हरियाणा के पानीपत शहर में स्काईलार्क रोड मार्किट में करीब 10 बदमाशों ने शादी समारोह से घर लौट रहे स्कूटी सवार तीन दोस्तों का रास्ता रोक लिया। जिसके बाद बदमाशों ने उन पर हमला कर दिया। दो दोस्त तो बदमाशों से बचकर भाग निकले, लेकिन तीसरे की बदमाशों ने दोनों टांगे तोड़ दी। उसका कैश-मोबाइल लूट लिया। वारदात को अंजाम देने के बाद बदमाश जान से मारने की धमकी देते हुए फरार हो गए। राहगीरों ने युवक को सिविल अस्पताल पहुंचाया। जहां उसके परिजन भी आए। यहां से उसे खानपुर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। पुलिस ने शिकायत के आधार पर अज्ञात बदमाशों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। रास्ता रोकर शुरू की थी बदमाशों ने गाली-गलौज तहसील कैंप थाना पुलिस को दी शिकायत में इमरान ने बताया कि वह देशराज कॉलोनी का रहने वाला है। वह अपने दोस्त शुभम और गौरव के साथ उनकी स्कूटी पर सवार होकर बरसत रोड स्थित हर्ष गार्डन में आयोजित शादी समारोह में गया था। जहां से वे खाना खा कर अपने घर लौट रहे थे। जब वे स्काईलार्क मार्किट वाली सड़क पर पहुंचे, तो रात करीब 11 बजे का समय था। वहां गली में पीछे से 6 बाइकों पर करीब 10 युवक सवार होकर आए। सभी युवक हथियारों से लैस थे। वहां आते ही उन्होंने तीनों दोस्तों से गाली-गलौज करनी शुरू कर दी। दो दोस्त भाग निकले, तीसरा वहीं गिर गया इसी बीच उन्होंने उनके साथ मारपीट करनी शुरू कर दी। आरोपियों ने अपने-अपने हाथों में लिए हथियारों (गंडासियां, बिंडों) से उन पर हमला करना शुरू कर दिया। इसी बीच उसके दोनों दोस्त शुभम और गौरव अपनी जान बचाकर वहां से भाग निकले, लेकिन वह वहीं पर गिर गया और भाग न सका। जिसके बाद बदमाशों ने ताबड़तोड़ हमला कर उसकी दोनों टांगे तोड़ दी। उसके पर्स से 2200 रुपए कैश और उसका मोबाइल लूट लिया। इसके बाद बदमाश अधमरी हालत में उसे जान से मारने की धमकी देते हुए वहां से फरार हो गए। हरियाणा के पानीपत शहर में स्काईलार्क रोड मार्किट में करीब 10 बदमाशों ने शादी समारोह से घर लौट रहे स्कूटी सवार तीन दोस्तों का रास्ता रोक लिया। जिसके बाद बदमाशों ने उन पर हमला कर दिया। दो दोस्त तो बदमाशों से बचकर भाग निकले, लेकिन तीसरे की बदमाशों ने दोनों टांगे तोड़ दी। उसका कैश-मोबाइल लूट लिया। वारदात को अंजाम देने के बाद बदमाश जान से मारने की धमकी देते हुए फरार हो गए। राहगीरों ने युवक को सिविल अस्पताल पहुंचाया। जहां उसके परिजन भी आए। यहां से उसे खानपुर मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। पुलिस ने शिकायत के आधार पर अज्ञात बदमाशों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। रास्ता रोकर शुरू की थी बदमाशों ने गाली-गलौज तहसील कैंप थाना पुलिस को दी शिकायत में इमरान ने बताया कि वह देशराज कॉलोनी का रहने वाला है। वह अपने दोस्त शुभम और गौरव के साथ उनकी स्कूटी पर सवार होकर बरसत रोड स्थित हर्ष गार्डन में आयोजित शादी समारोह में गया था। जहां से वे खाना खा कर अपने घर लौट रहे थे। जब वे स्काईलार्क मार्किट वाली सड़क पर पहुंचे, तो रात करीब 11 बजे का समय था। वहां गली में पीछे से 6 बाइकों पर करीब 10 युवक सवार होकर आए। सभी युवक हथियारों से लैस थे। वहां आते ही उन्होंने तीनों दोस्तों से गाली-गलौज करनी शुरू कर दी। दो दोस्त भाग निकले, तीसरा वहीं गिर गया इसी बीच उन्होंने उनके साथ मारपीट करनी शुरू कर दी। आरोपियों ने अपने-अपने हाथों में लिए हथियारों (गंडासियां, बिंडों) से उन पर हमला करना शुरू कर दिया। इसी बीच उसके दोनों दोस्त शुभम और गौरव अपनी जान बचाकर वहां से भाग निकले, लेकिन वह वहीं पर गिर गया और भाग न सका। जिसके बाद बदमाशों ने ताबड़तोड़ हमला कर उसकी दोनों टांगे तोड़ दी। उसके पर्स से 2200 रुपए कैश और उसका मोबाइल लूट लिया। इसके बाद बदमाश अधमरी हालत में उसे जान से मारने की धमकी देते हुए वहां से फरार हो गए। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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आईबी स्कूल को बच्चों ने रंगोली और दीयों से सजाया रोहतक | आईबी स्कूल में दीपावली उत्सव मनाया गया। इसमें विद्यार्थियों, शिक्षकों और कर्मचारियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। स्कूल को जीवंत रंगोलियों, जगमगाती रोशनी और दीयों से सजाया गया। विद्यार्थियों ने दीया सजावट, मोमबत्ती सजावट और रंगोली बनाने की प्रतियोगिता आदि गतिविधियों में भाग लिया। विद्यार्थियों को दीपावली के प्रकाश, आशा और अच्छाई के मूल्यों का जश्न मनाने के लिए प्रोत्साहित किया। स्कूल प्रबंधक अमरजीत सिंह दुल, डायरेक्टर अजीत सिंह दुल और प्रिंसिपल डॉ. मनोज कुमार ने स्टाफ को दीपावली उपहार भेंट किए।
मंत्री की मीटिंग से पहले पूर्व लिपिक पर FIR:फतेहाबाद SDM का SP को पत्र; 2019 में बनाई थी स्कॉर्पियो की फर्जी एनओसी
मंत्री की मीटिंग से पहले पूर्व लिपिक पर FIR:फतेहाबाद SDM का SP को पत्र; 2019 में बनाई थी स्कॉर्पियो की फर्जी एनओसी फतेहाबाद में आज मंत्री श्रुति चौधरी की जनपरिवाद समिति की मीटिंग है। इससे पहले ही स्कॉर्पियो की फर्जी एनओसी मामले में पुलिस ने 5 साल बाद मोटर वाहन पंजीकरण प्राधिकारी कार्यालय के पूर्व लिपिक FIR दर्ज कर ली है। इस सबंध में SDM जयवीर यादव ने SP को पत्र भेजा है। शिकायतकर्ता ने 2019 में इस बारे में शिकायत दर्ज कराई थी। जिसमें बताया कि उसकी स्कॉर्पियो गाड़ी की एनओसी फर्जी दस्तावेजों के आधार पर कर्मचारियों द्वारा बहादुरगढ़ के किसी व्यक्ति के नाम जारी कर दी। 5 साल तक कोई कार्रवाई नहीं हुई और आज जब यह मामला मीटिंग में मंत्री श्रुति चौधरी के समक्ष रखा जाना था, तो उससे पहले ही प्रशासन हरकत में आया और एफआईआर के निर्देश दिए। एसपी को भेजे पत्र में एसडीएम जयवीर यादव ने बताया कि किरढान निवासी देवेंद्र ने 26 अगस्त 2019 को शिकायत देकर बताया था कि उसकी स्कार्पियो गाड़ी नंबर एचआर 22 एल-2078 की एनओसी कार्यालय के कर्मचारियों द्वारा मिलीभगत करके फर्जी दस्तावेजों के आधार पर बहादुरगढ़ के किसी व्यक्ति के नाम जारी कर दी है। समाधान शिविर में दी थी शिकायत 5 वर्षों तक मामले में कार्रवाई न होने पर शिकायतकर्ता ने 27 नवंबर 2024 को हुए जिला स्तरीय समाधान शिविर में उपायुक्त के सामने फिर यह मामला उठाया। जिस पर उपायुक्त ने इस मामले में जांच पड़ताल के आदेश दिए। आज यह मामला जिला लोकसंपर्क एवं जनपरिवाद समिति की मासिक मीटिंग में मंत्री श्रुति चौधरी के समक्ष भी रखा जाना था। 2019 की जारी की थी फर्जी एनओसी एसडीएम जयवीर यादव ने पत्र में बताया कि मोटर वाहन पंजीकरण शाखा के रिकॉर्ड का अवलोकन करने पर पता चला कि वाहन संख्या एचआर 22 एल-2078 की एनआअेसी 12 मार्च 2019 को बहादुरगढ़ के अर्जुन चौधरी के नाम जारी की गई है। यह एनओसी उस समय कार्यालय में कार्यरत रहे पंजीकरण लिपिक ओमप्रकाश सिहाग द्वारा अपने स्तर पर नियमों के विरुद्ध फर्जी दस्तावेजों के आधार पर जारी की गई। शहर थाना पुलिस ने अब तत्कालीन लिपिक के खिलाफ आईपीसी की धारा 420, 467, 468, 471 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
खट्टर के दिल्ली जाने से नहीं हो रहा डैमेज कंट्रोल:CM सिटी के 5 बड़े नेता पार्टी छोड़ गए; केवल एक को ही मना पाए सैनी
खट्टर के दिल्ली जाने से नहीं हो रहा डैमेज कंट्रोल:CM सिटी के 5 बड़े नेता पार्टी छोड़ गए; केवल एक को ही मना पाए सैनी हरियाणा के पूर्व CM मनोहर लाल खट्टर के सांसद बनने पर करनाल छोड़ने से भाजपा के हाथ से जिले की पकड़ भी ढीली होती जा रही है। यहां लगातार नेताओं के इस्तीफे आ रहे हैं और पार्टी में बगावती सुर भी मुखर हो रहे हैं। मौजूदा CM नायब सैनी करनाल में डैमेज कंट्रोल करने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन बात नहीं बन रही, क्योंकि पार्टी ने नायब सैनी को भी करनाल छोड़ लाडवा से उम्मीदवार बनाया है। जबकि सैनी खुद चाहते थे कि वह करनाल से ही विधानसभा चुनाव लड़ें। पार्टी की रिपोर्ट में बताया गया है कि नायब सैनी को बाहरी होने के कारण करनाल की जनता नापसंद कर रही थी, इसलिए उन्हें करनाल की बजाय लाडवा से कैंडिडेट घोषित किया गया है। जगमोहन आनंद को लोकल होने के चलते करनाल सीट पर खड़ा किया गया है, लेकिन पार्टी से अलग हुए नेता हरपाल कलामपुरा कह चुके हैं कि सैनी को पार्टी ने ही परेशान कर लाडवा भेजा है। करनाल में राजनीति के जानकार मानते हैं कि जब तक यहां से मनोहर लाल खट्टर विधायक रहे और 2 बार CM बने, तब तक पार्टी के अंदर सब कुछ ठीक था। क्योंकि यहां के ज्यादातर नेता खट्टर के जरिए ही पार्टी में लाए गए, और उनसे ही इन नेताओं को विधानसभा चुनाव में टिकट दिलवाने की आशा थी। खट्टर के दिल्ली की राजनीति में इन्वॉल्व होने से करनाल के नेता टिकट से भी वंचित रह गए। इसका असर यह हुआ कि जिले के 5 बड़े नेता अब तक पार्टी छोड़ चुके हैं। करनाल में भाजपा के हालात बिगड़ने के 3 प्रमुख कारण… 1. पूर्व सीएम खट्टर की दूरी
केंद्रीय मंत्री बनने के बाद मनोहर लाल खट्टर की करनाल से दूरी बढ़ गई, जबकि खट्टर ही वह धागा थे, जिससे करनाल के नेता एक-दूसरे से जुड़े हुए थे। उनके केंद्र में चले जाने से इन नेताओं को भाजपा का कोई अन्य बड़ा नेता संभाल नहीं पाया, जिससे पार्टी यहां कमजोर हो चली है और नेतृत्व भटकता नजर आ रहा है। 2. टिकट कटने से नाराजगी
खट्टर पंजाबी समाज से आते हैं। लोकसभा में जाने के बाद उपचुनाव में नायब सैनी को यहां से चुनाव लड़वाया गया। उस समय भी बाहरी होने का मुद्दा उठा था, लेकिन खट्टर इसे कंट्रोल कर गए। इसके चलते सैनी को उपचुनाव में जीत मिली। लोकल-बाहरी का मुद्दा इस बार न बने, इसलिए पार्टी ने सैनी को लाडवा विधानसभा भेज दिया और पंजाबी चेहरा जगमोहन आनंद को यहां से उम्मीदवार बना दिया। हालांकि, कार्यकर्ता यहां विरोध जगमोहन आनंद का भी कर रहे हैं, क्योंकि उनकी कहना है कि जगमोहन यहां एक्टिव नहीं रहे। इनके लिए पार्टी ने खट्टर के करीबी 4 नेताओं रेणु बाला गुप्ता, मुकेश अरोड़ा, अशोक सुखीजा और जय प्रकाश को दरकिनार कर दिया। 3. बागी नेताओं को नहीं मनाया गया
तीसरा मुख्य कारण यह भी माना जा रहा है कि टिकट कटने से नाराज नेताओं को मनाने के लिए न तो CM नायब सैनी पहुंचे और न ही पूर्व CM मनोहर लाल खट्टर पहुंच पाए। इस कारण असंध से जिले राम शर्मा, करनाल से पूर्व मंत्री जय प्रकाश, इंद्री से कर्ण देव कंबोज, करनाल से हरपाल कलामपुरा और युवा नेता सुरेंद्र उड़ाना पार्टी को अलविदा कह चुके हैं। पूर्व मेयर को मना लिया, लेकिन प्रचार से दूरी
करनाल की पूर्व मेयर रेणु बाला गुप्ता भी टिकट न मिलने से नाराज हो गई थीं, लेकिन भाजपा ने उन्हें मना लिया है। मुख्यमंत्री सैनी खुद उन्हें मनाने के लिए पहुंचे थे। मनोहर लाल खट्टर ने भी उनके घर जाकर उनसे बात की। इसके बाद रेणु बाला ने भाजपा चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान के कार्यक्रम में भी हिस्सा लिया और शनिवार को हुई प्रधानमंत्री की पब्लिक मीटिंग में भी शामिल हुईं। हालांकि, भाजपा कैंडिडेट जगमोहन आनंद के चुनाव प्रचार से उन्होंने दूरी बनाई हुई है, जबकि रेणु बाला को मनाने और उनका समर्थन मांगने के लिए उनके घर जगमोहन आनंद भी गए थे। करनाल से बाहर भी BJP में घमासान
इंद्री में पूर्व राज्य मंत्री और पूर्व विधायक कर्ण देव कंबोज ने BJP को ‘गद्दारों की पार्टी’ बताते हुए छोड़ दिया। उन्हें मनाने के लिए CM नायब सैनी पहुंचे थे, लेकिन कंबोज इतने नाराज थे कि उन्होंने सैनी से हाथ तक नहीं मिलाया। इसके बाद कंबोज कांग्रेस में शामिल हो गए। इंद्री में ही प्रदेश मीडिया कोआर्डिनेटर सुरेंद्र उड़ाना ने भी BJP को अलविदा कह दिया और BSP-INLD के उम्मीदवार बनकर मैदान में उतर गए। उधर, जिलेराम शर्मा ने भी पार्टी छोड़ दी। उन्होंने 6 महीने पहले ही पूर्व CM मनोहर लाल के नेतृत्व में BJP जॉइन की थी। 2014 में करनाल की पांचों सीटें जीती भाजपा
2014 के विधानसभा चुनाव में मोदी की लहर के दम पर करनाल की पांचों सीटें करनाल, इंद्री, असंध, नीलोखेड़ी और घरौंडा भाजपा ने जीती थीं। इसके बाद 2019 के चुनाव में भी भाजपा ने घरौंडा, करनाल और इंद्री में जीत का सिलसिला जारी रखा, लेकिन असंध और नीलोखेड़ी को भाजपा ने गंवा दिया। दोनों चुनाव खट्टर के नेतृत्व में ही लड़े गए। इस बार पार्टी ने करनाल और असंध सीट पर चेहरे बदले हैं। पार्टी कार्यकर्ताओं में असंतोष बना हुआ है। इसके बीच पार्टी के लिए पिछले 2 बार जैसे प्रदर्शन को दोहराना बड़ी चुनौती होगी।