पंजाब के लुधियाना शहर की सब्जी मंडी में आम आदमी पार्टी के विधायक के नाम पर रेहड़ी वालों से अवैध वसूली करने का मामला सामने आया है। विधायक के नाम पर 3 दिन लगातार अज्ञात लोगों ने रेहड़ी वालों से रोजाना 300 रूपए अवैध वसूली की। वसूली के विरोध में रेहड़ी यूनियन वालों के रोष प्रदर्शन के बाद मामला अब पुलिस के पास पहुंच चुका है। पुलिस ने शिकायत दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। पहले जनरेटर बंद कराया फिर की अवैध सब्जी मंडी में रेहड़ी लगाने वाले राजेश कुमार, पिंटू, नरोत्म और अजय ने बताया कि 3 दिन पहले मंडी में कुछ लोग पहुंचे जो मंडी में चल रहे जनरेटर के पास खड़े होकर उन्होंने पहले “जो बोले सो निहाल” के नारे लगाए। फिर उन्होंने जबरन जनरेटर को बंद कर दिया। हमने सोचा की शायद कोई धार्मिक कार्यक्रम होने जा रहा है, जिस कारण जनरेटर बंद किया होगा। लेकिन जनरेटर बंद करने के बाद वह लोग उनके पास पहुंचे और कहा कि आगे से अगर यहां रेहड़ी लगानी है तो 300 रूपए रोजाना देना होगा। ये विधायक जी का आदेश है। अन्यथा किसी को रेहड़ी नहीं लगाने देंगे। मना करने पर देते थे धमकी रेहड़ी वालों ने बताया कि आप विधायक का उन्होंने नाम तो नहीं बताया लेकिन जब हमने पूछा की कौन से विधायक का आदेश है। तो सवाल पूछने पर वह भड़क गए और चुप रहने तथा रोजाना 300 रूपए देने को कहा। डर के चलते कुछ रेहड़ी लगाने वालों ने तो 2 दिन लगातार उन्हें 300 रूपए रोजाना वसूली देते रहे। फोन पर नकली विधायक से करवाई बात रेहड़ी वालों ने बताया कि जब हमने उन्हें विधायक से बात कराने को बोला तो उन्होंने फोन पर किसी नकली विधायक से बात करवा दी। उन्होंने बताया कि फोन पर बात करने वाला खुद को विधायक बता रहा था, और बोला की ये लोग जो बोल रहे हैं वैसे करो। प्रदर्शन के बाद वहां से भागे लोग बीती शाम को वह लोग दोबारा मंडी में रेहड़ी वालों से अवैध वसूली करने पहुंचे। उनमें एक का नाम संजू था और दूसरा मिट्टू था। उनके साथ 5-7 अज्ञात लोग और भी साथ थे। जब मंडी में सारे लोगों ने इकट्ठा होकर रोष प्रदर्शन करना शुरू किया तो सभी लोग जो वसूली करने पहुंचे थे वह वहां से खिसक गए। इसके बाद पुलिस को सूचित किया गया। पुलिस ने की शिकायत दर्ज मामला पुलिस के पास पहुंचते ही पुलिस ने शिकायत दर्ज कर ली है। पुलिस अधिकारी नेक सिंह ने कहा कि ग्रीनलैंड स्कूल के पास सब्जी मंडी में रेहड़ी वालों से कुछ लोग अवैध वसूली करते थे। जिसकी शिकायत आ चुकी है। उन्होंने बताया कि जांच कर मामला दर्ज किया जाएगा। लोगों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पंजाब के लुधियाना शहर की सब्जी मंडी में आम आदमी पार्टी के विधायक के नाम पर रेहड़ी वालों से अवैध वसूली करने का मामला सामने आया है। विधायक के नाम पर 3 दिन लगातार अज्ञात लोगों ने रेहड़ी वालों से रोजाना 300 रूपए अवैध वसूली की। वसूली के विरोध में रेहड़ी यूनियन वालों के रोष प्रदर्शन के बाद मामला अब पुलिस के पास पहुंच चुका है। पुलिस ने शिकायत दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। पहले जनरेटर बंद कराया फिर की अवैध सब्जी मंडी में रेहड़ी लगाने वाले राजेश कुमार, पिंटू, नरोत्म और अजय ने बताया कि 3 दिन पहले मंडी में कुछ लोग पहुंचे जो मंडी में चल रहे जनरेटर के पास खड़े होकर उन्होंने पहले “जो बोले सो निहाल” के नारे लगाए। फिर उन्होंने जबरन जनरेटर को बंद कर दिया। हमने सोचा की शायद कोई धार्मिक कार्यक्रम होने जा रहा है, जिस कारण जनरेटर बंद किया होगा। लेकिन जनरेटर बंद करने के बाद वह लोग उनके पास पहुंचे और कहा कि आगे से अगर यहां रेहड़ी लगानी है तो 300 रूपए रोजाना देना होगा। ये विधायक जी का आदेश है। अन्यथा किसी को रेहड़ी नहीं लगाने देंगे। मना करने पर देते थे धमकी रेहड़ी वालों ने बताया कि आप विधायक का उन्होंने नाम तो नहीं बताया लेकिन जब हमने पूछा की कौन से विधायक का आदेश है। तो सवाल पूछने पर वह भड़क गए और चुप रहने तथा रोजाना 300 रूपए देने को कहा। डर के चलते कुछ रेहड़ी लगाने वालों ने तो 2 दिन लगातार उन्हें 300 रूपए रोजाना वसूली देते रहे। फोन पर नकली विधायक से करवाई बात रेहड़ी वालों ने बताया कि जब हमने उन्हें विधायक से बात कराने को बोला तो उन्होंने फोन पर किसी नकली विधायक से बात करवा दी। उन्होंने बताया कि फोन पर बात करने वाला खुद को विधायक बता रहा था, और बोला की ये लोग जो बोल रहे हैं वैसे करो। प्रदर्शन के बाद वहां से भागे लोग बीती शाम को वह लोग दोबारा मंडी में रेहड़ी वालों से अवैध वसूली करने पहुंचे। उनमें एक का नाम संजू था और दूसरा मिट्टू था। उनके साथ 5-7 अज्ञात लोग और भी साथ थे। जब मंडी में सारे लोगों ने इकट्ठा होकर रोष प्रदर्शन करना शुरू किया तो सभी लोग जो वसूली करने पहुंचे थे वह वहां से खिसक गए। इसके बाद पुलिस को सूचित किया गया। पुलिस ने की शिकायत दर्ज मामला पुलिस के पास पहुंचते ही पुलिस ने शिकायत दर्ज कर ली है। पुलिस अधिकारी नेक सिंह ने कहा कि ग्रीनलैंड स्कूल के पास सब्जी मंडी में रेहड़ी वालों से कुछ लोग अवैध वसूली करते थे। जिसकी शिकायत आ चुकी है। उन्होंने बताया कि जांच कर मामला दर्ज किया जाएगा। लोगों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पंजाब | दैनिक भास्कर
Related Posts
गुरदासपुर में अंधविश्वास ने 3 बच्चों के पिता की जान:बुरी तरह पीटा, शव को कब्र से बाहर निकाला, पादरी समेत 9 पर केस
गुरदासपुर में अंधविश्वास ने 3 बच्चों के पिता की जान:बुरी तरह पीटा, शव को कब्र से बाहर निकाला, पादरी समेत 9 पर केस पंजाब में गुरदासपुर के कस्बा धारीवाल के गांव सिंघपुर में अंधविश्वास के चलते तीन बच्चों के पिता की हत्या किए जाने का मामला सामने आया है। आरोप है कि कथित शैतान को शरीर से बाहर निकालने के लिए एक शख्स की बेरहमी से पिटाई की गई, जिससे उसकी मौत हो गई। परिजनों की शिकायत पर आज पुलिस ने ड्यूटी मजिस्ट्रेट की अगुवाई में कब्र खोदकर मृतक के शव को बाहर निकाला गया और पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया। जिला मजिस्ट्रेट और पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस मामले में पादरी समेत 9 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और इन्हें पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है जानकारी देते हुए मृतक व्यक्ति सैमुअल मसीह की माता राखल और पत्नी सुनीता ने बताया कि सैमुअल मसीह को दौरे पड़ते थे। जिसके लिए दुआ करवाने के लिए घर में एक पादरी को बुलाया था। पादरी अपने कुछ साथियों सहित उनके घर पर आया और उनके पति के लिए दुआ करने लगा। पादरी ने कहा कि सैमुअल के भीतर एक शैतान घुसा हुआ है। शैतान को बाहर निकालने के लिए सैमुअल को नीचे गिरा कर लात और घुंसों से बुरी तरह पीटने लगे, जिसके कुछ समय बाद ही उसकी मौत हो गई। रिश्तेदारों के कहने पर की पुलिस से शिकायत गरीब परिवार होने के चलते उन्होंने अपने मृतक के शव को कब्रिस्तान में दफना दिया। आज 2 दिन बाद जब रिश्तेदारों ने उन्हें कहा कि पादरी के खिलाफ बनती कार्रवाई होनी चाहिए। जिस पर पुलिस को शिकायत दी गई। पुलिस ने आज कब्रिस्तान में पहुंचकर कब्र से शव को बाहर निकाला और पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया। ड्यूटी मजिस्ट्रेट इंद्रजीत कौर और डीएसपी कुलवंत सिंह ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि गांव सिंघपुर मे अंधविश्वास के चक्कर में एक व्यक्ति सैमुअल मसीह से कथित शैतान निकालने के चलते पादरी और उसके साथियों ने उसकी बुरी तरह से पिटाई कर उसकी हत्या कर दी। घर वालों ने उसकी लाश को दफना दिया था, लेकिन अब शिकायत मिलने पर व्यक्ति के शव को फिर से कब्रिस्तान से निकाला जा रहा है और पोस्टमार्टम कर मामले की जांच पड़ताल की जाएंगी। उन्होंने कहा कि पादरी समेत 9 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है।
लुधियाना में सांसद का कोई स्थायी पता नहीं:कार्यालय का उद्घाटन होने में लगेगा समय, समस्याओं के समाधान के लिए करना होगा इंतजार
लुधियाना में सांसद का कोई स्थायी पता नहीं:कार्यालय का उद्घाटन होने में लगेगा समय, समस्याओं के समाधान के लिए करना होगा इंतजार पंजाब कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और लुधियाना के सांसद अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग अभी तक अपने कार्यालय का उद्घाटन नहीं कर पाए हैं। न ही वड़िंग ने लोगों के साथ कोई सार्वजनिक नंबर साझा किया है, जिस पर लोगों की समस्याओं का समाधान हो सके या फिर वे सीधे सांसद से बात कर सकें। 25 दिन पहले वड़िंग ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था कि वे जुलाई के पहले सप्ताह में अपना कार्यालय लोगों के लिए खोल देंगे, लेकिन अभी तक वड़िंग के कार्यालय का आधिकारिक उद्घाटन नहीं हुआ है। कार्यालय बनकर तैयार है, लेकिन लोकसभा चुनाव जीतने के 44 दिन बाद भी वड़िंग कार्यालय में बैठ नहीं पा रहे हैं। शहर के लोगों को अगर अपनी समस्याएं अपने सांसद को बतानी हैं या उनसे मिलना है तो लोगों को और इंतजार करना पड़ सकता है, क्योंकि पंजाब के प्रधान होने के नाते वड़िंग अब विधानसभा उपचुनाव की तैयारियों में जुट जाएंगे। 4 सीटों पर होने हैं उपचुनाव कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते वडिंग पहले जालंधर उपचुनाव में व्यस्त थे। उपचुनाव हारने के बाद वडिंग अब गिद्दड़बाहा, बरनाला, होशियारपुर और गुरदासपुर विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव में व्यस्त हैं। लुधियाना में नहीं गिद्दड़बाहा में वडिंग की दिलचस्पी अभी दो दिन पहले ही वडिंग ने गिद्दड़बाहा में लोगों से मुलाकात की थी और मुलाकात की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किए थे। अब लुधियाना में चर्चा है कि वडिंग लुधियाना से चुनाव जीत गए हैं, लेकिन उनका मन अभी भी गिद्दड़बाहा में ही है। लुधियाना के आम लोग अगर अपने सांसद से मिलना चाहते हैं तो उन्हें न तो उनके दफ्तर का पता पता है और न ही उनके घर का। लोगों को अब समझ में नहीं आ रहा है कि वे अपना काम करवाने के लिए कहां जाएं। कार्यालय प्रभारी को भी नहीं पता उद्घाटन कब होगा दैनिक भास्कर ने राजा वडिंग के कार्यालय का दौरा किया तो वहां जगसीर नामक युवक मिला। उसने बताया कि वह कार्यालय का प्रभारी है। जब उससे पूछा गया कि सांसद का कार्यालय कब शुरू होगा तो उसने कहा कि वह आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कह सकता। लेकिन जल्द ही जब सांसद शहर आएंगे तो वह बता पाएंगे कि कार्यालय का उद्घाटन कब होगा। चुनाव के दौरान फोन उठाने और काम करने का किया था वादा बता दें कि वड़िंग ने लोकसभा चुनाव में शहर के लोगों से वादा किया था कि जीतने के बाद वह लोगों के फोन उठाएंगे और उनके काम भी करेंगे। इस संबंध में उन्होंने शहर में विज्ञापन बोर्ड भी लगाए थे। इसका कारण यह था कि विरोधी तत्कालीन भाजपा प्रत्याशी रवनीत सिंह बिट्टू पर तंज कस रहे थे कि 10 साल तक सांसद रहने के बावजूद बिट्टू ने किसी कार्यकर्ता या आम आदमी का फोन नहीं उठाया। वडिंग के चुनाव जीतने के बाद एक बार फिर शहर के लोगों की स्थिति वही हो गई है कि लोग अपने सांसद को देखने के लिए तरस रहे हैं। लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान बिट्टू कई बार वडिंग को बाहरी प्रत्याशी बताकर उन पर तंज कस चुके हैं। पढ़ें कौन हैं अमरिंदर सिंह राजा वडिंग वडिंग गिद्दड़बाहा से विधायक रह चुके हैं। 2022 के विधानसभा चुनाव में वडिंग ने शिअद उम्मीदवार हरदीप सिंह डिंपी को 1349 वोटों से हराया था। लुधियाना में उनका मुकाबला कांग्रेस के मौजूदा सांसद रवनीत बिट्टू से था। लोकसभा चुनाव में वडिंग को 3,22,224 वोट मिले थे, उनकी जीत का अंतर 20,942 वोट रहा था। सूत्रों के मुताबिक पता चला है कि वडिंग अपनी पत्नी अमृता को गिद्दड़बाहा विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में उतार सकते हैं। वड़िंग का राजनीतिक करियर अमरिंदर सिंह राजा वाड़िंग ने साल 2000 में पहली बार राजनीति में कदम रखा। उन्हें युवा कांग्रेस का श्री मुक्तसर साहिब ब्लॉक अध्यक्ष बनाया गया। इसके बाद उन्होंने पार्टी के लिए कड़ी मेहनत की और 2005 में उन्हें युवा कांग्रेस का राष्ट्रीय प्रवक्ता नियुक्त किया गया। वर्ष 2008 में उन्हें पंजाब युवा कांग्रेस का उपाध्यक्ष चुना गया और 2009 में उन्हें युवा कांग्रेस का महासचिव बनाया गया। राजा वाड़िंग ने साल 2012 में पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ा था। उन्होंने मनप्रीत बादल को हराया और विधानसभा पहुंचे। वर्ष 2014 में उन्हें युवा कांग्रेस का राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया। वहीं फिलहाल राजा वड़िंग प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष हैं, और लुधियाना लोकसभा सीट से सांसद हैं।
लुधियाना में परिवार पर हमला, बुजुर्ग की मौत:दो महिलाओं समेत 5 घायल, पतंगबाजी के दौरान हुई थी बहस
लुधियाना में परिवार पर हमला, बुजुर्ग की मौत:दो महिलाओं समेत 5 घायल, पतंगबाजी के दौरान हुई थी बहस लुधियाना में मंगलवार को पतंगबाजी करते हुए एक परिवार पर 15 से 20 लोगों ने हमला कर दिया। इस हमले में 65 वर्षीय बुजुर्ग गुरमेल सिंह की मौत हो गई, जबकि दो महिलाओं सहित 5 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। घटना केहर सिंह नगर कॉलोनी की है। मृतक के बेटे जसविंदर सिंह, जो एक फोटोग्राफर हैं, के अनुसार दोपहर के समय कुछ लोग मोहल्ले में पतंगबाजी के दौरान हुल्लड़बाजी कर रहे थे। इनमें कुछ बाहरी लोग भी शामिल थे। बार-बार मना करने के बावजूद वे नहीं माने। जब गुरमेल सिंह ने उन्हें रोकने का प्रयास किया, तो लगभग 15-20 लोगों ने हथियारों से उन पर हमला कर दिया, जिससे उनके सिर में गंभीर चोट लगी और उनकी मौत हो गई। हमलावरों ने घर की महिलाओं को भी नहीं बख्शा और उन्हें भी बुरी तरह पीटा। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। एक घायल की स्थिति अभी भी गंभीर बनी हुई है। यह घटना स्थानीय समुदाय में तनाव का कारण बन गई है। जगतपुरी चौकी पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारियों ने अस्पताल पहुंचकर मृतक के बेटे के बयान दर्ज कर बुजुर्ग के शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया है। बुधवार को मृतक बुजुर्ग गुरमेल सिंह का पोस्टमार्टम किया जाएगा।