांकि, विधायक ने चुनाव खर्च कम दिखाया। मनीषा का आरोप था कि विधायक के साथ रिटर्निंग अफसर भी मिले हुए थे, इसलिए सुनील पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसी मामले में 22 जनवरी 2025 को हाईकोर्ट ने सुनवाई की। कोर्ट ने अब विधायक को नोटिस जारी किया है। इसमें कोर्ट ने आरोपों पर विधायक का जवाब मांगा है और 2 महीने का समय दिया है। इसके बाद उन पर कार्रवाई हो सकती है। मतगणना के दिन हुआ था हंगामा
बता दें कि पिछले साल हुए हरिया‌णा विधानसभा चुनाव में सुनील सांगवान ने दादरी से कांग्रेस की मजबूत उम्मीदवार मानी जाने वाली मनीषा सांगवान को हराया था। उन्होंने कांग्रेस कैंडिडेट को केवल 1957 वोटों से मात दी थी। वहीं, जिस दिन मतगणना हो रही थी, उसी दिन केंद्र पर हंगामा हो गया था। मनीषा सांगवान और उनकी महिला समर्थकों ने बैलेट पेपर की गिनती में धांधली के आरोप लगाते हुए EVM को फेंक दिया था। इस दौरान पुलिस ने व्यवस्था को संभाला। पूर्व मंत्री के बेटे हैं सुनील सांगवान
दादरी विधायक सुनील सांगवान हुड्‌डा सरकार में सहकारिता मंत्री रहे सतपाल सांगवान के बेटे हैं। सतपाल सांगवान दादरी से 3 बार विधायक रहे हैं। उनकी राजनीतिक विरासत को संभालने के लिए सुनील सांगवान ने जेल अधीक्षक के पद से VRS लेकर राजनीति में एंट्री की। राम रहीम के साथ भी नाम जुड़ा
सुनील सांगवान गुरुग्राम के भौंडसी जेल अधीक्षक के पद पर कार्यरत थे। उन्होंने विधानसभा चुनाव-2025 से ठीक पहले VRS लिया था। उसके बाद अगले ही दिन उन्होंने भाजपा जॉइन कर ली थी। सुनील रोहतक की सुनारिया जेल के अधीक्षक भी रहे। चुनाव के समय डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को फरलो देने का मामला उठा था। इस दौरान सुनील सांगवान का नाम डेरा प्रमुख से जोड़ा गया। हालांकि, उन्होंने इन आरोपों को नकार दिया था। बबीता फोगाट का टिकट काटकर सुनील को मिला
दादरी विधानसभा क्षेत्र से 2019 में दंगल गर्ल बबीता फोगाट भाजपा उम्मीदवार रही थीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं उनके पक्ष में चुनाव प्रचार करने के लिए आए थे। हालांकि, बबीता फोगाट वह चुनाव हार गई थीं। इसके बाद 2024 विधानसभा चुनाव में बबीता फोगाट का टिकट काटकर 4 दिन पहले भाजपा जॉइन करने वाले सुनील सांगवान को दिया था। हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट में दायर की गई एक याचिका पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने चरखी दादरी से भाजपा विधायक सुनील सांगवान को नोटिस जारी किया है। भाजपा विधायक पर चुनाव के दौरान EVM में गड़बड़ी करने, जाति-धर्म के आधार पर वोट मांगने और प्रचार में लिमिट से अधिक खर्चा करने के आरोप हैं। यह याचिका चरखी दादरी से कांग्रेस की उम्मीदवार रहीं मनीषा सांगवान की ओर से दायर की गई थी। कांग्रेस हरियाणा के लीगल सेल अध्यक्ष केसी भाटिया ने दावा किया है कि हाईकोर्ट ने आरोपी विधायक को नोटिस जारी कर 26 मार्च 2025 तक का समय दिया है। हालांकि, इस पर विधायक ने कहा है कि उन्हें कोई नोटिस नहीं मिला। रिटर्निंग अफसर पर भी मिलीभगत का आरोप
कांग्रेस हरियाणा के लीगल सेल अध्यक्ष केसी भाटिया ने बताया है कि मनीषा सांगवान ने 22 नवंबर को पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की थी। उसमें उन्होंने भाजपा विधायक सुनील सांगवान पर आरोप लगाया था कि चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने लोगों से जाति-धर्म के आधार पर वोट मांगे हैं। इसके अलावा उन्होंने वोटिंग के दौरान EVM में गड़बड़ी करवाई और प्रचार में खर्चा भी बहुत किया। हालांकि, विधायक ने चुनाव खर्च कम दिखाया। मनीषा का आरोप था कि विधायक के साथ रिटर्निंग अफसर भी मिले हुए थे, इसलिए सुनील पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसी मामले में 22 जनवरी 2025 को हाईकोर्ट ने सुनवाई की। कोर्ट ने अब विधायक को नोटिस जारी किया है। इसमें कोर्ट ने आरोपों पर विधायक का जवाब मांगा है और 2 महीने का समय दिया है। इसके बाद उन पर कार्रवाई हो सकती है। मतगणना के दिन हुआ था हंगामा
बता दें कि पिछले साल हुए हरिया‌णा विधानसभा चुनाव में सुनील सांगवान ने दादरी से कांग्रेस की मजबूत उम्मीदवार मानी जाने वाली मनीषा सांगवान को हराया था। उन्होंने कांग्रेस कैंडिडेट को केवल 1957 वोटों से मात दी थी। वहीं, जिस दिन मतगणना हो रही थी, उसी दिन केंद्र पर हंगामा हो गया था। मनीषा सांगवान और उनकी महिला समर्थकों ने बैलेट पेपर की गिनती में धांधली के आरोप लगाते हुए EVM को फेंक दिया था। इस दौरान पुलिस ने व्यवस्था को संभाला। पूर्व मंत्री के बेटे हैं सुनील सांगवान
दादरी विधायक सुनील सांगवान हुड्‌डा सरकार में सहकारिता मंत्री रहे सतपाल सांगवान के बेटे हैं। सतपाल सांगवान दादरी से 3 बार विधायक रहे हैं। उनकी राजनीतिक विरासत को संभालने के लिए सुनील सांगवान ने जेल अधीक्षक के पद से VRS लेकर राजनीति में एंट्री की। राम रहीम के साथ भी नाम जुड़ा
सुनील सांगवान गुरुग्राम के भौंडसी जेल अधीक्षक के पद पर कार्यरत थे। उन्होंने विधानसभा चुनाव-2025 से ठीक पहले VRS लिया था। उसके बाद अगले ही दिन उन्होंने भाजपा जॉइन कर ली थी। सुनील रोहतक की सुनारिया जेल के अधीक्षक भी रहे। चुनाव के समय डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को फरलो देने का मामला उठा था। इस दौरान सुनील सांगवान का नाम डेरा प्रमुख से जोड़ा गया। हालांकि, उन्होंने इन आरोपों को नकार दिया था। बबीता फोगाट का टिकट काटकर सुनील को मिला
दादरी विधानसभा क्षेत्र से 2019 में दंगल गर्ल बबीता फोगाट भाजपा उम्मीदवार रही थीं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं उनके पक्ष में चुनाव प्रचार करने के लिए आए थे। हालांकि, बबीता फोगाट वह चुनाव हार गई थीं। इसके बाद 2024 विधानसभा चुनाव में बबीता फोगाट का टिकट काटकर 4 दिन पहले भाजपा जॉइन करने वाले सुनील सांगवान को दिया था।   हरियाणा | दैनिक भास्कर