महाकुंभ का मौनी अमावस्या पर अमृत स्नान:अखाड़ा संगम के लिए निकला तो प्रशासन ने कुछ देर के लिए रोका, संतों की बैठक चल रही

महाकुंभ का मौनी अमावस्या पर अमृत स्नान:अखाड़ा संगम के लिए निकला तो प्रशासन ने कुछ देर के लिए रोका, संतों की बैठक चल रही

प्रयागराज में महाकुंभ का दूसरा अमृत स्नान है। मौनी अमावस्या पर संगम में डुबकी लगाने के लिए भोर में अखाड़ों के नागा साधु और संन्यासी संगम निकले थे। भगदड़ की घटना के बाद प्रशासन ने अखाड़ों से अपील की कि अभी स्नान के लिए न जाएं। इसके बाद अखाड़े के साधु-संत शिविर में लौट आए। यहां साधु-संत बैठक कर रहे हैं। इसके बाद तय होगा कि अखाड़ों का स्नान कब होगा। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी ने कहा- मेला प्रशासन का मेरे पास फोन आया था। मुझसे जुलूस रोकने का आग्रह किया है। मैंने अपने अखाड़े का जुलूस अभी अंदर ही रोका है। अभी हम वेट एंड वॉच की स्थिति में हैं। 13 अखाड़ों में से सबसे पहले संन्यासी, बैरागी और फिर उदासीन अखाड़े को स्नान करना है। श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी और श्री शंभू पंचायती अटल अखाड़ा के नागा संन्यासी और संत स्नान करने के लिए भोर में सबसे पहले अखाड़े से निकले थे। इनकी स्नान की टाइमिंग 5 बजे की दी गई थी। प्रयागराज में महाकुंभ का दूसरा अमृत स्नान है। मौनी अमावस्या पर संगम में डुबकी लगाने के लिए भोर में अखाड़ों के नागा साधु और संन्यासी संगम निकले थे। भगदड़ की घटना के बाद प्रशासन ने अखाड़ों से अपील की कि अभी स्नान के लिए न जाएं। इसके बाद अखाड़े के साधु-संत शिविर में लौट आए। यहां साधु-संत बैठक कर रहे हैं। इसके बाद तय होगा कि अखाड़ों का स्नान कब होगा। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविंद्र पुरी ने कहा- मेला प्रशासन का मेरे पास फोन आया था। मुझसे जुलूस रोकने का आग्रह किया है। मैंने अपने अखाड़े का जुलूस अभी अंदर ही रोका है। अभी हम वेट एंड वॉच की स्थिति में हैं। 13 अखाड़ों में से सबसे पहले संन्यासी, बैरागी और फिर उदासीन अखाड़े को स्नान करना है। श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी और श्री शंभू पंचायती अटल अखाड़ा के नागा संन्यासी और संत स्नान करने के लिए भोर में सबसे पहले अखाड़े से निकले थे। इनकी स्नान की टाइमिंग 5 बजे की दी गई थी।   उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर