चंडीगढ़ सिटी सफाई और स्वच्छता रखने के मापदंडों में पिछड़ती जा रही है। नगर निगम इसे स्वच्छ और साफ रखने के प्रयास करने के बड़े दावे तो कर रहा है, लेकिन इसे पिछली स्वच्छता रैंकिंग के बराबर नंबर भी नहीं मिल पा रहे हैं। हालांकि कुछ लोग मान रहे हैं कि कई लोग अपने आसपास सफाई नहीं रखते हैं, इसलिए प्रशासन को जिम्मेदार ठहराना भी पूरी तरह से सही नहीं होगा। चंडीगढ के विभिन्न सेक्टरों में कूड़ा सरेआम सड़कों पर फेंका जा रहा है। एक दिन के बाद नगर निगम की गाड़ी इसे उठाने तो पहुंच जाती है, लेकिन तब तक यह कूड़ा पूरी सड़क पर फैल चुका होता है। कुछ सेक्टर में चेतावनी के बाद भी लोग सड़क पर कूड़ा फैला रहे हैं। इनमें कुछ बड़े तो कुछ छोटे दुकानदार भी शामिल हैं। इस स्थिति में चंडीगढ़ को 2025 की स्वच्छता रैंकिंग में पहला स्थान मिलना मुश्किल होगा। 2023 में मिला था सफाई मित्र पुरस्कार
चंडीगढ़ को 2023 में स्वच्छ सर्वेक्षण में देश भर में 11वां रैंक मिला था। इसमें पिछले साल की तुलना में एक पायदान का सुधार भी हुआ था। यह राष्ट्रीय स्वच्छता और स्वच्छता कार्यक्रम नई दिल्ली में गृह और शहरी मामलों के मंत्रालय (MOHUA) द्वारा आयोजित किया गया था। चंडीगढ़ को इस रैंक के साथ सर्वश्रेष्ठ सफाई मित्र सुरक्षित शहर का पुरस्कार भी मिला था। कूड़ा रहित शहर में मिले थे 725 अंक
2022 में चंडीगढ़ को स्वच्छता सर्वेक्षण में 12वां रैंक मिला था। इस साल देश के कुल 4477 शहरी स्थानीय निकायों LBS) ने स्वच्छ सर्वेक्षण में भाग लिया था। इसमें चंडीगढ़ के तीन भाग में अच्छे अंक प्राप्त किए थे, लेकिन कूड़ा-रहित शहर भाग में बहुत कम 725 अंक मिले थे। सेवा स्तर प्रगति भाग में 4645.3 अंक तो खुले में शौच मुक्त खंड में पूरे 1125 अंक मिले थे। इसके अलावा नागरिक आवाज भाग में 2045.8 अंक प्राप्त हुए थे। निगम की गाड़ी डोर-टू-डोर उठा रही कूड़ा
नगर निगम की ओर से पिछले साल से ही डोर-टू-डोर कूड़ा उठाने के लिए गाड़ी लगाई थी। यह गाड़ी शहर के प्रत्येक सेक्टर में जाकर कूड़ा इकट्ठा करती हैं। यहां एकत्रित कूड़े को रिसाइकलिंग प्लांट में डाला जा रहा है, मगर लोगों की लापरवाही से कूड़े की समस्या का निदान नहीं हो पा रहा है। वेंडर भी फैला रहे गंदगी
शहर की कुछ नामी सड़कों और राजमार्गों के किनारों पर गंदगी के ढेर लगे हैं। इसके अलावा चंडीगढ़ का दिल कहे जाने वाले एलांते मॉल के आगे खड़े रेहड़ी-फड़ी वाले भी गंदगी फैला रहे हैं। निगम को इन सब पर नकेल कसने की जरूरत है। साथ खुले में कूड़ा डालने वालों पर कार्रवाई भी करनी होगी। नए मेयर के आगे रहेगी यह चुनौती
इस बार चंडीगढ़ मेयर का पद महिला के लिए आरक्षित हुआ है। अगले महीने नगर निगम के चुनाव हो सकते हैं। नए मेयर के सामने भी चंडीगढ़ काे साफ और स्वच्छ रखने मुख्य चुनौती रहेगा। देखना दिलचस्प होगा कि नई मेयर शहर की सफाई के लिए क्या नियम लागू करेंगी। चंडीगढ़ सिटी सफाई और स्वच्छता रखने के मापदंडों में पिछड़ती जा रही है। नगर निगम इसे स्वच्छ और साफ रखने के प्रयास करने के बड़े दावे तो कर रहा है, लेकिन इसे पिछली स्वच्छता रैंकिंग के बराबर नंबर भी नहीं मिल पा रहे हैं। हालांकि कुछ लोग मान रहे हैं कि कई लोग अपने आसपास सफाई नहीं रखते हैं, इसलिए प्रशासन को जिम्मेदार ठहराना भी पूरी तरह से सही नहीं होगा। चंडीगढ के विभिन्न सेक्टरों में कूड़ा सरेआम सड़कों पर फेंका जा रहा है। एक दिन के बाद नगर निगम की गाड़ी इसे उठाने तो पहुंच जाती है, लेकिन तब तक यह कूड़ा पूरी सड़क पर फैल चुका होता है। कुछ सेक्टर में चेतावनी के बाद भी लोग सड़क पर कूड़ा फैला रहे हैं। इनमें कुछ बड़े तो कुछ छोटे दुकानदार भी शामिल हैं। इस स्थिति में चंडीगढ़ को 2025 की स्वच्छता रैंकिंग में पहला स्थान मिलना मुश्किल होगा। 2023 में मिला था सफाई मित्र पुरस्कार
चंडीगढ़ को 2023 में स्वच्छ सर्वेक्षण में देश भर में 11वां रैंक मिला था। इसमें पिछले साल की तुलना में एक पायदान का सुधार भी हुआ था। यह राष्ट्रीय स्वच्छता और स्वच्छता कार्यक्रम नई दिल्ली में गृह और शहरी मामलों के मंत्रालय (MOHUA) द्वारा आयोजित किया गया था। चंडीगढ़ को इस रैंक के साथ सर्वश्रेष्ठ सफाई मित्र सुरक्षित शहर का पुरस्कार भी मिला था। कूड़ा रहित शहर में मिले थे 725 अंक
2022 में चंडीगढ़ को स्वच्छता सर्वेक्षण में 12वां रैंक मिला था। इस साल देश के कुल 4477 शहरी स्थानीय निकायों LBS) ने स्वच्छ सर्वेक्षण में भाग लिया था। इसमें चंडीगढ़ के तीन भाग में अच्छे अंक प्राप्त किए थे, लेकिन कूड़ा-रहित शहर भाग में बहुत कम 725 अंक मिले थे। सेवा स्तर प्रगति भाग में 4645.3 अंक तो खुले में शौच मुक्त खंड में पूरे 1125 अंक मिले थे। इसके अलावा नागरिक आवाज भाग में 2045.8 अंक प्राप्त हुए थे। निगम की गाड़ी डोर-टू-डोर उठा रही कूड़ा
नगर निगम की ओर से पिछले साल से ही डोर-टू-डोर कूड़ा उठाने के लिए गाड़ी लगाई थी। यह गाड़ी शहर के प्रत्येक सेक्टर में जाकर कूड़ा इकट्ठा करती हैं। यहां एकत्रित कूड़े को रिसाइकलिंग प्लांट में डाला जा रहा है, मगर लोगों की लापरवाही से कूड़े की समस्या का निदान नहीं हो पा रहा है। वेंडर भी फैला रहे गंदगी
शहर की कुछ नामी सड़कों और राजमार्गों के किनारों पर गंदगी के ढेर लगे हैं। इसके अलावा चंडीगढ़ का दिल कहे जाने वाले एलांते मॉल के आगे खड़े रेहड़ी-फड़ी वाले भी गंदगी फैला रहे हैं। निगम को इन सब पर नकेल कसने की जरूरत है। साथ खुले में कूड़ा डालने वालों पर कार्रवाई भी करनी होगी। नए मेयर के आगे रहेगी यह चुनौती
इस बार चंडीगढ़ मेयर का पद महिला के लिए आरक्षित हुआ है। अगले महीने नगर निगम के चुनाव हो सकते हैं। नए मेयर के सामने भी चंडीगढ़ काे साफ और स्वच्छ रखने मुख्य चुनौती रहेगा। देखना दिलचस्प होगा कि नई मेयर शहर की सफाई के लिए क्या नियम लागू करेंगी। पंजाब | दैनिक भास्कर