कानपुर के महाराजपुर में तीन दिन से लापता बच्ची का शव गुरुवार सुबह खेत में मिला। बच्ची के शरीर पर गहरी चोट के निशान हैं और कपड़े भी अस्त-व्यस्त मिले। ईंट भट्टे के पास से गुजर रहे ग्रामीणों ने पुलिस और परिजनों को शव मिलने की सूचना दी। परिजनों ने बताया कि बच्ची सोमवार शाम को घर से निकली थी। उसके बाद से घर नहीं लौटी थी। स्थानीय थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। परिजनों को रो-रोकर बुरा हाल है। घटनास्थल से पुलिस की टीम ने शव को कब्जे में ले लिया है। पुलिस रेप के बाद हत्या की आशंका जता रही है। फॉरेंसिक टीम ने ईट भट्टे से कई साक्ष्य बरामद किए हैं। कानपुर पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार भी मौके पर पहुंचे। ये है पूरा मामला
मामला महाराजपुर के गांव का है। यहां रहने वाले एक परिवार की सबसे छोटी बेटी (12) जोकि गांव के ही कंपोजिट विद्यालय में कक्षा 8 में पढ़ती थी। सोमवार शाम को किसी काम से घर से निकली थी। बेटी जब देर शाम तक घर वापस नहीं लौटी तो परिवार में मां-पिता, दो बड़ी बहनें और छोटा भाई को चिंता हुई। परिजनों ने आसपास के घरों में पूछताछ की। कहीं न मिलने पर गांव के बाहर, खेत और नदी के आसपास उसकी तलाश की। रातभर परिजन और ग्रामीण बच्ची को ढूंढते रहे। लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला। इसके बाद परिजनों ने पुलिस में किशोरी के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई। जिसके बाद परिजन और पुलिस ने काफी खोजबीन की, लेकिन कहीं कुछ पता नहीं चल सका। अरहर के खेत में मिला शव तीन दिन बाद गुरुवार की सुबह गांव के बाहर एक ईंट-भट्ठे के पास से गुजर ग्रामीणों को अरहर के खेत में बच्ची का शव मिला। ग्रामीणों ने परिजनों और पुलिस को घटना की सूचना दी। बच्ची की मां का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है। बच्ची को अस्त-व्यस्त और खून से लथपथ देखकर पिता के बेहाल हो गए। महाराजपुर इंस्पेक्टर संजय कुमार पांडेय के अनुसार, पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया है। शव की स्थिति से पुलिस रेप कर हत्या की आशंका जता रही है। मृतक बच्ची के शरीर पर गंभीर चोट और खरोंच के निशान मिले हैं। बच्ची के कपड़े भी फटे हुए थे। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर ग्रामीणों की भारी भीड़ जमा हो गई। फॉरेंसिक टीम और फील्ड यूनिट टीम को मौके पर बुलाया गया है। पुलिस मामले की हर एंगल से जांच कर रही है। बच्ची के शव की बरामदगी के बाद परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। पुलिस जल्द से जल्द अपराधियों को पकड़ने का प्रयास कर रही है। सूचना पर पहुंची फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य जुटाएं है। वहीं मौके पर पहुंचा डॉग स्क्वायड घटनास्थल से करीब पांच सौ मीटर दूर टिल्लू सिंह के स्कूल तक गया और वहां से वापस घटनास्थल पर आ गया। साक्ष्य के आधार पर कार्रवाई की जा रही
सूचना मिलते ही कानपुर पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार ने घटनास्थल पर पहुंच कर मामले की जांच पड़ताल की। उन्होंने बच्ची के परिजनों से मिलकर हर संभव मदद का आश्वासन दिया। जांच के दौरान ज्वाइंट सीपी हरीश चंदर, डीसीपी पूर्वी श्रवण कुमार सिंह सहित आलाधिकारी पहुंचे। पुलिस कमिश्नर ने अफसरों को घटना की कार्रवाई के दिशानिर्देश दिए। वहीं, डीसीपी पूर्वी श्रवण कुमार सिंह ने बताया कि पूरे मामले की जांच की जा रही है। पूछताछ के लिए पड़ोस के गांव के कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है। पुलिस घटना के हर एंगल की जांच कर रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और घट्ना स्थल पर मिले साक्ष्य के आधार पर कार्रवाई की जा रही है। घटना में शामिल दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस घटना के बाद पूरे गांव में जबरदस्त गुस्सा है लोगों को कहना है कि दोषियों को जल्द गिरफ्तार किया जाए और सख्त से सख्त सजा दी जाए। पढ़िए ये भी जरूरी खबर… भगदड़ के बाद का मंजर 45 तस्वीरों में:परिजन ने शव का हाथ नहीं छोड़ा, डर था बॉडी खो न जाए; अस्पताल में 11 बॉडीज थीं प्रयागराज के संगम तट पर 28 जनवरी की आधी रात बाद भगदड़ मच गई। हादसे में अब तक 35 से 40 लोगों की मौत होने की खबर है। 50 से ज्यादा श्रद्धालु घायल हैं। प्रशासन ने 30 मौतों की ही पुष्टि की है। घायलों के रेस्क्यू और शवों की तलाश का काम अभी जारी है। परिजन भी अपनों को ढूंढ रहे हैं। भगदड़ के बाद वहां मौजूद भास्कर रिपोर्टर ने जो मंजर देखा वो भयावह था। कुछ लोग अपनों के शव का हाथ नहीं छोड़ रहे थे, उन्हें डर था कि कहीं बॉडी खो न जाए। केंद्रीय अस्पताल में पहुंचा तो वहां 11 लाशें लाई गई थीं। हादसे के बाद का मंजर 45 तस्वीरों में देखिए। पढ़िए पूरी खबर… कानपुर के महाराजपुर में तीन दिन से लापता बच्ची का शव गुरुवार सुबह खेत में मिला। बच्ची के शरीर पर गहरी चोट के निशान हैं और कपड़े भी अस्त-व्यस्त मिले। ईंट भट्टे के पास से गुजर रहे ग्रामीणों ने पुलिस और परिजनों को शव मिलने की सूचना दी। परिजनों ने बताया कि बच्ची सोमवार शाम को घर से निकली थी। उसके बाद से घर नहीं लौटी थी। स्थानीय थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। परिजनों को रो-रोकर बुरा हाल है। घटनास्थल से पुलिस की टीम ने शव को कब्जे में ले लिया है। पुलिस रेप के बाद हत्या की आशंका जता रही है। फॉरेंसिक टीम ने ईट भट्टे से कई साक्ष्य बरामद किए हैं। कानपुर पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार भी मौके पर पहुंचे। ये है पूरा मामला
मामला महाराजपुर के गांव का है। यहां रहने वाले एक परिवार की सबसे छोटी बेटी (12) जोकि गांव के ही कंपोजिट विद्यालय में कक्षा 8 में पढ़ती थी। सोमवार शाम को किसी काम से घर से निकली थी। बेटी जब देर शाम तक घर वापस नहीं लौटी तो परिवार में मां-पिता, दो बड़ी बहनें और छोटा भाई को चिंता हुई। परिजनों ने आसपास के घरों में पूछताछ की। कहीं न मिलने पर गांव के बाहर, खेत और नदी के आसपास उसकी तलाश की। रातभर परिजन और ग्रामीण बच्ची को ढूंढते रहे। लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला। इसके बाद परिजनों ने पुलिस में किशोरी के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई। जिसके बाद परिजन और पुलिस ने काफी खोजबीन की, लेकिन कहीं कुछ पता नहीं चल सका। अरहर के खेत में मिला शव तीन दिन बाद गुरुवार की सुबह गांव के बाहर एक ईंट-भट्ठे के पास से गुजर ग्रामीणों को अरहर के खेत में बच्ची का शव मिला। ग्रामीणों ने परिजनों और पुलिस को घटना की सूचना दी। बच्ची की मां का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है। बच्ची को अस्त-व्यस्त और खून से लथपथ देखकर पिता के बेहाल हो गए। महाराजपुर इंस्पेक्टर संजय कुमार पांडेय के अनुसार, पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया है। शव की स्थिति से पुलिस रेप कर हत्या की आशंका जता रही है। मृतक बच्ची के शरीर पर गंभीर चोट और खरोंच के निशान मिले हैं। बच्ची के कपड़े भी फटे हुए थे। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर ग्रामीणों की भारी भीड़ जमा हो गई। फॉरेंसिक टीम और फील्ड यूनिट टीम को मौके पर बुलाया गया है। पुलिस मामले की हर एंगल से जांच कर रही है। बच्ची के शव की बरामदगी के बाद परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। पुलिस जल्द से जल्द अपराधियों को पकड़ने का प्रयास कर रही है। सूचना पर पहुंची फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य जुटाएं है। वहीं मौके पर पहुंचा डॉग स्क्वायड घटनास्थल से करीब पांच सौ मीटर दूर टिल्लू सिंह के स्कूल तक गया और वहां से वापस घटनास्थल पर आ गया। साक्ष्य के आधार पर कार्रवाई की जा रही
सूचना मिलते ही कानपुर पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार ने घटनास्थल पर पहुंच कर मामले की जांच पड़ताल की। उन्होंने बच्ची के परिजनों से मिलकर हर संभव मदद का आश्वासन दिया। जांच के दौरान ज्वाइंट सीपी हरीश चंदर, डीसीपी पूर्वी श्रवण कुमार सिंह सहित आलाधिकारी पहुंचे। पुलिस कमिश्नर ने अफसरों को घटना की कार्रवाई के दिशानिर्देश दिए। वहीं, डीसीपी पूर्वी श्रवण कुमार सिंह ने बताया कि पूरे मामले की जांच की जा रही है। पूछताछ के लिए पड़ोस के गांव के कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है। पुलिस घटना के हर एंगल की जांच कर रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और घट्ना स्थल पर मिले साक्ष्य के आधार पर कार्रवाई की जा रही है। घटना में शामिल दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। इस घटना के बाद पूरे गांव में जबरदस्त गुस्सा है लोगों को कहना है कि दोषियों को जल्द गिरफ्तार किया जाए और सख्त से सख्त सजा दी जाए। पढ़िए ये भी जरूरी खबर… भगदड़ के बाद का मंजर 45 तस्वीरों में:परिजन ने शव का हाथ नहीं छोड़ा, डर था बॉडी खो न जाए; अस्पताल में 11 बॉडीज थीं प्रयागराज के संगम तट पर 28 जनवरी की आधी रात बाद भगदड़ मच गई। हादसे में अब तक 35 से 40 लोगों की मौत होने की खबर है। 50 से ज्यादा श्रद्धालु घायल हैं। प्रशासन ने 30 मौतों की ही पुष्टि की है। घायलों के रेस्क्यू और शवों की तलाश का काम अभी जारी है। परिजन भी अपनों को ढूंढ रहे हैं। भगदड़ के बाद वहां मौजूद भास्कर रिपोर्टर ने जो मंजर देखा वो भयावह था। कुछ लोग अपनों के शव का हाथ नहीं छोड़ रहे थे, उन्हें डर था कि कहीं बॉडी खो न जाए। केंद्रीय अस्पताल में पहुंचा तो वहां 11 लाशें लाई गई थीं। हादसे के बाद का मंजर 45 तस्वीरों में देखिए। पढ़िए पूरी खबर… उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर