संगठित अपराध, नशा तस्करी, आतंकवाद, गैंगस्टरों सहित अन्य आपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से आज उच्च स्तरीय अंतरराज्यीय समिति की बैठक आयोजित की जा रही है। हरियाणा के पंचकूला में होने वाली इस बैठक में 7 राज्यों के पुलिस महानिदेशकों सहित एनआईए के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा भाग लिया जाएगा। इस बैठक में हरियाणा के अलावा पंजाब, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली, उत्तराखंड, चंडीगढ़ के पुलिस महानिदेशकों तथा नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो और एनआईए के वरिष्ठ अधिकारी भाग लेंगे। इस बैठक में अंतरराज्यीय नशा तस्करी और संगठित अपराध सहित आतंकवाद सम्बन्धित चुनौतियों से निपटने को लेकर सभी राज्यों के बीच में बेहतर तालमेल और समन्वय स्थापित करने संबंधी विषयों पर चर्चा की जाएगी। डीजीपी बोले- राज्यों से तालमेल जरूरी 2018 में तत्कालीन मुख्यमंत्रियों और पुलिस महानिदेशकों की बैठक के बाद ये कमेटी बनाई गई थी। पुलिस पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने बताया कि नशा तस्करी, अपराध नियंत्रण जैसे संवेदनशील और आतंकवाद संबंधित चुनौतियों से निपटने के लिए एक प्रभावी कार्ययोजना के तहत कार्य किया जाना अत्यंत आवश्यक है। इसके लिए देशभर के राज्यों में अच्छा तालमेल होना चाहिए। उन्होंने कहा कि कई बार अपराधी एक राज्य में अपराध करने के बाद दूसरे राज्य में जाकर छिप जाते हैं। ऐसे में यदि दोनों राज्यों की पुलिस के बीच में अच्छा तालमेल होगा तो निश्चित तौर पर ही अपराधियों के संगठन को तोड़ा जा सकता है। पंचकूला में बनेगा अंतरराज्यीय ड्रग सचिवालय इस बैठक में अपराध तथा नशा तस्करी रोकने के लिए एजेंडा तैयार किया गया है, जिनके बारे में विस्तार से विचार विमर्श किया जाएगा। देश के उत्तर राज्यों में व्याप्त अंतरराज्यीय नशे के बढ़ते व्यापार को जड़ से खत्म करने के लिए वर्ष 2018 में संयुक्त रणनीति के तहत हरियाणा निवास चंडीगढ़ में बैठक आयोजित की गई थी जिसमें हरियाणा के अलावा पंजाब, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली और यूटी चंडीगढ़ के तत्कालीन मुख्यमंत्रियों और पुलिस महानिदेशकों ने भाग लिया था। निर्णय लिया गया था कि राज्य अपराध शाखा, हरियाणा के पंचकूला स्थित मुख्यालय में अंतरराज्यीय ड्रग सचिवालय स्थापित किया जाएगा। ड्रग सचिवालय का ये होगा काम राज्य अपराध शाखा, पंचकूला में स्थित अंतरराज्यीय ड्रग सचिवालय की स्थापना विभिन्न राज्यों में आपसी समन्वय बढ़ाना, मादक पदार्थों की तस्करी से संबंधित जानकारी साझा करना, संबंधित राज्यों में दवाओं की आपूर्ति संबंधित स्त्रोत, मार्ग और सम्पर्क स्थापित करने के लिए हुई है। कपूर ने बताया कि इसी दिशा में कार्य करते हुए प्रदेश की सीमा से सटे क्षेत्र में बढ़ते नशा तस्करी, संगठित अपराध द्वारा उत्पन्न बढ़ती चुनौतियों से निपटने के लिए और वास्तविक समय की खुफिया जानकारी साझा करने, बेहतर समन्वय और प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल पर सभी संबंधित पुलिस महानिदेशक एंव अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मंथन करेंगे। संगठित अपराध, नशा तस्करी, आतंकवाद, गैंगस्टरों सहित अन्य आपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से आज उच्च स्तरीय अंतरराज्यीय समिति की बैठक आयोजित की जा रही है। हरियाणा के पंचकूला में होने वाली इस बैठक में 7 राज्यों के पुलिस महानिदेशकों सहित एनआईए के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा भाग लिया जाएगा। इस बैठक में हरियाणा के अलावा पंजाब, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली, उत्तराखंड, चंडीगढ़ के पुलिस महानिदेशकों तथा नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो और एनआईए के वरिष्ठ अधिकारी भाग लेंगे। इस बैठक में अंतरराज्यीय नशा तस्करी और संगठित अपराध सहित आतंकवाद सम्बन्धित चुनौतियों से निपटने को लेकर सभी राज्यों के बीच में बेहतर तालमेल और समन्वय स्थापित करने संबंधी विषयों पर चर्चा की जाएगी। डीजीपी बोले- राज्यों से तालमेल जरूरी 2018 में तत्कालीन मुख्यमंत्रियों और पुलिस महानिदेशकों की बैठक के बाद ये कमेटी बनाई गई थी। पुलिस पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने बताया कि नशा तस्करी, अपराध नियंत्रण जैसे संवेदनशील और आतंकवाद संबंधित चुनौतियों से निपटने के लिए एक प्रभावी कार्ययोजना के तहत कार्य किया जाना अत्यंत आवश्यक है। इसके लिए देशभर के राज्यों में अच्छा तालमेल होना चाहिए। उन्होंने कहा कि कई बार अपराधी एक राज्य में अपराध करने के बाद दूसरे राज्य में जाकर छिप जाते हैं। ऐसे में यदि दोनों राज्यों की पुलिस के बीच में अच्छा तालमेल होगा तो निश्चित तौर पर ही अपराधियों के संगठन को तोड़ा जा सकता है। पंचकूला में बनेगा अंतरराज्यीय ड्रग सचिवालय इस बैठक में अपराध तथा नशा तस्करी रोकने के लिए एजेंडा तैयार किया गया है, जिनके बारे में विस्तार से विचार विमर्श किया जाएगा। देश के उत्तर राज्यों में व्याप्त अंतरराज्यीय नशे के बढ़ते व्यापार को जड़ से खत्म करने के लिए वर्ष 2018 में संयुक्त रणनीति के तहत हरियाणा निवास चंडीगढ़ में बैठक आयोजित की गई थी जिसमें हरियाणा के अलावा पंजाब, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली और यूटी चंडीगढ़ के तत्कालीन मुख्यमंत्रियों और पुलिस महानिदेशकों ने भाग लिया था। निर्णय लिया गया था कि राज्य अपराध शाखा, हरियाणा के पंचकूला स्थित मुख्यालय में अंतरराज्यीय ड्रग सचिवालय स्थापित किया जाएगा। ड्रग सचिवालय का ये होगा काम राज्य अपराध शाखा, पंचकूला में स्थित अंतरराज्यीय ड्रग सचिवालय की स्थापना विभिन्न राज्यों में आपसी समन्वय बढ़ाना, मादक पदार्थों की तस्करी से संबंधित जानकारी साझा करना, संबंधित राज्यों में दवाओं की आपूर्ति संबंधित स्त्रोत, मार्ग और सम्पर्क स्थापित करने के लिए हुई है। कपूर ने बताया कि इसी दिशा में कार्य करते हुए प्रदेश की सीमा से सटे क्षेत्र में बढ़ते नशा तस्करी, संगठित अपराध द्वारा उत्पन्न बढ़ती चुनौतियों से निपटने के लिए और वास्तविक समय की खुफिया जानकारी साझा करने, बेहतर समन्वय और प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल पर सभी संबंधित पुलिस महानिदेशक एंव अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मंथन करेंगे। हरियाणा | दैनिक भास्कर
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हरियाणा में चीफ विजिलेंस अधिकारी तलब:प्रॉपर्टी ID सर्वे केस में कंपनी और 12 अफसरों को क्लीन चिट दी, बिना वेरिफिकेशन 63 करोड़ बांटे
हरियाणा में चीफ विजिलेंस अधिकारी तलब:प्रॉपर्टी ID सर्वे केस में कंपनी और 12 अफसरों को क्लीन चिट दी, बिना वेरिफिकेशन 63 करोड़ बांटे हरियाणा लोकायुक्त ने शहरी स्थानीय निकाय विभाग (ULB) के चीफ विजिलेंस अधिकारी (CVO) को तलब कर लिया है। यह कार्रवाई लोकायुक्त जस्टिस हरिपाल वर्मा ने प्रॉपर्टी आईडी सर्वे मामले में 12 IAS अधिकारियों और सर्व करने वाले याशी कंपनी को जांच में क्लीन चिट देने के मामले में की है। उन्होंने इस मामले के शिकायतकर्ता RTI एक्टिविस्ट पीपी कपूर को भी मौजूद रहने के लिए कहा है। उन्हें 11 सितंबर को कोर्ट बुलाया है। लोकायुक्त कोर्ट में पिछले साल 19 जुलाई 2023 को RTI दस्तावेजों सहित लिखित शिकायत देकर 12 अधिकारियों और याशी कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई थी। शिकायत में 63 करोड़ रुपए जारी करने का मामला
शिकायत में आरोप लगाया था कि याशी कंपनी के सर्वे में बड़ा घोटाला हुआ है। सर्वे की फिजिकल वेरिफिकेशन किए बिना अधिकारियों ने साइन ऑफ सर्टिफिकेट जारी कर याशी कंपनी को करीब 63 करोड़ रुपए की पेमेंट जारी करवा दी। जबकि सर्वे में कई गलतियां थी। लोकायुक्त जस्टिस हरिपाल वर्मा ने शिकायत पर एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) से प्राथमिक जांच रिपोर्ट लेने के बाद शहरी निकाय विभाग के प्रधान सचिव से रिपोर्ट मांगी थी। 2017 में शुरू हुआ था सर्वे का काम
हरियाणा में प्रॉपर्टी आईडी सर्वे का काम मनोहर लाल खट्टर की सरकार के फर्स्ट टर्म में हुई शुरू हो गया था। 2017 में सर्वे का काम याशी कंपनी को दिया गया था। इस कंपनी को 200 रुपए के करीब एक प्रॉपर्टी का दिया जाना था। टेंडर एग्रीमेंट की शर्त के अनुसार इस काम को 3 महीने में पूरा करना था, लेकिन यह काम 3 साल में भी पूरा नहीं हो पाया। सरकार एक्सटेंशन देकर कार्य अवधि बढ़ाती रही। 2021 में सर्वे का काम पूरा होने का दावा किया गया, लेकिन सरकार के पास सर्वे पूरा नहीं होने और सही नहीं होने की शिकायतें मिली रहीं। इसी साल दे दी गई क्लीन चिट
इस बीच 6 मई 2024 को अपनी जांच रिपोर्ट में निकाय विभाग के चीफ विजिलेंस ऑफिसर जेएस बोपाराय ने याशी कंपनी समेत 12 अधिकारियों को क्लीन चिट दे दी। शिकायतकर्ता ने सीवीओ की इस जांच रिपोर्ट को गलत बताया और लिखित तौर पर चुनौती देते हुए इसे रद्द करके घोटाले की एंटी करप्शन ब्यूरो से विस्तृत जांच कराने की मांग की। इस पर लोकायुक्त ने निकाय विभाग के सीवीओ को तलब किया है। अब पढ़िए पूरा मामला… 88 शहरों में 42,70,449 प्रॉपर्टियों का सर्वे
पीपी कपूर ने बताया कि सीवीओ की जांच रिपोर्ट अनुसार 88 शहरों में कुल 42,70,449 प्रॉपर्टियों का सर्वे किया गया था। इनमें से करीब आधी यानी 21.35 लाख प्रॉपर्टियां तो खाली प्लॉट, निर्माणाधीन अथवा बंद पड़े भवन थे। फिर भी अधिकारियों ने याशी कंपनी को इन सबका भुगतान कर दिया। सर्वे कंपनी को भुगतान करने से पहले सभी प्रॉपर्टियां के 10वें हिस्से की फिजिकल वेरिफिकेशन की जानी थी। प्रॉपर्टी आईडी सर्वे का डेटा 16 नवंबर 2022 को एनडीसी पोर्टल पर ऑनलाइन करने से 21 मार्च 2023 तक 15 माह में कुल 8,02,480 प्रॉपर्टी मालिकों ने कुल 18,74,676 आपत्तियां दर्ज कराई। यानी हर महीने औसतन 52,523 प्रॉपर्टी मालिकों ने कुल करीब 1,25,000 आपत्तियां दर्ज करवाई। प्रॉपर्टी आईडी ठीक कराने के लिए लोग धक्के खा रहे
कपूर ने आरोप लगाया कि तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर सरकार की यह फ्लैगशिप योजना बड़े भ्रष्टाचार के चलते प्रदेशवासियों के लिए जी का जंजाल बन कर रह गई। आज तक रोजाना हजारों लोग अपनी प्रॉपर्टी आईडी दुरुस्त कराने के लिए धक्के खा रहे हैं। सरकार ने इस घोटाले में संलिप्त 12 अधिकारियों को बचाने के लिए उनके दबाव में याशी कंपनी को क्लीन चिट दी है। इन अफसरों के हैं नाम शामिल
प्रॉपर्टी आईडी में जिन अफसरों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए जा रहे हैं, उनमें तत्कालीन नगर निगम कमिश्नर, रोहतक धीरेन्द्र खटकड़ा, तत्कालीन नगर निगम हिसार कमिश्नर प्रदीप दहिया, तत्कालीन नगर निगम कमिश्नर सोनीपत कु. मोनिका गुप्ता के अलावा पार्थ गुप्ता, नरेश नरवाल, जीतेन्द्र दहिया, मुकेश आहूजा, आयुष सिंहा, धर्मबीर (सभी IAS ) के नाम शामिल हैं।
हिसार में लू लगने से मशीन ऑपरेटर की मौत:ट्रेन से आने के बाद नाक से खून निकला; जल्दी पत्नी की डिलीवरी होने वाली है
हिसार में लू लगने से मशीन ऑपरेटर की मौत:ट्रेन से आने के बाद नाक से खून निकला; जल्दी पत्नी की डिलीवरी होने वाली है हरियाणा के हिसार HTM थाना क्षेत्र में मील में 36 वर्षीय प्रवासी मजदूर दीपक कुमार यादव की तबीयत बिगड़ने से मौत हो गई। वह अपने घर यूपी के बलिया से ट्रेन में सफर करके हिसार पहुंचा था। क्वार्टर पर पहुंचने पर अचानक तबीयत बिगड़ गई जिससे तेज बुखार हो गया और क्वार्टर में ही उसकी मौत हो गई। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पुलिस पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए हिसार के नागरिक अस्पताल में भिजवा दिया। दोस्त के मुताबिक उसकी पत्नी की जल्द डिलीवरी होने वाली है। फिलहाल ऐसी संभावना जताई जा रही है कि ट्रेन में सफर करने के दौरान लू लगने से दीपक यादव बीमार हो गया जिसके चलते उसकी मौत हो गई। वही मौके पर मौजूद पुलिस जांच अधिकारी ने बताया कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद ही दीपक की मौत का कारण पता चल पाएगा। मृतक दीपक के दोस्त महावीर ने बताया कि दीपक कुमार बीते 1 साल से मील में मशीन ऑपरेटर के तौर पर काम करता था। एक महीने पहले अपने घर गया था। बीते दिन दोपहर करीब 1 बजे वह क्वार्टर पर आया और कुछ देर बाद उसको बुखार हो गया। इस दौरान उसके नाक से खून निकलने लगा और उसने दम तोड़ दिया। परिवार वालों ने बताया कि दीपक कुमार यादव शादीशुदा था। उसकी पत्नी गर्भवती है और 2-4 दिनों के अंदर डिलीवरी होने वाली है। फिलहाल पुलिस ने शव का पोस्टमॉर्टम करवा कर परिवार वालों के शौक दिया है। मौके पर मौजूद पुलिस जांच अधिकारी ने बताया कि परिवार वालों के अनुसार बुखार के कारण दीपक यादव की मौत हुई है।
हिसार में लव मैरिज करने पर युवक की पिटाई:नए साल का जश्न मनाने होटल में गया था, पीछे से आकर बोला हमला
हिसार में लव मैरिज करने पर युवक की पिटाई:नए साल का जश्न मनाने होटल में गया था, पीछे से आकर बोला हमला हरियाणा के हिसार में नए साल की पार्टी होटल में करने गए 24 वर्षीय दीपक पर दो लड़कों ने हमला कर दिया। इस दौरान उसे जमकर पीटा गया। दीपक ने कुछ समय पहले लव मैरिज की थी। घायल दीपक का इलाज हिसार के नागरिक अस्पताल में चल रहा है। सदर थाना पुलिस ने मामला दर्ज आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है। तेज मार्केट निवासी दीपक ने पुलिस को बताया कि 31 दिसंबर को रात करीब 10 बजे वह अपने दोस्त संदीप के साथ प्रजापति होटल मे खाना खाने के लिए गए थे। वहां पर अलग टेबल पर हम नए साल की पार्टी कर रहे थे कि होटल में बरवाला निवासी मनोज और चौथा मिल निवासी संदीप आए और आते ही उन्होंने पीछे से मेरे ऊपर हमला कर किया। इसके बाद आरोपियों ने उसके साथ मारपीट की। दीपक ने बताया कि इस दौरान उसके पिता चांदी राम भी मौका पर आ गए। पिता ने उसे हमलावरों से छुड़वाया। पहले भी वह एक दो बार मेरे साथ झगड़ा कर चुका है। शिकायतकर्ता ने बताया कि उसने लव मैरिज की थी, लड़की दूसरी जाति है और आरोपी मनोज भी उसी जाति से है। इसलिए मनोज व उसके दोस्त संदीप ने बेवजह मारपीट की। सदर थाना पुलिस ने धारा 115,126,351(3), 3(5) के तहत केस दर्ज कर लिया है।