Jyotiraditya Scindia News: इस दरगाह पर बेटे के साथ पहुंचे केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, चढ़ाई चादर, क्या कहा? Jyotiraditya Scindia News: इस दरगाह पर बेटे के साथ पहुंचे केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, चढ़ाई चादर, क्या कहा? महाराष्ट्र स्वतंत्र भारत में UCC लागू करने वाला पहला राज्य बना उत्तराखंड, इस पोर्टल का सीएम धामी ने किया उद्घाटन
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हरदोई में दस रुपए के लिए बुलाई पुलिस:डेढ़ साल से नहीं दिए थे बकाया दस रुपये, दुकानदार ने बुला ली पुलिस
हरदोई में दस रुपए के लिए बुलाई पुलिस:डेढ़ साल से नहीं दिए थे बकाया दस रुपये, दुकानदार ने बुला ली पुलिस हरदोई जिले में अजीबोगरीब मामला सामने आया है। डेढ़ साल से एक युवक ने बकाया दस रुपये नहीं दिए तो दुकानदार ने पुलिस बुला ली। पुलिस के पहुंचने से पहले ही युवक ने रुपए दे दिए। डेढ़ साल से पान मसाला के 10 रुपये अदा न किए जाने से नाराज होकर एक शख्स ने यूपी 112 पर कॉल कर दिया। यूपी 112 की पीआरवी मौके पर पहुंची तो समस्या सुनकर निस्तारण कराया। शिकायत दर्ज कराने वाले ने बताया कि यूपी 112 पर शिकायत दर्ज कराते ही बकायेदार ने रुपये अदा कर दिए। मामला सांडी थाना क्षेत्र के बरंडारी गांव का है। यहां के रहने वाले जीतेंद्र एक हाथ से निशक्त हैं। जीतेंद्र पान की दुकान चलाते हैं। गांव के ही संजय ने डेढ़ साल पहले 10 रुपये की पान मसाला की पुड़िया ली थी। इसके रुपये अभी तक नहीं दिए थे। शनिवार को जीतेंद्र ने संजय से रुपये मांगे तो विवाद हो गया। जीतेंद्र ने यूपी 112 पर कॉल कर दी। मौके पर पहुंची पीआरवी की टीम ने पूछताछ की तो 10 रुपये का विवाद सामने आया। हालांकि, जितेंद्र ने बताया कि यूपी 112 पर फोन करते ही संजय ने 10 रुपये दे दिए थे।
वजन घटाने के लिए रात भर जागी विनेश फोगाट:रात में अचानक वजन बढ़ा; कम करने के लिए साइकिल चलाई, बाल-नाखून तक काटे
वजन घटाने के लिए रात भर जागी विनेश फोगाट:रात में अचानक वजन बढ़ा; कम करने के लिए साइकिल चलाई, बाल-नाखून तक काटे हरियाणा की धाकड़ पहलवान विनेश फोगाट पेरिस ओलिंपिक से डिसक्वालीफाई हो गईं। 50 Kg वेट कैटेगरी में उनका वजन 150 ग्राम ज्यादा मिलने पर आज रात होने वाला फाइनल मैच नहीं खेल पाएंगी। साथ ही उन्हें कोई मेडल भी नहीं मिलेगा। स्पोर्ट्स स्टार की रिपोर्ट के मुताबिक विनेश फोगाट का वजन मंगलवार रात 2 किलो ज्यादा था। इसे कम करने के लिए उन्होंने अपना खून-पसीना एक कर दिया। जीत के बाद एक बार भी आराम नहीं किया। रातभर जागीं और वजन कम करने की पुरजोर कोशिश की। विनेश ने साइकिल चलाई, स्किपिंग की। अपने बाल और नाखून तक काट दिए। बड़ी बात ये है सेमीफाइनल मैच जीतने के दौरान वो लगभग 52 किलो की थीं और फिर अपना 2 किलो वजन घटाने के लिए उन्होंने अपना खून तक निकाला। वहीं विनेश के ताऊ द्रोणाचार्य अवॉर्डी महावीर फोगाट ने कहा, ‘ आज सुबह वजन किया गया था। वजन 150 ग्राम ज्यादा निकला है। अब नियम-नियम है, उसके खिलाफ कोई नहीं जा सकता।’ ससुर राजपाल राठी बोले- मेट पर नहीं हरा पाए तो षड्यंत्र कर किया विनेश फोगाट के ससुर राजपाल राठी ने कहा कि हमें जैसे ही यह सूचना मिली दिल बैठ गया। आंखों में पानी आ गया। इतना दुख है कि किसी को बता नहीं कर पा रहे है। विनेश के साथ राजनीति की जा रही है। कुछ शुरू से ही उसके पीछे लगे हुए है कि कैसे उसको हराया जाए। विनेश को मैट पर नहीं हरा पाए तो राजनीति करके नीचे लाने की कोशिश कर रहे हैं। अगर वजन 100 ग्राम ज्यादा था तो 10 मिनट का समय देते वह अपने बाल कटवा लेती, 100 ग्राम तो वहां कम हो जाता। यह षड्यंत्र के माध्यम से किया जा रहा है। बेटी ने जिंदगी भर इस पल के लिए मेहनत की व उसको इस गंदे तरीके से साजिश कर बाहर किया जा रहा है। जानिए, रेसलिंग में क्या है नियम रेसलिंग में किसी भी पहलवान को सिर्फ 100 ग्राम ज्यादा वजन की छूट मिलती है। विनेश का वजन अगर 50 किलो 100 ग्राम होता तो वह आज गोल्ड मेडल के लिए होने वाला मुकाबला खेल सकती थीं। बुधवार सुबह जब विनेश का वेट किया गया तो वह 50 ग्राम ज्यादा मिला। इसलिए वह डिसक्वालीफाई हो गईं। रेसलर को 2 दिनों तक अपना वजन उसी कैटेगरी में बरकरार रखना होता है लेकिन विनेश ऐसा नहीं कर सकीं। विनेश फोगाट से जुड़ी अन्य खबरें भी पढ़ें :- विनेश फोगाट पेरिस ओलिंपिक से बाहर, तबीयत बिगड़ी:बेहोश होने के बाद अस्पताल भर्ती कराया गया; केंद्रीय खेल मंत्री 3 बजे संसद में बयान देंगे विनेश फोगाट ओलिंपिक मुकाबले से बाहर हो गई हैं। उन्हें वजन मेंटेन न होने पर डिसक्वालीफाई कर दिया गया है। इससे वह न केवल फाइनल से बाहर हो गई, बल्कि मेडल से भी चूक गईं। इस बारे में इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन से जानकारी सार्वजनिक कर दी है। एसोसिएशन से जुड़े सूत्रों के मुताबिक विनेश फोगाट बुधवार सुबह गोल्ड मेडल के लिए फाइनल मुकाबले से पहले 50 kg वजन को कायम नहीं रख सकीं। विनेश ओलिंपिक में इसी वेट कैटेगरी में खेल रही हैं। पूरी खबर पढ़ें… विनेश फोगाट को खोटा सिक्का-लंगड़ा घोड़ा बताया गया था:बृजभूषण के खिलाफ चले आंदोलन में प्रैक्टिस छूटी; वेट कैटेगरी बदलकर पेरिस ओलिंपिक में खेलीं पेरिस ओलिंपिक में एक ही दिन में ओलिंपिक चैंपियन समेत 3 महिला पहलवानों को पटखनी देकर फाइनल में पहुंचने वाली विनेश फोगाट डिस्क्वालीफाई हो गई हैं। 50 kg वेट कैटेगरी में 100 ग्राम वजन ज्यादा मिलने पर विनेश बाहर हुईं। बुधवार रात को विनेश को अमेरिका की पहलवान सारा एन हिल्डरब्रांट से फाइनल मैच खेलना था। विनेश वही पहलवान है, जिन्होंने भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष BJP सांसद बृजभूषण सिंह के खिलाफ आंदोलन छेड़ा था। महिला पहलवानों के यौन शोषण के विरोध में प्रदर्शन करने पर विनेश को दिल्ली की सड़कों पर घसीटा गया। पूरी खबर पढ़ें…
हरियाणा के गांव में कच्छा पहनकर घूमने पर रोक:पंचायत ने जारी किया फरमान; महिला सरपंच बोली- युवक कच्छे पहन मुहर लगवाने आ जाते हैं
हरियाणा के गांव में कच्छा पहनकर घूमने पर रोक:पंचायत ने जारी किया फरमान; महिला सरपंच बोली- युवक कच्छे पहन मुहर लगवाने आ जाते हैं हरियाणा के भिवानी जिले की पंचायत गुजरानी ने अजीबो-गरीब फरमान सुनाया है। ग्राम पंचायत ने गांव में युवाओं के कच्छा पहन के सरेआम घुमने पर रोक लगा दी है। अगर कोई युवा कच्छा पहन कर घुमता है तो उस पर कार्रवाई की जाएगी। गांव गुजरानी की जिस ग्राम पंचायत ने यह आदेश दिया है, उसकी सरपंच महिला है। महिला सरपंच रेणु के प्रतिनिधि ससुर सुरेश सारा काम काज देखते हैं। सुरेश कुमार का कहना है कि गांव के युवा अक्सर गलियों में कच्छा पहन कर घूमते हैं, जिससे बहन-बेटियों को शर्मिंदा होना पड़ता है।
गांव में अगर कोई पंचायत के आदेश की अवहेलना करता है तो पहले उसके घर जाकर उसके माता-पिता से बात की जाएगी। अगर फिर भी कोई व्यक्ति नहीं मानता है तो पंचायत इस पर फैसला सुनाएगी और उसे जुर्माना लगाएगी। गांव में सरपंच के आदेश की मुनादी चौकीदार से करवा दी गई है। मुनादी में कहा गया है कि कोई भी नौजवान लड़का जो कच्छे में घूमेगा उस पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस आदेश के बाद गुजरानी गांव में युवाओं ने कच्छा पहनकर घूमना बंद कर दिया है। पानी के नल और बैंक में जाकर खड़े हो जाते थे युवा
सरपंच प्रतिनिधि सुरेश कुमार ने कहा कि घर में नौजवान युवक जैसे भी रहे मगर जब वह दूसरों के घर या मोहल्ले में जाए तो अदब के साथ जाएं। अगर कोई सार्वजनिक जगह यानी गांव के नल और बैंक में कच्छा पहनकर घूमता तो वह सामाजिक तौर पर अच्छा नहीं लगता। ऐसे में महिलाओं को शर्मिंदा होना पड़ता है। इसलिए पंचायत को यह आदेश पारित करना पड़ा। इस आदेश के बाद दूसरी पंचायतों को भी फोन आने लगे हैं और वह अपने यहां भी इस आदेश को लागू करने की बात कह रहे हैं। महिला सरपंच के घर कच्छे में आ जाते थे लोग
सरपंच प्रतिनिधि सुरेश ने बताया कि उनको तब ज्यादा शर्मिंदगी महसूस होने लगी जब लोग कच्छे में ही कागज पर मोहर लगवाने आ जाते थे। सरपंच मेरी पुत्रवधू हैं और वह 35 साल की है। ऐसे में लोगों को अदब के साथ आना चाहिए। घर में बहन-बेटियां सबके है। इसलिए यह आदेश सुनाना पड़ा। इसमें हम कानूनी कार्रवाई भी करेंगे। घुटने से ऊपर निकर पहनने पर भी रोक
सरपंच प्रतिनिधि का कहना है कि गांव में कच्छा ही नहीं घुटने से ऊपर निकर पहनने पर भी रोक है। युवाओं को अगर निक्कर पहननी है तो घुटने से नीचे तक आने वाली निक्कर पहननी होगी। सरपंच के आदेश की पूरे गांव ही नहीं आसपास के गांवों में भी चर्चा बनी हुई है। सरपंच प्रतिनिधि का कहना है कि इस आदेश को पूरी तरह से लागू तभी किया जा पाएगा जब लोग साथ देंगे। इससे गांव दूसरों के लिए मिसाल बनेगा। कच्छा पहनकर घूमना हमारी संस्कृति के खिलाफ है। गांव गुजरानी की 7 हजार आबादी
आपको बता दें कि गांव गुजरानी की आबादी करीब 7 हजार है। यहां करीब 1300 घर हैं। गांव में बैंक से लेकर स्कूल तक हैं। सुरेश कुमार का परिवार पहली बार पंचायत चुनाव जीता था। सुरेश कुमार की पुत्रवधु रेणु गांव की सरपंच है। रेणु के पति की हार्ट अटैक से मौत हो गई थी। परिवार में पत्नी पतासो देवी, लड़का विजय कुमार उसकी पत्नी सरिता, 3 पोते और 2 पोतियां हैं।