झांसी में शादी के 7 दिन बाद दूल्हे ने बुधवार को सुसाइड कर लिया। वह सुबह दुकान पर जाने की बात कहकर घर से निकला था। इसके बाद लौट कर नहीं आया। उसका मोबाइल भी स्विच ऑफ हो गया। जब सूचना पर परिजन रेलवे पटरी के पास पहुंचे तो वहां युवक की लाश पड़ी थी। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर आत्महत्या के कारणों की जाच शुरू कर दी है। पूरा मामला मोंठ थाना क्षेत्र के भरोसा गांव का है। 11 दिसंबर को हुई थी शादी मृतक का नाम शिवम (21) पुत्र ठाकुरदास अहिरवार था। वह मोंठ के भरोसा गांव का रहने वाला था। मृतक के चाचा जयप्रकाश ने बताया कि शिवम बलरामपुर में अपने जीजा के घर पर रहकर पानीपुरी का काम करता था। 7 दिन पहले 11 दिसंबर को उसकी शादी दतिया के कालीपुरा गांव निवासी काजल से हुई थी। शादी के बाद से बहू घर पर थी। बुधवार सुबह करीब 9 बजे शिवम दुकान से सौदा लाने की बात कहकर चला गया। फिर लौटकर घर नहीं आया। फोन लगाया तो उसका मोबाइल स्विच ऑफ था। तब उसकी तलाश शुरू की गई। दाेहपर में सूचना मिली कि रेलवे पटरी के पास एक युवक की लाश पड़ी है। जब मौके पर पहुंचे तो लाश शिवम की थी। माता-पिता का इलकौता बेटा था शिवम जिस घर में शादी के बाद खुशियों का माहौल था, वहां दूल्हे शिवम की मौत के बाद मातम परस गया। खबर सुनते ही मां अचकुंवर और दुल्हन काजल की चीख निकल गई और वे बेहोश हो गई। शिवम अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। उसकी बड़ी बहन संगीता की शादी हो चुकी है। पिता खेती किसानी करते हैं। सूचना पर मोंठ पुलिस मौके पर पहुंच गई और जांच पड़ताल में जुट गई। मोंठ थाना प्रभारी सरिता मिश्रा का कहना है कि पूछताछ में शिवम के बीमार होने की बात बताई है। वह डॉक्टर से दवा भी लेकर आया था। पंचनामा भरकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया जा रहा है। शिवम के सुसाइड करने के कारणों की जांच की जा रही है। झांसी में शादी के 7 दिन बाद दूल्हे ने बुधवार को सुसाइड कर लिया। वह सुबह दुकान पर जाने की बात कहकर घर से निकला था। इसके बाद लौट कर नहीं आया। उसका मोबाइल भी स्विच ऑफ हो गया। जब सूचना पर परिजन रेलवे पटरी के पास पहुंचे तो वहां युवक की लाश पड़ी थी। पुलिस ने शव कब्जे में लेकर आत्महत्या के कारणों की जाच शुरू कर दी है। पूरा मामला मोंठ थाना क्षेत्र के भरोसा गांव का है। 11 दिसंबर को हुई थी शादी मृतक का नाम शिवम (21) पुत्र ठाकुरदास अहिरवार था। वह मोंठ के भरोसा गांव का रहने वाला था। मृतक के चाचा जयप्रकाश ने बताया कि शिवम बलरामपुर में अपने जीजा के घर पर रहकर पानीपुरी का काम करता था। 7 दिन पहले 11 दिसंबर को उसकी शादी दतिया के कालीपुरा गांव निवासी काजल से हुई थी। शादी के बाद से बहू घर पर थी। बुधवार सुबह करीब 9 बजे शिवम दुकान से सौदा लाने की बात कहकर चला गया। फिर लौटकर घर नहीं आया। फोन लगाया तो उसका मोबाइल स्विच ऑफ था। तब उसकी तलाश शुरू की गई। दाेहपर में सूचना मिली कि रेलवे पटरी के पास एक युवक की लाश पड़ी है। जब मौके पर पहुंचे तो लाश शिवम की थी। माता-पिता का इलकौता बेटा था शिवम जिस घर में शादी के बाद खुशियों का माहौल था, वहां दूल्हे शिवम की मौत के बाद मातम परस गया। खबर सुनते ही मां अचकुंवर और दुल्हन काजल की चीख निकल गई और वे बेहोश हो गई। शिवम अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। उसकी बड़ी बहन संगीता की शादी हो चुकी है। पिता खेती किसानी करते हैं। सूचना पर मोंठ पुलिस मौके पर पहुंच गई और जांच पड़ताल में जुट गई। मोंठ थाना प्रभारी सरिता मिश्रा का कहना है कि पूछताछ में शिवम के बीमार होने की बात बताई है। वह डॉक्टर से दवा भी लेकर आया था। पंचनामा भरकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया जा रहा है। शिवम के सुसाइड करने के कारणों की जांच की जा रही है। उत्तरप्रदेश | दैनिक भास्कर
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भिवानी में बिजली निगम के जेई ने की आत्महत्या:SDO समेत 7 को ठहराया जिम्मेदार; दादरी में दर्ज था भ्रष्टाचार का मामला भिवानी जिले के कोंट रोड़ पर किराए के मकान में रह रहे बिजली वितरण निगम के जेई ने फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। उसके पास से सुसाइड नोट मिला है। जिसमें उसने अपनी मौत के लिए बिजली वितरण निगम के SDO, पांच कर्मचारी व एक अन्य व्यक्ति को आत्महत्या के लिए जिम्मेदार ठहराया है। औद्योगिक क्षेत्र थाना पुलिस के एसआई सुरेश कुमार ने मौके पर पहुंच कर शव को कब्जे में लेकर सामान्य अस्पताल पहुंचाया। पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम करवाकर परिजनों के हवाले कर दिया। पुलिस ने मृतक की पत्नी के बयान पर बिजली निगम के एक एसडीओ, पांच कर्मचारी व अन्य व्यक्ति के खिलाफ आत्महत्या के लिए मजबूर करने का मामला दर्ज कर लिया है। भिवानी के गांव प्रहलादगढ़ निवासी अनीता ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि उसका पति सुमित दादरी बिजली वितरण निगम मे जेई के पद पर कार्यरत था। दादरी में दर्ज है भ्रष्टाचार काम मामला अनीता ने आरोप लगाया कि विकास उर्फ हैप्पी ने बिजली निगम के एसडीओ संदीप, एएफएम नवरत्न, एएलएम राकेश, एएलएम पवन, एएलएम सुमित शर्मा, एएलएम अमित के साथ मिलकर एक साजिश के तहत मेरे पति के खिलाफ दादरी में एक भ्रष्टाचार का झूठा केस दर्ज करवा दिया था। आरोपी कर रहे थे 40 लाख की मांग अनीता ने बताया कि उसके पति से विकास मामले को निपटाने के एवज में 40 लाख रुपए मांग रहा था। परेशान होकर उसके पति सुमित ने कोंट रोड़ स्थित एक मकान में फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। इस मकान में उसका पति काफी दिनों से रह रहा था। मामले की जांच में जुटी पुलिस जांच अधिकारी एसआई सुरेश कुमार ने बताया कि मौके पर सीन आफ क्राइम टीम को मौके पर बुलाया गया। जांच के दौरान मृतक की जेब से एक सुसाइड नोट मिला है। सुसाइड नोट को कब्जे में ले लिया गया है। पुलिस ने मृतक की पत्नी अनीता के बयान पर बिजली निगम के एसडीओ, पांच कर्मचारी व एक अन्य व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
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SC की नियुक्त कमेटी से मीटिंग नहीं करेंगे किसान:चिट्ठी लिख बोले- जो भी बात होगी, केंद्र से होगी; शंभू बॉर्डर खोलने पर सुनवाई कल किसान आंदोलन के कारण 10 महीने से बंद हरियाणा-पंजाब का शंभू बॉर्डर खोलने पर कल (18 दिसंबर) सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी। इसके अलावा 22 दिनों से भूख हड़ताल पर बैठे संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) के नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की सेहत पर भी कोर्ट सुनवाई करेगी। डल्लेवाल MSP कानून की मांग को लेकर अनशन पर हैं। वहीं, सुप्रीम कोर्ट की ओर से किसानों की समस्या सुनने के लिए बनाई गई कमेटी के साथ 18 दिसंबर को होने वाली मीटिंग में जाने से किसान नेताओं ने इनकार कर दिया है। उन्होंने एक चिट्ठी लिखकर कहा है कि अब वे जो भी बात करेंगे, केंद्र सरकार से ही करेंगे। उन्हें कमेटी के सदस्यों से कोई बात नहीं करनी। डल्लेवाल की ओर से कमेटी को लिखी चिट्ठी… लेटर में कहीं ये 4 बड़ी बातें… 1.मेरी भूख हड़ताल का 22वां दिन
आपको मालूम ही होगा कि मैं(डल्लेवाल) 26 नवंबर से खनौरी बॉर्डर पर भूख हड़ताल पर हूं, आज मेरी भूख हड़ताल का 22वां दिन है और मुझे उम्मीद है कि आपको मेरी मेडिकल स्थिति के बारे में जानकारी मिल रही होगी। मेरी भूख हड़ताल की घोषणा संयुक्त किसान मोर्चा (गैर राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा ने 4 नवंबर को की थी, 43 दिन बीत चुके हैं और भूख हड़ताल शुरू हुए 22 दिन हो चुके हैं। 2. 40 से ज्यादा किसान घायल हुए
शंभू बॉर्डर से पैदल दिल्ली जाने की कोशिश कर रहे किसानों पर पुलिस अत्याचार किया गया जिसमें 40 से ज्यादा किसान घायल हुए। किसानों और सरकारों के बीच विश्वास बहाली के लिए माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा आपकी कमेटी बनाई गई थी लेकिन आपने अभी तक इसके लिए कोई ठोस प्रयास नहीं किए और न ही आपने हमारी जायज मांगों को पूरा करवाने के लिए केंद्र सरकार से बातचीत करने का कोई गंभीर प्रयास किया। 3. कमेटियां सिर्फ औपचारिकता के लिए बनाई
हमारे दोनों मोर्चों को पहले से ही संदेह था कि कमेटियां सिर्फ औपचारिकता के लिए बनाई जाती हैं लेकिन उसके बावजूद भी आप सभी का सम्मान करते हुए हमारा प्रतिनिधिमंडल 4 नवंबर को आपसे मिला लेकिन इतनी गंभीर स्थिति होने के बावजूद भी आपकी कमेटी को अभी तक खनौरी और शंभू मोर्चों पर आने का समय नहीं मिला। मुझे यह देखकर बहुत दुख हुआ कि आप इतनी देरी के बाद सक्रिय हुए हैं। क्या यह समिति मेरी मौत का इंतजार कर रही थी? 4. मांगों पर बातचीत केंद्र सरकार से होगी
हमें समिति के आप सभी सम्मानित सदस्यों से ऐसी असंवेदनशीलता की उम्मीद नहीं थी। मेरी मेडिकल स्थिति और शंभू बॉर्डर पर घायल किसानों की स्थिति को देखते हुए हमारे दोनों मोर्चों ने फैसला किया है कि हम आपसे बैठक करने में असमर्थ हैं। अब हमारी मांगों पर जो भी बातचीत होगी, वह केंद्र सरकार से ही होगी। डल्लेवाल के अनशन की तस्वीर शंभू बॉर्डर खोलने के आदेश दे चुकी कोर्ट
13 दिसंबर की सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट ने शंभू बॉर्डर तुरंत खोलने का आदेश देने से इनकार कर दिया था। कोर्ट ने कहा था कि पंजाब और हरियाणा सरकार किसानों को हाईवे छोड़कर किसी दूसरी जगह प्रदर्शन शिफ्ट करने या कुछ समय के लिए स्थगित करने के लिए मनाए। सुनवाई के दौरान कोर्ट ने किसान नेता डल्लेवाल की सेहत पर भी चिंता जताई थी। कोर्ट ने पंजाब सरकार को निर्देश दिया था कि वह डल्लेवाल को फौरन मेडिकल सुविधा उपलब्ध करवाएं। डल्लेवाल से अनशन तुड़वाने के लिए कोई जबरदस्ती न की जाए। संयुक्त किसान मोर्चे की कल आपात बैठक
खनौरी बॉर्डर पर चल रहे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल के मरणव्रत के मद्देनजर संयुक्त किसान मोर्चे की तरफ से अपनी आपात मीटिंग बुलाई गई है। मीटिंग दोपहर दो बजे चंडीगढ़ स्थित किसान भवन में होगी। इसमें डल्लेवाल के संघर्ष को समर्थन देने का ऐलान हो सकता है आज के अपडेट्स शंभू बॉर्डर का मामला सुप्रीम कोर्ट कैसे पहुंचा, 6 पॉइंट… किसानों से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें… किसान आंदोलन के समर्थन में हरियाणा में किसानों का ट्रैक्टर मार्च शंभू-खनौरी बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे किसानों के समर्थन में सोमवार (16 दिसंबर) को हरियाणा में ट्रैक्टर मार्च निकाला गया। हिसार, सोनीपत, चरखी दादरी, सिरसा, फतेहाबाद, कैथल और अंबाला में किसानों ट्रैक्टर मार्च निकाल प्रदर्शन किया। पूरी खबर पढ़ें…
Hathras Satsang Stampede: हाथरस हादसे पर आज बड़े खुलासे के आसार, पता चल जाएगा किसकी थी गलती?
Hathras Satsang Stampede: हाथरस हादसे पर आज बड़े खुलासे के आसार, पता चल जाएगा किसकी थी गलती? <p style=”text-align: justify;”><strong>Hathras Stampede:</strong> यूपी के हाथरस में भोले बाबा के सत्संग के दौरान मची भगदड़ में दर्दनाक हादसा हो गया था. इस हादसे में अब तक कुल 123 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं प्रशासन ने अब तक इस हादसे के जांच के लिए टीम भी गठित कर दी थी. अब हाथरस कांड पर आज SIT अपनी रिपोर्ट सौंप सकती है. इस हादसे में जो भी आरोपी है, इसका भी आज खुलासा हो सकता है. क्योंकि एसआईटी ने इस हादसे के लिए तीन दिन तक जांच कर रिपोर्ट तैयार की है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>एडीजी आगरा व अलीगढ़ कमिश्नर के नेतृत्व में जांच की गई थी. डीएम-एसएसपी सहित 100 लोगों के बयान में लिए थे. वहीं दो जुलाई की दोपहर हुए इस हादसे के बाद ही मुख्यमंत्री स्तर से एसआईटी जांच का आदेश जारी किया गया था. एडीजी आगरा जोन अनुपम कुलश्रेष्ठ व मंडलायुक्त चैत्रा वी को एसआईटी का जिम्मा देते हुए 24 घंटे में रिपोर्ट तलब की गई है. जिसमें सबसे बड़ा सवाल हादसे के मूल कारण और लापरवाही व अनदेखियों को उजागर करना था. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>एसआईटी ने किन लोगों के बयान लिए</strong><br />हालांकि यह रिपोर्ट 24 घंटे के अंदर बुधवार को ही देनी थी. लेकिन राहत व बचाव कार्य जारी रहने और बुधवार को मुख्यमंत्री के आने के कारण जांच पूर नहीं हो सकी थी. इसके चलते अधिकारियों ने जांच पूरी करने के लिए तीन दिन का समय मांगा था. हादसे को लेकर जिनके बयान लिए गए है. उनमें घटनास्थल पर तैनात पुलिस व अन्य सभी विभागों के कर्मचारी-अधिकारी, प्रारंभिक सूचना वाले कर्मी, एंबुलेंस कर्मी, डॉक्टर, पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर, किसान, चश्मदीद, घायल,तहसील व जिला स्तर के अधिकारी, डीएम-एसपी आदि तमाम लोग शामिल है. </p>
<p style=”text-align: justify;”><strong>अब तक कितने लोगों की गिरफ्तारी</strong><br />आईजी अलीगढ़ रेंज शलभ माथुर ने बताया कि इस मामले में अभी तक 6 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं. इसमें 4 पुरुष और 2 महिलाएं शामिल हैं. माथुर ने बताया कि गिरफ्तार लोगों से जब पूछताछ की गई तो मालूम चला है कि यह लोग आयोजन समिति में थे. पूर्व में भी यह कई आयोजन करा चुके हैं. इन लोगों का काम पंडाल का व्यवस्था करना भीड़ इकट्ठा करना होता है. पुलिस ने बताया कि वेद प्रकाश मधुकर के ऊपर एक लाख का इनाम रखा गया है. मुख्य आयोजक वेद प्रकाश मधुकर के खिलाफ NBW इशू कराया जा रहा है.</p>
<p style=”text-align: justify;”>ये भी पढ़ें: <strong><a href=”https://www.abplive.com/states/up-uk/chandrashekhar-azad-increase-problems-of-bjp-congress-in-haryana-and-punjab-2730298″>यूपी ही नहीं इन राज्यों में भी बीजेपी-कांग्रेस की मुश्किल बढ़ाएंगे चंद्रशेखर आजाद! ले लिया बड़ा फैसला</a></strong></p>
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