हिमाचल प्रदेश में अगले 6 दिन तक मौसम खराब रहेगा। इस दौरान ऊंचे क्षेत्रों में हल्का हिमपात और निचले इलाकों में बारिश हो सकती है। खासकर 4 फरवरी को अच्छी बर्फबारी का अलर्ट जारी किया गया है। इससे पहले आज रात से वेस्टर्न डिस्टरबेंस (WD) ज्यादा एक्टिव होगा। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की माने तो 31 जनवरी और 1 फरवरी को दो दिन तक प्रदेश के ज्यादातर भागों में हल्की बारिश और बर्फबारी होने का अनुमान है। प्रदेश के ज्यादातर भागों में 2 फरवरी को मौसम साफ हो जाएगा। 3 फरवरी से अगले दो दिन तक फिर से बारिश-बर्फबारी के आसार हैं। बर्फबारी से पहले तापमान में आया उछाल बारिश और बर्फबारी से पहले तापमान में हल्का उछाल आया है। प्रदेश का औसत न्यूनतम तापमान सामान्य से 2.1 डिग्री अधिक हो गया है। मनाली के तापमान में नॉर्मल की तुलना में सबसे ज्यादा 5.9 डिग्री का उछाल दर्ज किया गया है। इसी तरह कल्पा का न्यूनतम तापमान भी सामान्य से 4.7 डिग्री अधिक हो गया है। जनवरी में सामान्य से 81 प्रतिशत कम बादल बरसे फिलहाल जनवरी में नाम मात्र बारिश व बर्फबारी हुई है। इससे स्थानीय जनता समेत टूरिस्ट भी मायूस हैं। बर्फ नहीं गिरने से पहाड़ों पर टूरिस्ट नहीं पहुंच रहे। इससे पर्यटन कारोबारी परेशान हैं। किसानों-बागवानों की फसलों पर भी सूखे का असर नजर आने लगा है। प्रदेश में जनवरी में 79.1 मिलीमीटर नॉर्मल बारिश होती है। मगर इस बार 14.7 मिलीमीटर ही बादल बरसे हैं, जो कि सामान्य से 81 प्रतिशत कम है। शिमला समेत ज्यादातर क्षेत्रों में आज सुबह से बादल छाए शिमला की बात करें तो आज सुबह से ही हल्के बादल जरूर छाए हुए हैं। प्रदेश के अधिक ऊंचे क्षेत्रों में आज हल्की बारिश-बर्फबारी का पूर्वानुमान है। खासकर आज रात के बाद अगले 48 घंटे तक ऊंचे क्षेत्रों में बारिश बर्फबारी हो सकती है। हिमाचल प्रदेश में अगले 6 दिन तक मौसम खराब रहेगा। इस दौरान ऊंचे क्षेत्रों में हल्का हिमपात और निचले इलाकों में बारिश हो सकती है। खासकर 4 फरवरी को अच्छी बर्फबारी का अलर्ट जारी किया गया है। इससे पहले आज रात से वेस्टर्न डिस्टरबेंस (WD) ज्यादा एक्टिव होगा। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला की माने तो 31 जनवरी और 1 फरवरी को दो दिन तक प्रदेश के ज्यादातर भागों में हल्की बारिश और बर्फबारी होने का अनुमान है। प्रदेश के ज्यादातर भागों में 2 फरवरी को मौसम साफ हो जाएगा। 3 फरवरी से अगले दो दिन तक फिर से बारिश-बर्फबारी के आसार हैं। बर्फबारी से पहले तापमान में आया उछाल बारिश और बर्फबारी से पहले तापमान में हल्का उछाल आया है। प्रदेश का औसत न्यूनतम तापमान सामान्य से 2.1 डिग्री अधिक हो गया है। मनाली के तापमान में नॉर्मल की तुलना में सबसे ज्यादा 5.9 डिग्री का उछाल दर्ज किया गया है। इसी तरह कल्पा का न्यूनतम तापमान भी सामान्य से 4.7 डिग्री अधिक हो गया है। जनवरी में सामान्य से 81 प्रतिशत कम बादल बरसे फिलहाल जनवरी में नाम मात्र बारिश व बर्फबारी हुई है। इससे स्थानीय जनता समेत टूरिस्ट भी मायूस हैं। बर्फ नहीं गिरने से पहाड़ों पर टूरिस्ट नहीं पहुंच रहे। इससे पर्यटन कारोबारी परेशान हैं। किसानों-बागवानों की फसलों पर भी सूखे का असर नजर आने लगा है। प्रदेश में जनवरी में 79.1 मिलीमीटर नॉर्मल बारिश होती है। मगर इस बार 14.7 मिलीमीटर ही बादल बरसे हैं, जो कि सामान्य से 81 प्रतिशत कम है। शिमला समेत ज्यादातर क्षेत्रों में आज सुबह से बादल छाए शिमला की बात करें तो आज सुबह से ही हल्के बादल जरूर छाए हुए हैं। प्रदेश के अधिक ऊंचे क्षेत्रों में आज हल्की बारिश-बर्फबारी का पूर्वानुमान है। खासकर आज रात के बाद अगले 48 घंटे तक ऊंचे क्षेत्रों में बारिश बर्फबारी हो सकती है। हिमाचल | दैनिक भास्कर
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शिमला में रामकृष्ण-मिशन आश्रम में हंगामे की जांच की मांग:स्वामी तन्मयमहिमानंद बोले- पुलिस जांच पर भरोसा नहीं, आधी रात को हुआ था पथराव
शिमला में रामकृष्ण-मिशन आश्रम में हंगामे की जांच की मांग:स्वामी तन्मयमहिमानंद बोले- पुलिस जांच पर भरोसा नहीं, आधी रात को हुआ था पथराव हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में स्थित रामकृष्ण मिशन आश्रम को लेकर टकराव जारी है। रामकृष्ण मिशन व हिमालयन ब्रह्म समाज ने सोमवार को इसको लेकर शिमला में पत्रकार वार्ता की। इस दौरान उन्होंने विरोधी खेमे पर गंभीर आरोप लगाए और पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े किए हैं। स्वामी तन्मयमहिमानंद ने पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि रामकृष्ण मिशन और हिमालयन ब्रह्म समाज में कोई मतभेद नही है ।उन्होंने कहा कि 16 नवम्बर को रामकृष्ण परिसर में हुई घटना की न्यायिक जांच होनी चाइए ।उन्होंने कहा कि पुलिस की जांच पे उन्हें भरोसा नही है। स्वामी ने पत्रकार वार्ता के दौरान कहा कि जो लोग हिमालयन ब्रह्म समाज के पदाधिकारी होने का दावा कर रहे हैं वो भू माफिया है। राम कृष्ण मिशन यहां 2014 से नियमित रूप से कार्य कर रहे है। हिमालयन ब्रह्म समाज के 1966 से ट्रस्टी ललित वर्मा और शैल पंडित है। सोशल मीडिया में राम कृष्ण मिशन और हिमालयन ब्रह्म समाज में मतभेद की बात पूरी तरह गलत है।जो ब्रह्म समाज है उनमें कोई मतभेद नही है। न्यायिक जांच की मांग
वहीं रामकृष्ण मिशन समर्थक ब्रह्म समाज के पदाधिकारी ललित वर्मा ने पुलिस प्रशासन ने आरोप लगाया है कि पुलिस को पहले सूचना देने के बाद भी पुलिस ने क्यों कार्रवाही नही की। ललित वर्मा ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस के आला अधिकारी इस मामले को राजनीतिक रंग देने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने प्रदेश सरकार से मांग की है कि 16 नंवबर को हुई घटना की न्यायिक जांच करवाई जानी चाइए। 10-12 लोगों पर मामला दर्ज
बता दें कि हिमाचल की राजधानी शिमला स्थित रामकृष्ण आश्रम में शनिवार की आधी रात को पथराव हुआ था। जिसमें QRT के जवानों समेत 7 से 8 लोग घायल हो गए । जिसके बाद पुलिस ने इसमें 10 से 12 लोगो के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। FIR में इन लोगों के नाम
रामकृष्ण मिशन आश्रम में शनिवार रात को हुए विवाद के मामले में दर्ज एक एफआईआर में स्वामी तनमाहिमानन्दा, रामरुपानन्द, ललित वर्मा, संदीप, कर्ण नंदा, विनोद अग्रवाल, शीतल व्यास और नितिन व्यास के नाम का उल्लेख है। इसके अलावा कई अन्य लोग भी इसमें शामिल हो सकते हैं। क्या कहना है ब्रह्म समाज पक्ष का?
वहीं ब्रह्म समाज पक्ष के ट्रस्टी मोहिंदर कुमार ने बताया कि उन्होंने पुलिस को दी शिकायत में बताया है कि 16 नवंबर को 5:00 के आसपास ब्रह्म समाज के लोग ब्रह्म उपासना के लिए ब्रह्म समाज मंदिर परिसर (रामकृष्ण मंदिर मन्दिर आश्रम) में गए और वहां पर 5 से 6 बजे तक ब्रह्म समाज उपासना का शांतिपूर्ण कार्य चलता रहा ब्रह्म समाज के लोगों ने वहां पर आप पूर्ण कलश स्थापना भी की। महिलाओं के साथ हुआ अभद्र व्यवहार
कुछ समय बाद संत तन्मयमहिमानंद और रूपानंद मंदिर परिसर में प्रवेश किया और वहां पूजा अर्चना कर रही महिलाओं के साथ अभद्र व्यवहार किया और स्थापित कलश को खंडित किया जिससे ब्रह्म समाज की धार्मिक भावना आहत हुई है। उन्होंने पुलिस को बताया है कि उन्होंने स्वामी से कई बार प्रार्थना की लेकिन पार्थना करने के बाद भी उन्होंने कलश की स्थापना नही करने दिया। उसके बाद वह वहां शांति पूर्ण तरीके से उपासना कर रहे थे लेकिन फिर स्वामी ने अपने गुंडों को बुलाया और उन्होंने उपासना कर रहे ब्रह्म समाज के लोगो पर पत्थर, गमलों एंव डंडों से जानलेवा हमला करवाया। क्या है पूरा मामला?
दरअसल आपको बता दें कि राम कृष्ण मिशन व ब्रह्म समाज के एक धड़े की बीच यहां लगभग 30 बीघे के आस पास जमीन को लेकर विवाद चला हुआ है। इसको लेकर काफी समय से विवाद है यह मामला न्यायालय के विचाराधीन है। पहले भी कई बार यह मामला उठा है। लेकिन शनिवार की मध्यरात्रि हुए घटना क्रम के बाद यह एक बार फिर गरमा गया है।
कंगना रनोट की फिल्म इमरजेंसी का नया ट्रेलर आया:भिंडरांवाला-सिखों के गोलियां चलाने वाले सीन हटाए; रिलीज की नई डेट तय
कंगना रनोट की फिल्म इमरजेंसी का नया ट्रेलर आया:भिंडरांवाला-सिखों के गोलियां चलाने वाले सीन हटाए; रिलीज की नई डेट तय बॉलीवुड एक्टर एवं हिमाचल के मंडी से BJP सांसद कंगना रनोट की पूर्व PM इंदिरा गांधी पर बनाई फिल्म इमरजेंसी का नया ट्रेलर जारी हो गया है। कंगना ने सोशल मीडिया (X) पर ट्रेलर को शेयर किया। इसमें से जरनैल सिंह भिंडरांवाला और सिखों को खालिस्तानी और दूसरे गलत तरीके से पेश करने वाले सारे सीन हटा लिए गए हैं। 14 अगस्त को जारी ट्रेलर में सिखों को गोलियां चलाते हुए दिखाया गया था। सिखों का आरोप था कि इसमें उन्हें आतंकी दिखाने की कोशिश की गई है। इन्हीं सीन पर फरीदकोट से निर्दलीय सांसद सरबजीत सिंह के अलावा सिखों की सर्वोच्च संस्था शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) ने एतराज जताया था। सेंसर बोर्ड की तरफ से हरी झंडी मिलने के बाद 17 जनवरी को फिल्म रिलीज होगी। इससे पहले ये फिल्म 6 सितंबर 2024 को रिलीज होने वाली थी, लेकिन इसे सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (CBFC) से क्लीयरेंस ही नहीं मिला था। पंजाब के सांसद ने कहा था- सिखों के खिलाफ गहरी साजिश
5 महीने पहले पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या करने वाले उनके सुरक्षाकर्मी बेअंत सिंह के बेटे एवं फरीदकोट से निर्दलीय सांसद सरबजीत सिंह खालसा ने ट्रेलर में दिखाए गए सीनों पर आपत्ति जताई थी। उन्होंने कहा था कि फिल्म इमरजेंसी में सिखों को गलत तरीके से पेश करने की खबरें सामने आ रही हैं, जिससे समाज में शांति और कानून की स्थिति बिगड़ने की आशंका है। अगर इस फिल्म में सिखों को अलगाववादी या आतंकवादी के रूप में दिखाया गया है तो यह एक गहरी साजिश है। सरबजीत ने कहा था कि यह फिल्म एक मनोवैज्ञानिक हमला है, जिस पर सरकार को पहले से ध्यान देकर दूसरे देशों में सिखों के प्रति नफरत भड़काना बंद कर देना चाहिए। सिख समुदाय के लोगों का आरोप- फिल्म में उनकी छवि गलत दिखाई गई
वहीं SGPC ने भी आरोप लगाया था कि फिल्म में सिखों की छवि को गलत तरीके से दिखाया गया है। MP की जबलपुर सिख संगत ने जबलपुर में कलेक्ट्रेट तक रैली निकाली थी। यहां कलेक्टर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम ज्ञापन सौंपते हुए फिल्म पर पूरी तरह रोक लगाने की मांग की गई थी। 10 बदलाव करने के लिए कहा गया था
इमरजेंसी के विवादित सीनों पर सेंसर बोर्ड ने फैक्ट्स दिखाने को कहा था। CBFC ने कहा था कि मेकर्स को इस फिल्म में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति रिचर्ड मिल्हौस निक्सन द्वारा भारतीय महिलाओं के प्रति की गई अपमानजनक टिप्पणी और ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री विंस्टन चर्चिल के भारतीयों को खरगोशों की तरह प्रजनन करने वाले बयानों के सोर्स पेश करने होंगे। सेंसर बोर्ड ने मणिकर्णिका फिल्म्स प्राइवेट लिमिटेड को 10 बदलावों की लिस्ट भेजी थी। इनमें अधिकतर सीन वे थे, जिन पर सिख संगठनों की तरफ से आपत्ति जताई गई थी। फिल्म के एक सीन में पाकिस्तानी सैनिकों को बांग्लादेश शरणार्थियों पर हमला करते हुए दिखाया गया है। इसमें उन्हें बच्चों व महिलाओं पर हमला करते हुए दिखाया गया है। CBFC ने इस सीन पर भी अपनी आपत्ति जताई थी। बोर्ड ने मेकर्स को फिल्म से इस सीन को बदलने या फिर पूरी तरह डिलीट करने के लिए कहा था। फिल्म से 3 सीन करवाए गए थे डिलीट
करीब 4 महीने पहले सिख संगठनों के आपत्ति के बाद CBFC ने फिल्म का सर्टिफिकेट को रोक दिया था। CBFC ने इस फिल्म से 3 सीन डिलीट करने के निर्देश दिए थे। इसके साथ सख्त हिदायत भी दी थी कि फिल्म को रिलीज करने से पहले इसमें 10 बदलाव किए जाएं। कंगना ने इस पर रोष भी व्यक्त किया था। कंगना ने कहा था- सेंसर बोर्ड वालों को धमकियां मिल रहीं
फिल्म को रिलीज करने से रोकने पर कंगना ने कहा था कि CBFC ने फिल्म को क्लियर कर दिया था, लेकिन बाद में सर्टिफिकेशन पर रोक लगा दी गई। ऐसा इसलिए हुआ है क्योंकि जान से मारने की बहुत ज्यादा धमकियां आ रही हैं। सेंसर बोर्ड वालों को भी धमकियां मिल रही हैं। हम पर यह प्रेशर है कि इंदिरा गांधी की हत्या न दिखाएं, भिंडरावाले को न दिखाएं, पंजाब दंगे न दिखाएं। मुझे नहीं पता कि फिर क्या दिखाएं। पता नहीं क्या हुआ कि अचानक से फिल्म को ब्लैक आउट कर दिया गया। इस पर भरोसा नहीं किया जा सकता। देश में जो हालात हैं, उसे देखकर मुझे बहुत बुरा लग रहा है।
बिलासपुर के पहले पायलट बने पंजगाई के नितीश भारद्वाज:इंदौर में होगी ट्रेनिंग; अभी इंडिगो एयरलाइंस के फ्लाइंग ऑपरेशन में तैनात
बिलासपुर के पहले पायलट बने पंजगाई के नितीश भारद्वाज:इंदौर में होगी ट्रेनिंग; अभी इंडिगो एयरलाइंस के फ्लाइंग ऑपरेशन में तैनात बिलासपुर के पंजगाई के नितीश भारद्वाज जिले के पहले विमान पायलट बन गए है। सेवानिवृत शारीरिक शिक्षक के बेटे नितीश का चयन एयर इंडिया में बतौर पायलट सिलेक्शन हुआ है। नितीश ने अपनी 12 की पढ़ाई बरमाणा सीनियर सेकेंडरी स्कूल से की है और टॉपर रहे। नितीश भारद्वाज के पिता बेली राम भारद्वाज सेवानिवृत शारीरिक शिक्षक ने बताया कि 12वीं करने के बाद नितीश ने एयरोनॉटिकल इंजीनियर के लिए परीक्षा दी और सिलेक्ट हुआ। एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग कॉलेज में भी टॉपर रहा था। नितीश भारद्वाज इंडिगो एयरलाइंस में फ्लाइंग ऑपरेशन में कार्यरत है। अब नितीश पाइलट की ट्रेनिंग के लिए एमपी के इंदौर जाएंगे। वहीं उनके पिता ने कहा कि मेहनत का फल मीठा कहा जाता है क्योंकि मेहनत करने से हमें जो परिणाम मिलते हैं, वे हमारे लिए सुखद और संतोषजनक होते हैं।