हरियाणा के करनाल रेलवे स्टेशन पर शताब्दी एक्सप्रेस की चपेट में आने से आर्मी के रिटायर्ड जवान की मौत हो गई। जवान को बचाने की कोशिश में एक व्यक्ति भी ट्रेन की चपेट में आ गया, जिससे उसकी टांग टूट गई। आर्मी जवान फिलहाल इंद्री कोर्ट में जज के क्लर्क थे। हादसा रेलवे ट्रैक पार करते समय हुआ। रेलवे पुलिस (GRP) ने शव को नागरिक अस्पताल पहुंचाया है। जानकारी अनुसार दिल्ली निवासी 41 वर्षीय कृष्ण कुमार गुरुवार को नई दिल्ली से शान-ए-पंजाब एक्सप्रेस ट्रेन से करनाल पहुंचे थे। ट्रेन से उतरने के बाद उन्होंने प्लेटफॉर्म पर जाने की बजाय सीधा रेलवे ट्रैक पार करने की कोशिश की। इसी दौरान तेज रफ्तार शताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन ट्रैक पर आ गई और कृष्ण को जोरदार टक्कर मार दी। उनके पास ही एक सरदार जी भी खड़े थे, उन्होंने कृष्ण को बचाने की कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हो सके। वे भी ट्रेन की चपेट में आ गए, उनकी टांग टूट गई, घायल की अभी पहचान नहीं हो पाई है। ट्रेन की गति इतनी तेज थी कि कृष्ण कुमार को संभलने का मौका तक नहीं मिला और मौके पर ही उनकी मौत हो गई। सरदार को इलाज के लिए अस्पताल में दा,ाल कराया गया है। रेलवे स्टेशन पर हादसा देख कांपे लोग हादसा होते ही रेलवे स्टेशन पर अफरातफरी मच गई। आसपास मौजूद यात्रियों और स्थानीय लोगों की भीड़ घटनास्थल पर जमा हो गई। पुलिस के मुताबिक, ट्रेन की टक्कर इतनी जोरदार थी कि कृष्ण कुमार का शरीर दूर जाकर गिरा। जीआरपी को सूचना मिलते ही पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लिया। परिजनों के आने के बाद होगा पोस्टमॉर्टम जीआरपी करनाल के जांच अधिकारी सुशील कुमार ने बताया कि मृतक के कपड़ों से उनका पर्स मिला, जिसमें मौजूद आईडी कार्ड के जरिए उनकी पहचान कृष्ण कुमार के रूप में हुई है। कृष्ण कुमार दिल्ली के रहने वाले थे और वर्तमान में इंद्री कोर्ट में कार्यरत थे। पुलिस ने परिजनों को सूचना दे दी है और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए मोर्चरी में रखवा दिया गया है। हरियाणा के करनाल रेलवे स्टेशन पर शताब्दी एक्सप्रेस की चपेट में आने से आर्मी के रिटायर्ड जवान की मौत हो गई। जवान को बचाने की कोशिश में एक व्यक्ति भी ट्रेन की चपेट में आ गया, जिससे उसकी टांग टूट गई। आर्मी जवान फिलहाल इंद्री कोर्ट में जज के क्लर्क थे। हादसा रेलवे ट्रैक पार करते समय हुआ। रेलवे पुलिस (GRP) ने शव को नागरिक अस्पताल पहुंचाया है। जानकारी अनुसार दिल्ली निवासी 41 वर्षीय कृष्ण कुमार गुरुवार को नई दिल्ली से शान-ए-पंजाब एक्सप्रेस ट्रेन से करनाल पहुंचे थे। ट्रेन से उतरने के बाद उन्होंने प्लेटफॉर्म पर जाने की बजाय सीधा रेलवे ट्रैक पार करने की कोशिश की। इसी दौरान तेज रफ्तार शताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन ट्रैक पर आ गई और कृष्ण को जोरदार टक्कर मार दी। उनके पास ही एक सरदार जी भी खड़े थे, उन्होंने कृष्ण को बचाने की कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हो सके। वे भी ट्रेन की चपेट में आ गए, उनकी टांग टूट गई, घायल की अभी पहचान नहीं हो पाई है। ट्रेन की गति इतनी तेज थी कि कृष्ण कुमार को संभलने का मौका तक नहीं मिला और मौके पर ही उनकी मौत हो गई। सरदार को इलाज के लिए अस्पताल में दा,ाल कराया गया है। रेलवे स्टेशन पर हादसा देख कांपे लोग हादसा होते ही रेलवे स्टेशन पर अफरातफरी मच गई। आसपास मौजूद यात्रियों और स्थानीय लोगों की भीड़ घटनास्थल पर जमा हो गई। पुलिस के मुताबिक, ट्रेन की टक्कर इतनी जोरदार थी कि कृष्ण कुमार का शरीर दूर जाकर गिरा। जीआरपी को सूचना मिलते ही पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लिया। परिजनों के आने के बाद होगा पोस्टमॉर्टम जीआरपी करनाल के जांच अधिकारी सुशील कुमार ने बताया कि मृतक के कपड़ों से उनका पर्स मिला, जिसमें मौजूद आईडी कार्ड के जरिए उनकी पहचान कृष्ण कुमार के रूप में हुई है। कृष्ण कुमार दिल्ली के रहने वाले थे और वर्तमान में इंद्री कोर्ट में कार्यरत थे। पुलिस ने परिजनों को सूचना दे दी है और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए मोर्चरी में रखवा दिया गया है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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रोहतक में 2 अलग-अलग लोगों से साइबर ठगी:पुराने नोटों के बदले एक करोड़ का लालच दिया, दूसरे से पिन लेकर 3.37 लाख ठगे
रोहतक में 2 अलग-अलग लोगों से साइबर ठगी:पुराने नोटों के बदले एक करोड़ का लालच दिया, दूसरे से पिन लेकर 3.37 लाख ठगे रोहतक में दो लोगों से साइबर ठगी का मामला सामने आया है। एक व्यक्ति को पुराने नोटों के बदले एक करोड़ रुपये का लालच दिया गया। उससे 2.84 लाख रुपये ठग लिए गए। दूसरे व्यक्ति से उसका एटीएम और एप का पिन लेकर 3.37 लाख रुपये ठग लिए गए। पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है। रोहतक के आदर्श नगर निवासी ओमप्रकाश दुआ ने पीजीआईएमएस थाने में धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई है। उन्होंने शिकायत में बताया कि 5 दिसंबर को पीएनबी वन एप एटीएम के जरिए ठगी हुई। 5 दिसंबर को उनके पास एक कॉल आई और कॉलर ने एटीएम पिन और पीएनबी वन एप का पिन मांगा। वह कॉलर के झांसे में आ गए और पिन शेयर कर दिया। जिसके बाद उनके 2 अलग-अलग पीएनबी खातों से 3 लाख 37 हजार रुपये निकल गए। इसके बाद पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है। शिकायत के आधार पर पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुराने नोटों के बदले 1 करोड़ का लालच देकर 2.84 लाख ठगे रोहतक के गांव खिड़वाली निवासी राजबीर ने सदर थाने में धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत में उसने बताया कि 11 अक्टूबर को उसके मोबाइल पर व्हाट्सएप कॉल आई। जिसमें सामने वाले ने 5, 10, 20 और 50 रुपये के पुराने नोटों के बारे में पूछा। हामी भरने के बाद कॉल करने वाले ने उसे इन नोटों के बदले एक करोड़ रुपये देने का लालच दिया। इसके लिए उसने इन नोटों की फोटो और वीडियो मांगी। फोटो और वीडियो भेजने के बाद उसने कहा कि वह अपने दोस्त को पैसे देकर भेज रहा है, जिसके लिए उसने किराए के तौर पर 25 हजार रुपये मांगे। 25 हजार रुपये देने के बाद 19 अक्टूबर को फिर कॉल आई और गाड़ी खराब होने के नाम पर 12 हजार रुपये मांगे गए। बाद में आरोपी लगातार पैसे मांगते रहे। उन्होंने उससे कुल 2 लाख 84 हजार 25 रुपये ठग लिए। इसकी जानकारी होने पर पुलिस को शिकायत दी गई। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
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हिसार में भाजपा की हार पर रणजीत चौटाला की प्रतिक्रिया:बोले- जीता हुआ चुनाव हम हार गए; कार्यकर्ताओं से की खास अपील हिसार लोकसभा सीट पर कांग्रेस के जयप्रकाश से करीबी मुकाबले में हारने के बाद रणजीत चौटाला ने पहली बार हिसार की जनता को संदेश दिया। रणजीत चौटाला ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो संदेश जारी किया। 49 सेकंड के इस वीडियो में रणजीत चौटाला ने हिसार के कार्यकर्ताओं का हौसला बढ़ाते हुए कहा, “मैं हिसार लोकसभा क्षेत्र के परिवारों से कहना चाहूंगा कि चुनाव के बाद आपको थोड़ा सा ऐसा लगा होगा कि जो चुनाव हमने जीता था, वो हम हार गए। इसके लिए मैं आपकी भावनाओं को समझता हूं। मैं सभी लोगों से एक बात कहना चाहूंगा कि हम सब मिलजुल कर बैठेंगे और इस मामले पर चर्चा करेंगे। इसके लिए मैं आपको इस महीने की 10 तारीख को शाम 4 बजे अग्रसेन भवन हिसार में आमंत्रित करता हूं। इस दिन हम सब मिलजुल कर बैठेंगे और चर्चा करेंगे, ताकि हमारी थकान दूर हो और हम अगला चुनाव हिम्मत के साथ लड़ने के लिए तैयार हों।” रणजीत चौटाला बोले- 16 साल की सेवा जारी रखूंगा रणजीत चौटाला ने कार्यकर्ताओं से कहा कि हम सभी अपने चुनावी अनुभव साझा कर मन को हल्का करने का प्रयास करेंगे। हिसार परिवार के लिए मैं हमेशा आपके बीच रहूंगा। रणजीत ने कहा कि पिछले 16 सालों से मैं आपकी समस्याओं के समाधान के लिए हर महीने की 5 तारीख को हिसार आता रहा हूं और भविष्य में भी ऐसे ही आता रहूंगा और आपके बीच रहकर अपने हिसार परिवार की समस्याएं सुनूंगा। मेरा यह जीवन हिसार परिवार को समर्पित रहेगा। 63,381 वोटों से हारे रणजीत बता दें कि हिसार लोकसभा में जयप्रकाश जेपी ने रणजीत चौटाला को 63,381 वोटों से हराया था। जयप्रकाश को 48.58 प्रतिशत वोट मिले थे जबकि रणजीत चौटाला को सिर्फ 43.19 प्रतिशत वोट मिले थे। पिछली बार के मुकाबले भाजपा का वोट प्रतिशत 7.81 प्रतिशत कम हुआ है। 2019 में भाजपा को 51.13 प्रतिशत वोट मिले थे। वहीं कांग्रेस को 2019 में 15.63 प्रतिशत वोट मिले थे जो बढ़कर 48.58 प्रतिशत हो गए हैं। हिसार लोकसभा की 9 में से 6 सीटों पर जयप्रकाश जेपी ने जीत दर्ज की है जबकि रणजीत चौटाला सिर्फ 3 सीटों पर ही जीत दर्ज कर पाए हैं। रणजीत और भाजपा के लिए हार की सबसे बड़ी वजह आदमपुर में हार और शहरों में वोटों का कम होता अंतर रहा। ये हैं हार के बड़े कारण
1. जाट वोक बैंक का ना बटना : भाजपा के रणजीत के जीतने का कारण जाट वोट बैंक का नहीं बटना है। इस बार सभी प्रमुख पार्टियों भाजपा, कांग्रेस, जजपा और इनेलो ने जाट चेहरों को मैदान में उतारा था। भाजपा को उम्मीद थी कि इससे जाट वोट बैंक बटेगा। हिसार में करीब 33 प्रतिशत जाट आबादी है। ऐसे में जाट वोट सीधा कांग्रेस को गया। जाट बाहुल्य हलके उचाना और नारनौंद में जयप्रकाश को बंपर वोट मिले। वहीं जजपा की नैना चौटाला को 22032 और इनेलो की सुनैना चौटाला को 22303 वोट मिले। दोनों को मिलाकर 44335 वोट मिले। इससे अधिक 44794 वोटों की लीड तो जयप्रकाश को नारनौंद हलके से ही मिल गई। 2. शहरों में कम मार्जिन : रणजीत की हार का कारण शहरों में कम मार्जिन से जीतना रहा। शहरों में भाजपा प्रत्याशी रणजीत चौटाला को करीब 1 लाख वोटों से लीड मिलने की उम्मीद थी। मगर हिसार में रणजीत चौटाला को 36605 और हांसी में 6670 वोटों की लीड मिली। दोनों को यदि मिला दिया जाए तो आंकड़ा 43275 वोट का बनता है। इससे लीड जयप्रकाश ने एक ही हलके नारनौंद से लेकर पूरी कर ली। इसके बाद उकलाना और उचाना ने बची कसर पूरी कर दी।
3. आदमपुर और नलवा से हार : भाजपा को पूरी उम्मीद थी कि आदमपुर और नलवा से जीत मिलेगी। मगर आदमपुर में भाजपा 6384 वोटों से हार गई। इसके अलावा नलवा हलके में भाजपा 2439 वोटों से हार गए। आदमपुर में भाजपा को 15000 वोटों की लीड मिलने का अनुमान था। दो साल पहले हुए आदमपुर उपचुनाव में भव्य बिश्नोई करीब 15 हजार से अधिक वोटों से जीते थे मगर इस चुनाव में दो साल पहले हुए चुनाव का मार्जिन तो घटाया ही साथ ही 6384 वोट लेकर जयप्रकाश ने बढ़त भी बनाई। 4. बड़े नेताओं की नाराजगी: रणजीत की हार का मुख्य कारण बड़े नेताओं की नाराजगी रहा। रणजीत को टिकट मिलने से टिकट के दावेदार कुलदीप बिश्नोई और कैप्टन अभिमन्यु नाराज हो गए। इनकी टीम ने रणजीत चौटाला की ग्राउंड पर उतर कर मदद नहीं की। कुलदीप खुद आदमपुर में घूमने के बजाय अपने बेटे को भेजते रहे।
हिसार में सरकारी स्कूल बना परीक्षा केंद्र:शिक्षा मंत्री ने दिए अपग्रेड के निर्देश, स्टूडेंट को जाना पड़ता था दूर
हिसार में सरकारी स्कूल बना परीक्षा केंद्र:शिक्षा मंत्री ने दिए अपग्रेड के निर्देश, स्टूडेंट को जाना पड़ता था दूर हरियाणा के हिसार जिले में खंड अग्रोहा के गांव कनोह के लिए खुशखबरी है। यहां का राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय अब भिवानी बोर्ड का परीक्षा केंद्र बन गया है। दशकों से यह मांग लंबित थी, जिसे शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने पूरा किया है। शिक्षा मंत्री से ग्रामीणों ने की थी मुलाकात गांव के सरपंच सुरेंद्र उर्फ काला कनोह ने बताया कि पहले छात्रों को वार्षिक परीक्षा देने के लिए दूर-दराज के गांवों में जाना पड़ता था। इस समस्या को लेकर उन्होंने शिक्षा मंत्री से मुलाकात की थी। ग्रामीणों और मंत्री के प्रयासों से न केवल स्कूल को परीक्षा केंद्र बनाया गया, बल्कि इसका अपग्रेडेशन भी किया गया है। सरकारी स्कूलों में एडमिशन की अपील स्कूल के अपग्रेड होने से विशेषकर स्टूडेंट को बड़ी राहत मिलेगी। अब उन्हें शिक्षा के लिए दूसरे गांवों में नहीं जाना पड़ेगा। सरपंच ने बताया कि भाजपा सरकार सरकारी स्कूलों में बेहतर सुविधाएं दे रही है और योग्य शिक्षकों की नियुक्तियां कर रही है। उन्होंने ग्रामीणों से अपने बच्चों को सरकारी स्कूलों में भेजने की अपील की है।