हरियाणा के कैथल में हैफेड गोदाम का वीडियो बनाकर वायरल करने वाले पर कार्रवाई की जाएगी। इस वीडियो में दिखाया गया था कि कर्मचारियों ने गोदाम में रखे गेहूं पर पानी का छिड़काव किया है। इससे गेहूं गीला और भारी होगा, और लोगों तक कम गेहूं पहुंचेगा। हालांकि, वायरल वीडियो के दावे को गोदाम इंचार्ज ने झूठा बताया। उन्होंने कहा कि गेहूं पर पानी का नहीं, बल्कि सुरक्षित रखने के लिए स्प्रे किया गया था। झूठा दावा कर विभाग को बदनाम करने की कोशिश की गई है। अब वीडियो बनाने वाले गोदाम के सिक्योरिटी गार्ड पर कार्रवाई होगी। वायरल वीडियो का यह था पूरा मामला… वायरल वीडियो में गेहूं की गीली बोरियां दिखाईं
बता दें कि सोशल मीडिया पर मंगलवार को एक वीडियो शेयर किया गया, जो कैथल के हैफेड गोदाम का था। यह वीडियो रात का था। इसमें गोदाम में रखी गेहूं की बोरियों को दिखाया गया, जोकि गीली थीं। इसके अलावा बोरियों के पास जमीन भी गीली थी। वीडियो में बताया गया कि गेहूं को भारी करने के लिए विभाग के कर्मचारियों ने बोरियों पर पानी का छिड़काव किया है। वीडियो में गोदाम के कोनों को भी दिखाया गया। इनमें साफ देखा जा सकता है कि बोरियों पर सीलन आई हुई थी। हालांकि, वीडियो कब का है, इसकी पुष्टि नहीं हुई। 6 सदस्यीय टीम ने की मामले की जांच
वीडियो वायरल होने के बाद यह बात हैफेड अधिकारियों तक पहुंची। इसके बाद कैथल हैफेड के DM सुरेश वैद ने इसकी शिकायत जिला प्रशासन और हैफेड मुख्यालय में की। मामले की गंभीरता को समझते हुए मुख्यालय ने जांच के लिए 6 सदस्यीय टीम का गठन कर दिया। इस टीम में डॉक्टर जसबीर सिंह, रमेश कुमार, मैनेजर सुखबीर सिंह, रवि कुमार, मानसिंह और प्रेम सिंह शामिल थे। इस टीम ने मामले की जांच की और पता लगाया कि वीडियो बनाकर वायरल करने वाला शख्स गोदाम का सिक्योरिटी गार्ड है। उसका नाम सतीश है। वह रामगढ़ का रहने वाला है। वह सिक्योरिटी एजेंसी के माध्यम से गोदाम में लगा था। रूटीन प्रोसेस के तहत किया था स्प्रे
टीम ने वीडियो के दावों की भी जांच की। कैथल हैफेड गोदाम की जिम्मेदारी इंचार्ज संजीव ढुल के पास है। टीम ने जब उनसे संपर्क कर जानकारी ली तो उन्होंने बताया कि बीती रात ही स्टॉक को सुरक्षित बनाए रखने के लिए उस पर स्प्रे किया गया था। यह रूटीन प्रोसेस है। इसके बाद टीम ने गोदाम जाकर गेहूं की बोरियों की भी जांच की। उसमें पाया कि बोरियों में गेहूं सूखा था और नमी की मात्रा भी सामान्य 13.5 प्रतिशत ही थी। इस दौरान स्टॉक की ऊपर परत की जांच की गई थी। टीम को इसमें कोई कमी नहीं दिखी, जिसकी रिपोर्ट उन्होंने मुख्यालय में जमा कर दी। सिक्योरिटी गार्ड बुलाया, लेकिन पहुंचा नहीं
टीम ने मौके पर वीडियो वायरल करने वाले सिक्योरिटी गार्ड को भी पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन वह आया नहीं। इसकी शिकायत विभाग मुख्यालय के साथ कैथल DC को भी दी गई है। इस पर DM सुरेश वैद ने कहा है कि सिक्योरिटी गार्ड ने झूठा वीडियो जारी कर विभाग को बदनाम करने का प्रयास किया है। हरियाणा के कैथल में हैफेड गोदाम का वीडियो बनाकर वायरल करने वाले पर कार्रवाई की जाएगी। इस वीडियो में दिखाया गया था कि कर्मचारियों ने गोदाम में रखे गेहूं पर पानी का छिड़काव किया है। इससे गेहूं गीला और भारी होगा, और लोगों तक कम गेहूं पहुंचेगा। हालांकि, वायरल वीडियो के दावे को गोदाम इंचार्ज ने झूठा बताया। उन्होंने कहा कि गेहूं पर पानी का नहीं, बल्कि सुरक्षित रखने के लिए स्प्रे किया गया था। झूठा दावा कर विभाग को बदनाम करने की कोशिश की गई है। अब वीडियो बनाने वाले गोदाम के सिक्योरिटी गार्ड पर कार्रवाई होगी। वायरल वीडियो का यह था पूरा मामला… वायरल वीडियो में गेहूं की गीली बोरियां दिखाईं
बता दें कि सोशल मीडिया पर मंगलवार को एक वीडियो शेयर किया गया, जो कैथल के हैफेड गोदाम का था। यह वीडियो रात का था। इसमें गोदाम में रखी गेहूं की बोरियों को दिखाया गया, जोकि गीली थीं। इसके अलावा बोरियों के पास जमीन भी गीली थी। वीडियो में बताया गया कि गेहूं को भारी करने के लिए विभाग के कर्मचारियों ने बोरियों पर पानी का छिड़काव किया है। वीडियो में गोदाम के कोनों को भी दिखाया गया। इनमें साफ देखा जा सकता है कि बोरियों पर सीलन आई हुई थी। हालांकि, वीडियो कब का है, इसकी पुष्टि नहीं हुई। 6 सदस्यीय टीम ने की मामले की जांच
वीडियो वायरल होने के बाद यह बात हैफेड अधिकारियों तक पहुंची। इसके बाद कैथल हैफेड के DM सुरेश वैद ने इसकी शिकायत जिला प्रशासन और हैफेड मुख्यालय में की। मामले की गंभीरता को समझते हुए मुख्यालय ने जांच के लिए 6 सदस्यीय टीम का गठन कर दिया। इस टीम में डॉक्टर जसबीर सिंह, रमेश कुमार, मैनेजर सुखबीर सिंह, रवि कुमार, मानसिंह और प्रेम सिंह शामिल थे। इस टीम ने मामले की जांच की और पता लगाया कि वीडियो बनाकर वायरल करने वाला शख्स गोदाम का सिक्योरिटी गार्ड है। उसका नाम सतीश है। वह रामगढ़ का रहने वाला है। वह सिक्योरिटी एजेंसी के माध्यम से गोदाम में लगा था। रूटीन प्रोसेस के तहत किया था स्प्रे
टीम ने वीडियो के दावों की भी जांच की। कैथल हैफेड गोदाम की जिम्मेदारी इंचार्ज संजीव ढुल के पास है। टीम ने जब उनसे संपर्क कर जानकारी ली तो उन्होंने बताया कि बीती रात ही स्टॉक को सुरक्षित बनाए रखने के लिए उस पर स्प्रे किया गया था। यह रूटीन प्रोसेस है। इसके बाद टीम ने गोदाम जाकर गेहूं की बोरियों की भी जांच की। उसमें पाया कि बोरियों में गेहूं सूखा था और नमी की मात्रा भी सामान्य 13.5 प्रतिशत ही थी। इस दौरान स्टॉक की ऊपर परत की जांच की गई थी। टीम को इसमें कोई कमी नहीं दिखी, जिसकी रिपोर्ट उन्होंने मुख्यालय में जमा कर दी। सिक्योरिटी गार्ड बुलाया, लेकिन पहुंचा नहीं
टीम ने मौके पर वीडियो वायरल करने वाले सिक्योरिटी गार्ड को भी पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन वह आया नहीं। इसकी शिकायत विभाग मुख्यालय के साथ कैथल DC को भी दी गई है। इस पर DM सुरेश वैद ने कहा है कि सिक्योरिटी गार्ड ने झूठा वीडियो जारी कर विभाग को बदनाम करने का प्रयास किया है। हरियाणा | दैनिक भास्कर