पलवल में सरपंच को जान से मारने की धमकी:170 एकड़ पंचायती जमीन से हटवाया था कब्जा, हाथापाई भी की

पलवल में सरपंच को जान से मारने की धमकी:170 एकड़ पंचायती जमीन से हटवाया था कब्जा, हाथापाई भी की

हरियाणा के पलवल जिले के बहरौल गांव में ग्राम पंचायत की जमीन से अवैध कब्जा हटाने की कार्रवाई कराने पर सरपंच के साथ गंभीर घटना सामने आई है। सरपंच वेद प्रकाश को कुछ लोगों ने न केवल जातिसूचक गालियां दीं, बल्कि जान से मारने की धमकी भी दी। डयूटी मजिस्ट्रेट की नियुक्ति मामले की जानकारी के अनुसार बहरौल गांव की पंचायत की 170 एकड़ कृषि भूमि पर कुछ लोगों ने अवैध कब्जा कर रखा था। सरपंच वेद प्रकाश ने मामले में डीसी को शिकायत की थी, जिस पर डीसी डॉ. हरीश कुमार वशिष्ठ ने ड्यूटी मजिस्ट्रेट की नियुक्ति की थी। पंचायत अधिकारी और डीएसपी ने की बैठक घटना उस समय हुई, जब जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी और डीएसपी नरेंद्र खटाना रविदास भवन में ग्राम सभा की बैठक के लिए आए थे। उन्होंने क्राइम ब्रांच कार्यालय के लिए कुछ दिनों के लिए चौपाल मांगी, जिसे ग्रामीणों ने मना कर दिया। अधिकारियों के जाने के बाद गांव के ही राहुल और दिनेश ने सरपंच को रविदास भवन में घेर लिया और उनके साथ दुर्व्यवहार किया। परिवार की सुरक्षा को लेकर जताई चिंता आरोपियों ने सरपंच के साथ हाथापाई भी की, जिससे गांव के भीम, उदल और सुरेंद्र ने उन्हें बचाया। सरपंच ने अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है। फिलहाल प्रशासन ने अवैध कब्जा हटाने की कार्रवाई को स्थगित कर दिया है। सदर थाना पुलिस ने सरपंच की शिकायत पर दो नामजद सहित अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। हरियाणा के पलवल जिले के बहरौल गांव में ग्राम पंचायत की जमीन से अवैध कब्जा हटाने की कार्रवाई कराने पर सरपंच के साथ गंभीर घटना सामने आई है। सरपंच वेद प्रकाश को कुछ लोगों ने न केवल जातिसूचक गालियां दीं, बल्कि जान से मारने की धमकी भी दी। डयूटी मजिस्ट्रेट की नियुक्ति मामले की जानकारी के अनुसार बहरौल गांव की पंचायत की 170 एकड़ कृषि भूमि पर कुछ लोगों ने अवैध कब्जा कर रखा था। सरपंच वेद प्रकाश ने मामले में डीसी को शिकायत की थी, जिस पर डीसी डॉ. हरीश कुमार वशिष्ठ ने ड्यूटी मजिस्ट्रेट की नियुक्ति की थी। पंचायत अधिकारी और डीएसपी ने की बैठक घटना उस समय हुई, जब जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी और डीएसपी नरेंद्र खटाना रविदास भवन में ग्राम सभा की बैठक के लिए आए थे। उन्होंने क्राइम ब्रांच कार्यालय के लिए कुछ दिनों के लिए चौपाल मांगी, जिसे ग्रामीणों ने मना कर दिया। अधिकारियों के जाने के बाद गांव के ही राहुल और दिनेश ने सरपंच को रविदास भवन में घेर लिया और उनके साथ दुर्व्यवहार किया। परिवार की सुरक्षा को लेकर जताई चिंता आरोपियों ने सरपंच के साथ हाथापाई भी की, जिससे गांव के भीम, उदल और सुरेंद्र ने उन्हें बचाया। सरपंच ने अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है। फिलहाल प्रशासन ने अवैध कब्जा हटाने की कार्रवाई को स्थगित कर दिया है। सदर थाना पुलिस ने सरपंच की शिकायत पर दो नामजद सहित अन्य के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।   हरियाणा | दैनिक भास्कर