हरियाणा में झज्जर के रहने वाले IIT बाबा उर्फ अभय सिंह ने अपने परिवार से मिलने से इनकार कर दिया है। अभय सिंह इस वक्त प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में हैं। इसका पता चलने के बाद पिता कर्ण सिंह और उनकी मां, अभय के करीबी एक और रिश्तेदार के साथ वहां गए थे। अभय के पिता ने कहा, ‘’हमने कई बार प्रयास कर लिया, लेकिन वह घर नहीं आता। अभय समझदार है। भविष्य में उसका मन हुआ तो लौट आएगा।’’ वहीं, IIT बाबा उर्फ अभय सिंह ने मुलाकात न करने को लेकर कहा, ‘’मैं 6 महीने से काशी में था। अगर उन्हें मिलना होता तो तब कोई क्यों नहीं आए?’’ इससे पहले IIT बाबा ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो जारी किया था। उसमें उन्होंने परिवार को लेकर खुलकर नाखुशी जताई थी। उन्होंने कहा था कि मैं मां-बाप को भगवान नहीं मानता हूं। IIT बाबा की परिवार पर 5 बातें… 1. बचपन से ही घर से भागना चाहता था, इसलिए IIT की
अभय सिंह ने एक मीडिया चैनल से बातचीत में कहा कि था- मेरा IIT करने का मकसद ही यही था कि मुझे घर से बहुत दूर जाना था। मेरे घर का माहौल ऐसा था कि मुझे लगता था कि बस यहां से भाग जाओ। बचपन में भी मुझे घर से भागने के ख्याल आते थे। 2. मेरी फोटोग्राफी करने के बारे में बताने पर शर्म आती थी
जब मैं फोटोग्राफी में शिफ्ट हुआ तो वह (माता-पिता) पड़ोसियों को नहीं बताते थे कि मैं फोटोग्राफी करता हूं। उन्हें शर्म आती थी। वह कहते थे कि IIT के बाद भी फोटोग्राफी करोगे तो लोग क्या बोलेंगे। उसकी भी मैंने टॉप डिजाइनिंग इंस्टीट्यूट से पढ़ाई की थी। जब मैं मेडिटेशन करता था तो उन्हें लगता था कि यह तो बिल्कुल पागल हो गया है। 3. भारत में पेरेंटल ट्रैप, मां–बाप भगवान, यह सिखाया जाता है
आज हम भारत में पेरेंटल ट्रैप की बात करेंगे। बहुत से कहते हैं कि मैंने अपने पापा के लिए घर बनाना है। लोग इस पर बहुत गर्व करते हैं कि मैंने यह कर दिया, मुझे मम्मी-पापा के लिए करना है। इसकी एक वजह आध्यात्मिक शिक्षाएं भी हैं, जिसमें कहा जाता है कि तुम्हारे मां-बाप ही भगवान हैं। 4. मां–बाप भगवान नहीं, यह सतयुग का कॉन्सेप्ट
मां-बाप भगवान नहीं हैं। मां-बाप को भी भगवान ने बनाया है। असल में लोग सतयुग वाला कॉन्सेप्ट कलयुग में यूज कर रहे हैं। मां-बाप भी तो भगवान जैसे होने चाहिए, तभी भगवान होंगे। यहां मां-बाप बच्चों को ऐसे बड़ा करते हैं, जैसे घोड़े–गधे बना रहे हों। उन्हें बड़ा कर अपना काम निकलवाएंगे। मां-बाप भगवान नहीं, यह कलयुग का ट्रैप है। 5. गर्लफ्रेंड थी, मां-बाप के झगड़े देख शादी नहीं की
मेरी गर्लफ्रेंड भी हुई। हम करीब 4 साल साथ रहे, लेकिन शादी तक बात नहीं पहुंची। मैं मां-बाप के झगड़ों को देखकर शादी करना ही नहीं चाहता था। क्योंकि, जिंदगी में वही सब झगड़े होते। इसलिए, सोचा क्या करना है। अच्छा है अकेले रहो और खुश रहो। मुझे ऐसा लगता था कि ऐसे ही लड़ाई-झगड़ा करना है तो इससे अच्छा है कि अकेले ही जीयो। अभय सिंह को लेकर पिता की 3 अहम बातें… 1. 11 महीने पहले घर छोड़ा, 6 महीने पहले सबके नंबर ब्लॉक किए
पिता कर्ण सिंह ने मीडिया को बताया था कि अभय 11 महीने पहले अचानक घर से चला गया। इस दौरान उससे फोन पर बात होती रहती थी। 6 महीने पहले अचानक उसने हमारे सारे नंबर ब्लॉक कर दिए। मैंने भी कोशिश की और बेटी भी ट्राई करती रही, लेकिन कोई पता नहीं चला। हमें इतना पता था कि वह हरिद्वार में है। 2. हमें मीडिया से पता चला, वह महाकुंभ में है
अभय सिंह प्रयागराज महाकुंभ में है और बाबा बन गया है, इसका पता हमें तब चला, जब उसके वीडियो वायरल हुए। मैं तो चाहता हूं कि वह घर लौट आए, लेकिन उसकी यह स्टेज निकल चुकी है। मेरा इकलौता बेटा है। उसकी आजाद सोच शुरू से थी। उसने अब फैसला ले लिया। हर आदमी को अपनी जिंदगी जीने का अधिकार है। 3. मुझे लगता है वह हमारी बात नहीं मानेगा
प्रेशर तो अब मैं उस पर डाल नहीं सकता। IIT कर रखी है। 34 साल उम्र है। प्रेशर डालकर उससे कोई चीज नहीं मनवा सकते। परिवार कोशिश तो करेगा, लेकिन मुझे दिल से ऐसा लगता है कि अब वह इस स्टेज पर हमारी बात मानने वाला नहीं है। *********************** IIT बाबा से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें :- हरियाणा के IIT बाबा ने क्लासमेट्स को मुश्किल में डाला:बोला– लोग दोस्त को गर्लफ्रेंड समझ वायरल कर रहे; अपनी पूरी लव स्टोरी भी बताई हरियाणा के IIT बाबा की कहानी थ्री इडियट फिल्म जैसी:फोटोग्राफर बनना चाहते थे, परिवार ने इंजीनियरिंग कराई, बोले- इसमें खुशी नहीं थी हरियाणा का IITian बाबा परिवार से नाखुश:बोला– मां–बाप भगवान नहीं, यह कलयुग का कॉन्सेप्ट नहीं; पिता बोले– अब घर नहीं ला सकते महाकुंभ का IITian बाबा हरियाणा का रहने वाला:एयरोस्पेस इंजीनियरिंग की, कनाडा में 3 लाख की नौकरी छोड़ी, 6 महीने पहले घरवालों से संपर्क तोड़ा हरियाणा में झज्जर के रहने वाले IIT बाबा उर्फ अभय सिंह ने अपने परिवार से मिलने से इनकार कर दिया है। अभय सिंह इस वक्त प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में हैं। इसका पता चलने के बाद पिता कर्ण सिंह और उनकी मां, अभय के करीबी एक और रिश्तेदार के साथ वहां गए थे। अभय के पिता ने कहा, ‘’हमने कई बार प्रयास कर लिया, लेकिन वह घर नहीं आता। अभय समझदार है। भविष्य में उसका मन हुआ तो लौट आएगा।’’ वहीं, IIT बाबा उर्फ अभय सिंह ने मुलाकात न करने को लेकर कहा, ‘’मैं 6 महीने से काशी में था। अगर उन्हें मिलना होता तो तब कोई क्यों नहीं आए?’’ इससे पहले IIT बाबा ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो जारी किया था। उसमें उन्होंने परिवार को लेकर खुलकर नाखुशी जताई थी। उन्होंने कहा था कि मैं मां-बाप को भगवान नहीं मानता हूं। IIT बाबा की परिवार पर 5 बातें… 1. बचपन से ही घर से भागना चाहता था, इसलिए IIT की
अभय सिंह ने एक मीडिया चैनल से बातचीत में कहा कि था- मेरा IIT करने का मकसद ही यही था कि मुझे घर से बहुत दूर जाना था। मेरे घर का माहौल ऐसा था कि मुझे लगता था कि बस यहां से भाग जाओ। बचपन में भी मुझे घर से भागने के ख्याल आते थे। 2. मेरी फोटोग्राफी करने के बारे में बताने पर शर्म आती थी
जब मैं फोटोग्राफी में शिफ्ट हुआ तो वह (माता-पिता) पड़ोसियों को नहीं बताते थे कि मैं फोटोग्राफी करता हूं। उन्हें शर्म आती थी। वह कहते थे कि IIT के बाद भी फोटोग्राफी करोगे तो लोग क्या बोलेंगे। उसकी भी मैंने टॉप डिजाइनिंग इंस्टीट्यूट से पढ़ाई की थी। जब मैं मेडिटेशन करता था तो उन्हें लगता था कि यह तो बिल्कुल पागल हो गया है। 3. भारत में पेरेंटल ट्रैप, मां–बाप भगवान, यह सिखाया जाता है
आज हम भारत में पेरेंटल ट्रैप की बात करेंगे। बहुत से कहते हैं कि मैंने अपने पापा के लिए घर बनाना है। लोग इस पर बहुत गर्व करते हैं कि मैंने यह कर दिया, मुझे मम्मी-पापा के लिए करना है। इसकी एक वजह आध्यात्मिक शिक्षाएं भी हैं, जिसमें कहा जाता है कि तुम्हारे मां-बाप ही भगवान हैं। 4. मां–बाप भगवान नहीं, यह सतयुग का कॉन्सेप्ट
मां-बाप भगवान नहीं हैं। मां-बाप को भी भगवान ने बनाया है। असल में लोग सतयुग वाला कॉन्सेप्ट कलयुग में यूज कर रहे हैं। मां-बाप भी तो भगवान जैसे होने चाहिए, तभी भगवान होंगे। यहां मां-बाप बच्चों को ऐसे बड़ा करते हैं, जैसे घोड़े–गधे बना रहे हों। उन्हें बड़ा कर अपना काम निकलवाएंगे। मां-बाप भगवान नहीं, यह कलयुग का ट्रैप है। 5. गर्लफ्रेंड थी, मां-बाप के झगड़े देख शादी नहीं की
मेरी गर्लफ्रेंड भी हुई। हम करीब 4 साल साथ रहे, लेकिन शादी तक बात नहीं पहुंची। मैं मां-बाप के झगड़ों को देखकर शादी करना ही नहीं चाहता था। क्योंकि, जिंदगी में वही सब झगड़े होते। इसलिए, सोचा क्या करना है। अच्छा है अकेले रहो और खुश रहो। मुझे ऐसा लगता था कि ऐसे ही लड़ाई-झगड़ा करना है तो इससे अच्छा है कि अकेले ही जीयो। अभय सिंह को लेकर पिता की 3 अहम बातें… 1. 11 महीने पहले घर छोड़ा, 6 महीने पहले सबके नंबर ब्लॉक किए
पिता कर्ण सिंह ने मीडिया को बताया था कि अभय 11 महीने पहले अचानक घर से चला गया। इस दौरान उससे फोन पर बात होती रहती थी। 6 महीने पहले अचानक उसने हमारे सारे नंबर ब्लॉक कर दिए। मैंने भी कोशिश की और बेटी भी ट्राई करती रही, लेकिन कोई पता नहीं चला। हमें इतना पता था कि वह हरिद्वार में है। 2. हमें मीडिया से पता चला, वह महाकुंभ में है
अभय सिंह प्रयागराज महाकुंभ में है और बाबा बन गया है, इसका पता हमें तब चला, जब उसके वीडियो वायरल हुए। मैं तो चाहता हूं कि वह घर लौट आए, लेकिन उसकी यह स्टेज निकल चुकी है। मेरा इकलौता बेटा है। उसकी आजाद सोच शुरू से थी। उसने अब फैसला ले लिया। हर आदमी को अपनी जिंदगी जीने का अधिकार है। 3. मुझे लगता है वह हमारी बात नहीं मानेगा
प्रेशर तो अब मैं उस पर डाल नहीं सकता। IIT कर रखी है। 34 साल उम्र है। प्रेशर डालकर उससे कोई चीज नहीं मनवा सकते। परिवार कोशिश तो करेगा, लेकिन मुझे दिल से ऐसा लगता है कि अब वह इस स्टेज पर हमारी बात मानने वाला नहीं है। *********************** IIT बाबा से जुड़ी ये खबरें भी पढ़ें :- हरियाणा के IIT बाबा ने क्लासमेट्स को मुश्किल में डाला:बोला– लोग दोस्त को गर्लफ्रेंड समझ वायरल कर रहे; अपनी पूरी लव स्टोरी भी बताई हरियाणा के IIT बाबा की कहानी थ्री इडियट फिल्म जैसी:फोटोग्राफर बनना चाहते थे, परिवार ने इंजीनियरिंग कराई, बोले- इसमें खुशी नहीं थी हरियाणा का IITian बाबा परिवार से नाखुश:बोला– मां–बाप भगवान नहीं, यह कलयुग का कॉन्सेप्ट नहीं; पिता बोले– अब घर नहीं ला सकते महाकुंभ का IITian बाबा हरियाणा का रहने वाला:एयरोस्पेस इंजीनियरिंग की, कनाडा में 3 लाख की नौकरी छोड़ी, 6 महीने पहले घरवालों से संपर्क तोड़ा उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर