हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में केंद्रीय तिब्बती प्रशासन (CTA) ने भी भारत का 76वां गणतंत्र दिवस मनाया। गंगचेन किइशोंग में आयोजित समारोह में कार्यवाहक सिक्योंग थारलम डोलमा चांगरा ने तिरंगा फहराया। इस दौरान डिप्टी स्पीकर डोलमा त्सेरिंग, कलोन डोलमा ग्यारी, कालोन नोरजिन डोलमा सहित सीटीए के कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। समारोह में भारत की विविधता और समृद्ध संस्कृति को दर्शाने वाले विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। कार्यवाहक सिक्योंग ने कहा कि भारत दुनिया के लिए एक आदर्श लोकतांत्रिक देश है। उन्होंने बताया कि निर्वासन में आने के बाद दलाई लामा ने भी भारत की तर्ज पर लोकतांत्रिक व्यवस्था अपनाई, जो तिब्बत के इतिहास में पहले कभी नहीं थी। उन्होंने भारत सरकार और यहां के लोगों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि निर्वासित तिब्बतियों के प्रति भारत की दयालुता अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने भारत की संवैधानिक व्यवस्था की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह एक सफल लोकतांत्रिक प्रणाली का उदाहरण है, जिसका अन्य देशों को अनुसरण करना चाहिए। मुख्यमंत्री खेल प्रोत्साहन योजना के तहत निर्मित होंगे खेल मैदान: गोमा वहीं कांगड़ा के धर्मशाला में पुलिस ग्राउंड में आयुष एवं युवा खेल सेवाएं मंत्री यादवेंद्र गोमा ने तिरंगा फहराया। इसके पश्चात सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया गया। यादवेंद्र गोमा ने देश की आजादी एवं गणतंत्र की स्थापना में स्वतंत्रता सेनानियों के बहुमूल्य योगदान, निस्वार्थ त्याग और बलिदान को याद किया। उन्होंने कहा कि गणतंत्र दिवस के इस शुभ अवसर पर देश की एकता एवं अखंडता को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए कुर्बानियां देने वाले महान व्यक्तियों को स्मरण करना आवश्यक है। ये गणमान्य भी मौजूद रहे इस अवसर पर विधायक अशीष बुटेल, सहकारी बैंक के चेयरमैन संजय चौहान, महापौर नीनू शर्मा, पूर्व महापौर दविंद्र जग्गी, एपीएमसी के चेयरमैन नीशू मोंगरा, उपायुक्त हेमराज बेरवा, एसपी शालिनी अग्निहोत्री, एमसी के कमीशनर जफर इकबाल, पार्षद अनुराग, इको टूरिज्म सोसाइटी के सदस्य संजीव गांधी, खाद्य आपूर्ति निगम के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर के सदस्य पुनीत मल्ली सहित विभिन्न गणमान्य लोग उपस्थित थे। हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला में केंद्रीय तिब्बती प्रशासन (CTA) ने भी भारत का 76वां गणतंत्र दिवस मनाया। गंगचेन किइशोंग में आयोजित समारोह में कार्यवाहक सिक्योंग थारलम डोलमा चांगरा ने तिरंगा फहराया। इस दौरान डिप्टी स्पीकर डोलमा त्सेरिंग, कलोन डोलमा ग्यारी, कालोन नोरजिन डोलमा सहित सीटीए के कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। समारोह में भारत की विविधता और समृद्ध संस्कृति को दर्शाने वाले विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। कार्यवाहक सिक्योंग ने कहा कि भारत दुनिया के लिए एक आदर्श लोकतांत्रिक देश है। उन्होंने बताया कि निर्वासन में आने के बाद दलाई लामा ने भी भारत की तर्ज पर लोकतांत्रिक व्यवस्था अपनाई, जो तिब्बत के इतिहास में पहले कभी नहीं थी। उन्होंने भारत सरकार और यहां के लोगों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि निर्वासित तिब्बतियों के प्रति भारत की दयालुता अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने भारत की संवैधानिक व्यवस्था की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह एक सफल लोकतांत्रिक प्रणाली का उदाहरण है, जिसका अन्य देशों को अनुसरण करना चाहिए। मुख्यमंत्री खेल प्रोत्साहन योजना के तहत निर्मित होंगे खेल मैदान: गोमा वहीं कांगड़ा के धर्मशाला में पुलिस ग्राउंड में आयुष एवं युवा खेल सेवाएं मंत्री यादवेंद्र गोमा ने तिरंगा फहराया। इसके पश्चात सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया गया। यादवेंद्र गोमा ने देश की आजादी एवं गणतंत्र की स्थापना में स्वतंत्रता सेनानियों के बहुमूल्य योगदान, निस्वार्थ त्याग और बलिदान को याद किया। उन्होंने कहा कि गणतंत्र दिवस के इस शुभ अवसर पर देश की एकता एवं अखंडता को अक्षुण्ण बनाए रखने के लिए कुर्बानियां देने वाले महान व्यक्तियों को स्मरण करना आवश्यक है। ये गणमान्य भी मौजूद रहे इस अवसर पर विधायक अशीष बुटेल, सहकारी बैंक के चेयरमैन संजय चौहान, महापौर नीनू शर्मा, पूर्व महापौर दविंद्र जग्गी, एपीएमसी के चेयरमैन नीशू मोंगरा, उपायुक्त हेमराज बेरवा, एसपी शालिनी अग्निहोत्री, एमसी के कमीशनर जफर इकबाल, पार्षद अनुराग, इको टूरिज्म सोसाइटी के सदस्य संजीव गांधी, खाद्य आपूर्ति निगम के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर के सदस्य पुनीत मल्ली सहित विभिन्न गणमान्य लोग उपस्थित थे। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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शिमला में युवती के साथ रेप की कोशिश:आरोपी ने छेड़छाड़ कर मारपीट की; रोहड़ू में जागरा देखने गई थी पीड़िता हिमाचल प्रदेश के राजधानी शिमला के रोहड़ू चिडग़ांव में युवती से रेप करने की कोशिश करने का मामला सामने आया है। पुलिस को दी शिकायत में युवती ने एक युवक पर आरोप लगाए है कि युवक ने जबरदस्ती उसके प्राइवेट पार्ट को पकड़ा और उसके कपड़े फाड़ने की कोशिश की है। पुलिस के मुताबिक घटना शुक्रवार की है। शनिवार को युवती ने पुलिस को शिकायत दी है। जिसमें उसने बताया है कि 6 सितंबर की रात को वह स्थानीय देवता का जागरा देखने के लिए टोडसा गांव गयी थी। युवती के साथ आरोपी ने की मारपीट रात को करीब ढाई बजे बजे वह अपनी सहेली के साथ शौच के लिए जा रही थी। इसी दौरान संजू नाम का युवक वहां आया और गलत नियत के साथ वहां आया और उसके साथ मारपीट व उसके साथ छेड़छाड़ करने लगा। युवती के शोर मचाने पर भागा आरोपी लड़की ने पुलिस को दी शिकायत में आरोप लगाया है कि आरोपी युवक ने उसके प्राइवेट पार्ट को बहुत जोर से दबाया और उसके कपड़े फाड़ने की कोशिश की। जब वह चिल्लाने लगी तो आरोपी युवक वहां से भाग गया। पीड़िता ने पुलिस को बताया कि आरोपी युवक इसके बाद दुबारा उसे मन्दिर परिसर में मिला और उसे धमकी दी है कि अभी तो वह बच गयी है लेकिन वह उसे छोड़ेगा नहीं। उसने पुलिस को बताया कि इस दौरान युवक के साथ एक और शख्स भी था परंतु वह उसे जानती नहीं है।
हिमाचल का गांव, जहां दिवाली मनाने से डरते हैं लोग:इस दिन घरों में नहीं जलते दीपक, ग्रामीण बोले- त्योहार मनाया तो लगेगी आग
हिमाचल का गांव, जहां दिवाली मनाने से डरते हैं लोग:इस दिन घरों में नहीं जलते दीपक, ग्रामीण बोले- त्योहार मनाया तो लगेगी आग देशभर में आज दिवाली उत्साह के साथ मनाई जा रही है। लेकिन हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले में एक गांव ऐसा है जहां पर लोग दिवाली मनाने से डरते हैं। दरअसल, 500 से ज्यादा की आबादी वाले सम्मू गांव के लोगों का मानना है कि उनका गांव श्रापित है, जिस वजह से यहां पर दिवाली मनाने से परहेज की जाती है। लोगों के अंदर श्राप का डर इस तरह घर कर चुका है कि दिवाली वाले दिन लोग घरों में पकवान बनाने से भी डरते हैं। हालांकि, नई पीढ़ी के बच्चे अब थोड़े बहुत पटाखे फोड़ लेते हैं और कुछ लोग अपने घरों में दीप भी जला लेते हैं, लेकिन ज्यादातर ग्रामीण गांव के अंदर इस त्योहार को ना मनाने की सलाह देते हैं। गांव के बुजुर्गों का मानना है की श्राप की वजह से यहां दिवाली का जश्न नहीं मनाया जाता। अगर कोई व्यक्ति ऐसा करता है तो गांव में आपदा आती है या फिर उसके घर में आग लग जाती है। श्राप के कारण दशकों ने नहीं मनाई गई दिवाली सम्मू गांव हमीरपुर जिला मुख्यालय से लगभग 26 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहां दिवाली पर कोई रौनक नहीं दिखती। भोरंज पंचायत की प्रधान पूजा कुमारी बताती हैं कि बुजुर्ग लोगों के अनुसार काफी साल पहले गांव की ही एक महिला के पति की मौत हो गई थी। जिससे महिला सती हो गई और तब उस महिला ने श्राप दिया कि आज के बाद गांव में कोई दिवाली नहीं मना पाएगा। इस दौरान प्रधान ने बताया कि गांव में कुछ लोग अब पटाखे भी फोड़ते हैं और दीप भी जलाते है, लेकिन घरों में पकवान तो बिल्कुल नहीं बनाए जाते। बातचीत के दौरान खुद प्रधान ने माना कि व्यक्तिगत तौर पर वह भी दिवाली नहीं मनाती हैं वहीं, गांव के ही 70 वर्षीय विधि चंद के अनुसार, कई पीढ़ियों से गांव में दिवाली नहीं मनाई गई है। गांव को इस श्राप से मुक्त करवाने के लिए कई बार हवन-यज्ञ तक का सहारा लिया गया, लेकिन सब विफल रहा। दिवाली मनाने निकली थी, पति की हुई मौत
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शिमला में मस्जिद निर्माण मामला उलझा:कांग्रेस विधायक बोले- बाहरी लड़ाई में शहर की शांति न करें भंग, प्रशासन करेगा कार्रवाई, कोई पार्षद नहीं
शिमला में मस्जिद निर्माण मामला उलझा:कांग्रेस विधायक बोले- बाहरी लड़ाई में शहर की शांति न करें भंग, प्रशासन करेगा कार्रवाई, कोई पार्षद नहीं शिमला के उपनगर संजोली स्थित विवादित निर्माणाधीन मस्जिद का विवाद उलझ गया है। रविवार को हुए प्रदर्शन पर आज शिमला शहरी से कांग्रेस विधायक हरीश जनारथा ने प्रदर्शनकारियों को नसीहत दी। उन्होंने कहा कि बाहर के मामले में शिमला शहर की शांति भंग ना करें। शहर के बाहर दो गुटों में हुए झगड़े को धर्म से ना जोड़ा जाए। दरअसल रविवार को संजोली में बनी विवादित मस्जिद के बाहर हिंदूवादी संगठनों ने समुदाय विशेष पर शिमला का का माहौल खराब करने के आरोप लगाए थे। प्रदर्शकारियों ने कहा कि समुदाय विशेष के लोग बाहर से आकर शिमला की शांति भंग कर रहे है। बीते दिनों शिमला के मल्याणा में युवक पर इन्ही लोगो ने तेजदार हथियारों से जानलेवा हमला किया। जिसके बाद हिंदूवादी संगठनों में समुदाय विशेष के खिलाफ रोष बढ़ गया और रविवार को शिमला के संजोली स्थित मस्जिद केबाहर फुट गया। इस दौरान प्रदर्शकारियों ने संजौली में बनी मस्जिद अवैध होने के आरोप लगाए थे और उसको ध्वस्त करने की मांग की। विधायक बोले मामले में दिया गया धर्म का एंगल सोमवार को मामले में नया मोड़ आ गया है, शिमला शहर के विधायक हरीश जनारथा ने मामले में प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह विवाद दो गुटों के आपसी झगड़े के कारण पैदा हुआ है। यह झगड़ा मल्याणा क्षेत्र में हुआ है। इस मुद्दे को बढ़ाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मल्याणा में हुए झगड़े को वहां के पार्षद सहित सिमिट्री व भट्टकुफर के पार्षद ने मिलकर संजोली में पहुंचा दिया। पुलिस को इस झगड़े में FIR दर्ज करने के पहले निर्देश दे दिए थे। इस मामले को हिन्दू व मुस्लिम समुदाय का रूप दिया गया वह बिल्कुल गलत है।शिमला एक शांतिप्रिय जगह है और इसकी शांति भंग न करें। अवैध निर्माण पर प्रशासन करेगा कार्रवाई, कोई पार्षद नहीं विधायक ने कहा कि जो अवैध मस्जिद की बात कर रहे हैं तो यह मस्जिद 1950 से पहले की है। यहां जो अवैध निर्माण हुआ है उसका मामला कोर्ट में चल रहा है और उसकी सुनवाई शनिवार को है। वक्फ बोर्ड इस केस केस को लड़ रहा है। यह मामला 2009 से यह मामला चल रहा है।इसके बाद कितनी सरकारें आयी।इस मामले में किसी धर्म समुदाय पर बोलना उचित नही। उन्होंने कहा कि निर्माण अवैध हुआ है तो कानून इसमें अपनी कार्रवाई करेगा कोई पार्षद नहीं। प्रदर्शन में शामिल ने बाहरी लोग ,शहर वासी नहीं उन्होंने कहा कि संजौली में जो कल जो विवाद हुआ उसमे अधिकतर लोग भट्टाकुफ़्फ़र व मल्याणा क्षेत्र के थे और कुछ कांग्रेस के पार्षद भी थे। उन्होंने कहा कि बाहरी मामले शिमला शहर की शांति क्यों भंग की जा रही है बाहर के विवाद पर शिमला विधानसभा क्षेत्र में क्यों हंगामा किया जा किया जा रहा है।पार्षदों के बोलने से किसी को वैध या अवैध नही बोला जा सकता।यह मामला कोर्ट में है और इस पर निर्णय भी वही देगा। नगर निगम ने माना है मस्जिद के कुछ मंजिल अवैध वहीं बीते कल मौके पर पहुंचे नगर निगम आयुक्त ने यह माना कि मस्जिद के ऊपरी कुछ मंजिल अवैध है ।लेकिन इसका मामला कोर्ट में चला हुआ है ।कोर्ट से फैसला आने के बाद बी नगर निगम मामले कार्रवाई की जा सकती है। क्या है मामला…? बता दें कि शिमला के संजौली के शिमला में एक मस्जिद के निर्माण को लेकर काफी समय सवाल उठ रहे थे। जिसको लेकर हिंदू वादी संगठनों के कार्यकर्ताओं में अंदर ही अंदर गुस्सा पनप रहा था। पंरन्तु बीते दिनों शिमला के मल्याणा में दो गुटों में झगड़ा हो गया है। जिसमे कुछ समुदाय विशेष के लोगो ने तेजधार हथियारों से एक युवक को लहूलुहान कर दिया जिसके बाद इस विवाद ने रफ्तार पकड़ी और इसका गुस्सा रविवार को शिमला के संजौली में बनी मस्जिद के बाहर फुट गया । प्रदर्शकारियों ने मल्याणा में हुई मारपीट करने वाले लोगो के खिलाफ कार्रवाही व मस्जिद के अवैध निर्माण को गिराने की मांग की।