हरियाणा के रेवाड़ी जिले में कुछ किशोरों ने अनुसूचित जाति के एक नाबालिग को बुरी तरह पीटा। उसे जबरन सिगरेट पिलाने की कोशिश की। इतना ही नहीं बुरी तरह मारपीट कर उसे जाति सूचक शब्द बोतले हुए पैरों में गिराकर नाक भी रगड़वाई। साथ ही इस पूरी घटना का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल भी कर दिया। परिजनों के पास वीडियो पहुंचा तो पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई। रोहड़ाई थाना पुलिस ने तुरंत केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। इस पूरे घटना को अंजाम देने वाले युवक भी नाबालिग है। दरअसल, रेवाड़ी के रोहड़ाई थाना क्षेत्र निवासी एक शख्स के मुताबिक, उसका 14 साल का बेटा 12वीं कक्षा में पढ़ता हैं। 24 नवंबर (सोमवार) दोपहर बाद वह गांव में ही अपने दोस्त के पास बुक लेने गया था। रास्ते में उसे चौपाल के पास कुछ युवक मिल गए। उसके बेटे को रोककर आरोपी उसे चौपाल के भीतर ले गए। उसे जबरन सिगरेट पिलाने की कोशिश की। मना किया तो बुरी तरह उसे पीटा गया। हमला करने वाले युवक उसे पापा कहने को भी बोल रहे थे। इतना ही नहीं आरोपियों ने उसे पैरों में गिराकर जबरन नाक रगड़वाई। इस पूरे घटनाक्रम में चार युवक शामिल थे। ये चारों युवक भी नाबालिग हैं। करीब 10 मिनट तक आरोपी उसे पीटते रहे। पीड़ित का आरोप है कि इस दौरान आरोपियों ने उसे जाति सूचक शब्द भी कहे और घटना का वीडिया बना लिया। वीडियो में आरोपी उस पर हमला करते हुए साफ नजर आ रहे है। इतना ही नहीं नाक रगड़वाने का भी वीडियो बनाया। साथ ही धमकी दी कि अगर इस घटना को लेकर किसी को बताया तो उसे जान से मार देंगे। जिससे पीड़ित युवक घबरा गया और उसने घर जाने के बाद भी किसी को नहीं बताया। VIDEO वायरल होने पर पता चला पीड़ित व्यक्ति ने बताया कि बेटा घर आकर गुमशुम सा हो गया। उसने किसी को कुछ नहीं बताया। शाम को उनके पड़ोस में रहने वाले युवक ने उसे एक वीडियो दिखाया, जिसमें गांव के कुछ लोग उसके बेटे को पीट रहे थे। उसने जब बेटे से पूछा तो उसने आपबीती सुनाई। पीड़ित के मुताबिक, आरोपियों द्वारा सोशल मीडिया पर वायरल किए गए वीडियो में लिखा था-हमसे जो टकराएगा, उसका यही हाल होगा। लेकिन मेरा बेटा तो आरोपियों को जानता तक नहीं है, क्योंकि वह दूसरे मोहल्ले के रहने वाले हैं। मैं मजदूरी करता हूं। घटना का पता चलते ही हमने रोहड़ाई थाना में शिकायत दर्ज कराई। SHO बोले-केस दर्ज कर लिया है रोहड़ाई थाना प्रभारी इंस्पेक्टर भगत प्रसाद ने बताया कि इस मामले में धारा 115(2), 126(2), 3(5) BNS 3(2)(S) SC/ST ACT के तहत FIR दर्ज कर ली गई है। इसमें चार युवक नामजद हैं। हालांकि चारों युवक नाबालिग हैं। घटना के पीछे क्या रंजिश रही इसकी जांच की जा रही है। हरियाणा के रेवाड़ी जिले में कुछ किशोरों ने अनुसूचित जाति के एक नाबालिग को बुरी तरह पीटा। उसे जबरन सिगरेट पिलाने की कोशिश की। इतना ही नहीं बुरी तरह मारपीट कर उसे जाति सूचक शब्द बोतले हुए पैरों में गिराकर नाक भी रगड़वाई। साथ ही इस पूरी घटना का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल भी कर दिया। परिजनों के पास वीडियो पहुंचा तो पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई। रोहड़ाई थाना पुलिस ने तुरंत केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। इस पूरे घटना को अंजाम देने वाले युवक भी नाबालिग है। दरअसल, रेवाड़ी के रोहड़ाई थाना क्षेत्र निवासी एक शख्स के मुताबिक, उसका 14 साल का बेटा 12वीं कक्षा में पढ़ता हैं। 24 नवंबर (सोमवार) दोपहर बाद वह गांव में ही अपने दोस्त के पास बुक लेने गया था। रास्ते में उसे चौपाल के पास कुछ युवक मिल गए। उसके बेटे को रोककर आरोपी उसे चौपाल के भीतर ले गए। उसे जबरन सिगरेट पिलाने की कोशिश की। मना किया तो बुरी तरह उसे पीटा गया। हमला करने वाले युवक उसे पापा कहने को भी बोल रहे थे। इतना ही नहीं आरोपियों ने उसे पैरों में गिराकर जबरन नाक रगड़वाई। इस पूरे घटनाक्रम में चार युवक शामिल थे। ये चारों युवक भी नाबालिग हैं। करीब 10 मिनट तक आरोपी उसे पीटते रहे। पीड़ित का आरोप है कि इस दौरान आरोपियों ने उसे जाति सूचक शब्द भी कहे और घटना का वीडिया बना लिया। वीडियो में आरोपी उस पर हमला करते हुए साफ नजर आ रहे है। इतना ही नहीं नाक रगड़वाने का भी वीडियो बनाया। साथ ही धमकी दी कि अगर इस घटना को लेकर किसी को बताया तो उसे जान से मार देंगे। जिससे पीड़ित युवक घबरा गया और उसने घर जाने के बाद भी किसी को नहीं बताया। VIDEO वायरल होने पर पता चला पीड़ित व्यक्ति ने बताया कि बेटा घर आकर गुमशुम सा हो गया। उसने किसी को कुछ नहीं बताया। शाम को उनके पड़ोस में रहने वाले युवक ने उसे एक वीडियो दिखाया, जिसमें गांव के कुछ लोग उसके बेटे को पीट रहे थे। उसने जब बेटे से पूछा तो उसने आपबीती सुनाई। पीड़ित के मुताबिक, आरोपियों द्वारा सोशल मीडिया पर वायरल किए गए वीडियो में लिखा था-हमसे जो टकराएगा, उसका यही हाल होगा। लेकिन मेरा बेटा तो आरोपियों को जानता तक नहीं है, क्योंकि वह दूसरे मोहल्ले के रहने वाले हैं। मैं मजदूरी करता हूं। घटना का पता चलते ही हमने रोहड़ाई थाना में शिकायत दर्ज कराई। SHO बोले-केस दर्ज कर लिया है रोहड़ाई थाना प्रभारी इंस्पेक्टर भगत प्रसाद ने बताया कि इस मामले में धारा 115(2), 126(2), 3(5) BNS 3(2)(S) SC/ST ACT के तहत FIR दर्ज कर ली गई है। इसमें चार युवक नामजद हैं। हालांकि चारों युवक नाबालिग हैं। घटना के पीछे क्या रंजिश रही इसकी जांच की जा रही है। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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राव इंद्रजीत से जुड़े सूत्रों के मुताबिक 2014 कांग्रेस छोड़ भाजपा में आने के बाद से ही वे आरती राव को चुनाव लड़वाना चाहते थे। इसके लिए पहले 2014 और फिर 2019 में उन्होंने आगे बढ़कर टिकट मांगी। हालांकि उनकी मांग को खारिज कर दिया। जिसकी वजह से आरती चुनाव लड़ने की पॉलिटिक्स में एंट्री नहीं कर पाई। इसी वजह से राव नाराज बताए जा रहे हैं। इसके अलावा इस बार केंद्र सरकार में उन्हें कैबिनेट मंत्री बनने की उम्मीद थी। हालांकि भाजपा ने 6 बार के सांसद और 2 बार के केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत को दरकिनार कर पहली बार करनाल से लोकसभा सांसद बने मनोहर लाल खट्टर को कैबिनेट मंत्री बना दिया। राव फिर केंद्रीय राज्य मंत्री बनकर रह गए। राव खेमे के नाम चुनाव समिति में नहीं आए राव के करीबी सूत्रों के मुताबिक उनके दावेदारों ने अहीरवाल के अलावा बांगड़ ओर जीटी रोड बेल्ट से भी टिकट की मांग की थी। हालांकि प्रदेश चुनाव समिति में किसी को पूरी लिस्ट नहीं दी गई। वहां एक-एक कर सीट और दावेदारों के नाम बताए गए। इनमें राव समर्थकों के नाम नहीं थे। इस बारे में समर्थकों ने राव से शिकायत की कि उन्होंने जिला प्रधान को नाम दिया था लेकिन उनका नाम टिकट दावेदारों की प्राथमिक लिस्ट में तक नहीं रखा गया। सूत्रों के मुताबिक इनमें ज्यादातर वे लोग हैं, जो राव के साथ 2014 में कांग्रेस छोड़ भाजपा में आए थे। उनका कहना है कि 2014 में उन्हें बाहरी कहकर टिकट नहीं दी गई। 2019 में वे खट्टर के कैंप में नहीं थे तो टिकट नहीं मिली। इस बार उन्हें उम्मीद थी लेकिन जिला प्रधानों ने उनके नाम पहली चर्चा के लिए तक नहीं भेजे। इस बात से भी राव इंद्रजीत नाराज बताए जा रहे हैं।
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हरियाणा में BJP ने कराई बूथों की ग्रेडेशन:लोकसभा में 49% ही बूथ जीत सकी, 51% को C ग्रेड में डाला; अब इंचार्ज लगाए हरियाणा में BJP बूथ स्तर पर संगठन होने के बाद भी लोकसभा चुनाव में 49% बूथों पर हार गई। हरियाणा में लोकसभा चुनाव में 19,812 बूथ थे। इन बूथों में से भाजपा 9,740 बूथ ही जीत पाई है। बाकी बचे 10,072 बूथ पर कांग्रेस सहित अन्य दलों ने जीते। हालांकि भाजपा से अधिक बूथ बिना संगठन वाली कांग्रेस ने जीते। लोकसभा चुनाव में भाजपा 10 में से 5 ही सीटें जीत सकी। इसी कारण से BJP चिंतित है और 3 महीने बाद विधानसभा चुनाव के लिए बूथ स्तर पर तैयारी में जुट गई है। यह बात इसलिए भी अहम है कि फिलहाल भाजपा ही इकलौती पार्टी है, जिसके पास प्रदेश में सबसे मजबूत संगठन है। कांग्रेस संगठन के बगैर चल रही है। वहीं जजपा और इनेलो जैसी क्षेत्रीय पार्टियों का राज्य के कुछ जिलों ही आधार है। भाजपा ने कराई बूथों की ग्रेडेशन
हरियाणा में लगातार तीसरी बार सरकार बनाने के लिए BJP ने 19,812 बूथों पर ग्रेडेशन करवाई है। बूथ की A,B और C ग्रेड दिया गया है। लोकसभा चुनाव में हार-जीत के हिसाब से 51% बूथ C ग्रेड के हैं। इनमें भाजपा की हार हुई। भाजपा विधानसभा चुनाव में इन्हें C से B ग्रेड में लाने की तैयारी में जुट गई है। भाजपा ने इसके लिए विधानसभा और मंडल वाइज संयोजक नियुक्त कर दिए हैं। जो यहां वर्करों को एक्टिव करेंगे। भाजपा ने A ग्रेड में उन बूथों को शामिल किया है। जिसमें भाजपा को अच्छे अंतर से जीत मिली। B ग्रेड वाले बूथों पर रिजल्ट बराबरी या कम अंतर से जीत वाले हैं। भाजपा ने विधानसभा चुनाव से ज्यादा बूथ जीते
भाजपा ने 2019 के विधानसभा की तुलना में इस बार लोकसभा में ज्यादा बूथ जीते हैं। पिछली लोकसभा में भाजपा ने 19,481 बूथ में से 8,528 बूथ जीते थे तो वहीं कांग्रेस 5934 बूथ ही जीत पाई थी। इस बार भाजपा ने 9740 बूथ जीते हैं। इससे भाजपा ने जरूर अपने लिए राहत माना है। पन्ना प्रमुखों की कारगुजारी से हुआ नुकसान
बता दें कि हरियाणा में BJP ऐसी पार्टी है जिसके पास पन्ना प्रमुख स्तर का संगठन है। यह संगठन लोकसभा चुनाव में ज्यादा काम नहीं कर पाया। इसका विश्लेषण जब पार्टी ने किया तो पता चला कि कागजों में ही अधिकतर नियुक्ति है, मगर यह लोग फील्ड में नहीं उतरे। संगठन बढ़ाने के लिए कई जिलाध्यक्षों ने लिस्ट तैयार कर संगठन को दी। मगर यह लोग सक्रिय नहीं हुए और कुछ सक्रिय हुए तो वह फोटो खिंचवाने तक ही सीमित रहे। लोगों के बीच जाकर अधिकांश ने काम ही नहीं किया। लोकसभा में 5 सीटें हारने की ये 7 वजहें आई थीं सामने…