यूपी में आज आजादी का जश्न मनाया जा रहा है। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल सुबह साढ़े 10 बजे विधानसभा पर तिरंगा फहराएंगी। पूरे शहर में एक साथ राष्ट्रगान होगा। चौराहों पर एक साथ रेड सिग्नल होगा। साथ ही 52 सेकेंड के लिए पूरा शहर थम जाएगा। दिल्ली में कर्तव्य पथ पर निकलने वाली यूपी की झांकी इस बार ‘दिव्य और भव्य महाकुंभ” पर आधारित होगी। इसके अलावा लखनऊ में परेड में महाकुंभ की झलक दिखाई देगी। सीएम योगी और अखिलेश यादव ने 76वां गणतंत्र दिवस की बधाई दी है। सीएम ने कहा- यह अवसर देश के अमर सपूतों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का है। पूरे यूपी में गणतंत्र दिवस के जश्न को पढ़ने के लिए लाइव ब्लॉग से गुजर जाइए… यूपी में आज आजादी का जश्न मनाया जा रहा है। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल सुबह साढ़े 10 बजे विधानसभा पर तिरंगा फहराएंगी। पूरे शहर में एक साथ राष्ट्रगान होगा। चौराहों पर एक साथ रेड सिग्नल होगा। साथ ही 52 सेकेंड के लिए पूरा शहर थम जाएगा। दिल्ली में कर्तव्य पथ पर निकलने वाली यूपी की झांकी इस बार ‘दिव्य और भव्य महाकुंभ” पर आधारित होगी। इसके अलावा लखनऊ में परेड में महाकुंभ की झलक दिखाई देगी। सीएम योगी और अखिलेश यादव ने 76वां गणतंत्र दिवस की बधाई दी है। सीएम ने कहा- यह अवसर देश के अमर सपूतों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का है। पूरे यूपी में गणतंत्र दिवस के जश्न को पढ़ने के लिए लाइव ब्लॉग से गुजर जाइए… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
Related Posts
यूपी में अधिकारियों से मिलने गए तो अब नहीं ले जा सकेंगे उपहार, राज्यपाल ने दिए निर्देश
यूपी में अधिकारियों से मिलने गए तो अब नहीं ले जा सकेंगे उपहार, राज्यपाल ने दिए निर्देश <p style=”text-align: justify;”><strong>UP News:</strong> उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने मंगलवार को कहा कि अधिकारियों से मिलने आने वाले लोगों को फूल और गुलदस्ते लाने की बजाय फल, पोषण पोटली, तिल और बाजरे के लड्डू लाने चाहिए और उन्हें टीबी रोगियों में वितरित किया जाना चाहिए. राजभवन की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक राज्यपाल ने मंगलवार को शाहजहांपुर में विभिन्न विकास योजनाओं और कार्यक्रमों की समीक्षा बैठक की.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पटेल ने राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए कहा, ”अधिकारियों से मिलने आने वाले लोगों को फूल और गुलदस्ते लाने की बजाय फल, पोषण पोटली, तिल और बाजरे के लड्डू लाने चाहिए, जिन्हें टीबी (क्षय रोग) रोगियों में वितरित किया जाना चाहिए.” उन्होंने टीबी रोगियों को अंगीकृत करने के लिए औद्योगिक क्षेत्र, संगठनों और बैंकरों को प्रेरित करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया. पटेल ने निर्देश दिये कि एक अप्रैल तक सभी स्कूल जाने वाले बच्चों का नामांकन सुनिश्चित किया जाए.</p>
<p style=”text-align: justify;”><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/greater-noida-film-city-master-plan-ready-built-a-cost-of-rs-1510-crore-foundation-stone-laid-in-january-ann-2849423″><strong>ग्रेटर नोएडा: 1510 करोड़ रुपये से बनने वाली फिल्म सिटी का मास्टर प्लान तैयार, जानें कब है शिलान्यास</strong></a></p>
<p style=”text-align: justify;”>राज्यपाल ने स्वास्थ्य, शिक्षा और बाल विकास विभाग को अपने-अपने विभागों की प्रगति को आपस में साझा करते हुए आवश्यकतानुसार समन्वय से कार्य करने तथा संयुक्त रूप से एक ऐप विकसित कर योजनाओं की निगरानी करने के निर्देश दिए.</p>
<p style=”text-align: justify;”>स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा करते हुए राज्यपाल ने आयुष्मान भारत योजना के तहत गोल्डन कार्ड बनाने की प्रक्रिया में तेजी लाने के निर्देश दिए.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने गर्भवती महिलाओं के सरकारी और निजी अस्पतालों में प्रसव का डेटा एकत्र करने तथा घरों के बजाय अस्पतालों में प्रसव सुनिश्चित करने के प्रयास करने पर भी जोर दिया.</p>
<p style=”text-align: justify;”><strong> एचपीवी वैक्सीन लगाने के निर्देश</strong><br />राज्यपाल ने मातृ एवं शिशु मृत्यु दर के आंकड़ों का विश्लेषण करने को कहा ताकि चिकित्सा सुविधाओं के बावजूद मृत्यु दर के कारणों का पता लगाया जा सके.</p>
<p style=”text-align: justify;”>उन्होंने अधिकारियों को नौ से 14 वर्ष की बालिकाओं को कैंसर से बचने के लिए एचपीवी वैक्सीन लगाने के निर्देश दिए.</p>
<p style=”text-align: justify;”>पटेल ने जिलाधिकारी धर्मेंद्र प्रताप सिंह द्वारा कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों की बालिकाओं को अपने आवास पर भोजन उपलब्ध कराने की पहल की सराहना की तथा इसे अन्य जिलों में भी लागू करने का सुझाव दिया.</p>
UP News: मुसलमानों को लेकर दिए बयान पर कायम जस्टिस शेखर यादव, SC को चिट्ठी लिखकर दिया जवाब
UP News: मुसलमानों को लेकर दिए बयान पर कायम जस्टिस शेखर यादव, SC को चिट्ठी लिखकर दिया जवाब <p style=”text-align: justify;”><strong>Justice Shekhar Yadav:</strong> इलाहाबाद हाईकोर्ट के जस्टिस शेखर कुमार यादव ने मुस्लिमों पर दिए बयान पर सुप्रीम कोर्ट में अपना जवाब दाखिल किया है. जिसमें उन्होंने साफतौर पर कहा कि वो अपने बयान पर कायम हैं. उनके बयान से न्यायिक आचार संहिता का कोई उल्लंघन नहीं हुआ है. जस्टिस शेखर को वीएचपी के कार्यक्रम में मुस्लिमों को लेकर दिए गए बयान की वदह से चीफ जस्टिस संजीव खन्ना की अध्यक्षता वाली कॉलेजियम के सामने पेश होना पड़ा था. एक महीने बाद अब उन्होंने चिट्ठी लिखकर अपना जवाब दिया है. </p>
<p style=”text-align: justify;”>जस्टिस शेखर यादव ने चिट्ठी लिखकर कहा कि उन्होंने जो भाषण दिया था वो उस पर पूरी तरह से कायम हैं. उनकी बात किसी भी तरह के न्यायिक आचरण के सिद्धांत का उल्लंघन नहीं करती है. उन्होंने दावा किया कि उनके भाषण को कुछ स्वार्थ वाले लोगों ने तोड़ मरोड़कर पेश किया. न्यायपालिका के वे सदस्य जो सार्वजनिक रूप से अपनी बात नहीं रख सकते. उन्हें न्यायिक बिरादरी के वरिष्ठों द्वारा सुरक्षा दी जानी चाहिए. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>अपने बयान पर कायम जस्टिस शेखर</strong><br />अंग्रेजी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार सूत्रों के मुताबिक जस्टिस शेखर ने पत्र में लिखा कि उनका भाषण संविधान में निहित मूल्यों के अनुरूप सामाजिक मुद्दे पर विचारों की अभिव्यक्ति थी. उसका मतलब किसी समुदाय विशेष के प्रति घृणा फैलाने नहीं था. उन्होंने अपनी की गई टिप्पणी के लिए माफी नहीं मांगी और कहा कि वो अपनी कही गई बातों पर कायम हैं. </p>
<p style=”text-align: justify;”>बता दें कि ये मामला 8 दिसंबर का है. जब विश्व हिन्दू परिषद के एक कार्यक्रम में जस्टिस शेखर यादव को आमंत्रित किया गया था. इस कार्यक्रम में उन्होंने अपनी बात रखते हुए मुस्लिमों को टिप्पणी की थी. उन्होंने समान नागरिक संहिता पर कहा कि इसे हिन्दू वर्सेस मुस्लिम के तौर पर पेश किया गया लेकिन, हिन्दुओं ने कई सुधार किए हैं जबकि मुसलमानों ने नहीं किए. उन्होंने कहा कि मैं कहना चाहता हूं कि चाहे वो आपका व्यक्तिगत क़ानून हो, हमारा हिन्दू कानून हो या आपका कुरान..हम अपनी प्रथाओं में बुराइयों का समाधान कर चुके हैं. लेकिन आप (मुस्लिम) इन्हें खत्म क्यों नहीं करते. </p>
<p style=”text-align: justify;”>जस्टिस शेखर ने आगे कहा कि मुझे ये कहने में गुरेज नहीं है कि हिन्दुस्तान बहुसंख्यकों के अनुसार ही चलेगा. कानून उन्हीं के अनुसार चलता है. इस दौरान उन्होंने ये भी कहा था कि कठमुल्ले देश के लिए घातक हैं. उनकी इस बात को लेकर काफी विवाद हो गया था, जिसके बाद इस पर सियासत भी देखने को मिली थी. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/maha-kumbh-2025-prayagraj-iitian-baba-abhay-singh-calls-himself-kalki-avatar-2864632″>कल्कि अवतार हैं IITian बाबा? भगवान शिव ने दिया नाम, ये दावा सुनकर हो जाएंगे हैरान</a></strong> </p>
‘पता नही चला कब गोलगप्पे 10 के 4 हो गए’:लखनऊ के कॉलेजों में दीवाली मेला का क्रेज; स्टूडेंट्स ने लगाए स्टॉल
‘पता नही चला कब गोलगप्पे 10 के 4 हो गए’:लखनऊ के कॉलेजों में दीवाली मेला का क्रेज; स्टूडेंट्स ने लगाए स्टॉल लखनऊ के डिग्री कॉलेजों में इस बार का दीवाली सेलिब्रेशन खास है। शहर के 2 बड़े गर्ल्स डिग्री कॉलेज में पहली बार दीवाली मेले का आयोजन कर, स्टूडेंट्स को स्टॉल लगाने की जिम्मेदारी मिली है। नए रोल में स्टूडेंट्स जहां खुद के आइटम बेचने के लिए बेहतरीन टैक्टिस अपनाते दिखे। वहीं, कुछ ऐसे भी स्टूडेंट्स रहे जिन्हें कुकिंग पसंद नहीं, फिर भी फूड स्टॉल लगाकर खुद की बिजनेस स्किल्स को निखार रहे हैं। कैंपस@लखनऊ सीरीज के 29वें एपिसोड में नवोदय कन्या महाविद्यालय की प्रिंसिपल डॉ. मंजुला उपाध्याय और स्टूडेंट्स से बातचीत…
डॉ.मंजुला उपाध्याय कहती हैं कि NEP 2020 के तहत स्टूडेंट्स को सांस्कृतिक पहलुओं से रू-ब-रू कराना है। साथ ही इन इवेंट्स के जरिए स्टूडेंट्स को खुद का टैलेंट ‘शो केस’ करने का अवसर भी मिलता है। इस पहल से उनकी मार्केटिंग स्किल्स भी सुधरेगी और स्टूडेंट्स को बड़ा फायदा भी मिलेगा। बीए फर्स्ट ईयर छात्रा खुशी मेहरोत्रा कहती हैं कि मैंने ये स्लोगन लगाया है कि ‘हम जिंदगी की भीड़ में इतने खो गए कि पता ही नहीं चला कब गोलगप्पे 10 रुपए के 4 हो गए।’ श्रेयांशी दीक्षित ने बताया कि दीवाली में घर के डेकोरेशन के कई सारे आइटम्स के स्टॉल लगाए है। इनमें भगवान के पूजन में काम आने वाली सामग्री, माला और वस्त्र भी हैं। इसे मैंने अपनी मां के साथ तैयार किया है। बुक स्टॉल लगाए दिनेश ने बताया कि IAS ऑफिसर की लिखी बुक्स स्टूडेंट्स के बीच काफी लोकप्रिय है। देखें वीडियो…