हरियाणा के झज्जर जिले के बहादुरगढ़ क्षेत्र में फरीदाबाद की ओर से नालागढ़ जा रही पिकअप गाड़ी का बादली के पास दरियापुर गांव के नजदीक भीषण हादसा हो गया। आगे चल रहे एक कैंटर ड्राइवर द्वारा अचानक ब्रेक लगाने से पीछे से आ रही पिकअप गाड़ी उससे टकरा गई। दुर्घटना में पिकअप में सवार सोलन हिमाचल प्रदेश के दिनेश शर्मा की मौके पर ही मौत हो गई। कैंटर ड्राइवर ने अचानक लगाए ब्रेक पिकअप ड्राइवर देवेंद्र ने पुलिस को बताया कि वह फरीदाबाद से नालागढ़ की ओर जा रहा था। दरियापुर के पास आगे चल रहे आयशर कैंटर ने अचानक ब्रेक लगा दिया, जिससे उनकी गाड़ी पीछे से टकरा गई। हादसे में दिनेश शर्मा को गंभीर चोट आईं और उन्हें बहादुरगढ़ के सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। ड्राइवर देवेंद्र को भी गंभीर चोटें आईं और उसे पीजीआई रोहतक रेफर किया गया, जहां उसका इलाज जारी है। केस दर्ज कर जांच में जुटी पुलिस बादली थाना प्रभारी राकेश कुमार के अनुसार दुर्घटना के बाद कैंटर ड्राइवर मौके से फरार हो गया। पुलिस ने अज्ञात कैंटर ड्राइवर के खिलाफ लापरवाही का मामला दर्ज कर लिया है और उसकी तलाश जारी है। मृतक के परिजनों को सूचना दे दी गई है और शनिवार को उनके आने के बाद ही पोस्टमॉर्टम की कार्रवाई की जाएगी। हरियाणा के झज्जर जिले के बहादुरगढ़ क्षेत्र में फरीदाबाद की ओर से नालागढ़ जा रही पिकअप गाड़ी का बादली के पास दरियापुर गांव के नजदीक भीषण हादसा हो गया। आगे चल रहे एक कैंटर ड्राइवर द्वारा अचानक ब्रेक लगाने से पीछे से आ रही पिकअप गाड़ी उससे टकरा गई। दुर्घटना में पिकअप में सवार सोलन हिमाचल प्रदेश के दिनेश शर्मा की मौके पर ही मौत हो गई। कैंटर ड्राइवर ने अचानक लगाए ब्रेक पिकअप ड्राइवर देवेंद्र ने पुलिस को बताया कि वह फरीदाबाद से नालागढ़ की ओर जा रहा था। दरियापुर के पास आगे चल रहे आयशर कैंटर ने अचानक ब्रेक लगा दिया, जिससे उनकी गाड़ी पीछे से टकरा गई। हादसे में दिनेश शर्मा को गंभीर चोट आईं और उन्हें बहादुरगढ़ के सिविल अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। ड्राइवर देवेंद्र को भी गंभीर चोटें आईं और उसे पीजीआई रोहतक रेफर किया गया, जहां उसका इलाज जारी है। केस दर्ज कर जांच में जुटी पुलिस बादली थाना प्रभारी राकेश कुमार के अनुसार दुर्घटना के बाद कैंटर ड्राइवर मौके से फरार हो गया। पुलिस ने अज्ञात कैंटर ड्राइवर के खिलाफ लापरवाही का मामला दर्ज कर लिया है और उसकी तलाश जारी है। मृतक के परिजनों को सूचना दे दी गई है और शनिवार को उनके आने के बाद ही पोस्टमॉर्टम की कार्रवाई की जाएगी। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में BJP की चुनावी रैलियों का बना शेड्यूल:मोदी-शाह करेंगे 7 रैलियां; कई केंद्रीय मंत्री और 4 राज्यों के CM भी करेंगे जनसभाएं हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी (BJP) द्वारा 67 प्रत्याशियों की पहली सूची जारी करने के बाद अब चुनावी रैलियों का शेड्यूल भी लगभग तय हो गया हैं। चंडीगढ़ में देर रात मुख्यमंत्री नायब सैनी और प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली सहित अन्य सीनियर नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित 4 राज्यों के सीएम की रैलियों के कार्यक्रम का खाका तैयार कर लिया हैं। स्टार प्रचारकों की सूची मंजूरी के लिए हाईकमान के पास भेज दी गई है। हरियाणा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह कुल 7 रैलियां कर ज्यादा से ज्यादा विधानसभा सीटों को कवर करेंगे। जिसमें पीएम नरेंद्र मोदी 3 और गृहमंत्री अमित शाह 4 रैलियों को संबोधित करेंगे। पीएम मोदी के गुरुग्राम, कुरुक्षेत्र और हिसार के अलावा फरीदाबाद में रैली करने की संभावना हैं। इसी तरह गृहमंत्री अमित शाह सिरसा, पंचकूला, करनाल, महेंद्रगढ़ और रेवाड़ी में रैली कर सकते है। प्रदेश के हर वर्ग को साधने के लिए अलग-अलग केंद्रीय मंत्रियों की भी रैली कराई जाएगी। इसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान फतेहाबाद, कैथल, मुलाना और नारायणगढ़ में चुनावी रैली करेंगे। चंडीगढ़ में 2 घंटे से ज्यादा हुआ मंथन चंडीगढ़ में मुख्यमंत्री आवास पर करीब 2 घंटे से ज्यादा रैलियों को लेकर मंथन हुआ। जिसमें प्रदेश अध्यक्ष के अलावा संगठन मंत्री फणींद्र नाथ शर्मा, प्रदेश महामंत्री कृष्ण कुमार बेदी, डॉ. अर्चना गुप्ता और सुरेंद्र पुनिया शामिल हुए। इस बैठक में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा, मध्यप्रदेश के सीएम मोहन यादव और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी की रैलियों के भी कार्यक्रम तय किए गए हैं। इसके अलावा पार्टी प्रत्याशियों के नामांकन के दौरान कौन नेता उनके साथ रहेगा इसकी सूची भी तैयार हो चुकी है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली ने बताया कि सभी जिलों में केंद्रीय मंत्रियों और केंद्रीय नेताओं की रैलियों के कार्यक्रम तय हो चुके हैं। विधानसभा हलकों को कलस्टर में बांटकर रैलियों के आयोजन का कार्यक्रम बनाया गया है। रैलियों इस प्रकार से की जाएगी, जिससे सभी 90 विधानसभा सीटें कवर हो सकें। नामांकन के तुरंत बाद बड़े नेताओं की रैलियां शुरू हो जाएगी। आज से नामांकन की प्रक्रिया शुरू होगी बता दें कि आज से हरियाणा में नामांकन की प्रक्रिया शुरू होगी। 12 सितंबर तक नामांकन की प्रक्रिया चलेगी। 5 अक्टूबर को एक ही चरण में सभी 90 सीटों पर वोटिंग होगी और उसके बाद 8 अक्टूबर को विधानसभा चुनाव के परिणाम आएंगे।
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नारनौल में मंत्री आरती ने ली BJP वर्करों की मीटिंग:सदस्यता अभियान की समीक्षा की; बोलीं- अभी महेंद्रगढ़ 16वें नंबर पर हरियाणा के नारनौल के अटेली में स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह की मौजूदगी में ओम गार्डन में भाजपा सदस्यता अभियान की कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें अटेली विधानसभा के 4 मंडलों के पदाधिकारी व सदस्य मौजूद रहे। इसमें एक बूथ पर 50 सदस्य व 5 सक्रिय सदस्य बनाने का ज्यादा से ज्यादा सदस्यों को जोड़ने का संकल्प लिया गया। कार्यशाला सदस्यता अभियान के संयोजक पूर्व विधायक सीताराम यादव, जिला अध्यक्ष दयाराम यादव मौजूद रहे। स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह ने कहा कि महेंद्रगढ़ जिला सदस्यता जोड़ने अभियान में 16वें नंबर पर है इसलिए जिले से अधिक से अधिक कार्यकर्ताओं को जोड़े। सरकार बनाने में दक्षिणी हरियाणा का विशेष हाथ रहा है तो सदस्यता अभियान में हम पीछे क्यों हैं। अपने बेटो, युवा साथियों व अन्य लोगों को बोल कर आने वाले तीन दिनों में ज्यादा से ज्यादा लोगों को जोड़े। पूर्व विधायक सीताराम यादव ने कहा कि जिले में 46 हजार कार्यकर्ता बने। जिसमें अटेली विधानसभा से 24 हजार वर्कर बने हैं, लेकिन प्रदेश भर में हम दूसरे जिले से पीछे हैं। इसलिए हर बूथ पर 50 कार्यकर्ता व 5 सक्रिय कार्यकर्ता सदस्यों को जोड़ें, भविष्य में उन्ही कार्यकर्ताओं को संगठन में बड़ी जिम्मेदारी मिलेगी जिन्होंने ज्यादा वर्कर बनाए हैं।
कांग्रेस करेगी सर्वे रिपोर्ट देखकर टिकटों का फैसला:हरियाणा में पार्टी के 2 अलग-अलग सर्वे जारी, प्राइवेट एजेंसियां सीटवाइज सुझाएंगी 3-3 नाम
कांग्रेस करेगी सर्वे रिपोर्ट देखकर टिकटों का फैसला:हरियाणा में पार्टी के 2 अलग-अलग सर्वे जारी, प्राइवेट एजेंसियां सीटवाइज सुझाएंगी 3-3 नाम हरियाणा में लोकसभा की 5 सीटें जीत चुकी कांग्रेस को विधानसभा चुनाव में भी अच्छा प्रदर्शन करने की उम्मीद नजर आने लगी है। 10 साल से सरकार चला रही BJP के प्रति एंटी इन्कंबेंसी और सत्ताविरोधी रूझान को देखते हुए कांग्रेस नेतृत्व को लग रहा है कि बदलाव के इस माहौल में उसका नंबर लग सकता है। इसी क्रम में पार्टी ने हाल में विधानसभा चुनाव लड़ने के इच्छुक अपने नेताओं से टिकट के लिए आवेदन मांगे थे। कांग्रेस नेतृत्व को 90 सीटों पर 25 सौ से अधिक दावेदारों के आवेदन मिले हैं। कांग्रेस नेतृत्व ने टिकट दावेदारों की लंबी-चौड़ी फौज के बीच सभी सीटों पर जिताऊ उम्मीदवारों का पता लगाने के लिए दो प्राइवेट एजेंसियों से सर्वे कराने का फैसला लिया है। ये दोनों सर्वे अलग-अलग होंगे और ग्राउंड जीरो पर इनका काम शुरू हो चुका है। दोनों एजेंसियां विधानसभा सीटवाइज सबसे मजबूत तीन-तीन दावेदारों के नाम पार्टी को सौंपेगी। ये नाम कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी के सामने रखे जाएंगे। उसके बाद कमेटी टिकटों पर फाइनल फैसला लेगी। जल्द से जल्द टिकट अनाउंस करने की कोशिश केंद्रीय चुनाव आयोग की टीम दो दिन हरियाणा का दौरा कर, पुलिस-प्रशासनिक अफसरों और पार्टियों के साथ मीटिंग करके लौट चुकी है। विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान किसी भी समय किया जा सकता है। ऐसे में कांग्रेस नेतृत्व की कोशिश है कि जल्द से जल्द टिकटों का ऐलान कर दिया जाए ताकि प्रत्याशियों को अपने-अपने एरिया में प्रचार करने के लिए अधिक से अधिक समय मिल पाए। एक सर्वे पूरा, दो का काम जारी कांग्रेस पार्टी हरियाणा में टिकटों के ऐलान से पहले एक सर्वे पूरा करवा चुकी है। टिकट आवेदन की प्रक्रिया पूरी होने और 25 सौ से अधिक दावेदारों के एप्लीकेशन मिलने के बाद पार्टी नेतृत्व किसी तरह का कोई रिस्क नहीं लेना चाहता। इसी वजह से अब दो अलग-अलग प्राइवेट एजेंसियों से दो और सर्वे करवाने का फैसला लिया गया है। इन सर्वे का काम शुरू हो चुका है। पार्टी नेतृत्व ने फैसला लिया है कि दोनों एजेंसियों की सर्वे रिपोर्ट देखने के बाद ही टिकटों के बारे में आगे विचार-विमर्श की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। नए सिरे से सर्वे की जानकारी मिलते ही टिकट के लिए अप्लाई करने वाले नेता भी अपने-अपने इलाके में सक्रिय हो गए हैं। निष्पक्ष रिपोर्ट के लिए एजेंसियों के नाम सीक्रेट रखने की रणनीति कांग्रेस हाईकमान ने सर्वे के लिए जिन दो एजेंसियों को हायर किया है, उनसे जुड़ी डिटेल्स गोपनीय रखने पर खास फोकस है। पार्टी नेतृत्व चाहता है कि इन एजेंसियों की रिपोर्ट निष्पक्ष रहनी चाहिए इसलिए एजेंसियों के नाम भी गुप्त रखे गए हैं। जिताऊ उम्मीदवारों की पहचान के लिए एजेंसियां अपने सर्वे में कई प्वाइंट्स पर जानकारियां जुटा रही हैं। इसके बाद वह सीटवाइज तीन-तीन सबसे मजबूत नेताओं के नाम प्रपोज करेंगी। इन नामों पर कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की मीटिंग में चर्चा होगी और उसके बाद टिकटों का ऐलान किया जाएगा। पहले सर्वे में पॉजिटिव रिस्पांस से पार्टी उत्साहित सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस ने हरियाणा में जो पहला सर्वे करवाया, उसमें राज्य की सभी विधानसभा सीटों पर आम वोटर का मिजाज भांपने की कोशिश की गई। पार्टी नेतृत्व ने यह जानने का प्रयास किया कि आम लोग BJP सरकार के दस साल के कामकाज से कितने संतुष्ट और कितने नाखुश हैं। साथ ही वोटर इस बार के चुनाव को लेकर क्या सोचता है? इस सर्वे में कांग्रेस के प्रति पॉजिटिव रिस्पांस और BJP के खिलाफ बदलाव की लहर का संकेत मिलने से पार्टी नेतृत्व उत्साहित है। शुरुआती सर्वे में कांग्रेस को 55 से 60 सीट मिलने की उम्मीद जताई गई। पूर्ण बहुमत से 10-15 सीटें अधिक मिलने के संकेतों के बाद कांग्रेस में टिकट के लिए मारामारी बढ़ गई है। 2 चुनाव हारने वालों के नाम कटे तो हुड्डा होंगे कमजोर कांग्रेस में इस बात पर भी गंभीरता से विचार-मंथन चल रहा है कि 2014 और 2019 यानि लगातार दो चुनाव हार चुके नेताओं को तीसरी बार टिकट दिया जाए या नहीं? पार्टी सांसद कुमारी सैलजा और राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला समेत एक धड़ा इस पक्ष में है कि जनता की ओर से दो बार खारिज किए जा चुके नेताओं की जगह इस बार नए चेहरों को मौका दिया जाना चाहिए। अगर सैलजा कैंप की ये मुहिम सिरे चढ़ गई तो इसका सबसे बड़ा नुकसान पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा और उनके खेमे के नेताओं को होगा। लगातार पिछले दो चुनाव हारने वाले दर्जनभर नेता हुड्डा खेमे से ही ताल्लुक रखते हैं। लगातार दो विधानसभा चुनाव हारने वाले कांग्रेस नेताओं में नारनौल से राव नरेंद्र सिंह, कोसली से राव यादवेंद्र सिंह, पटौदी से सुधीर चौधरी, पृथला से रघुवीर तेवतिया, फतेहाबाद से प्रहलाद सिंह गिल्लाखेड़ा, टोहाना से परमवीर सिंह, बाढ़ड़ा से रणबीर महेंद्रा, बवानीखेड़ा से रामकिशन फौजी, जुलाना से धर्मेंद्र सिंह ढुल, नरवाना से विद्यारानी, रतिया से जरनैल सिंह, गुहला से दिल्लूराम बाजीगर, पेहवा से मनदीप सिंह चट्ठा और लोहारू से सोमवीर सिंह शामिल हैं। इनमें से ज्यादातर हुड्डा कैंप के हैं। BJP की बंद कमरों में मीटिंग्स जारी राज्य में 10 साल से सरकार चला रही भाजपा को भी ग्राउंड जीरो के हालात की भनक है और वह बदलाव के माहौल का तोड़ निकालने की कोशिश में जुटी है। हालांकि यह बात भी काफी हद तक सही है कि खुद बीजेपी के अंदर इस बार 2014 और 2019 जैसा उत्साह देखने को नहीं मिल रहा। पार्टी के तमाम रणनीतिकार और बड़े नेता बंद कमरों में मीटिंग्स करने में व्यस्त हैं।